गुरुवार, 29 नवंबर 2012

मशहूर कलाकार विम्मी मनोज की प्रदर्शनी 2 से जयपुर में


मशहूर कलाकार विम्मी मनोज की प्रदर्शनी 2 से जयपुर में

(शैलेन्द्र)

जयपुर (साई)। देश विदेश में ख्याति प्राप्त कलाकार विम्मी मनोज की कलाकृतियों की प्रदर्शनी अगामी 2 अक्टूबर से जयपुर में आरंभ होने वाली है। 4 अक्टूबर तक चलने वाली इस प्रदर्शनी का आयोजन जवाहर कला केंद्र की सुकृति गैलरी में किया गया है। विम्मी मनोज ने बताया कि इस प्रदर्शनी में उनकी 26 पेंटिंग्स और 5 काष्ठ शिल्प का समावेश किया गया है।
ज्ञातव्य है कि डॉ. विम्मी मनोज कला एवं साहित्य के क्षेत्र में काफी लम्बे समय से सफलतापूर्वक काम करती रही है। एक शोध प्रवक्ता एवं कवियित्री के रूप में इनकी अनेक कृतियॉं पुस्तकों एवं शीर्ष अखबारों में प्रकाशित हो चुकी है। इनकी पेंटिग्स एवं काष्ठ कला का प्रदर्शन देश विदेश में अनेक स्थानों पर हो चुका है। शोध में रूची रखने वाली डॉ विम्मी के कलाशिल्प में विषय की गहराई साफ नजर आती है।
इल्यूशॅन्स’, म.प्र. - निवासी डा.ॅ विम्मी की जयपुर में पहली एकल कला प्रदर्शनी है, जिसमें उन्होनें विभिन्न माध्यमों जैसे कैनवास पर एक्रेलिक, मिक्सड मीडिया एवं काष्ठकला में ड्रिफ्टवुड को प्रयोगात्मक शैली में प्रस्तुत किया है। कलाकार ने जहांॅं एक ओर फिगरेटिव शैली में मानवीय सौन्दर्य एवं भावों को रेखांकित किया है वहीं समकालीन ऐब्सटेªक्ट शैली के माध्यम से जीवन एवं मानव मन की अनकही भावनाओं को खूबसूरती से दर्शाने का सफल प्रयास किया है एवं  रंगों के सम्मोहक मिश्रण एवं ज्मगजनतमे  का सांकेतिक प्रयोग कर कलाकृतियों को गहराई प्रदान की है। उन्होने एक ओर जहां काल,े सफेद व भूरे रंगो का खूबसूरती से उपयोग किया है वहीं दूसरी ओर लाल, पीले, नीले, हरे रंगों का समावेश कर चित्रकला के माध्यम से जैसे कविता कहने की कोशिश की है।
इल्यूशॅन्सथीम पर होने वाली इस एकल प्रदर्शनी में मध्यप्रदेश की आर्टिस्ट डॉ. विम्मी मनोज अपनी कलाकृतियां प्रदर्शित करेंगी। जयपुर शहर में यह उनकी पहली प्रदर्शनी होगी। अपनी कला कृतियों मंे डॉ. विम्मी मनोज ने विभिन्न पेंटिंग्स एवं काष्ठशिल्प के माध्यम से जीवन वेग में यथार्थ एवं माया का अत्यन्त खूबसूरत चित्रण किया है। प्रदर्शनी 02 से 04 दिसंबर प्रातः 11.00 बजे से सायं 07.00 बजे तक दर्शकों के लिए खुली रहेंगी।
इसके पहले इनकी केनवास पेंटिंग्स और काष्ठ कला की प्रदर्शनी 1994 में संयुक्त मध्य प्रदेश (अब छत्तीसगढ़) के धमतरी के अलावा आर्ट शोज में अप्रेल 2012 में देवलीकर आर्ट गैलरी में, जुलाई 2012 में ललित कला केंद्र नई दिल्ली में, जुलाई में ही स्वराज भवन भोपाल में, नवंबर 2012 में लोकायता आर्ट गैलरी नई दिल्ली के अलावा अगले माह लंदन में नेहरू सेंटर में विम्मी मनोज की केनवास पेंटिंग्स और काष्ठ कला का प्रदर्शन किया जाएगा।
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान विम्मी मनोज ने बताया कि वास्तव में इल्यूशॅन्स वे होते हैं जिसमें व्यक्ति अथवा जीवन जैसा प्रतीत होता है वह यथार्थ के अलावा एक माया है, जो नजर ना भी आये परंतु जीवन की दिशा मोड़ देता है। जैसे इन्द्रधनुष की चाह मृग-तृष्णा है उसी तरह मानवीय भावनायें एक भ्रम मात्र है। अंततः आत्मा एवं अंर्तआत्मा के केन्द्र में एक रिक्तता है। 
क्षितिज पर इंद्रधनुष!
भ्रमे अनुभव एवं दृष्टि!!
चित्त मंे अंतर्मन की व्याकुलता!
केंद्रित एक रिक्त की ओर,!!
स्वतंत्रता, स्वाधीनता, बंधन, इच्छा, भावना...!
जीवन वेग जैसे एक माया...!!
- डॉ. विम्मी मनोज