मंगलवार, 26 मार्च 2013

आतंकी पर होने लगी सियासत!


आतंकी पर होने लगी सियासत!

(लिमटी खरे)

सही कहा है किसी ने कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता है। आतंकवाद का सीधा से मतलब है दहशतगर्दी। देश में आतंकवाद के साथ ही साथ नक्सलवाद, अलगाववाद, भाषावाद, क्षेत्रवाद, माओवाद और ना जाने कितने वाद पैदा कर दिए गए हैं सियासत की बिछात के चलते। हाल ही में संदिग्ध आतंकी लियाकत पर अब सियासी गोटियां बिछने लगी हैं। जम्मू काश्मीर के निजाम उमर अब्दुल्ला ने इस पर अपनी नई तान छेड़ दी है। उनका कहना है कि वह उनके सूबे की नीति के तहत सरेंडर करने दिल्ली जा रहा था कि उसे पकड़ लिया गया! सवाल यह है कि अगर वह समर्पण करने जा रहा था तो वह जम्मू काश्मीर पुलिस की देखरेख में दिल्ली क्यों नहीं गया!

उमर अब्दुल्ला जिस राज्य की कमान संभाले हुए हैे वहां अल्पसंख्यकों की खासी तादाद है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। उमर को उनकी भावनाओं का ख्याल रखना भी बहुत जरूरी है। उमर अब्दुल्ला सियासी खानदान से हैं और राज्य के मुख्यमंत्री हैं इस नाते उन्हें नीति की बात करना चाहिए। अगर कोई आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है या उसमें संलिप्त है तो कम से कम उसका पक्ष तो कतई नहीं लेना चाहिए उन्हें।
हिजबुल मुजाहितदीन के संदिग्ध आतंकी लियाकत शाह की गिरफ्तारी का मामला एनआईए को सौंप दिया गया है। एनआईए इस संदिग्ध आतंकवादी लियाकत की गिरफ्तारी के हालातों की जांच करेगा। गौरतलब है कि इसकी गिरफ्तारी को लेकर अब दिल्ली पुलिस और जेएण्डके पुलिस आमने सामने आ गई है।
जम्मू काश्मीर पुलिस का दावा है कि लियाकत शाह सरेंडर करने की गरज से राज्य में आ रहा था। लियाकत को दिल्ली पुलिए ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में धर दबोचा था। कहा जा रा है कि लियाकत शाह उस आतंकवादी संगठन का हिस्सा है जो इस बार की रंगों की होली को खून की होली में तब्दील करने की मंशा रख रहा है।
देश में आतंक बरवाने में पाकिस्तान के हाथ को बार बार रेखांकित किया गया है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले के अलावा अन्य अनेेक मामलात में सबूत और परिस्थितियां चीख चीख कर इस ओर इशारा कर रही हैं कि इन सबमें पाकिस्तान का साफ साफ हाथ है, बावजूद इसके हमारे देश के रीढ़ विहीन नीति निर्धारक हाथ पर हाथ रखे बैठे हैं।
हमें यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि वैश्विक स्तर पर सहिष्णु छवि बनाने के चक्कर में देश के नीति निर्धारकों ने सहिष्णुता के लबादे तले नपुंसकता को ओढ़ रखा है। तुष्टिकरण की नीति के चलते आज देश में आदमी आदमी में भेद होने लगा है। याद पड़ता है जब हम छोटे प्राईमरी क्लास में अध्ययनरत थे, तब स्कूल में भोजनावकाश के समय जब सारे लोग मिलकर टिफिन साझा करते थे तब यह पता नहीं होता था कि जिसका टिफिन खा रहे हैं वह किस मजहब से है।
बचपन से लेकर आज तक जयराम जी की, जय जिनेंद्र देव की, जय ईसा मसीह की, सतश्री अकाल, सलाम आलेकुम जैसे संबोधन एक दूसरे के अभिवादन के वक्त करते समय यह महसूस नहीं होता है कि किस मजहब के इंसान का अभिवादन किया जा रहा है। पर जबसे देश में आतंकवाद ने पैर पसारे हैं एक मजहब विशेष के लोगों की इसमें संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है।
भारत गणराज्य के संविधान में प्रजातंत्र के तीन प्रमुख स्तंभ हैं, न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका, इसमें चौथे अघोषित स्तंभ के बतौर मीडिया को शामिल कर दिया गया है। भारतीय संविधान में न्यायपालिका को सर्वोच्च माना गया है। न्यायपालिका ने अगर संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरू को दोषी ठहराया है तो देश के हर नागरिक को चाहे वह किसी भी मजहब का हो इसका सम्मान करना चाहिए। इस मामले में भी उमर अब्दुल्ला ने टिप्पणी की थी।
अब हिजबुल मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकी लियाकत की गिरफ्तारी पर जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने तेवर और कड़े कर लिए हैं। सोमवार को उमर ने केंद्र सरकार पर कश्मीर को लेकर अलग मानदंड अपनाने का आरोप लगाया। उमर ने अफजल गुरु को फांसी दिए जाने और सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून को हटाने पर उसकी चुनिंदा नीति को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने लियाकत शाह की गिरफ्तारी की आलोचना की।
लियाकत की गिरफ्तारी पर उमर ने कहा कि वह राज्य सरकार की पॉलिकी के तरह सरेंडर करने आ रहे थे। उमर ने कहा, अगर कोई आदमी शॉपिंग मॉल पर अटैक करने आ रहा है, तो क्या वह अपने बीवी-बच्चों के साथ आएगा? उन्होंने कहा कि वे यह पहली बार सुन रहे हैं कि एक आतंकवादी अपने बीवी-बच्चों का हाथ पकड़े और दूसरे हाथ में हथियार थामे हमला करने आ रहा है।
उमर ने विधानसभा में एक चर्चा का जवाब देते हुए कहा, जब वे उस कानून को हटाने के बारे में बात करते हैं तब आप खतरा नहीं उठाना चाहते हैं, लेकिन आप अफजल को फांसी दे देते हैं। आपके अंदर को हटाने का साहस क्यों नहीं है? अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के बाद आप उसे वापस नहीं ला सकते लेकिन हटाये जाने के बाद आप इसे फिर से लागू कर सकते हैं।
क्या उमर अब्दुल्ला के पास इस बात का जवाब है कि अगर लियाकत वाकई सरेंडर करने जा रहा था तो वह गोरखपुर के माल में क्या कर रहा था? क्या भारत गणराज्य में अपराधियों के मन से कानून का डर समाप्त हो गया है कि वह सरेंडर करने जाने के पहले मंहगे माल में जाकर मजे लूटे? अगर जम्मू काश्मीर राज्य की नीति के तहत वह समर्पण के लिए आ रहा था तो उसे दिल्ली पुलिस ने गोरखपुर से कैसे धर दबोचा? अगर उमर सही हैं तो संदिग्ध आतंकी लियाकत को पहले जम्मू काश्मीर पुलिस ने क्यों नही धरा।
खबर तो यह भी है कि लियाकत अली उसी संगठन का हिस्सा है जो भारत में खून की होली खेलने का मन बना चुका है। कहा जा रहा है कि इन्हीं इरादों के साथ लियाकत शाह जो गोरखपुर में पकड़ा गया है, वह नेपाल के रास्ते भारत आया था। गौरतलब है कि गोरखपुर से नेपाल की सीमा बहुत ही पास है।
उमर अब्दुल्ला के बयानों से ना केवल काश्मीर वरन् देश भर में आग लगने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। भारत गणराज्य में हर किसी को अपना धर्म निभाने, अपनी भाषा का प्रयोग करने, हर भूभाग में रहने, नौकरी करने, व्यवसाय करने का अधिकार है। यह अधिकार भारत का संविधान उन्हें देता है। विडम्बना ही कही जाएगी कि वोट बैंक के चक्कर में कांग्रेस ने देश के टुकड़े टुकड़े करके रख दिए हैं।
उत्तर में उमर अब्दुल्ला अपनी तान छेड़ते हैं तो मुंबई में ठाकरे ब्रदर्स डंडा लिए बाहरी लोगों को खदेड़ते हैं। क्या जम्मू काश्मीर उमर अब्दुल्ला और मुंबई या महाराष्ट्र ठाकरे ब्रदर्स की बपौती हैं? क्या ये भारत गणराज्य का अभिन्न अंग नहीं हैं? अगर हैं तो प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह मोनी बाबा क्यों बने बैठे हैं? क्या कारण है कि देश के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे कठोर कार्यवाही करने से कतराते हैं? आप तो सत्ता की मलाई चख लेंगे पर आने वाली पीढ़ी आपको पानी पी पी कर कोसेगी इस बारे में भी जरा चिंतन अवश्य कर लें शासक! (साई फीचर्स)

सिवनी : नाथ से बिदकने लगे सिवनी के कांग्रेसी!


नाथ से बिदकने लगे सिवनी के कांग्रेसी!

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। एक समय था जब महाकौशल के क्षत्रप कमल नाथ से आई कांटेक्ट बनाने के लिए सिवनी के युवाओं में जबर्दस्त होड़ मची रहती थी, पिछले लगभग एक दशकों में उनके प्रभाव वाले सिवनी जिले में कमल नाथ का प्रभाव इतना कम हो गया है कि अब लोग उनसे पर्याप्त दूरी बनाकर रख रहे हैं। आलम यह है कि उनके समर्थक ही उनके फोटो वाले विज्ञापनों से परहेज करने लगे हैं। हाल ही में एक विज्ञापन में उनकी फोटो सेवादल के पूर्व जिला मुख्य संगठन के साथ लगने पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
इक्कसवीं सदी के आरंभ में कमल नाथ का जलजला देखने लायक हुआ करता था। जैसे जैसे पहला दशक बीता वैसे ही कमल नाथ का प्रभाव सिवनी जिले में कम हो गया। फोरलेन मामले में षणयंत्र का ताना बाना बुनने का आरोप उनके उपर फोरलेन बचाने के लिए गठित जनमंच द्वारा लगाया गया और इतिहास में पहला मौका रहा होगा जब कमल नाथ की प्रतीकात्मक शवयात्रा निकालकर उनका पुतला दहन किया गया हो।
यह सब सिवनी जिला मुख्यालय में हुआ, तब उनका झंडा डंडा उठाने वाले उनके समर्थकों ने अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी। कमल नाथ वाणिज्य और उद्योग मंत्री रहे, फिर भूतल परिवहन और अब शहरी विकास तथा संसदीय कार्य मंत्री हैं। बार बार सिवनी को गोद लेने वाले कमल नाथ ने इस अनाथ सिवनी के लिए कुछ भी नहीं किया है। कहा जाता है कि जब कोई उनसे मिलने जाता है तो वे यह अवश्य ही कहते हैं अच्छा वह सिवनी जहां मेरे पुतले जलते हैं!
हाल ही में सेवादल का एक विज्ञापन सिवनी में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसमें सिवनी जिले वासियों को रंगोत्सव पर्व की शुभकामनाएं दी गई हैं। इसमें सबसे पहले सोनिया गांधी, फिर राहुल गांधी, उनके बाद महेंद्र जोशी और अंत में राजा दिग्विजय सिंह का फोटो लगा हुआ है। इस कतार के नीचे वाली कतार में कमल नाथ के साथ ठा.रजनीश सिंह और डॉ.राजेंद्र साहू की फोटो लगी है।
चर्चाओं के अनुसार यह सब कुछ सोची समझी रणनीति के तहत ही किया गया है। दरअसल, सिवनी के साथ अन्याय के आरोपों के चलते कांग्रेस का बड़ा वर्ग अब कमल नाथ से सक्रिय संपर्क तोड़ चुका है। एक समय था जब श्री नाथ के जन्मोत्सव पर सिवनी में भी मीडिया में उनके कशीदे गढ़ने वाले आलेखों और विज्ञापनों से मीडिया सराबोर रहता था, अब सालों से उनकी फोटो तक सिवनी में अखबारों में दिखाई नहीं पड़ी है। कांग्रेस के एक बड़े सदस्य ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर कहा कि इस विज्ञापन से तो लग रहा है मानो कमल नाथ और ठा.रजनीश सिंह का सियासी कद एक बराबर ही है।

जम्मू : पाक घुसपेठिए को मार गिराया


पाक घुसपेठिए को मार गिराया

(विनोद नेगी)

जम्मू (साई)। भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर में राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर एक पाकिस्तानी घुसपैठिये को मार गिराया और घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी है। सेना के सूत्रों ने साई न्यूज को बताया है कि कल रात राजौरी के नौशेरा सैक्टर के पोखरा इलाके में एक घुसपैठिये को देखा गया। ललकारने पर उसने भागने की कोशिश की,तो सैनिकों ने उसे गोली मार दी।
सेना के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सैनिकों ने उसका शव कल नौशेरा पुलिस को सौंप दिया। उसकी पहचान मोहम्मद मकसूद बताई गई है और वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भिम्बर जिले का निवासी था। उसके पास से पाकिस्तानी मुद्रा और कुछ कागज मिले जिनपर कुछ टेलीफोन नम्बर लिखे हुए हैं।

चंडीगढ़ : तिवारी को भरोसा यूपीए करेगी कार्यकाल पूरा


तिवारी को भरोसा यूपीए करेगी कार्यकाल पूरा

(विक्की आनंद)

चंडीगढ़ (साई)। केंद्र ने कहा है कि यूपीए सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी क्योंकि उसे अपने सहयोगी दलों का और बाहर से भी समर्थन प्राप्त है। डीएमके पार्टी के सरकार से बाहर से भी समर्थन वापस लेने के फैसले के बाद सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने चंडीगढ़ में इन खबरों का खंडन किया कि सरकार को किसी प्रकार का खतरा है। श्री तिवारी ने इसे मीडिया के दिमाग की उपज बताया।
उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक दल ने सरकार की स्थिरता के ऊपर कोई सवाल नहीं उठाया है यूपीए को अपने घटक दलों का समर्थन है। बाहर की जो ताकते हैं, राजनीतिक ताकतें हैं उनका भी समर्थन है। उधर, भारतीय जनता पार्टी के नेता बलबीर पुंज ने कहा कि डीएमके के समर्थन वापस लेने के बाद मध्यावधि चुनाव की संभावना बढ़ गई है। डीएमके ने जब से समर्थन वापस लिया है, तब से देश में पूरी तरह से राजनीतिक अस्थिरता का वातावरण है और उस राजनीतिक अस्थिरता के वातावरण में राजनीतिक दल जो हैं मध्यावधि चुनाव की संभावनाओं पर विचार करते हैं, जिसमें कोई गलत नहीं है।

आजम ने किया आड़वाणी के चरित्र पर हमला


आजम ने किया आड़वाणी के चरित्र पर हमला

(दीपांकर श्रीवास्तव)

लखनऊ (साई)। सपा सुप्रीमो नेताजी यानी मुलायम सिंह यादव भले ही भाजपा के कथित लौह पुरूष एल.के.आड़वाणी की तारीफ में यह कहकर कशीदे गढ़ें कि आड़वाणी कभी झूठ नहीं बोलते पर मुलायम के सहयोगी आजम खान ने आड़वाणी को कमजोर चरित्र वाला करार दे दिया है। सियासी गलियारों में कमजोर चरित्र के मायने लंगोट का ढीला से लगाया जाता है।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ दल समाजवादी पार्टी (एसपी) के प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की तारीफ किए जाने से पैदा हुई अटकलों के बीच राज्य के आला काबीना मंत्री आजम खान ने आडवाणी को श्कमजोर चरित्रश् का नेता करार दिया है।
आजम खान ने बुंदायू में कन्या विद्याधन समेत विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को चेक वितरित करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में एसपी प्रमुख द्वारा आडवाणी की तारीफ किए जाने संबंधी सवाल पर कहा आडवाणी बाबरी मस्जिद गिराने के दोषी हैं। वह पाकिस्तान बनवाने वाले मोहम्मद अली जिन्ना की मजार पर माथा टेकते हैं और उन्हें धर्मनिरपेक्ष करार देते हैं। दरअसल आडवाणी कमजोर चरित्र वाले नेता हैं।
आजम ने कहा कि जिस न्यायाधीश ने आडवाणी को बाबरी मस्जिद गिराने के आरोप से बरी किया उसने वह फैसला देने के साथ ही नौकरी से इस्तीफा भी दे दिया, क्योंकि वह जानते थे कि जिसे वह बरी कर रहे हैं वह मुजरिम है। उन्होंने कहा कोई भी मुजरिम कभी नहीं कहता कि उसने कत्ल किया है। मुजरिम हमेशा बुजदिल और कमजोर होता है।

राजस्‍थान : रेल दौड़ पड़ी इंजन के बिना!


रेल दौड़ पड़ी इंजन के बिना!

(शैलेन्द्र)

जयपुर (साई)। रेल मंत्री पवन कुमार बंसल भले ही रेल सुरक्षा जीवन रक्षा का नारा बुलंद कर रहे हों, यात्री किराए और माल भाड़े में बढ़ोत्तरी कर रेल यात्रियों का जीवन सुरक्षित रखने के प्रयास कर रहे हों पर उन्हीं के नुमाईंदे उनकी इस मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं।
राजस्थान के जोधपुर में रेलवे प्रशासन की लापरवाही के चलते बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस बीती रात बिना इंजन करीब 25 किलोमीटर तक दौड़ गयी। सूत्रों के अनुसार यह ट्रेन न केवल एक घंटे तक बिना इंजन दौड़ती रही, बल्कि उत्तरलाई स्टेशन पर पाइंट नहीं बदला गया होता, तो यह कालका एक्सप्रेस से भी टकरा जाती।
इसमें सैकड़ों यात्री सवार थे। बाद में एक घंटे बाद इंजन भेज कर ट्रेन को वापस बाड़मेर लाया गया। घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही रेलवे महकमे में अफरा तफरी मच गयी। घटना की सूचना मिलते ही जोधपुर रेल मंडल के आला-अफसर बाड़मेर पहुंच गये और स्थिति की जानकारी ली।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बाड़मेर यार्ड के कैरेज स्टाफ ने मालानी एक्सप्रेस के निकलने के बाद शाम 845 बजे यार्ड में खड़ी गुवाहाटी एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 15631) को बिना इंजन लगाये रिलीज कर दिया। ऐसे में ऊंचाई पर स्थित यार्ड से ट्रेन बिना इंजन 40/50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ गयी। जैसे ही ट्रेन बिना इंजन दौड़ी स्टाफ को इसकी जानकारी मिली।
ऐसे में बाड़मेर स्टेशन से उत्तरलाई स्टेशन पर हाथोंहाथ इसकी सूचना दी। उधर, उत्तरलाई पर पहुंची हरिद्वार-बाड़मेर कालका को मुख्य लाइन पर रोक कर पॉइंट बदला गया। कुछ ही मिनट के फासले पर गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन वहां से गुजर गयी और कवास स्टेशन की ओर बढ़ गयी। अगर उत्तरलाई स्टेशन पर समय रहते कालका ट्रेन को रोक कर पॉइंट नहीं बदला जाता, तो सैकड़ों यात्रियों की जान खतरे में पड़ जाती। बाद में इंजन भेज कर गुवाहाटी एक्सप्रेस को वापस बाड़मेर स्टेशन लाया गया।

मेरठ : किसानों का धरना जारी


किसानों का धरना जारी

(एस.के.धीमान)

मेरठ (साई)। भारतीय किसान मजदूर संगठन द्वारा किसान अधिकार धरना आज 27वंे दिन भी लगातार जारी रहा। पूर्व घोषणा के अनुसार आज का धरना किसान महापंचायत के रूप मंे हुआ। जिसमें मेरठ के अतिरिक्त मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, सहारनपुर, पीलीभीत, हापुड आदि अनेक जनपदों से हजारों किसान बसों व ट्रोलियों में महापंचायत में पहुंचे। दिनांक 26 फरवरी 2013 से चल रहा धरना सरकार की उदासीनता के कारण इतने लम्बे समय से चल रहा है। लेकिन किसान इससे कतई भी हताश नहीं है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार बी0एम0 सिंह ने महापंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज मुद्दा क्या है, क्यों आज यह महापंचायत बुलानी पड़ी। चूंकि आज पूरा देश जान गया है कि इस धरने के कारण किसान खड़ा हो चुका है और वह अपने दोनों मुद्दों को धरने के माध्यम से मजबूती से रख रहा है। मुद्दों से कोई भटकाव न हो इसलिए मैंने मुददों को ही प्रमुखता दी है। आप सब की ताकत को देखकर जितनी खापों ने हमें आशीर्वाद दिया है वह मुझे नहीं आपकी ताकत, संगठन तथा आपके मजबूती से खड़े होने को दिया है। इस आर्शीवाद के बाद मेरी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। जहां-जहां भी कभी बी0एम0 सिंह ने धरना किया है संगठन के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने हमेशा पीछा रहकर मदद की है। यहां बहुत से लोग इस धरने को भी तन-मन-धन से सहयोग कर रहे हैं। जिनका किसान और किसानी से कोई लेना देना नहीं है। वह केवल चाहते हैं कि आपके संघर्ष की वजह से आप अपने पैरों पर खडे हों और अपना हक लेने के लिए आगे आयें। उन्होंने कहा आज आपकी ताकत बहुत ज्यादा बढ़ी है। जहां तक धरने का सवाल है दिनांक पिछली 07 मार्च को एम0एन0 कृष्णामणी अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट बार एसेासिएशन ने आकर उत्तर प्रदेश सरकार को चेताया था कि वह सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट द्वारा किसानों के हितों में दिये गये निर्णयों को तुरन्त लागू करे अन्यथा संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार यदि सूबे की सरकार निर्णयों को लागू नही कर रही है तो केन्द्र सरकार की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह तत्काल प्रभाव से ऐसी सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन की घोषणा करे ताकि न्यायालयों के आदेशों का क्रियान्वयन किया जा सके। इसके बाद दिनांक 16 मार्च को किसान पंचायत का आयोजन किया गया तथा आज महापंचायत की जा रही है। आपकी ताकत और आपको संगठित देखकर ऐसा नहीं है कि सरकार की ओर से कुछ नहीं किया जा रहा है। सरकार हरकत में आयी है और जो पिछले डेढ साल में नहीं हुआ वह आपके धरने के कारण सरकार द्वारा 13, 14 मार्च को उत्तर प्रदेश की सारी गन्ना समितियों के अधिकारियों को हमारे दोनो मुद्दों के ऊपर लखनऊ बुलाया गया तथा उनसे गणना करायी गयी कि अर्न्तमूल्य भुगतान तथा विलम्ब से किये गये गन्ना भुगतान पर कितना पैसा किस-किस समिति में बन रहा है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में कार्यरत तमाम चीनी मिलों के अधिकारियों को भी गणना के आंकडे लेकर बुलाया गया। हमारे दोनों मुद्दों पर सरकार सहमत है परिणामस्वरूप कुछ चीनी मिलों ने ब्याज का भुगतान शुरू भी कर दिया है। लेकिन हम इतने भर से सन्तुष्ट नहीं है। क्योंकि हम चाहते हैं कि न्यायालय के आदेश का सरकार और चीनी मिलें अक्षरशः पालन करें। मैं चाहता हूं कि हमारा पूरा दबाव किसानों के अवशेष भुगतान पर रहेगा। यदि चीनी मिलों को किसानों को ब्याज देना पड़ता है तो आप निश्चित समझिये कि चीनी मिलों द्वारा तैयार दलालों का उसी दिन खात्मा हो जायेगा जिस दिन से ब्याज मिलना शुरू हो जायेगा और इसका सबसे ज्यादा फायदा उन छोटे किसानों को होगा जो हमेशा इन दलालों के चंगुल में रहते हैं साथ ही ब्याज मिलने से यह भी तय हो जायेगा कि चीनी मिल भविष्य में कभी भी किसान का गन्ना मूल्य 14 दिन से अधिक रोकने की हिम्मत नहीं कर पायेगा। हम यह चाहते हैं कि इन दोनों मुद्दों पर सरकार जो भी जी00 जारी करती है। उसकी एक-एक प्रति हमें दी जाए और किस समिति में कितना पैसा है और किस चीनी मिल को देना है यह भी हमें स्पष्ट लिखकर मिलना चाहिए। ताकि सरकारें पहले की तरह वादा खिलाफी न कर सके और उन्होंने अन्त में कहा कि किसानों को साथ लाने का काम मुझे लगता है कि वह पूरा हो गया है और मुझे आज यह विश्वास भी मिला है कि किसान संगठित होकर अपने हकों के लिए खड़ा भी हुआ है। मैंने कभी कोई वायदा नहीं किया लेकिन मैं आज आप लोगों से वायदा करता हूं कि आपको पिछले साल शुरू से ब्याज मिलेगा और इस साल का भी ब्याज दिलवा कर रहूंगा और जब आपके खातों में ब्याज का पैसा आ जायेगा तब मेरठ में विजय दिवस मनाया जायेगा।
आज महापंचायत को कैप्टन जे0पी0एस0 राणा अध्यक्ष सीनियर सिटीजन वेलफेयर एसोसिएशन ने आन्दोलन को अपना पूर्ण समर्थन दिया। मुजफ्फरनगर की शोरम खाप के राजपाल पहलवान व सुभाष बालियान सुपौत्र स्व0 चौ0 कबूल सिंह ने ख्ुाला समर्थन सर्व खाप की ओर दिया तथा सरदार बी0एम0 सिंह को किसानों का सच्चा हितैषी बताया। महबूब आलम संयोजक किसान कामगार एवं विद्युत उपभोक्ता कल्याण समिति ने भी समर्थन किया। आज भगवानपुर चट्टावन, रसूलपुर गावंडी, हंसुपुरा व अनेकों गांवों से धरने के लिए आर्थिक मदद भी की गयी है जिसमें विशेष रूप से भुजवीर सिंह, धर्मवीर एडवोकेट, दिनेश चौहान ने समस्त ग्रामवासियों की ओर से 11,000/- रूपये का योगदान किया।
आज महापंचायत को वीर अभिमन्यु, रणधीर सिंह जन सेवक, पवन कुमार वाल्मीकि, श्री ओमवीर सिंह बाबा, विरेन्द्र प्रमुख, राहुल ढाहना, सहन्सरपाल झिटकरी, चौ0 उधम सिंह, विकास बालियान, जितेन्द्र सिवाया, मेजर डा0 हिमान्शू, ठा0 रणधीर सिंह, राजवीर सिंह, बाबू राम बालियान, डा0 धर्मवीर सिंह राठी, चौ0 यशपाल सिंह, चौ0 जगत सिंह पूर्व एम0एल0सी0, महेन्द्र प्रधान जसड़, श्यामवीर सिंह, धर्मवीर कटोच, चौ0 रणपाल सिंह सदस्य जिला पंचायत, रामवीर सिंह, राजीव चौधरी, सर्वजीत सिंह, मदन गुर्जर, सरदार दर्शन सिंह बढ़ला, देहाती फिल्म अभिनेता उत्तर कुमार तथा प्रिंयाशी, साईमा जमीर, नेहा त्यागी, श्रीमति राम दुलारी, पूनम ढिलन आदि ने सम्बोधित किया। आज अध्यक्षता कैप्टन जी0पी0एस0 राणा ने तथा संचालन चौ0 उपेन्द्र सिंह गजरौला ने किया। 

सिवनी : महिला सशक्तिकरण पर हुआ फिल्म फेस्टिवल


महिला सशक्तिकरण पर हुआ फिल्म फेस्टिवल

(शिवेश नामदेव)

सिवनी (साई)। महिला को विधाता से मिला है धरा सा धैर्य, नदी सी चंचलता, पर्वत सी उचाई, सुबह के सूरज सी गुनगुनाती धूप, पूर्णिमा के चांद सा सौंर्दय। कोमलता महिलाआंे का केवल बाहरी रूप है। एक नारी अपने में आ जाए तो पर्वतों को हिला सकती है, षर्म को भी षर्मिंदा कर सकती है। महिलाआंे की षक्ति, उनकी समस्याएं और समाधान पर कें्रदित था, यूथ फिल्म फेस्टिवल का तीसरा सप्ताह, जिसे नाम दिया गया था पॉवर ऑफ वूमन। महिला सषक्तिकरण पर कें्रदित ये फिल्म फेस्टिवल षहर के मध्य में स्थित दलसागर चौपाटी में सम्पन्न हुआ है। ये फिल्म फेस्टिवल यहां के युवाओं द्वारा संचालित संस्था फलाह द्वारा कराया जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये फिल्म फेस्टिवल तीन सप्ताहों का था, इस दौरान हर रविवार की षाम, दलसागर चौपाटी में अलग अलग विसयों पर कं्रेदित फिल्में दिखाई गईं। इस कार्यक्रम मेें कॉफी संख्या में महिलाआंे ने भाग लिया। वहां उपस्थित लोगांे के अनुसार इस तरह के कार्यक्रम समाज को एक नई दिषा देतेे हैं और इस तरह के आयोजन होते रहने चाहिए। इस आयोजन में महिलाआंे ने खुलकर अपनी समस्याएं रखीं तथा उनके समाधान पर आपसी चर्चा भी की। बालाघाट से आईं सेव दा गर्ल चाइल्ड संस्था की प्रमुख तापसी नाथ के अनुसार महिलाओं को अपनी समस्याआंे के समाधान के लिए खुद ही कदम बढाने होंगे। वहीं कॉलेज की छात्रा श्रद्वा मिश्रा के अनुसार अब महिलाओं को अपना दायरा बढाना होगा। इस फिल्म फेस्टिवल में षार्ट मूविज का प्रदर्षन किया गया साथ ही जो महिलओं की समस्याओं पर थीं, साथ गिटार बैंड द्वारा ओ री चिरैया नन्ही सी चिढिया, ओ रेे मनवा तू तो बाबरा है और अगले जनम मोहे बिटिया न किजजो जैसे गाने प्ले किए गए।

कैथल : सुरजेवाल की सीडी से हड़कंप


सुरजेवाल की सीडी से हड़कंप

(राजकुमार अग्रवाल)

कैथल (साई)। इनैलो विधायक अभय चौटाला द्वारा कांग्रेसी दिग्गज और हरियाणा के मंत्री रणदीप सुरजेवाला के पिता श्री शमशेर सिंह सुरजेवाला की कथित सीडी प्रकरण उजागर करने से राज्य की राजनीति में हडकंप मच गया है, वहीं इस सीडी प्रकरण को लेकर खुफिया तंत्र भी सक्रिय हो गया है और जानकारी प्राप्त करने में जुट गया है कि सत्यता क्या है? सीडी कहां से और कैसे बनी, किसने बनाई और इनैलो के हाथ कैसे लगी, सीडी में दिखाई गई लड़की कौन है, किस उद्देश्य को लेकर शमशेर सुरजेवाला से मिली थी और अब वह कहां है। इनैलो विधायक अभय चौटाला ने उक्त लड़की जिंदा है या मरवा दिया है, कहकर स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग कर खलबली मचा दी है। इधर भाजपा ने कांग्रेस नेताओं का सैक्स से पुराना संबंध बताते हुए कथित सीडी को लेकर इनैलो के साथ-साथ कांग्रेसी नेताओं पर तीर चलाने शुरू कर दिए है। कांग्रेस के कई दिग्गजों ने भी राजनेताओं के लिए शुभ संकेत न बताते हुए विपक्ष की हां-में-हां मिलाई है। भाजपाईयों नेता कृष्ण पाल गुर्जर के अनुसार भारतीय सैनिकों का सिर कलम करने वाले पाकिस्तान के साथ-साथ कांग्रेस की नीतियों से लगता था, कि कांग्रेस ना मर्द है, मगर सैक्स सीडी से संकेत मिलते है कि कांग्रेसी अंतिम समय तक भी मर्द बने रहना चाहते है। उम्र के अंतिम पड़ाव में एनडी तिवाडी प्रकरण चल ही रहा था, कि सुरजेवाला चर्चा में आ गए है। ‘‘प्रैसवार्ता’’ को मिली जानकारी अनुसार खुफिया तंत्र इसे एक राजनीतिक साजिश मानकर चल रहा है, क्योंकि इससे पूर्व तत्कालीन कांग्रेसी सांसद आत्मा सिंह गिल भी चरित्र हनन की चपेट में आ चुके है। सीडी प्रकरण ने प्रदेश की राजनीति में एक तूफान खड़ा कर दिया है और इसी के साथ ही सीडी प्रकरण ने कई प्रश्नों को जन्म दे दिया है, जो खुफिया तंत्र के लिए किसी चुनौती से कम नहीं आंका जा रहा।

रायपुर : महिला सशक्तिकरण में छत्तीसगढ़ बना देश का अग्रणी राज्य: डॉ. रमन सिंह


महिला सशक्तिकरण में छत्तीसगढ़ बना देश का अग्रणी राज्य: डॉ. रमन सिंह

(एन.के.श्रीवास्तव)

रायपुर (साई)। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि महिला सशक्तिकरण के मामले में छत्तीसगढ़ की पहचान अब देश के एक आदर्श और अग्रणी राज्य के रूप में होने लगी है, जहां पंचायतों में 50 प्रतिशत आरक्षण का लाभ उठाकर ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों और जिला पंचायतों में लगभग 56 प्रतिशत पदों पर महिलाओं को नेतृत्व करने का अवसर मिला है और वे गांवों के विकास के लिए आत्मविश्वास के साथ काम कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ किसानों की मेहनत से कृषि उत्पादन में कीर्तिमान बना रहा है। डॉ. रमन सिंह ने राज्य के अंतिम छोर के अंतिम गांव, अंतिम घर और अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए सभी लोगों से मिलकर काम करने का आव्हान किया।
मुख्यमंत्री राजनांदगांव जिले के विकासखण्ड राजनांदगांव स्थित ग्राम आलीखुंटा, रानीतराई और महाराजपुर में ग्रामीणों की विशाल आमसभाओं को सम्बोधित कर रहे थे। डॉ. सिंह ने आम सभाओं में जनता को गांव, गरीब और किसानों तथा समाज के विभिन्न वर्गाे की बेहतरी के लिए राज्य सरकार के ताजा फैसलों की भी जानकारी दी। मुख्यमंत्री के सघन जनसम्पर्क दौरे में उमड़ते जनसैलाब ने उनका गर्मजोशी के साथ आत्मीय स्वागत किया। डॉ. रमन सिंह ने भी बड़ी आत्मीयता से बुजुर्ग महिलाओं और पुरूषों, बच्चों और स्थानीय ग्रामीणों से उनके पास जाकर मुलाकात की और उनका हाल-चाल पूछा।  डॉ. सिंह ने इन आमसभाओं में बड़ी संख्या में स्थानीय विकास और निर्माण कार्याे का भूमिपूजन, शिलान्यास और लोकार्पण किया। उन्होंने सभी लोगों को आगामी रंगपर्व होली की बधाई और शुभकामनाएं दी।
डॉ. रमन सिंह ने ग्राम आलीखुंटा में दस लाख रूपए की लागत से निर्मित मिनी स्टेडियम, तीन लाख रूपए की लागत से निर्मित आंगनबाड़ी भवन और दो लाख रूपए की लागत से साहू पारा में निर्मित सामुदायिक भवन का लोकार्पण तथा लगभग आठ लाख 45 हजार रूपए की लागत से ढोरसा तालाब के गहरीकरण कार्य का भूमिपूजन किया। उन्होंने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल की योजनाओं के तहत 48 महिला श्रमिकों को सिलाई मशीन और छह महिला श्रमिकों को सायकल तथा 140 पुरूष श्रमिकों को कुली से संबंधित कार्याे के लिए औजारों का निःशुल्क वितरण किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने 16 ग्रामीणों को अंत्योदय राशन कार्ड प्रदान कर शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ग्राम आलीखुंटा में मंगल भवन निर्माण, गली कांक्रीटीकरण और प्राथमिक शाला मे अहाता निर्माण के कार्याे के लिए भी स्वीकृति प्रदान कर दी।
डॉ. सिंह ने ग्राम महाराजपुर में कृषि विभाग द्वारा आयोजित किसान मेला-सह-संगोष्ठी में आठ किसानों को खेतों में डबरी निर्माण के लिए 80 हजार रूपए के मान से कुल छह लाख 40 हजार रूपए की अनुदान राशि का वितरण किया। डॉ. सिंह ने वहां कृषि विभाग की अनुदान योजनाओं के तहत 51 किसानों को उन्नत कृषि उपकरणों के लिए लगभग सात लाख 65 हजार रूपए के चेक, विद्युत सिंचाई पम्प के लिए चार किसानों को दस हजार रूपए के मान से 40 हजार रूपए के चेक प्रदान किए। डॉ. रमन सिंह ने किसान मेले में 72 किसानों को आत्मा योजना के तहत किसान संगवारी के रूप में 67 हजार 700 रूपए के चेक दिए और राष्ट्रीय बागवानी मिशन की योजना के तहत दो किसानों को ट्रेक्टर खरीदने के लिए तीन लाख रूपए की अनुदान राशि का वितरण भी चेक के माध्यम से किया। उन्होंने वहां नौ लाख 76 हजार रूपए की लागत से नाला गहरीकरण कार्य का भूमिपूजन भी किया। डॉ. सिंह ने महाराजपुर में असंगठित क्षेत्र की एक दर्जन महिला श्रमिकों को निःशुल्क सिलाई मशीन, सात महिला श्रमिकांे को निःशुल्क सायकल और 69 पुरूष श्रमिकों को कुली कार्य के लिए औजारों का निःशुल्क वितरण किया। मुख्यमंत्री ने ग्राम रानीतराई में आयोजित कार्यक्रम में वहां अगले बजट में हाई स्कूल भवन तथा मैदान समतलीकरण और सांस्कृतिक भवन निर्माण के लिए राशि मंजूर करने की घोषणा की। डॉ. सिंह ने कहा कि रानीतराई में पेयजल समस्या का भी जल्द निराकरण किया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर जिला कलेक्टर को रानीतराई में आगामी सीजन में धान खरीदी उपकेन्द्र खोलने के भी निर्देश दिए।
डॉ. रमन सिंह ने इन सभी आम सभाओं में ग्रामीणों को राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया। डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जिसने अपने यहां के गरीबों और जरूरतमंद लोगों को खाद्य सुरक्षा कानून बनाकर सस्ता अनाज प्राप्त करने का अधिकार दिया है। युवाओं को स्व-रोजगार तथा रोजगार के लिए प्रशिक्षित करने के उददेश्य से विधानसभा के हाल ही में हुए बजट सत्र में कौशल विकास अधिकार विधेयक लाकर इसे कानून का दर्जा दिया है। कौशल विकास अधिकार विधेयक पारित करने के मामले में भी छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बन गया है। प्रदेश सरकार खेतिहर महिला श्रमिकों को निःशुल्क औजार देने जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जातियों, जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गाे के विद्यार्थियों तथा जरूरतमंद आवेदकों को जाति प्रमाण पत्र आसानी से मिल सके, इसके लिए भी विधानसभा के बीते बजट सत्र में विधेयक पारित कर सम्पूर्ण प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। ऐसा करने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है। इतना ही नहीं बल्कि प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत श्रमिकों को अपनी ओर से 50 अतिरिक्त दिनों का रोजगार देने का भी निर्णय लिया है। इस प्रकार छत्तीसगढ़ देश का पहला ऐसा राज्य होगा, जहां मनरेगा में श्रमिकों को प्रति वर्ष डेढ़ सौ दिनों का रोजगार मिलेगा। मनरेगा में कार्यरत गर्भवती महिला श्रमिकों को एक माह की मजदूरी सहित प्रसूति अवकाश भी दिया जाएगा।  डॉ. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना सहित आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से नन्हे बच्चों और गर्भवती माताओं के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी दी। जनसभाओं को लोकसभा सांसद श्री मधुसूदन यादव ने सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री के इन सभी कार्यक्रमों में प्रदेश के वाणिज्य और उद्योग मंत्री तथा जिले के प्रभारी श्री राजेश मूणत, राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री लीलाराम भोजवानी, राज्य बीस सूत्रीय कार्यक्रम समिति के उपाध्यक्ष श्री खूबचन्द पारख, छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के सदस्य श्री पुरूषोत्तम गांधी, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री शशिकांत द्विवेदी और अन्य अनेक जनप्रतिनिधि, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी तथा कलेक्टर श्री अशोक अग्रवाल सहित सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।