रविवार, 30 सितंबर 2012

कर्नाटक ने तमिलनाडू के लिए छोड़ा पानी


कर्नाटक ने तमिलनाडू के लिए छोड़ा पानी

(श्वेता यादव)

बंग्लुरू (साई)। कर्नाटक ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश का पालन करते हुए आज तमिलनाडु के लिए कावेरी नदी का पानी छोघ्ना शुरू कर दिया है। सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया है कि इसके विरोध में मांडिया ज़िले में व्यापक प्रदर्शन हो रहे हैं और यातायात बाधित हुआ है।
कावेरी की संरचना समिति के अध्यक्ष जी मादेगोघ ने आज राज्य सरकार के खिलाफ कठिन शब्दों से आलोचना की। उन्होंने आज मुख्यमंत्री और राज्य के सांसदों का इस्तीफा मांगा। विधानसभा में विरोध पार्टी के नेता सिद्धारमैया ने भी राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वे सुप्रीम कोर्ट में राज्य के हित में मुकदमा लघ्ने में विफल सिद्ध हुई है। राज्य के जलाश्य से पानी छोने की वजह से राज्य के किसान और कन्नघ रक्षा संगठन क्रोधित हो चुके हैं और अपनी हताशा नाराजगी का प्रदर्शन दे रहे हैं।
ईरीगेशन के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सिंचाई विभाग ने बताया कि बीती रात से कृष्णराज सागर बांध और काबिनी जलाशय से लगभग पांच हजार क्यूसिक पानी छोघ जा रहा है। सूत्रों के अनुसार कर्नाटक, तमिलनाडु के लिए नौ हजार क्यूसिक पानी छोघ्ना सुनिश्चित करेगा। यह फैसला कल कर्नाटक विधानसभा में विभिन्न दलों के नेताओं की बैठक के बाद किया गया है।
बैठक में यह भी निर्णय हुआ कि प्रधानमंत्री से आग्रह किया जाएगा कि वे प्राधिकारण के निर्देश पर फिर से विचार करें। प्रधानमंत्री इस प्राधिकरण के अध्यक्ष भी हैं। शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय ने कर्नाटक सरकार को कावेरी नदी प्राधिकरण के फैसले का पालन करने का निर्देश दिया था।  न्यायालय ने प्राधिकरण के निर्देश का पालन नहीं करने के लिए कर्नाटक सरकार को फटकार लगाई थी। न्यायालय ने यह भी चेतावनी दी थी कि अगर कर्नाटक ऐसा नहीं करता तो उसे इस बारे में समुचित आदेश जारी करना पघ्ेगा।

तमिलनाडू में जलसंरक्षण को प्राथमिकता


तमिलनाडू में जलसंरक्षण को प्राथमिकता

(प्रीति सक्सेना)

चेन्नई (साई)। तमिलनाडु में जल संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। हमारी संवाददाता ने बताया है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना-मनरेगा के तहत तिरूचिरापल्ली में जल संरक्षण योजना सफलता से चलाई जा रही है। त्रिची में महात्मा गांधी नरेगाा पानी के भंडारण और ग्रामीण इलाकें में सकों के लिए सफलतापूर्वक लागू किया जा रहा है।
कावेरी से ४० किलोमीटर दूर कल्लिपट्टी को पानी के लिए टैंकों और कुओं का ही सहारा है। कन्नुदयामवहटी गांव के सरपंच का कहना है कि मनरेगा से करीब ५०० परिवारों को फायदा पहुॅंचा है। इससे पहले उन्हें केवल ३० रूपए प्रति दिन की मजदूरी मिलती थी। लेकिन अब वो सौ रूपये प्रतिदिन से ज्यादा की मजदूरी पा रहे हैं। वुंगानूर, एव्वूर और गुणासीलम सहित सभी गांवों में सघ्कों की मरम्मत का काम भी किया जा रहा है। अब तक ३ लाख २२ हजार रोजगार कार्ड जारी किए गए हैं। इसमें से लगभग ८५ प्रतिशत महिलाओं के लिए हैं।

एसी में यात्रा हो जाएगी कल से मंहगी


एसी में यात्रा हो जाएगी कल से मंहगी

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। सभी रेलगाडियों में वातानूकुलित श्रेणियों के रेल किराये में कल से तीन प्रतिशत की बढोतरी लागू हो जाएगी। सरकारी अधिसूचना के अनुसार ए सी प्रथम श्रेणी, एग्जिक्यूटिव क्लास, ए सी टू टीयर, ए सी थ्री टीयर और एसी चेयर कार के भाघ्े के साथ नया सेवा कर लगाया जाएगा।
ए सी टू और ए सी वन में यात्रा करने वाले रेलयात्रियों को सेवा कर का अतिरिक्त भार वहन करना होगा क्योंकि इस वर्ष अप्रैल में इन श्रेणियों के किराये में २० प्रतिशत की बघेतरी की जा चुकी है। इसके अलावा केटरिंग और स्टेशनों पर पार्किंग के लिए भी सेवा कर वसूला जाएगा। इस नए फैसले से सरकार को करीब तीन हजार करोघ् रूपये का राजस्व प्राप्त होने का अनुमान है।

हिन्दी सिनेमा के बायकाट पर नेपाल सरकार ने दिया आश्वासन


हिन्दी सिनेमा के बायकाट पर नेपाल सरकार ने दिया आश्वासन

(वैभव वर्मा)

काठमांडू (साई)। नेपाल में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-सीपीएन माओवादियों द्वारा भारतीय रजिस्ट्रेशन वाले वाहनों और हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन पर पाबंदी लगाने की मांग की खबरों के मद्देनजर नेपाल सरकार ने भारत को आश्वासन दिया है कि वह ऐसी किसी भी कार्रवाई का समर्थन नहीं करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि ऐसी कोई पाबंदी लागू न हो।
विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने नेपाल के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ के साथ न्यूयॉर्क में कल बैठक के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की। बैठक के बाद सूत्रों ने बताया कि श्री कृष्णा ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच इस बारे में आपसी सहमति है कि वे अपने यहां से एक दूसरे के खिलाफ किसी भी दुष्प्रचार की अनुमति नहीं देंगे। श्री श्रेष्ठा ने श्री कृष्णा को आश्वासन दिया कि नेपाल में भारत विरोधी कोई गतिविधि नहीं चलने दी जाएगी।

फिर लुटे 51 लाख!


फिर लुटे 51 लाख!

(महेश रावलानी)

नई दिल्ली (साई)। डिफेंस कॉलोनी में सवा पांच करोड़ रुपये की लूट के करीब पांच घंटे बाद ही राजधानी में एक और कैशवैन से 51 लाख रुपये लूटे गए थे। फर्क सिर्फ इतना था उस कैशवैन से रुपये उसी का ड्राइवर लूटकर भागा। आरोपी ड्राइवर का अभी तक कुछ सुराग नहीं लग सका है। वारदात को लेकर नॉर्थ और नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली के पुलिस अधिकारियों में शनिवार दोपहर तक संशय की स्थिति रही कि यह वारदात किसके इलाके में आती है। बाद में नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली के महेंद्र पार्क पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
इन दोनों वारदातों के अलावा शुक्रवार रात करीब 1 बजे इंद्रलोक में भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में चोरी की कोशिश की गई। यानी करीब 12 घंटे में ही इस तरह की तीन वारदातें हुई। डीसीपी पी. करुणाकरण के मुताबिक, झंडेवालान में लॉजिक कैश कंपनी है। यह कंपनी चार बैंकों के एटीएम में रुपये लोड करने का काम करती है। शुक्रवार शाम करीब 4 बजे एक सामान्य कैशवैन में 81 लाख रुपये भरकर उन्हें एटीएम में लोड करने के लिए ले जाया गया। कैशवेन को ओमपाल सिंह चला रहा था। उसमें गनमैन ब्रिजेश के अलावा हेमंत और मुकेश भी बैठे थे।
इसी बीच पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि कैशवैन से सब्जी मंडी, कमला नगर, किशनगंज और किरोड़ीमल कॉलेज के एटीएम में 30 लाख रुपये लोड किए गए। किरोड़ीमल कॉलेज के पास ही ड्राइवर ओमपाल ने अन्य तीनों को खाने और पीने के लिए कोल्ड ड्रिंक और कुछ सामान दिया।
आरोप है कि उसमें कुछ नशीला पदार्थ मिलाया गया था। तुरंत तो वह तीनों बेहोश नहीं हुए, मगर कुछ देर बाद तीनों वैन में ही बेहोश हो गए। इसके बाद ओमपाल पर आरोप है कि उसने तीनों में से एक की जेब से उस बख्शे की चाबी निकाली जिसमें कैश रखा था। इसके बाद उसे खोलकर उसमें रखे 51 लाख रुपये लूटे लिए। गार्ड की गन भी ले ली गई थी, मगर बाद में वह मिल गई। इस मामले में शुक्रवार रात करीब 1रू30 बजे एक्सिडेंट की कॉल हुई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि यह सड़क दुर्घटना नहीं बल्कि कैश लूट का मामला है।

पंप मालिक नहीं करेंगे हड़ताल का समर्थन


पंप मालिक नहीं करेंगे हड़ताल का समर्थन

(मणिका सोनल)

नई दिल्ली (साई)। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया पेट्रोलियम ट्रेडर्स (एफएआईपीटी) ने कहा है कि उसका हड़ताल पर जाने का इरादा नहीं है, क्योंकि सरकार डीलरों का कमिशन बढ़ाने पर विचार कर रही है। फेडरेशन का दावा है कि देश भर में 42,000 पेट्रोल पंप ऑपरेटर उसके सदस्य हैं।
एफएआईपीटी ने कहा कि इस बात में कोई सचाई नहीं है कि 1 और 2 अक्टूबर को पेट्रोल पंप ईंधन नहीं खरीदेंगे। फेडरेशन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 1 और 2 अक्टूबर को सभी पेट्रोल पंप सामान्य तरीके से कामकाज करेंगे। इसमें कहा गया है कि पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने पहले ही सभी तेल मार्केटिंग कंपनियों को लिखा है कि वे 15 दिन के भीतर इस मुद्दे को सुलझाएं और डीलरों की मांग को पूरा करें। ऐसे में एफएआईपीटी के सदस्यों का किसी प्रकार का आंदोलनकारी रुख अपनाने का इरादा नहीं है।
कुछ माह पहले कनफेडरेशन ऑफ इंडियन पेट्रोलियम डीलर्स ने अशोक बधवार की अध्यक्षता वाले एफएआईपीटी से नाता तोड़ने की घोषणा की थी। कनफेडरेशन ने पिछले सप्ताह कहा था कि डीलर गंभीर वित्तीय संकट में हैं और परिचालन की लागत बढ़ने की वजह से उनके पास अपने परिचालन में कटौती करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
एफएआईपीटी ने कहा है कि अखिल भारतीय स्तर पर किए गए विश्लेषण के हिसाब से डीलरों का कमिशन पेट्रोल पर मौजूदा 1.49 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 2.16 और डीजल पर 91 पैसे प्रति लीटर से 1.32 रुपये प्रति लीटर करने की जरूरत है।

भारतीय राजनीति को कोसा अण्णा ने


भारतीय राजनीति को कोसा अण्णा ने

(महेंद्र देशमुख)

नई दिल्ली (साई)। गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने राजनीति में नहीं आने के अपने पुराने रुख को रविवार को फिर दोहराते हुए कहा कि यह राजनीति गंदगी से भरपूर है। अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा- राजनीति से नहीं बल्कि बड़े आंदोलन के जरिए देश को भविष्य मिलेगा।
उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने राजनीतिक विकल्प के बारे में जो सवाल उठाए थे, उसके बारे में अरविन्द केजरीवाल गुट की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। अन्ना रविवार सुबह ही राजधानी पहुंचे, जहां उन्हें गैर-राजनीतिक भ्रष्टाचार विरोध आंदोलन के आगे के कदम के बारे में कार्यकर्ताओं के साथ विचार विमर्श करना है। उन्होंने कहा, श्राजनीति पवित्र नहीं है और गंदगी से भरपूर है।श् उन्होंने कहा कि आंदोलन का मार्ग पवित्र है।
उन्होंने कहा, श्मैंने कोई विकल्प नहीं दिया। जब मुझे यह बताया गया कि कोई विकल्प देना होगा, तो मैंने कहा कि यह एक अच्छा विचार है लेकिन मैंने उनसे कहा कि वे मेरे 5-6 सवालों के जवाब दें। लेकिन मुझे कोई जवाब नहीं मिला।श् हजारे विकल्प से जुड़े सवालों के बारे में चर्चा कर रहे थे। इनमें नये राजनीतिक दल के लिए सदस्यों के चयन, धन कहां से आएगा, चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन कैसे किया जायेगा, जैसे सवाल शामिल थे।