सोमवार, 2 जनवरी 2012

दोनों चरणों के कार्यकारी सारांश में है गंभीर त्रुटी


0 घंसौर को झुलसाने की तैयारी पूरी . . . 42

दोनों चरणों के कार्यकारी सारांश में है गंभीर त्रुटी

बिना देखे सुने पीसीबी ने लगा दी मुहर!



(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। मशहूर उद्योगपति गौतम थापर के स्वामित्व वाले अवंथा समूह के सहयोगी प्रतिष्ठान मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड द्वारा केंद्र सरकार की छटवीं अनुसूची में शामिल देश के हृदय प्रदेश के सिवनी जिले के आदिवासी बाहुल्य विकास खण्ड घंसौर में संरक्षित बिनैकी वन में स्थापित होने वाले 1200 मेगावाट के कोल आधारित पावर प्लांट के दोनों चरणों के कार्यकारी सारांश में गंभीर त्रुटियां होने के बाद भी मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के अधीन काम करने वाले प्रदूषण नियंत्रण मण्डल और केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा इसकी स्वीकृति दिए जाने से अनेक संदेह यक्ष प्रश्न बनकर रह गए हैं।
22 अगस्त 2009 को संपन्न पहले चरण की लोकसुनवाई के लिए मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड के कार्यकारी सारांश में संयंत्र का अक्षांश 22 डिग्री 43 मिनिट और 28 सेकन्ड से 22 डिग्री 44 मिनिट और 35 सेकन्ड दर्शाया गया है। इसके साथ ही साथ देशांस में 79 डिग्री, 54 मिनिट और 10 सेकन्ड से 79 डिग्री 55 मिनिट और 47 सेकन्ड दर्शाया गया है।
इसके उपरांत दूसरे चरण के लिए 22 नवंबर 2011 को संपन्न लोकसुनवाई में संयंत्र की स्थिति ही बदल दी गई है। अब यह संयंत्र अक्षांश में 22 डिग्री 43 मिनिट और 40 सेकन्ड से 22 डिग्री 44 मिनिट और 20 सेकन्ड तथा देशांस में 79 डिग्री 54 मिनिट और 35 सेकन्ड से 79 डिग्री, 55 मिनिट और 35 सेकन्ड तक दर्शाया गया है। इन दोनों में टोपो शीट का नंबर 55 एन/14 ही दर्शाया गया है।
इसके अलावा पहले चरण में निकटतम राष्ट्रीय राजमार्ग या राज्य मार्ग में 40 किलोमीटर दूर एनएच 07 का होना तथा दूसरे चरण में इसी एनएच 07 की दूरी उत्तर पश्चिम में 40 से घटकर महज 18 किलोमीटर ही रह गई है। इतना ही नहीं मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड का दूसरे चरण का संयंत्र जहां लग रहा है उससे राज्य मार्ग नंबर 40 दक्षिण दिशा में आठ किलोमीटर दूर दर्शाया गया है।
सवाल यह उठता है कि झाबुआ पावर लिमिटेड के इस पावर प्लांट का प्रथम चरण और द्वितीय चरण के संयंत्र के बीच क्या 22 किलोमीटर का फासला है? अगर है तो दोनों ही ग्राम बरेला में कैसे संस्थापित हो रहे हैं? मतलब साफ है कि मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड के ‘‘किसी बड़े दबाव‘‘ के चलते मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मण्डल, मध्य प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन सिवनी के साथ ही साथ केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने भी इतनी गंभीर त्रुटि और विसंगति होने के बाद भी इसकी संस्थापना के लिए हरी झंडी प्रदान कर दी है, जो वाकई शोध का विषय ही कही जाएगी।
यह सब देखने सुनने के बाद भी केंद्र सरकार का वन एवं पर्यावरण मंत्रालय, मध्य प्रदेश सरकार, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मण्डल, जिला प्रशासन सिवनी सहित भाजपा के सांसद के.डी.देशमुख विधायक श्रीमति नीता पटेरिया, कमल मस्कोले, एवं क्षेत्रीय विधायक जो स्वयं भी आदिवासी समुदाय से हैं श्रीमति शशि ठाकुर, कांग्रेस के क्षेत्रीय सांसद बसोरी सिंह मसराम एवं सिवनी जिले के हितचिंतक माने जाने वाले केवलारी विधायक एवं विधानसभा उपाध्यक्ष हरवंश सिंह ठाकुर भी गौतम थापर या संयंत्र प्रबध्ंान से यह पूछने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं कि आखिर यह सब हो कैसे पा रहा है? इस मामले में विधानसभा में भी किसी के द्वारा प्रश्न न लगाया जाना साफ दर्शाता है कि विकास के नाम पर आदिवासियों का शोषण करने पर आमदा भाजपा सरकार का साथ कांग्रेस किस तरह चुपचाप दे रही है।

(क्रमशः जारी)

नए साल में नई टीम बना सकते हैं मनमोहन


बजट तक शायद चलें मनमोहन . . . 64

नए साल में नई टीम बना सकते हैं मनमोहन

परफार्मेंस के आधार पर होगा फैसला



(लिमटी खरे)


नई दिल्ली (साई)। घपले, घोटालों और भ्रष्टाचार के सारे कीर्तिमान ध्वस्त करने वाली उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार ने एक के बाद एक मंत्रियों को हटाने की कवायद का लाभ बसपा को मिलता देख मनमोहन सिंह ने भी अब मंत्रीमण्डल की शुद्धि का मन बना ही लिया है। मास्को से वापसी के दौरान वजीरे आजम मनमोहन सिंह ने इस बात के संकेत दिए थे कि जल्द ही उनके मंत्रीमण्डल में फेरबदल और विस्तार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के सूत्रों का कहना है कि वजीरे आजम की इच्छा के अनुरूप हर मंत्रालय से उसके परफार्मेंस के आधार पर रिपोर्ट कार्ड तलब किया गया है। अगर प्रधानमंत्री की चली तो मंत्रियों का भाग्य उनके रिपोर्ट कार्ड यानी प्रदर्शन पर ही निर्भर करेगा। मनमोहन सिंह ने गैर राजनैतिक लोगों के माध्यम से एक दर्जन से ज्यादा महात्वपूर्ण क्षेत्रों को चिन्हित किया है, जो आने वाले समय में यूपीए सरकार के एजेंडे में सबसे उपर होंगे।
पीएमओ के सूत्रों ने आगे कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अति विश्वस्त पीएम के प्रधान सचिव पुलक चटर्जी को सरकार के कामों और इन क्षेत्रों के सार्वजनिक कार्यक्रमों की मासिक मानिटरिंग के लिए अधिकृत किया गया है। मंत्रालयों को निर्देशित भी किया गया है कि वे अपनी उपलब्धियों एवं लक्ष्य के लिए समय सीमा निर्धारित कर उसमें पूरा करने का प्रयास करे। जिन विकास के कामों के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय की मदद की दरकार है उसके लिए पीएमओ से मदद ली जाए।
सूत्रों ने कहा है कि पीएमओ को हर मंत्रालय की मासिक रिपोर्ट हर हाल में महीने की पांच तारीख को मिल जाए। पीएमओ द्वारा एकजाई समग्र प्रतिवेदन हर माह की 12 तारीख को जारी किया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि त्रणमूल कांग्रेस और द्रमुक को अधिक स्थान देने के लिए मंत्रीमण्डल में जल्द ही विस्तार की उम्मीद है। पूस के महीने के समाप्त होते ही द्रमुक के दो तो त्रणमूल के एक संसद सदस्य को लाल बत्ती से नवाजा जाएगा।

(क्रमशः जारी)

जमकर छलकी मंत्राईन की पार्टी में शराब


जमकर छलकी मंत्राईन की पार्टी में शराब

अल्पसंख्यक मंत्री की पत्नि ने दी बड़े दिन पर शानदार पार्टी



(विपिन सिंह राजपूत)

नई दिल्ली (साई)। कांग्रेस का अल्पसंख्यक चेहरा समझे जाने वाले केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री सलमान खुर्शीद के घर ईसा मसीह के जन्म दिन का त्योहार क्रिसमस काफी धूमधाम से मनाया गया। सर्वधर्म सम्भाव की मिसाल कायम करते हुए सलमान खुर्शीद की मूलतः मसीही समाज से ताल्लुक रखने वाली धर्मपत्नि लुईस फर्नाडिस ने बड़े दिन के अवसर पर एक दावत का अयोजन किया।
इस दावत में देश के अर्थ तंत्र को संचालित करने वाले शीर्ष औद्योगिक घरानों के नुमाईंदों को विशेष तौर पर बुलवाया गया था। कुछ उद्योगपति तो खुद ही पहुंचे तो कुछ ने अपने प्रतिनिधियों को इस पार्टी में शिरकत करने भेज दिया था। सलमान खुर्शीद के करीबी सूत्रों की मानें तो उनकी पत्नि लुईस ने सहारा एडीएजी, सुपरटेक, यूनीटेक आदि को तो व्यक्तिगत तौर पर आमंत्रित किया था।
इस पार्टी से कांग्रेस के पदाधिकारियों ने खुद को दूर ही रखा। इसमें कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब बने टीम अण्णा के सबसे करीबी सहयोगी अरविंद केजरीवाल के परम मित्र सांसद संदीप दीक्षित की माता और दिल्ली की निजाम श्रीमति शीला दीक्षित, केंद्रीय मंत्री पलनिअप्पम चिदम्बरम, आनंद शर्मा, पवन बंसल, वीर भद्र सिंह आदि भी पहुंचे। यह पार्टी चर्चा में इसलिए आ गई क्योंकि इसमें शराब जमकर छलकी।

ठाणे ने मचाई देश में दशहत


ठाणे ने मचाई देश में दशहत

बारिश, ओले से बढ़ी ठंड

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। समुद्री चक्रवात ठाणे ने देश भर में हलचल मचाकर रख दी है। इसके चलते देश के अनेक स्थानों में बारिश, ओले मवाठे गिरने की खबर है। दिल्ली में मौसम में उथल पुथल साफ दिख रही है। देश भर में अनेक स्थानों पर हुई बारिश ने नए साल के प्रोग्राम में रंग में भंग डाल दी है।
नए साल के आगज के पहले ही दिन रात में बारिश के बाद दिल्लीवासी सोमवार सुबह जब उठे तो आसमान में बादल छाए हुए थे लेकिन उन्हें ठंड से थोड़ी राहत महसूस हुई क्योंकि न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है। मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार का न्यूनतम तापमान रविवार के 8.4 डिग्री सेल्सियस से तीन डिग्री अधिक था। अधिकतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रात के समय 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई।
सुबह के समय हल्का कोहरा था लेकिन इसका इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमानों के परिचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार की सुबह तापमान कुछ गिरावट के साथ सात डिग्री सेल्सियस हो सकता है। जबकि दिन के समय अधिकतम तापमान बढ़कर 20 डिग्री सेल्सियस हो सकता है। गत महीने क्रिसमस के दिन सुबह में न्यूनतम तापमान गिरकर 2.9 डिग्री सेल्सियस हो गया था जो कि इस मौसम का सबसे कम तापमान है।
जयपुर साई ब्यूरो से शैलेन्द्र ने बताया कि प्रदेश में कई स्थानों पर मावठ की बारिष और ओले गिरने के समाचार है। बारिष होने से ठंड का प्रकोप बढ गया है। कोहरे और बादलो के कारण धूप नही निकलने से सर्दी से राहत नही मिल रही है। ठण्ड से बचने के लिए लोग दिन में भी अलाव जलाकर तापते दिखाई दे रहे है। सर्द हवाओे ने ठण्ड का असर और बढा दिया है। उससे सडकों और फुटपाथों पर जीवनयापन करने वाले लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है।
राजस्थान में रेल और सडक यातायात पर भी फर्क पडा है। बीती रात माउंट आबू में पारा शून्य  से दो डिग्री नीचे पहुंच गया। उधर, श्रीगंगानगर में कडाके की ठण्ड और कोहरे को देखते हुए जिला कलेक्टर ने प्राथमिक विघालयों में 7 जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया है। जहां एक ओर सवाईमाधोपुर, भरतपुर, करौली, धौलपुर और कोटा जिले में मावठ होने से फसलो को फायदा पहुॅचा है। अलवर के गोंविदगढ बडोदा कान और कठुमर के एक दर्जन गांव में कल ओले गिरे। ओले गिरने से किसान चिंतित नजर आ रहे है। सवाईमाधोपुर जिले के कुछ गॉवों में बरसात के साथ ओले गिरने से फसलो को नुकसान भी पहुॅचा है।
रायपुर साई ब्यूरो से एन.के.श्रीवास्तव ने बताया कि चक्रवात के असर से  प्रदेश के कई स्थानों पर कल रात से झमाझम बारिश हो रही है। राजधानी रायपुर में आज सुबह से ही बूंदाबांदी शुरू हो गई और देर शाम झड़ी लग गई। बीते चौबीस घण्टों के दौरान रायपुर, माना और राजनांदगांव में सबसे अधिक तीन सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।
 बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात आंध्रप्रदेश और उड़ीसा से होते हुए प्रदेश के उपर सक्रिय है। मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार हालांकि यह चक्रवात कमजोर पड़ गया है लेकिन इसका असर आगामी दो दिनों तक बना रहेगा। बारिश होने से  प्रदेश में सभी संभागों में तापमान सामान्य से अधिक हो गया है। मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार अगले चौबीस घण्टों के दौरान प्रदेश में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज-चमक के साथ बौछारे पड़ने की संभावना है।  बारिश होने से प्रदेश में धान खरीदी के साथ ही फसलें भी प्रभावित हुई हैं। जिन धान खरीदी केन्द्रों में धान का परिवहन नहीं हो पाया था, वहां धान के भिगने की खबर मिली है। वहीं सोसायटियों को भी धान को सुरक्षित बचाए रखने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
शिमला से साई ब्यूरो जाग्रति ने बताया है कि उत्तर पश्चिमी हिमालय के ऊपर फिर से सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के चलते एक बार फिर हिमाचल में वर्षा और बर्फबारी की आस बंधी है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान अनुसार अगले 48 घण्टों के भीतर प्रदेश के निचले इलाकों में गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं जबकि मध्यम व अत्याधिक उंचाई वाले क्षेत्रों में वर्षा केअलावा कहीं-कहीं बर्फबारी भी हो सकती है। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के अधिक शक्तिशाली न होने के कारण राजधानी शिमला का हिमपात को लेकर इंतज़ार लम्बा खिंच सकता है। 
पहाड़ी क्षेत्रों में इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है। देहरादून साई ब्यूरो से संजय कुमार ने खबर दी है कि प्रदेष के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी के साथ ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में बादल छाए रहने से दिन के तापमान में कमी आई है। मौसम विभाग के सूत्रों ने बताया है कि अगले चौबीस घंटों में राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में मामूली बर्फबारी के साथ ही मैदानी इलकों में कहीं-कहीं बूंदा-बांदी की सम्भावना है।
देहरादून में नए साल के पहले दिन मौसम में बदलाव के साथ ही दिन के तापमान में कमी आ गई है। उधर, चमोली जिले में बदरीनाथ, हेमकुण्ड साहिब, फूलांे की घाटी, रूपकुण्ड, तुंगनाथ व रुद्रनाथ सहित ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात हुआ। बादल छाए रहने व बर्फबारी के कारण समूचा जिला कड़ाके की ठण्ड में चपेट में आ गया है।
ठण्ड को देखते हुए जिला प्रषासन ने बस स्टेषन व चौराहों पर यात्रियों के लिए अलाव की व्यवस्था की है। रुद्रप्रयाग जिले की ऊंचाई वाले चोटियों में भी बर्फबारी की सूचना है। इस बीच, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और चम्पावत में बारिष से किसानों में खुषी की लहर दौड़ गई है। साथ ही सूखी ठण्ड से भी लोगों को राहत मिली है।
उत्तर प्रदेश में भी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुए बिना नहीं है। लखनउ साई ब्यूरो से मणिका सोनल ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न भागों में कल से ही हल्की वर्षा हाहो रही है। कई पश्चिमी जिलों में कल औसत वर्षा हुे रही है। कई पश्चिमी जिलों में कल औसत वर्षा हुयीयी जबकि पूर्वी जिलों में कल  जबकि पूर्वी जिलों में कल सुबह से ही रूक-रूक कर वर्षा हो रही है। लगभग सम्पूर्ण प्रदेश में बूंदा-बांदी तथा वर्षा होने के कारण तापमान में गिरावट आ गयी है।

समाचार चेनल को आयोग का नोटिस


समाचार चेनल को आयोग का नोटिस

(अतुल कौशल)

नई दिल्ली (साई)। निर्वाचन आयोग ने पजांब के एक पंजाबी समाचार चौनल को नोटिस जारी कर कहा है कि वह पैसा लेकर सरकार की उपलब्धियों के बारे में विज्ञापन का प्रसारण बंद करे। आयोग ने राज्य की मीडिया निगरानी समिति की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की है। निर्वाचन आयोग ने प्रशासन से मुख्यमंत्री के चित्र वाले उपकरण भी जब्त करने को भी कहा है।

छग के नए जिले अस्तित्व में


छग के नए जिले अस्तित्व में



(प्रीति श्रीवास्तव)

रायपुर (साई)। प्रदेश में 01 जनवरी से नौ और जिले अस्तित्व में आ गए हैं। इन्हें मिलाकर प्रदेश में अब कुल सत्ताईस जिले हो गए हैं। इन नए जिलों का विधिवत उद्घाटन समारोह पूर्वक इसी महीने की अलग-अलग तारीखों में मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह करेंगे। इन समारोह के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
सभी नए जिलों में पदस्थ विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी 01 जनवरी से ही इन जिलों के कलेक्टर बन गए हैं। इन नए जिलों के लिए प्रशासनिक अमले को नियुक्त करने की प्रक्रिया अभी जारी है। नए साल से अस्तित्व में आए ये नए जिले हैं- बेमेतरा, बलौदाबाजार, बालोद, बलरामपुर, गरियाबंद, मुंगेली, सूरजपुर, कोण्डागांव और सुकमा। 

छः सौ करोड़ से बनेगी मेवात फीडर


छः सौ करोड़ से बनेगी मेवात फीडर

(अनेशा वर्मा)

चंडीगढ़ (साई)। हरियाणा के सिंचाई विभाग ने राज्य मे नहरों के नेटवर्क के पुनवार्स का काम चरणबद्व रूप से करने का निर्णय लिया है और एक हजार करोड़ रूपये के लागत वाले कार्यो की पहचान की है जिन्हे बारहवीं पंचवर्षीय योजना मे किया जाएगा। विभाग के प्रवक्ता ने चंडीगढ़ मे बताया कि इन कार्यो को त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम नाबार्ड तेरहवें विŸा आयोग तथा राज्य योजना के अंतगर्त चरणबद्व रूप से किया जाएगा इसके अलावा दादूपुर से करनाल तक पष्चिमी यमुना कनाल मेन ब्रांच तथा पष्चिमी यमुना कनाल मेल लाइन लोअर के किनारों को भी एक सौ सŸााईस करोड़ पचास लाख रूपये की लागत से पक्का करने का भी प्रस्ताव है। प्रवक्ता ने बताया कि जलमार्गो के पुनविन्यास तथा पुनवार्स का काम भी चरणबद्व रूप से किया जाएगा। पहचान किए गए साज हजार छह सौ तैतीस जल मार्गो मे से दो हजार इक्यावन का काम पूरा किया जा चुका है और दो सौ उनचास पर काम चल रहा है। मेवात के पिछड़े इलाकों मे सिंचाई एंव पीने की सुविधांए प्रदान करने के लिए छह सौ चालीस करोड़ रूपये की लागत से मेवात फीडर करनाल नाम की एक नहर बनाए जाने की प्रस्ताव है।

आचार संहिता का पालन कड़ाई से होगा


आचार संहिता का पालन कड़ाई से होगा

(जाहिद कुरैशी)

देहरादून (साई)। राज्य भर में विधानसभा चुनावों के दरम्यान आदर्श आचार संहिता का पालन कड़ाई से करने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। ऊधमसिंह नगर के जिला निर्वाचन अधिकारी पीएस जंगपांगी ने विधान सभा निर्वाचन के लिये नियुक्त अधिकारियों को क्षेत्र में आदर्ष आचार संहिता का कड़ाई से अनुपालन सुनिष्चित कराने के निर्देष दिये हैं।
उन्होंने उप जिलाधिकारियों से कहा कि विधान सभा क्षेत्रों में बनाये गये सैक्टरों की पुनः समीक्षा कर सुनिष्चित कर लें कि कोई भी मतदान केन्द्र सैक्टर में आने से छूटा न हो। कलक्ट्रेट में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने विधान सभा निर्वाचन के लिये नियुक्त रिटर्निंग आफीसरों को निर्देष दिये कि वह निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देषों का गहन अध्ययन कर उनके अनुसार कार्यवाही सुनिष्चित करें। उन्होंने आदर्ष आचार संहिता के उल्लंघन के सम्बन्ध में उड़न दस्ते एवं स्टेटिक टीमों से सूचना प्राप्त होने पर तत्काल एफआईआर दर्ज करने के निर्देष भी दिये। 
उधर, अल्मोड़ा में जिला प्रशासन ने चाक चोबंद होकर चुनाव करवाने का अभियान आरंभ कर दिया है। आगामी विधान सभा चुनाव को सम्पन्न कराने के लिए अल्मोड़ा के जिला निर्वाचन अधिकारी डीएस गर्ब्याल ने संबंधित विभागों को सभी व्यवस्थायें समय से पूर्ण करने के निर्देष दिए हैं।
उन्होंने लोक निमार्ण विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिये कि चुनावों से पूर्व सभी सड़कों को दुरुस्त रखा जाय। साथ ही मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देष दिये है कि जनपद के सभी चिकित्सालयों में प्रर्याप्त मात्रा में औषधि का भण्डार रख लिया जाय। उन्होंने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिये कि जनपद के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में जहॉ मतदेय स्थल बनाये गये है वहॉ मिट्टी तेल सहित सभी खाद्य सामग्री का भण्डार रख लिया जाय। उन्होंने आपदा प्रबन्धन से जुड़े अधिकारियों से कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आपदा प्रबन्धन के तहत जो प्रषिक्षण दिया गया है उन स्वयंसेवकों को भी निर्वाचन के दौरान सजग रहने के लिए निर्देषित कर दें।

सपा ने सात और प्रत्याशी किए घोषित


सपा ने सात और प्रत्याशी किए घोषित

(रश्मि सिन्हा)

लखनऊ (साई)। समाजवादी पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सात और प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है। इसके अलावा पार्टी ने गोण्डा जिले की मनकापुर विधानसभा सीट के घोषित प्रत्याशी पल्टूराम के स्थान पर बाबूलाल को नया प्रत्याशी घोषित किया है। नये प्रत्याशियों में स्वार टंाडा से अब्दुल गफ्फार, धनौरा से एम. से एम.चन्द्रा, आंवला से डॉक्टर विक्रम ओबरा, स्याना से ठा.चन्द्रा, आंवला से डॉक्टर विक्रम ओबरा, स्याना से ठाकुर सुनील सिंह, हरदोई से नितिन अग्रवाल और सांडा से राजेश्वरी देवी शामिल हैं।
उधर बहुजन समाज पार्टी ने दो विधानसभा सीटों पर अपने पूर्व घोषित प्रत्याशी बदल दिये हैं। बहराईच जिले की सदर विधानसभा सीट से महफूज अहमद की जगह पर मोहम्मद अब्दुल्ला और श्रावस्ती जिले क ज अहमद की जगह पर मोहम्मद अब्दुल्ला और श्राव ी भिनगा सीट से रहीम खाँ की जगह पर अहमद मंजूर खाँ को उम्मीदवार बनाया गया है।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी की आज नई दिल्ली में होने वाली केन्द्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए नये प्रत्याशियों की सूची जारी किये जाने की सम्भावना है। पार्टी सूत्रों की के अनुसार कुल चार सौ तीन सीटों में से दो सौ साठ सीटों पर आज प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की जा सकती है जबकि तीस सीटों पर अन्य सहयोगी दलों के साथ विचार-विमर्श के बाद प्रत्याशी घोषित किये जायेंगे।

राजस्थान में होगा प्रवासी भारतीय दिवस


राजस्थान में होगा प्रवासी भारतीय दिवस

(सोनाली मजूमदार)

जयपुर (साई)। प्रवासी भारतीय दिवस इस वर्ष राजस्थान में आयोजित किया जा रहा है। सात जनवरी से जयपुर में होने वाले इस तीन दिवसीय आयोजन की सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है। मुख्यमंत्री अषोक गहलोत ने कल इससे संबंधित सभी तैयारियों का जायजा लिया।
उन्होंने कहा कि मेहमानवाजी की जो परंपरा राजस्थान की रही है, उसी के अनुरूप प्रवासी भारतीय दिवस की तैयारिया की जा रही है। श्री गहलोत ने कहा कि नए वर्ष की शुरूआत में प्रदेष में हो रहे इतने बड़े आयोजन में आमजन के सहयोग से कामयाबी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने विष्वास जताया कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आए प्रवासी भारतीय राजस्थान के संस्कृति और संस्कारों से प्रभावित जरूर होंगे।

तेईसवां सड़क सुरक्षा सप्ताह आरंभ


तेईसवां सड़क सुरक्षा सप्ताह आरंभ

(जयश्री)

पोर्ट ब्लेयर (साई)। द्वीपसमूह में तेइसवां सड़क सुरक्षा सप्ताह कल शुरू हुआ। सप्ताह के दौरान कई कार्यक्रमों और गतिविधियों के माध्यम से लोगों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जा रहा है। कल पोर्ट ब्लेयर के अग्निशमन मुख्यालय में एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें दो सौ पुलिस कर्मियों सहित अन्य लोगों ने रक्तदान किया।
इस अवसर  पर मुख्य अतिथि उप-पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था आनंद मोहन ने उपस्थिति को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाए जाने के कारणों पर प्रकाश डाला। दक्षिण अंडमान के पुलिस अधीक्षक ने प्रतिभागियों को यातायात नियमों का पालन करने की सलाह दी।
रोग विज्ञानी डॉ0 वाजिद अली शाह ने उपस्थिति को रक्तदान और इसके उद्देश्यों के बारे में बताया। शिविर में मुख्य  अतिथि और पुलिस अधीक्षक दक्षिण अंडमान ने स्वयं रक्तदान में हिस्सा लिया। उनके अलावा यातायात और आर.बी.एन. के पुलिस कर्मियों तथा ऑटो और ट्रक चालकों सहित कुल बत्तीस लोगों ने रक्तदान किया।
सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान नेत्र जांच शिविर, व्याख्यान, खेल गतिविधियां और वाहन रैली जैसे अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।   इस बीच पुलिस प्रशासन से वाहन चालकों से अपील की है कि वे बिना हैलमेट और ड्राइविंग लाइसेंस तथा नशे की हालत में वाहन न चलाएं और अपने वाहनों में उपयुक्त नम्बर प्लेट लगाएं और रंगीन शीशों का इस्तेमाल न करें।
पुलिस ने आम जनता से यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करते हुए सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों मंे शामिल होने अनुरोध किया है। सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान शिक्षण संस्थाओं में विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। 

अवैध उत्खनन पर बरसे जोगी


अवैध उत्खनन पर बरसे जोगी

(श्रुति बलुआपुरी)

रायपुर (साई)। पूर्व मुख्यमंत्री श्री अजीत जोगी ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ सहित गैर कांग्रेसी शासित राज्यों में अवैध रूप से खनिजों का उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है। उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। श्री जोगी ने एक बयान जारी कर कहा कि इन प्रदेशों में नियमों की अनदेखी कर धड़ल्ले से कोयला, लोहा जैसे बहुमूल्य खनिजों को सरकारी रायल्टी के नाम पर बेचा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि हाल ही में छत्तीसगढ़ में चालीस लाख टन से ज्यादा अवैध कोयला उत्खनन का मामला सामने आया है। श्री जोगी ने कहा कि इसी तरह अवैध उत्खनन का कारोबार चलता रहा तो कुछ वर्षों में प्रदेश में बहुमूल्य खनिजों का भंडार समाप्त
हो जायेगा। जिससे प्रदेश के सतत् विकास और राजस्व को बहुत अधिक क्षति होगी।  श्री जोगी ने कहा कि इस मामले की यदि सीबीआई जांच नहीं की जाती है तो प्रदेश कांग्रेस पार्टी इस संबंध में जनहित में उग्र आंदोलन करेगी। 

स्वास्थ्य सेवाएं उन्नत करने का प्रयास


स्वास्थ्य सेवाएं उन्नत करने का प्रयास

(अभय नायक)

शिमला (साई)। प्रदेश के सभी अस्पतालों को कम्प्यूटरीकृत किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और पहले चरण में 22 अस्पतालों को शीघ्र ही यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। इस योजना के तहत अस्पतालों में आने वाले मरीज़ों की जानकारी भी ऑनलाइन होगी ताकि स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ़ करने में मदद मिल सके।
हर ऑनलाइन मरीज को एक विशेष पहचान नम्बर दिया जाएगा और उपचार प्रक्रिया के दौरान विभिन्न परीक्षणों के लिए उन्हें अलग से पर्ची बनाने की जरूरत नहीं रहेगी। ये जानकारी स्वास्थ्य मंत्री राजीव बिन्दल ने आज सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में 21 बिस्तरों वाले नए मेटरनिटी वॉर्ड के शुभारम्भ के पश्चात् दी। उन्होंने अस्पताल के नवनिर्मित दो स्पेशल वॉर्डों का भी उद्घाटन किया।

जहरीली शराब से मरने वाले 16 हुए


जहरीली शराब से मरने वाले 16 हुए

(टी.विश्वनाथन)

हैदराबाद (साई)। आंध्रप्रदेश में शनिवार को हुइ्र जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर १६ हो गयी है। कृष्णा जिले के संयुक्त जिलाधिकारी ने बताया कि ७ लोगों की मौत  शराब पीने के कुछ देर बाद ही हो गयी थी जबकि ९ लोग कल मारे गए।  २४ लोगों का इलाज चल रहा है। सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिजन को दो लाख रूपये देने की घोषणा की है। कृष्णा जिले के पोराटा नगर के बंजारा समुदाय के लगभग ५० लोगों ने जहरीली शराब पी थी।

मणिपुर में गठबंधन के साथ उतरेगी भाजपा


मणिपुर में गठबंधन के साथ उतरेगी भाजपा

(ज्योत्सना बरूआ)

इम्फाल (साई)। मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी, मणिपुर पीपल्स पार्टी के साथ गठबंधन करेगी। यहां इस महीने की २८ तारीख को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। भाजपा के प्रवक्ता और मणिपुर विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी मामलों के प्रभारी प्रकाश जावडेकर ने मणिपुर पीपल्स पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर निमाईचंद लुआंग के साथ इम्फाल में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बहुत से गैर कांग्रेसी दलों में सत्तारूढ़ कांग्रेस के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की सहमति बन गई है।

सिक्किम की रेल परियोजना का काम जारी


सिक्किम की रेल परियोजना का काम जारी

(प्रीति कुमारी)

गंगटोक (साई)। सिक्किम में रांगपो को पश्चिम बंगाल के सेवोके के रास्ते देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाली रेल परियोजना का काम युद्धस्तर पर जारी है। यह इस छोटे और सीमावर्ती राज्य की राजधानी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने की दिशा में पहला कदम होगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ५३ किलोमीटर लम्बे रन पुल सेवक रेल मार्ग पर पांच स्टेशन होंगे। मल्ली, तिस्ताबाजार, गिलखोला, रियांग और सीमांत शहर रम्पू इसके मार्ग में होंगे। करीब १३ सौ ४० करोड़ लागत वाली इस परियोजना के अगले चार वर्षों में पूरा हो जाने की आशा है।
गंगतोक से करीब ३० किलोमीटर दूर पाकियोंग में राज्य का पहला हवाई अड्डा भी तैयार हो रहा है। इस हवाई अड्डे और प्रस्तावित रेल मार्ग के जरिए इस पहाड़ी राज्य को वैकल्पि राज्य मिल जाएंगे देश के अन्य भागों से जोड़ने के लिए। इसकी बहुत असरे से जरूरत महसूस की जा रही थी क्योंकि खासकर बरसात में राज्य को जोड़ने वाला एक मात्र रास्ता राष्ट्रीय राजमार्ग ३१ चट्टानें खिसकने से अकसर बंद हो जाता है। प्रस्तावित रेल मार्ग से पहाड़ों से घिरे राज्य के अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।

पाक की सेन्य सहायता रोकी अमरिका ने



(अंकिता बक्शी)

न्यूयार्क (साई)। अमरीका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली एक अरब दस करोड़ डालर की सैन्य सहायता के साठ प्रतिशत हिस्से पर रोक लगा दी है। यह कटौती छह सौ बासठ अरब डालर के रक्षा खर्च बिल के तहत की गई है। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने संदिग्ध आतंकवादियों को हिरासत में रखने और उन पर मुकदमा चलाने के प्रावधानों के बारे में गंभीर आपत्तियों के बावजूद इस बिल पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।
इसके अंतर्गत पाकिस्तान उग्रवाद विरोधी निधि की श्रेणी में पाकिस्तान को सैन्य सहायता पर रोक लगाने का प्रावधान है। पाकिस्तान को यह सहायता तब तक नहीं दी जाएगी जब तक कि विदेश और रक्षा मंत्री अमरीकी संसद को यह रिपोर्ट नहीं देंगे कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में, विशेषकर देशी बम बनाने की रोकथाम के लिए नीतियों के मामले में पाकिस्तान की प्रगति संतोषजनक है।
पाकिस्तान में देशी बम आमतौर से अवैध कारखानों में बनाए जाते हैं और अफगानिस्तान में अमरीकी सैनिकों पर हमलों में मुख्य रूप से इनका इस्तेमाल किया जाता है। विदेशी मामलों के जानकार ए एन राम का मानना है कि अमरीका और पाकिस्तान के संबंध बड़े नाजुक दौर में पहुंच गए हैं।

अमरिका के प्रतिबंध का विरोध करेगा ईरान


अमरिका के प्रतिबंध का विरोध करेगा ईरान

(साई ब्यूरो)

तेहरान (साई)। ईरान का केन्द्रीय बैंक नए अमरीकी प्रतिबंधों का पुरजोर विरोध करेगा। अहमदीनेजाद ने तेहरान में बैंक अधिकारियों की एक वार्षिक बैठक में कहा कि बैंक के पास ऐसे दबावों का सामना करने की क्षमता है। अमरीका की ओर से लगाए गए नए प्रतिबंधों पर प्रतिक्रिया में ईरान के राष्ट्रपति की वेबसाइट पर जारी बयान में कहा गया है कि आर्थिक क्षेत्र में फिलहाल कोई विशेष समस्या नहीं है।
अमरीका द्वारा ईरान के खिलाफ नये प्रतिबंधों के ऐलान के एक दिन बाद महमूद अहमदी निजाद ने कहा है कि ईरान दवाब के आगे नहीं झुकेगा। वहीं ईरान के चेम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख मोहम्मद नववांदिया ने अमरीकी कार्रवाई को गलत करार दिया और कहा कि ईरान से विकल्प ढूंढ लेगा।
अमरीका के नये प्रतिबंधों ईरान के सेंट्रल बैंक पर खासा असर पड़ेगा क्योंकि तेल के निर्यात से जुड़ा कारोबार इसी की देखरेख में होता है। अब ईरान के साथ व्यापार करने वाली विदेशी कम्पनियों को यह तैय करना होगा क्या वे ईरान के साथ व्यापार करें या फिर अमरीका क्योंकि वे दो में से एक साथ ही कारोबार कर सकते हैं। इसी से जुडे एक और घटनाक्रम में ईरान की मुद्रा रियाल की कीमत में रविवार को रिकॉर्ड गिरावट हुई।

जातीय दंगों में 66 मरे


जातीय दंगों में 66 मरे

(साई ब्यूरो)

लागोस (साई)। नाइजीरिया के दक्षिणपूर्वी क्षेत्र में दो जातीय गुटों के बीच झड़पों में मरने वालों की संख्या बढ़कर ६६ हो गई है। मृतकों में महिलाऐ और बच्चे भी शामिल हैं। नाइजीरिया के राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन ने चार राज्यों में आपात स्थिति की घोषणा कर दी है।
इबोनी राज्य के इजीलो और एज्जा में इन सामुदायिक झड़पों में मरने वालों की संख्या में इस बढ़ोत्तरी की वजह इजीलो में झाड़ियों से और शव मिलना है। बंदूकधारियों ने यहां लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी। इस हमले में एक स्थानीय थाने का अधिकारी भी मारा गया है।

संघ में नए पत्रकारों की भर्ती


ये है दिल्ली मेरी जान



(लिमटी खरे)

संघ में नए पत्रकारों की भर्ती
चाल, चरित्र और चेहरा के लिए सुप्रसिद्ध राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अब मीडिया पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने लगा है। संघ ने हाल ही में संघ के हार्ड कोर मीडिया पर्सन्स को न्योता दिया। झंडेवालान स्थित संघ के दिल्ली मुख्यालय केशव कुंज में संघ प्रमुख मोहन भागवत के बुलावे पर संघ से जुड़े हार्ड कोर पत्रकारों ने कन्नी काट ली। संघ प्रमुख के आश्चर्य का ठिकाना तब नहीं रहा जब गैर संघी पत्रकारों ने पहली बार केशव कुंज में आमद दी। लंबी चोड़ी मंहगी कारों में सवार इन पत्रकारों का संघ प्रेम देखकर गुप्तचर शाखा वालों को भी आश्चर्य ही हुआ होगा। संघ के एक पदाधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि संघी पत्रकारों को शायद इस बात का खतरा था कि अगर वे वहां पहुंचे और उनकी पहचान उजागर हुई तो गुप्तचर शाखा के लोग मीडिया घरानों में इन पत्रकारों की नौकरी खाने की तैयारी पुख्ता कर लेंगे। गैर संघी पत्रकारों और संघ की बढ़ती पींगें क्या गुल खिलाएंगी यह तो भविष्य के गर्भ में ही छिपा है।

राजमाता युवराज को छोड़ अनेक नेताओं ने टेका व्यंकटेश के चरणों में मत्था
दक्षिण भारत में तिरूमला की पर्वतश्रंखलाओं पर विराजे भगवान व्यंकटेश का मंदिर जिसे तिरूपति बालाजी के नाम से जाना जाता है देश के सबसे धनी मंदिर माना जाता है। इस साल अनेक देशों के प्रमुखों ने यहां आकर मत्था टेका है। इस साल जो अतिविशिष्ट व्यक्ति दर्शन के लिए मंदिर गए उनमें भारत, श्रीलंका और नेपाल के राष्ट्रपति भी शामिल हैं। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल सात जुलाई को अपनी शादी की वर्षगांठ पर दर्शन किए। श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने भारत और श्रीलंका के बीच होने वाले आईसीसी वर्ल्ड कप के फाइनल मैच से एक दिन पहले 2 अप्रैल को भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन किए। इधर नेपाल के राष्ट्रपति राम बरन यादव 30 जनवरी को भगवान के दर्शन के लिए मंदिर आए थे। इसके अलावा श्रीमति सोनिया गांधी और राहुल गांधी को छोड़कर देश के आला नेता भी यहां मत्था टेकने पहुंचे।

आरक्षित वन पर थापर का कब्जा!
एक तरफ कांग्रेस भाजपा द्वारा सशक्त लोकपाल लाने की कवायद कथित तौर पर की जा रही है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेसनीत केंद्र सरकार द्वारा मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के सहयोग से सरेआम नियम कायदों को ताक पर रखा जा रहा है। छटवीं अनुसूची में शामिल मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के आदिवासी बाहुल्य घंसौर विकासखण्ड में मशहूर उद्योगपति गौतम थापर के स्वामित्व वाले अवंथा समूह के सहयोगी प्रतिष्ठान मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड के 1200 मेगावाट के पावर प्लांट की संस्थापना की जा रही है। पावर प्लांट प्रबंधन ने जब अपना कार्यकारी सारांश जमा करवाया तो उसमें साफ उल्लेख किया है कि यह पावर प्लांट बरेला संरक्षित वन में ही लगाया जा रहा है। अनेकों विसंगतियों के बाद भी मध्य प्रदेश और केंद्र सरकार ने आदिवासियों के हितों पर कुठाराघात करते हुए यहां संयंत्र लगाने की अनुमति अंततः दे ही दी।

मनमोहन का खाता, हासिल आई शून्य
देश के पहले ही वजीरे आजम होंगे डॉक्टर मनमोहन सिंह जिनके खाते में उपलब्धियों का खाता शून्य ही है। अब तक जितने भी प्रधानमंत्री हुए हैं सभी ने कुछ न कुछ उपलब्धि हर साल हासिल की है। पहला ही मौका होगा जबकि उपलब्धियों के मामले में मनमोहन सिंह का कलश रीता ही रहा है। इस साल प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के हाथ निराशा ही लगी है। साल के अंत में जब संपादकीय टीम सरकार का साल भर का लेखा जोखा तैयार करने बैठी तो उसको आश्चर्य हुआ कि इस साल तो सरकार की उपलब्धियों का कलश खाली ही है। मनमोहन के खाते में उपलब्धियां न होने से कांग्रेस के खेमे में भी मायूसी ही पसरी हुई है। कांग्रेसियों के लिए नए साल का उत्साह ही नहीं बचा है, क्योंकि वे क्या मुंह लेकर जनता के बीच जाएं?

प्रथक महाकौशल की चिंगारी पहुंची दिल्ली
देश के सच्चे हृदय प्रदेश महाकौशल को मध्य प्रदेश से तोड़कर अलग करने के लिए अब महाकौशल से निकली चिंगारी ने देश की राजनैतिक राजधानी दिल्ली की ओर रूख कर दिया है। पिछले कुछ सालों से महाकौशल को अलग करने के लिए छोटे मोटे आंदोलनों के बाद अब लगने लगा है कि सारे संगठन संगठित होकर शायद प्रयास करने में जुट जाएं। बताया जाता है कि लोग अब दिल्ली में मध्य प्रदेश के लोगों को संगठित करने वाले सांसद शरद यादव और वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा से इस मामले में पहल करने की उम्मीद कर रहे हैं। शरद यादव का राजनैतिक जीवन और विवेक तन्खा का अधिकांश समय महाकौशल की प्रस्तावित राजधानी जबलपुर में जो बीता है।

सहयोगी नाराज हैं मनमोहन से
भले ही मनमोहन सिंह अपने आप को कमजोर लाचार बताकर बचने का स्वांग रचें, पर अंततः 2011 की बिदाई के साथ ही वे पूरी तरह एक्सपोज होते नजर आ रहे हैं। अब लोगों को मनमोहन सिंह की छवि ईमानदार या बेचारे की नहीं दिखाई पड़ रही है। लोग अब उन्हें पलनिअप्पम चिदम्बरम, कपिल सिब्बल जैसे घाघ राजनेताओं की श्रेणी में ही खड़ा करने लगे हैं। मनमोहन सिंह से उनके गठबंधन के सहयोगी भी प्रसन्न नहीं दिख रहे हैं। मनमोहन सरकार के सहयोगी दलों के नेता या तो जेल की हवा खाते रहे या अपनी बारी का इंतजार करते ही नजर आए। इस तरह यूपीए टू में मनमोहन सिंह की छवि सत्तर के दशक के विलेन शत्रुध्न सिन्हा और प्रेम चौपड़ा की बन चुकी है। इन हालात में कांग्रेस और उसके सहयोगी दल मनमोहन से मुक्ति के मार्ग तेजी से खोज रही है।

टेंकर कांड में उलझीं नीता!
नोट फॉर वोट कांड में कथित तौर पर बांटी गई रिश्वत को इंकार करने का दावा करने वाली सिवनी की पूर्व संसद सदस्य और विधायक श्रीमति नीता पटेरिया ने अटल बिहारी बाजपेयी के जन्म दिन पर मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा मनाए जाने वाले सुशासन दिवस के अवसर पर टेंकर बांटे गए, यह पूरा कार्यक्रम विवादों में आ गया। हुआ यूं कि नीता पटेरिया ने इसके पहले भारत माता के पूजन अर्चन के उपरांत प्रभारी मंत्री द्वारा चढ़ाई गई दक्षिणा उठाकर अपने कार्डीगन की जेब के हवाले कर दी। बाद में हल्ला होने पर इस प्रोग्राम को निजी निरूपित कर दिया। भाजपा ने भी इसे नीता पटेरिया का निजी बताते हुए विज्ञप्ति जारी कर दी गई।  अगर यह विधायक का निजी कार्यक्रम था तो फिर लाख टके का सवाल यह है कि अटल जी को क्या जिला भाजपा भूल गई जो उसने सुशासन दिवस पर कोई कार्यक्रम नहीं रखा।

पंडित जी को पार्श्व में ढकेलने की तैयारी
राष्ट्र के भाल पर प्रदेश के प्रतीक पुरूष रहे पूर्व राष्ट्रपति डॉ.शंकर दयाल शर्मा को मध्य प्रदेश तक सीमित रखने का ताना बाना बुना जाने लगा है। डॉ.शर्मा के समाधि स्थल कर्मभूमि पर मध्य प्रदेश के निजाम शिवराज सिंह चौहान माथा नवाने शायद ही कभी गए हों। इतना ही नहीं दिल्ली में सक्रिय प्रदेश के क्षत्रप भी 26 दिसंबर को उनके समाधि स्थल पर जाना अपनी शान के प्रतिकूल ही समझते हैं। पार्टी या निजी प्रोग्राम में शिरकत करने के लिए शिवराज सिंह चौहान एक टांग पर दिल्ली जाने को तैयार रहते हैं। इसके लिए वे केंद्रीय मंत्री से मिलने का प्रोग्राम रखकर इस यात्रा को सरकारी भी बना देते हैं। पिछले कई सालों से जब भी महामहिम राष्ट्रपति डॉ.शंकर दयाल शर्मा की समाधि कर्मभूमिपर जाकर सर नवाने की बात आती है, शिवराज सिंह चौहान दिल्ली से कन्नी ही काटते नजर आते हैं।

चौपट राजा की भूमिका में मनमोहन
मनमोहन सिंह ने जब से देश के वजीरे आजम का पद संभाला है देश में अराजकता की स्थिति बन चुकी है। मनमोहन सरकार के सारे मंत्री एकदम निरंकुश हो चुके हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, श्रीमति इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने निश्चित तौर पर इक्कीसवीं सदी के एसे भारत देश की कल्पना तो कतई नहीं की होगी जैसा कि वर्तमान में दिख रहा है। बेलगाम व्यवस्थाएं, अनादार, कदाचार, भष्टाचार देश पर जमकर हावी है। गणतंत्र के न जाने कितने टुकड़े होकर बिखर गए हैं। जनता की सेवा का कौल लेने वाले जनसेवक आज देश के हाकिम बन बैठे हैं। देश, प्रदेश के नीति निर्धारक मंत्री विधायक देश को नोंचे खाते जा रहे हैं। कानून व्यवस्था चौपट है। पुरानी कहानी ‘‘अंधेर नगरी चौपट राजा. . .में चौपट राजा की भूमिका में नजर आ रहे हैं वजीरे आजम डॉ.मनमोहन सिंह।

एनएचएआई के नरसिंहपुर पीडी पर जड़ा ताला
अटल बिहारी बाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल की महात्वाकांक्षी स्वर्णिम चतुर्भज परियोजना के अंग उत्तर दक्षिण फोरलेन गलियारे में मध्य प्रदेश में सिवनी के बाद अब नरसिंहपुर परियोजना निदेशक के कार्यालय पर ताला जड़ दिया गया है। अगर इसके तहत आने वाले क्षेत्र का काम पूरा हो जाता तब इसे बंद किया जाता तो कोई बात नहीं थी, किन्तु आधी अधूरी सड़क के बने रहने के बाद भी एक के बाद दूसरा पीडी आफिस बंद किया जाना आश्चर्य का ही विषय माना जा रहा है। राजस्थान मूल के भूतल परिवहन मंत्री सी.पी.जोशी के द्वारा इस कार्यालय को बंद करने की सहमति आखिर किस आधार पर दी गई है, यह आज भी शोध का ही विषय बना हआ है। लगता है कांग्रेस के क्षत्रप सुरेश पचौरी के अतिविश्वस्त क्षेत्रीय सांसद उदय प्रताप सिंह को अलसेट देने के लिए यह किया जा रहा है।

बर्ड फ्लू का खतरनाक वायरस!
बर्ड फ्लू के मामले में दुनिया के चौधरी अमेरिका की पेशानी पर भी अब पसीने की बूंदे छलकने लगीं हैं। अमेरिका में बर्ड फ्लू के मामले में हुए शोध के बाद अमेरिका हरकत में आ गया है। अमेरिका को डर है कि अगर कहीं यह शोध आतंकियों के हाथ लग गया तो वे दुनिया भर में कहर बरपा सकते हैं। अमेरिकी सरकार के बाद अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी बर्ड फ्लू के विवादास्पद शोध पर गहरी चिंता जताई है। डब्घ्ल्यूएचओ के मुताबिक इस तरह के शोध बेहद खतरनाक हैं। इन पर कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है। अमेरिका को डर है कि शोधपत्र की जानकारियों का इस्तेमाल आतंकवादी कर सकते हैं। डर तो इस बात का सता रहा है कि अगर यह वायरस किसी भी रास्ते से भारत की सरजमीं पर पहुंच गया तो यह यहां कहर बरपा सकता है। इस साल भी ठंड के मौसम में चिकन की बिक्री प्रभावित ही रहने की उम्मीद है।

पुच्छल तारा
देश की नीति निर्धारक संसद में सांसद और विधानसभाओं में विधायक क्या करते हैं यह बात धीरे धीरे सार्वजनिक होती जा रही है। इन सांसदों के आचरण को रेखांकित करते हुए गुजरात के अहमदाबाद से पियूष भार्गव ने एक ईमेल भेजा है। पियूश लिखते हैं कि बरसों पहले इंद्रप्रस्थ यानी अब की दिल्ली में सूनसान जगह पर एक पुराना पेड़ हुआ करता था। लोग इस पेड़ के आसपास भी नहीं फटकते थे, क्योंकि यहां बैठकर चोर डाकू अपना चौरी डकैती का माल आपस में बांटा करते थे। अब उस पेड़ की जगह पर पार्लियामेंट है।