शुक्रवार, 11 अप्रैल 2014


0 मामला गेहूं ई-उपार्जन का
किसानों को बुरी तरह छल रहीं समितियां
(अय्यूब कुरैशी)
सिवनी (साई)। सरकार द्वारा देश के अन्नदाता किसान को राहत देने और उसकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने की गरज से ई-उपार्जन के माध्यम से गेहूं खरीद का कार्यक्रम चलाया जा रहा हैकिन्तु जिन खरीदी केंद्रों पर इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा हैवहां इन किसानों को बुरी तरह लूटा जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार किसानों की आम शिकायत है कि जब भी वे खरीद केंद्र पर जाकर अपना माल बेचने का प्रयास करते हैंखरीद केंद्रों में उनके गेहूं को प्रति क्विंटल एक से डेढ़ किलो ज्यादा गेहूं देने पर मजबूर किया जा रहा है। किसानों के अनुसार जब वे इस मामले में चीख पुकार करते हैं तो उन्हें धमका कर भगा दिया जाता है।
नहीं हो रही ग्रेडिंग!
बताया जाता है कि खरीद केंद्र में खरीदी के वक्त गेहूं की कोई ग्रेडिंग नहीं की जा रही है। इसके चलते किसानों से तो अच्छा और बढ़िया गेहूं खरीदा जा रहा है पर किसानों की आड़ में व्यापारियों द्वारा बेचे जाने वाला गेहूं पिछले साल का और घटिया गुणवत्ता वाला है। किसानों के आरोप को मानें तो जिस तरह इसके पूर्व धान की खरीद में घालमेल किया गया थावही घालमेल अब गेहूं खरीद में दिख रहा है।
मजे में हैं परिवहन कर्ता
वहींदूसरी ओर संबंधित सरकारी कर्मचारियों की मिली भगत से परिवहन कर्ता ठेकेदार द्वारा सरकार के बनाए गए रूट चार्ट और प्लान को दरकिनार कर अपनी ढपली-अपना राग की कहावत को चरितार्थ किया जा रहा है। परिवहनकर्ता ठेकेदार द्वारा लीड को बढ़ाने के चक्कर में निर्धारित स्टोरेज स्थल के बजाए मनमर्जी के साथ ही गेहूं को ले जाकर डंप किया जा रहा है।
उदाहरण स्वरूप छः अप्रैल को 175 मीट्रिक टन गेहूं को केवलारी से डुंगरिया के बजाए सिवनी लाया गया। इसी तरह पलारी का गेहूं फोरलेन वाले स्थल के बजाए दूसरे जिले बालाघाट में ले जाकर वारासिवनी में डंप कराया गया है। 805 मीट्रिक टन यह गेहूं अगर बालाघाट जिले में ले जाया गया है तो इसका कंप्यूटर पर इंद्राज होना था पर बाहर के जिले के लिए इंद्राज शून्य ही दर्शा रहा है।
छुई का गेहूं फोरलेन के बजाए नरेला में तो मोहगांव का 3000 मीट्रिक टन गेहूं जो कारीरात जाना था उसे वहां के बजाए धूमा ले जाया गया है। इस तरह परिवहन कर्ता द्वारा मनमाने रूप से हजारों मीट्रिक टन गेहूं को निर्धारित स्थान के बजाए मनमाने ढंग से कहीं और ले जाकर डंप किया जा रहा है। यह सब देखने सुनने के बाद भी संबंधित सरकारी नुमाईंदे चिरपरिचत शैली में मौन ही साधे बैठे हैं।

हांफने लगी सदी पुरानी छुक छुक रेल


हांफने लगी सदी पुरानी छुकछुक रेल
(ऐश्वर्य पोतदार)
सिवनी (साई)। लगभग 110 साल पुरानी छुक छुक रेलगाड़ी अब हांफने लगी है। इसका कारण सिवनी रेलखण्ड और पांतों पर चलने वाली रेलगाड़ी की अनदेखी ही है। कहने को तो सिवनी के पास दो-दो सांसद हैं पर नेरोगेज और ब्रॉडगेज के नाम पर सदा झुनझुना ही पकड़ाया जाता रहा है।
गौरतलब है कि ब्रितानी हुकूमत के दौर में नागपुर से छिंदवाड़ासिवनीनैनपुर होकर जबलपुर जाने वाली नेरोगेज रेल को अब 110 साल पूरे होने को हैं। दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे के अधीन चलने वाली इस रेलगाड़ी में सिवनी से रोजाना लगभग एक हजार से ज्यादा यात्री इसका उपयोग करते हैं।
सुविधाओं का है अभाव
सिवनी रेल्वे स्टेशन पर यात्री सुविधाएं न के बराबर ही हैं। न तो रेल्वे स्टेशन पर यात्रियों को पीने के लिए साफ पानी ही मिलता है और न ही प्लेटफार्म पर छांव की ही व्यवस्था है। मजबूरी में धूपगर्मीबरसातठण्ड में यात्री आसमान के नीचे ही खड़े होकर रेल की प्रतिक्षा करने पर मजबूर हैं। प्लेटफार्म पर भी यत्र-तत्र गंदकी का साम्राज्य दिख ही जाता है। यहां अवस्थित मूत्रालय में भी दुर्गन्ध और गंदगी ही व्याप्त हैजिसके चलते यहां जाने के बजाए खुले में ही लोग प्रसाधन करने को मजबूर हैं।
आवारा कुत्ते मवेशियों की फौज
रेल्वे स्टेशन परिसर चारों ओर से खुला होने के कारण यहां आवारा मवेशीकुत्तेसुअर आदि स्वच्छंद विचरण करते रहते हैं। यहां यात्रियों के सामान पर भी कुत्ते और मवेशी जब-तब झपटते देखे जा सकते हैं। बरसात और गर्मी के मौसम में ये जानवर यात्री प्रतिक्षालय में अंदर जाकर विश्राम करते रहते हैंजिससे यात्रियों को सदा ही इनके काटने और मारने का भय बना रहता है। यहां तक कि अनेक बार तो यहां प्रतिक्षालय के अंदर ही गोबर और जानवरों का मल मूत्र भी पड़ा देखा जा सकता है।

नौ संसदीय क्षेत्र में मतदान के प्रति मतदाताओं में रहा उत्साह


नौ संसदीय क्षेत्र में मतदान के प्रति मतदाताओं में रहा उत्साह
बहिष्कार की कुछ घटनाओं को छोड़ शांतिपूर्वक हुआ मतदान
(सोनल सूर्यवंशी)
भोपाल (साई)। मध्यप्रदेश में 16वीं लोकसभा निर्वाचन के पहले चरण में आज 9 संसदीय क्षेत्र सतनारीवासीधीशहडोलजबलपुरमण्डलाबालाघाटछिन्दवाड़ा और होशंगाबाद में मॉकपोल के बाद सुबह 7 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई।
शाम 6 बजे तक 9 संसदीय क्षेत्र के 70 विधानसभा क्षेत्र में हुए मतदान में मतदाताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर वोट डाले। इन 9 संसदीय क्षेत्र में 17 जिले शामिल थे। सुबह 7 बजे के बाद पूर्वान्ह 11 बजे तक तथा अपरान्ह में 3 बजे के बाद मतदान केन्द्रों में मतदाताओं की लम्बी कतारें भी देखने को मिली। मतदान में महिलाओं और युवाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी 16 हजार 592 मतदान केन्द्र में मतदाताओं के लिए अनेक सुविधाओं का इंतजाम किया गया था।
इन 9 संसदीय क्षेत्र में 118 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैंइनमें सबसे अधिक 16 उम्मीदवार बालाघाट में तथा सबसे कम 8 होशंगाबाद में चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा सतनारीवासीधीशहडोल में 14-14जबलपुर में 15छिन्दवाड़ा में 13 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें 9 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं।
पहले चरण का सबसे बड़ा संसदीय क्षेत्र मण्डला है जहाँ 2334 मतदान केन्द्र तथा मतदाताओं की संख्या 18.24 लाख है। सबसे छोटे निर्वाचन क्षेत्र छिन्दवाड़ा में 1576 मतदान केन्द्र हैं जहाँ वोटर की संख्या 14 लाख है। होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र के होशंगाबाद जिले के 139-पिपरिया विधानसभा क्षेत्र के बरगोंदी स्थित मतदान केन्द्र क्रमांक-154 में सबसे कम 34 मतदाता है। सबसे अधिक 1925 मतदाता जबलपुर संसदीय क्षेत्र में जबलपुर जिले के विधान क्षेत्र जबलपुर-पश्चिम में 57 त्रिपुरी वार्ड स्थित मतदान केन्द्र क्रमांक-148 में है। इस चुनाव में कुल 26.578 बीयू और 20204 सीयू उपयोग हो रही हैं।
निर्वाचन वाले 9 संसदीय क्षेत्र के सभी जिलों में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था रही। जिलों एवं राज्य को जोड़ने वाली सीमाओं पर पहले से ही नाकेबंदी कर सघन तलाशी का अभियान चलाया गया थाजिसके परिणामस्वरूप कहीं कोई गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त नहीं हुई। इन क्षेत्रों में 210 एफएसटी210 एसएसटी और 470 क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) के द्वारा लगातार गश्त कर कार्यवाही की गयी। सीमावर्ती राज्यों के जिलों के साथ बार्डर मीटिंग कर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिये बेहतर तालमेल एवं समन्वय के साथ कार्य करने के निर्णय का भी अच्छा असर देखने को मिला। निर्वाचन वाले संसदीय क्षेत्रों को अन्य राज्यों से जोड़ने वाली सीमा पर 97 अंतर्राज्यीय नाके भी स्थापित किये गये थे। तीन तरह के प्रेक्षक है इनमें 10 सामान्य प्रेक्षक9 निर्वाचन व्यय प्रेक्षक एवं 2 पुलिस प्रेक्षक शामिल हैंजो संसदीय क्षेत्रों में मतदान की स्थिति में नजर रखे हुए हैं। इसके अलावा 983 वीडियो कैमरा135 स्टिल कैमरा और 266 वेब कैमरे द्वारा वेब कास्टिंग की जा रही है।
निर्वाचन को शुचितापूर्ण सम्पन्न करवाने के लिये पिछले 48 घण्टे के दौरान 15,325 लीटर अवैध शराब जप्त की गयीजिसकी कीमत 24,50,000 रुपये है। इसी तरह 21.30 लाख की विभिन्न सामग्री एवं केश की जब्ती की गयीइसमें 8 लाख रुपये नगद भी शामिल है। इस प्रकार 5 मार्च से अब तक 13 करोड़ रुपये से अधिक की नगदीशराबजेवरातड्रग्स आदि जब्त की जा चुकी है। पिछले 24 घंटे के दौरान आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन संबंधी छिन्दवाड़ा संसदीय क्षेत्र में 2 शिकायत प्राप्त हुई हैंइन पर क्रमशरू जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्रवाई की जा रही है। मतदान के दौरान कुछ स्थानों पर तकनीकी खराबी के कारण ईव्हीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) को बदलकर मतदान करवाया गया।
बहिष्कार में समझाईश
कुछ स्थानों पर लोगों द्वारा मतदान के बहिष्कार की जानकारी मिलने पर उन्हें स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा समझाईश देकर मतदान के लिये प्रेरित किया गया। जहाँ से बहिष्कार की जानकारी मिली उनमें सीधी संसदीय क्षेत्र के चुरहट और पटेरासिंगरौली जिले के चकरिया गाँव शामिल है। यह भी जानकारी प्रकाश में आई थी कि छिन्दवाड़ा जिले के तामिया चावलपानी गाँव में मतदान बंद हो गया हैजो बाद में गलत पाई गईवहाँ मतदान चालू था। छिन्दवाड़ा के धाउ गाँव में बहिष्कार की जानकारी मिलने पर सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं सहायक रिटर्निंग ऑफिसर मौके पर पहुँचे तथा समझाईश देकर मतदान प्रारंभ करवाया। जबलपुर के केन्ट इलाके में भी कुछ लोगों को समझाईश देकर मतदान चालू करवाया गया। इसी तरह मण्डला जिले के निधार गाँव में भी समझाईश देकर वोट डालने के लिये प्रेरित किया गया। मण्डला के बिछिया में एक मतदान केन्द्र में मतदान के बहिष्कार की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन द्वारा लोगों को समझाईश दी गईजिसके फलस्वरूप बहिष्कार समाप्त करवाकर मतदान करवाया गया।

रेप पर फांसी क्यों? लड़कों से गलती हो जाती है: मुलायम


रेप पर फांसी क्यों? लड़कों से गलती हो जाती है: मुलायम

(एस.के.धीमान)

मुरादाबाद (साई)। समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह ने चुनावी मौसम में बलात्कार पर अजीब बयान देकर विवाद पैदा कर दिया है। मुरादाबाद की रैली में आज मुलायम ने रेप पर फांसी की सजा का विरोध किया। मुलायम ने कहा कि क्या रेप करने की सजा फांसी होगी।
मुलायम ने कहा कि लड़कों से गलती हो जाती है। मेरी सरकार आएगी तो ऐसे कानून को बदलेगी। मुलायम सिंह यादव ने वादा किया कि वह सत्ता में आए तो ऐसा कानून हटाएंगे जो बलात्कारियों को फांसी की सजा देता है। उन्होंने कहा कि रेप में फांसी की सजा सही नहीं है। हम ऐसा कानून बनाएंगे जो बलात्कारियों को भी सजा दे और झूठी शिकायत करने वालों को भी।
बता दें कि इसी महीने मुंबई की अदालत ने शक्तिमिल बलात्कार के मामले में तीन दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है। इन्हें पीड़ित लड़की के जिंदा रहते ही धारा 376 ई के तहत फांसी की सजा सुनाई गई है। इस कानून में प्रावधान है कि जो आदतन अपराधी है उसे मौत की सजा दी जा सकती है।


चुनाव में नोटा विकल्प का मतदाताओं पर मामूली प्रभाव


चुनाव में नोटा विकल्प का मतदाताओं पर मामूली प्रभाव

(सोनाली खरे)

नई दिल्ली (साई)। चुनाव सुधार के संदर्भ में ऐतिहासिक पहल माने जाने वाले इनमें से कोई नहीं (नोटा) विकल्प का गुरुवार को दिल्ली में हुए लोकसभा चुनाव के मतदान में काफी कम लोगों ने उपयोग किया।
दिल्ली में जहां भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच त्रिकोणिय मुकाबला है और यहां काफी मतदाता उम्मीदवारों से असंतुष्ट बताये जाते हैं, लेकिन इन सब बातों के बावजूद वे नोटा का उपयोग करते नहीं दिख रहे हैं। इनमें से काफी लोगों का मानना है कि यह वोट की बर्बादी है।
इस बारे में पूछे जाने पर लक्ष्मीनगर में एक महिला मतदाता ने कहा कि इससे अच्छा यह होगा कि हम वोट डालने की बजाए घर में ही रहे। हम कतार में खड़े होकर नोटा का बटन दबाने नहीं आए हैं। यह बेकार है। चांदनी चौक के 24 वर्षीय रिषी ने कहा कि मैं देश की राजनीतिक प्रणाली से निराश हूं। मैं पहली बार वोट डाल रहा हूं लेकिन मैं नहीं समझता कि नोटा से कोई अंतर आयेगा।

नक्सली चुनाव लड़ते हैं तो कोई दिक्कत नहीं - रमन सिंह


नक्सली चुनाव लड़ते हैं तो कोई दिक्कत नहीं - रमन सिंह

(अभय नायक)

रायपुर (साई)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में वोटों का धु्रवीकरण बीजेपी के पक्ष में होगा। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी और एनडीए की सरकार बनना तय है। साथ ही रमन सिंह ने यह भी कहा कि नक्सली अगर हिंसा छोड़कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शांतिपूर्ण ढंग से शामिल होते हैं और चुनाव लड़ते हैं, तो हमें कोई दिक्कत नहीं है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि हम पहले भी नक्सलियों से चुनाव लड़ने की अपील कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि नक्सली अगर हिंसा का रास्ता छोड़कर चुनाव में हिस्सा लेते हैं, तो नक्सल पीड़ित क्षेत्रों में शांतिपूर्ण विकास का माहौल बनेगा। लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत हर कोई चुनाव में अपनी बात जनता तक रख सकता है।
डा. रमन सिंह ने एक समाचार चैनल से बातचीत में दावा किया कि छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद चार चुनाव हुए हैं, जिसमें से तीन चुनावों में जनता ने बीजेपी पर भरोसा जताया है। इस चुनाव में भी बीजेपी शानदार प्रदर्शन करेगी और सभी 11 सीट पर जीत दर्ज करेगी।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से उनकी जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर चर्चा होती रहती है। अध्यक्ष राजनाथ सिंह और अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी इन मुद्दों पर चर्चा होती है। उन्होंने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने पर छत्तीसगढ़ में विकास की रफ्तार और तेज होगी। नक्सलियों के चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि चुनाव कोई भी लड़े, जैसी उसकी पृष्ठभूमि होगी, जनता उसी आधार पर वोट करती है। इस बार नए मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। हमें उम्मीद है कि ये नए वोटर बीजेपी के पक्ष में मतदान करेंगे।

मध्य प्रदेश को मिला 2957 सीटों का हज कोटा


मध्य प्रदेश को मिला 2957 सीटों का हज कोटा

(राजेश शर्मा)

भोपाल (साई)। केंद्रीय हज कमेटी ने मध्य प्रदेश हज कमेटी को इस साल के लिए कुल मिलाकर 2957 हज यात्रियों का कोटा दिया है। मध्य प्रदेश हज कमेटी के अध्यक्ष सनवर पटेल ने गुरुवार को कहा, ‘पहले प्रदेश के हज यात्रियों के लिए केंद्रीय हज कमेटी ने 2613 का कोटा दिया था। लेकिन बाद में 344 सीटें और बढ़ा दी, जिसके बाद अब मध्य प्रदेश का हज कोटा 2957 हो गया है।
उन्होंने कहा कि 70 साल से अधिक आयु वाले 1018 लोगों को बिना कुरआ (लॉटरी) में शामिल हुए हज पर जाने का इस बार मौका मिलेगा, जबकि बाकी 1939 सीटों के लिए शहर काजी और अन्य वरिष्ठ नागरिकों के सामने कुरआ किया जाएगा। इस प्रक्रिया में जिन लोगों का नाम खुलेगा, उन्हें हज कोटे पर हज के लिए भेजा जाएगा।