शनिवार, 2 फ़रवरी 2013

शिव राज में भी सुरक्षित नहीं अबलाएं!


शिव राज में भी सुरक्षित नहीं अबलाएं!

(लिमटी खरे)

देश के हृदय प्रदेश में महिलाओ के लिए ना जाने कितनी योजनाओं का आगाज किया है मुख्यमंत्री शिवराज ंिसंह चौहान ने। महिलाओं की बेहतरी के लिए शिवराज सदा ही तत्पर दिख रहे हैं। बावजूद इसके शिव के गण उन्हीं की मंशाओं पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। मध्य प्रदेश में महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों की तादाद खासी बढ़ चुकी है। हाल ही में मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ में एक रिसोर्ट में कोरिया से आई युवती के साथ बलात्कार फिर पीडिता की फरियाद ना सुने जाने का मामला प्रकाश में आया है। कहा जा रहा है कि उक्त महिला जब बाद में महाराष्ट्र के औरंगाबाद पहुंची तब उसने अपने साथ हुए दुष्कर्म की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस इसके बाद युवती को लेकर पड़ताल के लिए बांधवगढ़ पहुंची है। इस मामले में एक पखवाड़े के बाद हुई पुलिस कंपलेंट भी शक के दायरे में ही मानी जाएगी।

भारत गणराज्य में अतिथि देवो भव का नारा बहुत बुलंदी पर है। हमारे देश में खाने को ना हो पीने को ना हो पर विदेशी सैलानियों की सेवा के लिए हम सदा ही तत्पर रहते हैं। भारत का नागरिक अगर अमरीका जाता है तो उसे वहां के नियम कायदों का पूरी तरह पालन करना ही पड़ता है। इससे उलट हम उदावादी, सहिष्णु भारतीयों के देश में जब गोरी चमड़ी वाले सैलानी आते हैं तो हम पलक पांवड़े बिछाकर उनका स्वागत करते हैं। भारतीय रेल में अगर कोई हिन्दुस्तानी सिगरेट या बिड़ी का कश लगा ले तो जीआरपी वाले कालर पकड़कर सौ पचास धर लेते हैं पर गोरी चमड़ी वाले सरेआम रेलगाड़ी में सिगरेट के छल्ले उड़ाते हैं और हमारी पुलिस शांति के साथ सिगरेट की बास को इत्र की खुशबू समझकर सूंघती रह जाती है।
बहरहाल, अतिथि देवो भव की ही एक मिसाल देश के हृदय प्रदेश में देखने को मिली। देश के बांधवगढ़ नेशनल पार्क में कोरिया से आई एक युवती के साथ दुराचार किए जाने की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई गई है। बताते हैं कि उत्तर कोरिया की 23 वर्षीय छात्रा को बीयर में नशे की दवा मिलाकर उसके साथ दुराचार किया गया है। मामला बांधवगढ़ के ताला क्षेत्र के जंगल इन रिसोर्ट की बताई जा रही है। इस पूरे मामले में जो बातें सामने आ रही हैं वे वाकई दिलचस्प कही जा सकती हैं।
कहा जा रहा है कि जब उक्त पीडिता ने पुलिस में सुनवाई ना होने की शिकायत पुलिस अधीक्षक उमरिया से की तो वहां भी उसे निराशा ही हाथ लगी। इसके पीछे यह कारण बताया जा रहा है कि उक्त रिसोर्ट भाजपा के गुढ क्षेत्र के विधायक नागेंद्र सिंह के पुत्र बब्बी का है। एक अखबार के अनुसार पिछले दिनों एक शेरनी भी जिप्सी से टकराकर मर गई थी, इस मामले में भी भाजपा नेता के पुत्र का हाथ होना बताया जा रहा है।
बताते हैं कि यह युवती बांधवगढ़ से कूच कर बोधगया, नालंदा, सारनाथ, भुवनेश्वर, हैदराबाद के बाद औरंगाबाद पहुंची जहां होटल में उसे कुछ और कोरिया के नागरिक मिले। स्वदेशी लोगों से मिलकर वह युवती कुछ आश्वस्त हुई और उसने फिर सलाह मशविरे के उपरांत पुलिस में अपराध पंजीबद्ध करवाया दिया। जब महाराष्ट्र पुलिस उस युवती को लेकर बांधवगढ़ पहुंची तब जाकर उमरिया पुलिस हरकत में आई और उसने होटल जंगल इन के प्रबंधक दीपक विश्वकर्मा को हिरासत में ले लिया।
एक समाचार पत्र के अनुसार इस मामले में उमरिया पुलिस ने तबियत से लीपापोती की है। उक्त मामले में ताला चौकी के प्रभारी एपीएस परिहार को रातों रात आश्चर्यजनक तरीके से बिना किसी ठोस कारण के हटाकर उसके स्थान पर सहायक उप निरीक्षक रामदत्त प्रजापति को वहां तैनात कर दिया। इस संबंध में यह भी बताया जाता है कि 14 जनवरी को होटल के प्रबंधक की गतिविश्धियां पूरी तरह संदिग्ध थीं।
लगता है कोरियन छात्रा को देकर भाजपा विधायक नागेंद्र सिंह के पुत्र बब्बी के स्वामित्व वाले होटल जंगल इन के प्रबंधक दीपक विश्वकर्मा के मन का पिशाच जाग गया होगा। उसने छात्रा की बियर में कुछ मिला दिया होगा, फिर उसके बाद जो हुआ वह वाकई दहला देने वाला ही माना जा सकता है। पूछताछ के उपरांत मीडिया के सामने रिसोर्ट के नौकरों के ने बताया कि उक्त प्रबंधक उस छात्रा के कक्ष में लगातार तेरह घंटे तक रहा। ना केवल वह आधे दिन से ज्यादा उस छात्रा के साथ दुराचार करता रहा होगा, वरन् उसने इस दर्मयान छः बोतल बीयर भी पी।
दीपक विश्वकर्मा पर लगे आरोपों में कितनी सच्चाई है यह बात तो जांच के उपरांत ही सामने आ सकती है पर कोई भी महिला वह भी विदेशी महिला बिना किसी बड़े लाभ, प्रलोभन या कारण के खुद को अपमानित भला क्यों करवाना चाहेगी! वह छात्रा भाजपा विधायक पुत्र के रिसोर्ट में रूकी थी अथवा नहीं यह बात भी जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। उक्त छात्रा ने अपने साथ दुराचार होने के उपरांत लगातार कई शहरों की यात्रा को भी निर्बाध रूप से पूरा किया यह बात उसने औरंगाबाद पुलिस को बताई है।
आखिर क्या वजह थी कि वह छात्रा बांधवगढ़ के बाद अपने अगले पड़ाव पर पहुंचते ही इस मामले की शिकायत लेकर पुलिस के पास नहीं गई। अगर वाकई उक्त विदेशी छात्रा के साथ उमरिया में विधायक पुत्र के रिसोर्ट में इस तरह की पैशाचिक घटना घटी है तो यह निश्चित तौर पर महिलाओं के प्रति संवेदनशील सूबे के निजाम शिवराज सिंह चौहान के लिए शर्म की बात है। उससे ज्यादा शर्मनाक तो यह है कि पुलिस ने पीडिता की मौके पर कोई मदद नहीं की। पुलिस चौकी से लेकर पुलिस अधीक्षक तक मूक दर्शक बने रहे।
मध्य प्रदेश सरकार को चाहिए कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दूध का दूध पानी का पानी करे, अन्यथा अतिथि देवो भव का नारा भारत गणराज्य के लिए स्वांग ही साबित होगा। इस मामले को कोरिया की युवती वापस जाकर अगर इंटरनेशनल लेबल पर उठाती है तो निश्चित तौर पर इससे भारत की साख पर भारी धक्का लग सकता है। (साई फीचर्स)

शिव नहीं चाहते भाजपा को मिले योजनाओं का लाभ!


लाजपत ने लूट लिया जनसंपर्क ------------------47

शिव नहीं चाहते भाजपा को मिले योजनाओं का लाभ!

(आकाश कुमार)

नई दिल्ली (साई)। दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी में शीर्ष स्तर पर जो कुछ चल रहा है उसे देखकर लगने लगा है मानो चुनावी साल में गणतंत्र दिवस पर मध्य प्रदेश की झांकी सांस्कृतिक टीम और बहादुर बच्चों का ना होना एक साची समझी साजिश का ही हिस्सा हैै। भाजपा के लिए आत्मघाती इस कदम को मीडिया द्वारा बार बार इस बात को उठाने पर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा दोषी अफसरान के खिलाफ कार्यवाही ना करना और कांग्रेस द्वारा इस मामले को ना उठाना भी आश्चर्यजनक ही माना जा रहा है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के नेशनल हेडक्वार्टर के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को संकेत दिए कि कांग्रेस इस मामले को कैसे उठा सकती है जबकि प्रदेश में भाजपा की हेट्रिक को कांग्रेस तोड़ने पर आमदा है। जब मध्य प्रदेश के अधिकारी ही भारतीय जनता पार्टी संगठन को उनकी ही सरकार की अभिनव और जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं लेने देना चाहते तो भला हम क्यों दिलाएं भाजपा को लाभ!
उधर, भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय 11, अशोक रोड़, में मध्य प्रदेश से संबंधित एक वरिष्ठ नेता ने पहचान उजागर ना करने की शर्त पर कहा कि एसा संभव नहीं है कि मामला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संज्ञान में ना हो। अब जबकि केंद्रीय स्तर पर नरेंद्र मोदी का नाम तेजी से आगे बढ़ रहा है तब कुछ गुटों द्वारा शिवराज सिंह चौहान को मोदी के समकक्ष खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह सच है कि शिवराज की योजनाओं का लाभ मध्य प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों की भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ प्रचार प्रसार करके दिलवाया जा सकता था। पर शिवराज सिंह यह बात भली भांति जानते हैं कि जल्द ही उन्हें अपना आसन खाली कर केंद्र की ओर रूख करना पड़ सकता है। एसी स्थिति में उनकी अरूचि समझ में आती है, अन्यथा क्या कारण है कि मध्य प्रदेश के गृह विभाग, संस्कृति विभाग और जनसंपर्क विभाग की गंभीर लापरवाही के बाद भी वे चुपचाप बैठे हुए हैं।

अब कूरियन पर लगा रेप का आरोप


अब कूरियन पर लगा रेप का आरोप

(महेश)

नई दिल्ली (साई)। केरल में 1996 के गैंगरेप के एक मामले में पीड़ित महिला ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य सभा के उपसभापति प्रफेसर पीजे कुरियन पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा है कि वह भी इस रेपकांड में शामिल थे। पीड़िता ने कुरियन पर केस दर्ज करने की मांग की है।
गौरतलब है कि महिला कुरियन पर पहले भी यह आरोप लगा चुकी है, लेकिन हाई कोर्ट ने कुरियन को राहत दे दी थी। लेकिन शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के इस मामले में 34 आरोपियों को बरी करने वाले केरल हाई कोर्ट के फैसले को पलटने से कुरियन एक बार फिर मुश्किल में घिरते दिख रहे हैं। उधर, कुरियन ने महिला के आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि आपको इस मामले में किसी नतीजे पर पहुंचने से लिए जांच रिपोर्ट और हाई कोर्ट के ऑर्डर को देखना चाहिए।
केरल के सूर्यनल्ली की रहने वाली पीड़ित महिला जो तब 16 साल की थी, का आरोप है कि 1996 में तब केंद्रीय मंत्री रहे कुरियन ने उसे पंचायत घर में बंधक बनाकर गैंगरेप किया था। पीड़िता की ओर से सुप्रीम कोर्ट में हाजिर हुए सीनियर कॉन्सल चंदर उदय सिंह को को लिखे लेटर में उसने कहा कि वह जांच एजेंसी को कुरियन के खिलाफ दिए गए अपने बयान पर पूरी तरह से कायम है। उसका आरोप है कि कुरियन ने अपने पद का इस्तेमाल करते हुए इस केस को दबाने की कोशिश की। पीड़िता ने कहा कि वह इस बात से बेहद आहत है कि कई जांच अधिकारियों ने कुरियन के खिलाफ उसके बयान को गंभीरता से नहीं लिया। उसने कहा कि उस पर क्या गुजरी है, यह कोई नहीं जानता।
उधर, 33साल की इस पीड़ित महिला के परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी अभी भी कुरियन को लेकर दहशत में है। कुरियन को वह जब कभी भी टीवी पर देखती है, उसे बंद कर देती है। युवती के करीबी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि उक्त युवती से गैंगरेप का यह मामला जनवरी 1996 का है। तब 16 साल की इस युवती को अगवा कर 40 दिन तक गैंगरेप किया गया था। शुरुआती जांच के बाद कुरियन का भी नाम सामने आया था। पीड़ित युवती ने एक अखबार में कुरियन की फोटो देखकर उनकी शिनाख्त की थी। 1999 में पीरमेडु के फर्स्ट क्लास जुडिशल कोर्ट ने कुरियन को प्रथम दृष्टया करार दिया था। कुरियन इसके बाद हाई कोर्ट गए और बरी हो गए। राज्य सरकार ने हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। सुप्रीम कोर्ट ने इसे निजी मामला बताते हुए खारिज कर दिया।

भाजपा के अंदर मच गया है घमासान

(सोनल सूर्यवंशी)

भोपाल (साई)। अनुशासित और काडर बेस्ड समझी जाने वाली भारतीय जनता पार्टी में मची अंदरूनी कलह अब सतह पर आने लगी है। पार्टी में अब नेताओं को बदनाम करने के लिए गुमनाम पत्रों की राजनीति तेज हो गई है। हाल ही में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक लेने आए वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू पर पर्चे के जरिए हमला बोला गया है। इस पर्चे में उनकी नेतृत्व क्षमता पर ही सवाल उठाए गए हैं।
राज्य में भाजपा के संगठन में हुए बदलाव के बाद से ही अंदरुनी तौर पर खींचतान चल रही है, पहले नए अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा बनाई गई कार्यकारिणी में स्थान पाने के लिए नेताओं में जोर आजमाइश चली। जो स्थान पा गए वे खुश हैं, और जिन्हें जगह नहीं मिली वे असंतुष्टों की कतार में खड़े नजर आ रहे हैं।
पार्टी के नेता इशारों-इशारों में हमले करने से नहीं चूकते। बात तोमर की ताजपोशी के कार्यक्रम की करें तो तब निवर्तमान अध्यक्ष प्रभात झा ने अपरोक्ष रूप से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोला था। उन्होंने अपने को अध्यक्ष पद से हटाए जाने की तुलना पोखरण विस्फोट से कर दी थी।
नई कार्यकारिणी के गठन के बाद तोमर ने राज्य से लेकर जिला स्तर तक के पार्टी पदाधिकारियों की पहली बैठक वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू की मौजूदगी में बुलाई। नायडू के बैठक में पहुंचने से पहले गुरुवार को ही एक विवादित पर्चा बांटा गया। इस पर्चें में नायडू की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाए गए हैं।
इस पर्चे में कहा गया है कि वर्ष 1993 में नायडू के गृह राज्य आंध्र प्रदेश में भाजपा के 34 विधायक थे और आज एक भी नहीं है। 20 वषरें मे आंध्रप्रदेश में भाजपा की हालत ऐसी क्यों हुई कि एक भी विधायक नहीं है। पर्चें में आगे कहा गया है कि बेंगलूरू के नगर निगम चुनाव में नायडू का भतीजा उसी वार्ड से बुरी तरह हारा, जहां उनका घर है। अंत में सवाल किया गया है कि जो स्वयं के प्रदेश में एक भी विधायक नहीं जिता पाता, उसे दूसरे राज्य में चुनाव टिप्स देने का क्या अधिकार है।
कथित तौर पर भाजपा के एक कार्यकर्ता के द्वारा बांटे गए पर्चे ने पार्टी में भीतरी तौर पर चल रही कलह को सामने ला दिया है। नायडू पर सवाल उठाने के पीछे उनके मध्य प्रदेश में बढ़ने वाले संभावित प्रभाव को पहले ही रोक देने की कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है। नितिन गडकरी के कार्यकाल में राज्य में अनंत कुमार का दबदबा चलता था, मगर अब राजनाथ सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नायडू का प्रभाव बढ़ने की कवायद चल रही है।
उधर, पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष तोमर इस पर्चे को सस्ती लोकप्रियता का हथकंडा बताते हुए कहते हैं कि यह पार्टी कार्यकर्ता नहीं बाहरी व्यक्ति का काम है। पार्टी के पदाधिकारियों ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से कहा कि कि भाजपा में राष्ट्रीय स्तर से लेकर राज्य स्तर तक अंदरूनी कलह चरम पर है और कोई भी एक दूसरे पर हमले का मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहता। यही कारण है कि वेंकैया मध्य प्रदेश में आए और उन पर पर्चे से हमला बोला गया। इतना ही नहीं यह पर्चा राज्य में नहीं बाहर से तैयार किया गया होगा, क्योंकि आंध्र प्रदेश की राजनीतिक स्थिति को मध्य प्रदेश के लोग कम ही जानते हैं। 

सन्डे को मौसम लेगा तेजी से करवट!


सन्डे को मौसम लेगा तेजी से करवट!

(शरद)

नई दिल्ली (साई)। कुछ दिनों से खुशगवार हुए मौसम के बाद अब एक बार फिर मौसम के तांडव को झेलने को तैयार हो जाएं। मौसम विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि रविवार से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और दक्षिणपूर्व के मैदानी इलाकों में मौसम का मिजाज बिगडेगा और वहां बहुत तेज बारिश होगी तथा बर्फबारी होगी। मौसम विभाग के सूत्रों ने कहा कि पर्वतीय राज्यों में प्रशासन को खबरदार कर दिया गया है कि मौसम के मिजाज में परिवर्तन के चलते सडक परिवहन बाधित हो सकता है।
भारतीय मौसम विभाग सूत्रों ने साई न्यूज को आगे बताया कि मौसम की इस तीखे मिजाज से फलों की फस्लों को फायदा होने की उम्मीद है, लेकिन यह खेतों में खडी सरसों की फसल को नुकसान पहुंचा सकता है और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश तथा उत्राखंड के पर्वतीय राज्यों में सडक परिवहन को बाधित कर सकता है।
सूत्रों ने कहा कि दक्षिणपूर्व भारत के मैदानी इलाकों में छिटपुट ओलावृष्टि गतिविधि के साथ तूफान की शक्ल में चरम मौसम स्थिति की संभावना है। सूत्रों ने आगे कहा कि मौसम की यह स्थिति दक्षिणपूर्व पहाडियों से उत्तर के मैदानी इलाकों तक और यहां तक कि गुजरात के कुछ हिस्सों और पश्चिम मध्य प्रदेश तक को अपने दायरे में लेगी।
विभागीय सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को आगे बताया कि अस्थाई मौसम प्रणाली के तीन फरवरी की शाम को शुरु होने की उम्मीद है और दो दिन बाद अपने चरम में पहुंचेगी। सूत्रों की मानें तो जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में चार फरवरी और पांच फरवरी को व्यापक या जबरदस्त बारिश या बर्फबारी की उम्मीद की जा रही है।
सूत्रों ने आगे बताया कि मैदानी इलाकों में इसकी उम्मीद दिल्ली समेत उत्तर राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मैदानी इलाकों तक की जा रही है। सूत्रों ने साई न्यजू को बताया कि प्रभावित होने वाले संभावित इलाकों में सडक परिवहन अधिकारियों को चेतावनी भेज दी गई है।
मौसम का मिजाज किस कदर बिगड़ सकता है इस बारे में सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को संकेत दिए कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में जबरदस्त बर्फबारी के बाद जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग बंद किया जा सकता है। मौसम के इस बदलाव का सीधा असर सरसों की फसल पर पड़ सकता है जिससे फसल चौपट होने की संभावनाएं भी जताई जा रही हैं।

पौने तीन अरब का चढ़ावा मिला शिरडी के फकीर को!


पौने तीन अरब का चढ़ावा मिला शिरडी के फकीर को!

(विनीता विश्वकर्मा)

पुणे (साई)। पूरे विश्व में शिरडी के फकीर के नाम से विख्यात चमत्कारी साई बाबा के दर पर वर्ष 2012 में 274 करोड़ 71 लाख रूपए का चढ़ावा श्रद्धालुओं ने चढ़ाया। साई बाबा शिरडी संस्थान ट्रस्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। संस्था के अधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं ने विभिन्न रूपों में 36 किलोग्राम सोना भी चढ़ाया, जिसकी कीमत करीब 11 करोड़ रुपये है। हालांकि 2011 में संस्थान को 373 किलोग्राम चांदी समेत कुल 440 किग्रा धातु चढ़ावे के रूप में मिली थी।
साई बाबा संस्थान के अधिकारी ने बताया कि संस्थान ने हाल ही में खजाने के 37 किग्रा सोने और 513 किग्रा चांदी को गलवाकर सिक्के बनाए। इसके बावजूद उसके पास 300 किग्रा सोना और चार हजार किग्रा चांदी शेष है। उन्होंने बताया कि साल 2011 में संस्थान को चढ़ावे में 225.55 करोड़ रुपये नकद मिले थे। पिछले साल इसमें 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ। 274.71 करोड़ रुपये में 57 करोड़ रुपये संस्थान के दान काउंटर पर जमा हुए। 180.74 करोड़ रुपये दानपात्र जबकि 40 करोड़ रुपये चेक, ऑनलाइन और मनीऑर्डर के जरिए मिले।
ज्ञातव्य है कि पिछले साल विभिन्न राष्ट्रीयकृत बैंकों में संस्थान का फिक्सड डिपाजिट ख्सावधि जमा, 803 करोड़ रुपये था। जबकि 2011 में यह राशि 580 करोड़ रुपये थी। पिछले साल विदेशी मुद्रा में भी वृद्धि हुई। 2011 में जहां 628 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा प्राप्त हुई वहीं 2012 में यह राशि बढ़कर 8.30 करोड़ रुपये पहुंच गई।
ज्ञातव्य है कि पिछले दिनों देश के सबसे धनी मंदिरों में शुमार महाराष्ट्र के शिरडी में स्थित साई बाबा मंदिर को एक भक्त ने गुरुवार को एक किलोग्राम सोने का बना बर्तन दान दिया था। दिल्ली के श्रद्धालु द्वारा दान दिए गए इस बर्तन की कीमत करीब 32 लाख रुपये थी। इससे पहले इसी महीने मुंबई के एक श्रद्धालु ने आधा किलोग्राम सोने का बना लैंप मंदिर को दान में दिया था।
यहां उल्लेखनीय होगा कि देश भर में साई बाबा की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर लोगों ने निजी तौर पर मंदिरों का निर्माण करवा लिया है। इन मंदिरों से होने वाली आय का कोई हिसाब किताब नहीं रखा जाता है, जिससे बाबा के भक्तों को पीड़ा होना स्वाभाविक ही है। साई बाबा संस्थान से अपील की गई है कि वह देश भर के साई बाबा के मंदिरों के ट्रस्ट बनवाकर उन्हें रजिस्टर्ड करवाने की दिशा में पहल करे।

जिला योजना समिति की बैठक 8 को


जिला योजना समिति की बैठक 8 को

(एस.के.खरे)

सिवनी (साई)। जिला योजना समिति की बैठक आगामी ८ फरवरी शुक्रवार को दोपहर १२ बजे से कलेक्ट्रेट सिवनी के सभाकक्ष में आयोजित की गई है। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश के स्कूल शिक्षा राश्यमंत्री एवं सिवनी जिले के प्रभारी मंत्री नानाभाऊ मोहोड करेंगे। कलेक्टर एवं जिला योजना समिति के सचिव अजीत कुमार ने बताया कि बैठक में जिला योजना समिति की विगत बैठक के पालन प्रतिवेदन पर चर्चा के अलावा प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना इकाई क्र। १ एवं २ के कार्याे की समीक्षा, आदिवासी विकास विभाग एवं एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना सिवनी एवं लखनादौन के कार्याे की समीक्षा,विद्युत विभाग के फीडर सेपरेशन एवं विभागीय कार्याे की समीक्षा के साथ-साथ धान उपार्जन वर्ष २०१२ एवं रबी उपार्जन २०१३ की आवश्यक तैयारियों की भी समीक्षा की जायेगी।                    

ग्रामीण अंचलों में मिलेगा ग्रामीण परिवहन सेवा का लाभ


ग्रामीण अंचलों में मिलेगा ग्रामीण परिवहन सेवा का लाभ

(शिवेश नामदेव)

सिवनी (साई)। राज्य शासन द्वारा ग्रामीण मार्गाे पर यात्रियों को सतत अवागमन के लिये परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के लिये ग्रामीण परिवहन सेवा प्रारंभ की गई है। इससे एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिये ग्रामीणों को घंटों तक किसी चार पहिया यातायात वाहन का इंतजार करने की कठिनाई से निजात मिलेगी। सिवनी जिले में चिन्हित किये गये २९ ग्रामीण मार्गाे पर यात्री परिवहन सेवा संचालित की जायेगी। अतरू ऐसे इश्छुक आवेदक/वाहन स्वामी, जिनके वाहन की बैठक क्षमता ६ धन १ से अधिक तथा २१ धन २ तक है और परमिट प्राप्त करना चाहते हैं, तो वे अपने वाहन के लिये अस्थाई अनुज्ञा आवेदन क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हैं। अस्थाई अनुज्ञापत्र के आवेदन आर।टी।ओ। कार्यालय में निरूशुल्क उपलब्ध हैं। आवेदन के साथ आवेदक को क्रमशरू वाहन के पंजीयन प्रमाण पत्र की स्वप्रमाणित छाया प्रति, वाहन के बीमा प्रमाण पत्र की स्वप्रमाणित छाया प्रति, फिटनेस प्रमाण पत्र की स्वप्रमाणित छाया प्रति, ऑन लाईन कर प्रमाण पत्र, स्टेज वाईज दूरी प्रमाण पत्र सक्षम प्राधिकार से जारी दस्तावेज सहित आवेदन शुल्क ७५० रूपये की रसीद प्रस्तुत करनी होगी। आवेदक द्वारा संबंधित कार्यालय में आवेदन पत्र प्रस्तुत करने के उपरान्त टाइम टेबल का प्रकाशन कर आवेदन का नियमानुसार निराकरण किया जायेगा। परमिट स्वीकृति उपरांत वाहन की बैठक क्षमता के आधार पर रूपये ६० प्रतिसीट प्रति तिमाही के मान से मोटरयान कर भुगतान। न्यूनतम एक माह एवं अधिकतम ४ माह का परमिट प्राप्त कर सकते है। अवधि समाप्ति के पूर्व आगामी अवधि की अनुज्ञा नियमानुसार पुनरू जारी की जायेगी।                                    
वाहन की बैठक क्षमता ६ धन १ से अधिक तथा २१ धन २ तक होना आवश्यक है। वाहन की विन्ड स्क्रीन पर एवं यान की बॉडी के दोनों ओर सफेद रंग से चिन्हित की गई बॉडी पर नीले रंग से ग्रामीण परिवहन सेवा लिखा जायेगा। पट्टे की चौडाई १६ से।मी। (६ इंच) उंचाई में अक्षरों का आकार १० से।मी। (४ इंच) न्यूनतम होगा, जिसे २५ मीटर की दूरी से देखा जा सके। वाहन में अग्निशमन यंत्र, प्राथमिक उपचार पेटी होना चाहिये। वाहन की विन्ड स्क्रीन तथा पीछे के कॉच की स्क्रीन केन्द्रीय मोटरयान नियम १९८९ के नियम १०० के अनुसार होना चाहिये तथा उन पर किसी प्रकार की कोई काली फिल्म नहीं लगी होनी चाहिये। वाहन में चालक, परिचालक वर्दी में रहेंगे तथा बैज धारण करेंगे। 

निशुल्क चिकित्सकीय जाँच सुविधा एक फरवरी से प्रारंभ


निशुल्क चिकित्सकीय जाँच सुविधा एक फरवरी से प्रारंभ

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। मध्यप्रदेश शासन द्वारा लोगों को स्वस्थ्य और खुशहाल जीवन उपलब्ध करवाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। निरूशुल्क उपचार, निरूशुल्क औषधि और निरूशुल्क परिवहन की व्यवस्थाएँ प्रदेश में पूर्व से ही उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों, कर्मचारियों और कार्यकर्ताओं को विशेष सिम प्रदाय कर परस्पर जो$डने का एक वृहद कार्य पूर्ण किया गया है। इसी श्रंखला में अब राश्य सरकार द्वारा सभी शासकीय चिकित्सालयों में निरूशुल्क चिकित्सीय जाँचों की सुविधा भी एक फरवरी १३ से ही आरंभ हो चुकी है। निरूशुल्क पैथालॉजी जाँच सेवा की सुविधा जिला अस्पतालों से लेकर उप स्वास्थ्य केन्द्रों एवं आरोग्य केन्द्रों तक उपलब्ध होगी। जाँच सुविधाएँ प्रदेश के सभी नागरिकों के लिये निरूशुल्क उपलब्ध रहेंगी। वर्तमान में शासकीय चिकित्सालयों में कई प्रकार की जाँच सुविधाएँ पूर्ण रूप से उपलब्ध नहीं हैं एवं जाँच सुविधा सशुल्क प्रदाय की जाती है। इस संबंध में शासन द्वारा यह निर्णय लिया गया कि समस्त शासकीय चिकित्सालयों में न्यूनतम आवश्यक जाँच सुविधाएँ रोगियों को निरूशुल्क उपलब्ध करवाई जाएँ। योजना में विभिन्न स्तर के चिकित्सा संस्थानों में अनिवार्यतरू उपलब्ध करवाई जाने वाली निरूशुल्क पैथालॉजी जाँच सुविधाओं को तय सूची के अनुसार उपलब्ध करवाया जायेगा। निर्धारित सूची के मान से उप स्वास्थ्य केन्द्रों/आरोग्य केन्द्रों पर ५, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर १६, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर २५, सिविल अस्पतालों में २९ तथा जिला चिकित्सालयों में ३८ प्रकार की स्वास्थ्य जाँचें निरूशुल्क प्रदाय की जायेंगी। शीघ्र भविष्य में न्यूनतम निरूशुल्क जाँचों की संख्या में वृद्घि कर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में २८, सिविल अस्पतालों में ३२ एवं जिला चिकित्सालयों में ४८ तक किया जायेगा। यह सुविधा समस्त एपीएल एवं बीपीएल रोगियों, बाह्य/भरती रोगियों को उपलब्ध रहेगी। जाँच के लिए सामग्री/उपकरण की मात्रा का आकलन कर विभिन्न चिकित्सा संस्थाओं में उपलब्धता करवाई जा रही है। संस्थावार उपकरणों की सूची राश्य-स्तर से जारी की गई है। लैब टेक्नीशियन एवं लैब सहायक के पद शीघ्र भरे जायेंगे। शासकीय अस्पतालों में पैथालॉजिकल जाँचों के अलावा उपलब्धतानुरूप ईसीजी, सोनोग्राफी, ईको-काघ्डयोग्राफी एवं एक्स-रे की सुविधा भी निरूशुल्क उपलब्ध होगी। किसी प्रकार का कोई शुल्क रोगियों से नहीं लिया जायेगा। समस्त चिकित्सा अधिकारियों को कहा गया है कि वे अपने अधीन सभी स्तर की विभिन्न चिकित्सा संस्थाओं में उपलब्ध करवाई जा रही पैथालॉजी जाँच सुविधाओं की उपलब्धता एवं प्रयुक्त होने वाली सामग्री के पर्याप्त स्टाक की निरंतर समीक्षा करें।                                                                                              

धरे गए छेड़छाड़ के आरोपी


धरे गए छेड़छाड़ के आरोपी

(राजकुमार अग्रवाल)

कैथल (साई)। घर में घुसकर महिला से छेड़छाड़ व मारपीट कारण महिला के ससुर की मौत होने के मामले में वांछित 4 हत्यारोपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए है। व्यापक जांच उपरांत आरोपियों को आज अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पीआरओ ने बताया सारण वासी एक विवाहित महिला की शिकायत पर दर्ज मामले अनुसार 9 अक्टुबर की शाम उनके घर बल्ली उर्फ बलवंत वासी सारन आया, जिसने उसके ससुर से 50 रुपये मांगे, तो उसने कहा कि मेरे पास 20 रुपये है, जो 20 रुपये लेकर चला गया। थोड़ी देर बाद वह बलवंत फिर आया तथा गाली-गलौच करते हुए पैसे मांगने लगा। जब वह महिला की जेठानी से छेडख़ानी करने लगा तो दोनों ने उसको धक्का देकर घर से निकाल दिया। थोडी देर उपरांत आरोपी अपने भाईयों व अन्य सहित लाठी, डंडे आदी हथियार लेकर आया, जिन्होंने महिला व उनके ससुर से मारपीट की। लगी हुई चोटों कारण महिला के करीब 65 वर्षीय ससुर पालाराम की 10 नवम्बर को मौत हो गई। मामले की जांच डीएसपी हैडक्वार्टर टेकनराज ने करते हुए आरोपी बलवंत उर्फ बल्ली, सुबेसिंह व सुदंरा (तीनों सगे भाई) तथा जगबीर पुत्र सुदंरा वासी सारण को गिरफ्तार कर लिया गया है।