मंगलवार, 21 दिसंबर 2010

ज्योतिरादित्य चढ़ गए हैं आलाकमान की नजरों में

जल्द ही मिल सकती है महती जवाबदारी

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। बुराड़ी में संपन्न हुए कांग्रेस के 83वें महाधिवेशन में गणेश परिक्रमा के बजाए पराक्रम की राजनीति का नारा देने वाले केंद्रीय वाणिज्य उद्योग राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद आलाकमान की नजरों में एकाएक बढ़ गया है। वहीं स्थिति को भांपते हुए कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी सिंधिया की तारीफ में कशीदे गढ़ने आरंभ कर दिए हैं।

कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10 जनपथ और भविष्य की राजनीति के केंद्र राहुल गांधी के सबसे विश्वस्त दिग्विजय सिंह के द्वारा दिए गए संकेतों ने साफ कर दिया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को जल्द ही कोई महत्वपूर्ण जवाबदारी से नवाजा जा सकता है।

कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश में रसातल में जाती कांग्रेस की नैया को खेने के लिए ज्योतिरादित्य को सूबे में कांग्रेस का निजाम बनाकर भेजा जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि अगर सिंधिया ने प्रदेश की राजनीति में जाने से इंकार कर दिया तो निश्चित तौर पर उन्हें कांग्रेस संगठन में बड़ा पद या सरकार में उनकी पदोन्नति सुनिश्चत ही है।

सूत्रों ने संकेत दिए कि सिंधिया के इंकार करने की स्थिति में मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के लिए कमल नाथ के करीबी सांसद सज्जन सिंह वर्मा का नाम सबसे उपर चल रहा है। उसके बाद राहुल गांधी की करीबी मंदसौर की सांसद मीनाक्षी नटराजन का नाम है। सूत्रों ने बताया कि मीनाक्षी नटराजन के संसदीय क्षेत्र के अनेक कांग्रेस कार्यकर्ताओं के भाजपा का दामन थामने की खबरें भी आलाकमान को दी गई हैं। अध्यक्ष की दावेदारी में एकाएक उभरे सांसद राजूखेड़ी का नाम अब काफी हद तक पीछे चला गया है।

क्या कहा था सिंधिया ने

बुराड़ी महाधिवेशन में युवा सांसद और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने उद्बोधन में साफ तौर पर कहा था कि गणेश परिक्रमा के बजाए पराक्रम की राजनीति को पार्टी में स्थान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधानसभा और स्थानीय निकायों के चुनावों की टिकिट दिल्ली से बांटने का क्या ओचित्य है? इसके साथ ही साथ उन्होंने प्रस्ताव दिया कि बागियों को पार्टी में वापस लेने की परंपरा बदली जाए, उन्हें छः साल साल बाद ही पार्टी में लिया जाए।

माधवराव ने भी छोड़ी थी कांग्रेस

ज्योतिरादित्य के पिता स्व.माधवराव सिंधिया ने भी तत्तकालीन कांग्रेस अध्यक्ष पी.व्ही.नरसिंहराव की कार्यप्रणाली से खफा होकर 1996 में कांग्रेस से किनारा कर लिया था। बाद में सीताराम केसरी के अध्यक्ष बनने के उपरांत वे कांग्रेस में पुनः वापस लौटे थे।

पीएम जेपीसी के लिए तैयार क्यों नहीं: गडकरी

पीएम जेपीसी के लिए तैयार क्यों नहीं: गडकरी

लिमटी खरे
नई दिल्ली। लोक लेखा समिति के सामने पेश होने की प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पेशकश के बावजूद भाजपा ने अपनी मांग से पीछे नहीं हटते हुए मंगलवार को कहा कि 2 जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले की जांच के लिए सरकार को संयुक्त संसदीय समिति का गठन करना चाहिए। भाजपाध्यक्ष नितिन गडकरी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री अगर पीएसी का सामना करने को तैयार हैं तो फिर उन्हें जेपीसी से जांच कराने में क्या एतराज है। अगर जांच की आवश्यकता है तो सरकार द्वारा खुद जज तय करना गलत है।

उन्होंने कहा कि पीएसी की तरह जेपीसी में भी कांग्रेस के प्रतिनिधि होंगे। ऐसे में विपक्ष की मांग को मानने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। गडकरी ने कहाए संसदीय समिति होने के कारण पीएसी की सीमाएं हैं, क्योंकि यह कैग की रिपोर्ट के आधार पर जांच करेगी, जबकि जेपीसी के व्यापक अधिकार हैं।

सोनिया गांधी की इस बात पर कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ चंहु मुखी जंग छेड़ेगी, भाजपा के शीर्ष नेता ने कहा कि सोनिया विपक्ष की तरह बात कर रही हैं। पहला सवाल तो यह है कि अगर सरकार उनकी है तो भ्रष्टाचार हुआ ही क्यों, उन्हें इस बात का जवाब देना चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए।

भ्रष्टाचार के खिलाफ राजग की कल की प्रस्तावित रैली के बारे में गडकरी ने कहा कि 1947 के बाद भारत के इतिहास मे 2 जी स्पेक्ट्रम सबसे बड़ा घोटाला है इसलिए इसके खिलाफ जनमत बनाना जरूरी है। प्याज़ की बढ़ती कीमतों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यह खराब शासन और गलत आर्थिक नीतियों का नतीजा है।

फिर रूलाने पर आमदा है प्याज

फिर रूलाने पर आमदा है प्याज

लिमटी खरे

नई दिल्ली। इस साल के अंत तक मंहगाई के कम होने के सरकार के दावों की पोल खुलने लगी हैै। पूरे साल महंगाई रोकने का दावा करती रही केंद्र सरकार के कदमों का नतीजा सामने आने लगा है। पेट्रोल की कीमतों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर दिए जाने के चलते पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ ही रहे हैं। अब प्याज की कीमत देश भर में 60 से 80 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है। सरकार इसके लिए मौसम को दोषी बता रही है, लेकिन सच यह है कि सरकार बिना कुछ सोचे समझे प्याज का निर्यात करती रही और अब हालात बेकाबू हो जाने पर उसी पाकिस्तान से प्याज खरीदे जा रहे हैंए जिसे भारत सरकार ने बेचा था।

0 हफ्ते भर में दोगुनी बढ़ोतरी

एक सप्तााह के अंदर देश में प्याज की कीमत 100 से 130 फीसदी तक बढ़ी है। इसके बाद सरकार ने निर्यात पर 15 जनवरी तक के लिए रोक लगाई है और पाकिस्तान से प्याज खरीदने का फैसला किया है। हालांकि कृषि मंत्री शरद पवार ने यह भी साफ कर दिया है कि अभी कम से कम तीन हफ्ते कीमतें नीचे नहीं आएंगी।

राजधानी दिल्ली समेत देशभर में प्याज की कीमत 70 से 80 रुपए प्रति किलो पहुंच गई है। यह कीमतें पिछले हफ्ते 30 से 40 रुपये प्रति किलो थी। पाकिस्तान ने 13 ट्रक प्याज भेजे हैं। ये प्याज सोमवार को अटारी वाघा सीमा होते हुए अमृतसर पहुंच गए। एक ट्रक में पांच से 15 टन प्याज भरा है। लेकिन इससे कीमतों पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।

क्यों बढ़ी कीमतें

बेमौसम बारिश के कारण नासिक की मंडियों में प्याज की आवक कम है। नासिक में पिछले माह हुई बारिश के कारण एक लाख हेक्टेयर पर लगी प्याज की फसल का नुकसान हुआ था। व्यापारियों का कहना है कि गुजरात और राजस्थान में पिछले दिनों आई बरसात से प्याज खराब हो गई है। कुछ खेतों में और कुछ बाहर प्याज काफी हद तक सड़ गई। सारी स्थिति को जानते हुए भी सरकार ने प्याज का निर्यात जारी रखा, इसके चलते जमाखोरों की मौज हो गई है।

सीबीआई ने की नीरा राडिया से पूछताछ

सीबीआई ने की नीरा राडिया से पूछताछ

लिमटी खरे

नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले में बिचौलिये की भूमिका अदा करने वाली नीरा राडिया से तीन घंटे तक पूछताछ की। सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि राडिया को सुबह पूछताछ के लिये बुलाया गया था और उनसे लगभग तीन घंटे तक पूछताछ की गई।

इस बीच सूत्रों ने बताया कि पूर्व संचार मंत्री श्री राजा को सीबीआई का समन मिल गया है तथा इनसे आजकल में पूछताछ किये जाने के संकेत हैं। जांच टीम ने उनसे पूछे जाने वाले प्रश्नों का खाका भी तैयार कर लिया है। सीबीआई ने इस बहुचर्चित घोटाले में पूछताछ के लिए राजा को नोटिस भेजा था। सूत्रों ने यह भी बताया कि छापों के दौरान बरामद दस्तावेजों की जांच एवं कई लोगों से पूछताछ में इस घोटाले के सिलसिले में उसे कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं।

सीबीआई ने इस घोटाले के सिलसिले में गत 15 दिसंबर को भी श्री राजा के अलावा कारपोरेट घरानों के लिये बिचौलिये की भूमिका अदा करने वाली नीरा राडिया, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण, (ट्राई) के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप बैजल और राजा के कई करीबियों के दिल्ली एवं तमिलनाडु स्थित 34 ठिकानों पर छापे मारे थे। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। इसके पहले आठ दिसंबर को भी सीबीआई ने कुछ जगहों पर छापे मारे थे। इन छापों के दौरान सीबीआई ने राडिया और बैजल के ठिकानों के साथ ही तमिलनाडु में राजा और उनकी पार्टी सहयोगी कनिमो के करीबी लोगों के घरों और कार्यालयों की भी गहन तलाशी ली थी और कई दस्तावेज जब्त किये थे।

उल्लेखनीय है कि एक लाख 76 हजार करोड़ रुपये के इस कथित घोटाले में विपक्ष के भारी दबाव के कारण राजा को मंत्री पद से इस्तीफा देना पडा था तथा विपक्ष के सदस्यों ने इस मामले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मंाग को लेकर संसद क शीत कालीन सत्र में कोई कामकाज नहीं होने दिया था।

सीबीआई पर राठौर को बचाने का आरोप

सीबीआई पर राठौर को बचाने का आरोप

लिमटी खरे
नई दिल्ली। रूचिका गिहरोत्रा प्रकरण मंे सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को देखकर लगता है मानो सीबीआई द्वारा हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक राठौर को बचाने का जतन किया जा रहा हो। सीबीआई ने एक चश्मदीद के अहम समझे जाने वाले बयान को हटा दिया है।

गौरतलब होगा कि चश्मदीद ने गवाही दी थी कि पुलिस ने रुचिका के भाई आशु की पुलिस कस्टडी में अर्धनग्न परेड कराई थी। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में इस बात को शामिल नहीं किया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि पुलिस कस्टडी में आशु की ऐसी कोई परेड नहीं करवाई गई थी। रुचिका को धमकी दी गई थी कि वह केस वापस ले ले, वरना उसके पिता का हाल भी ऐसा ही किया जाएगा। बताया जाता है कि इसी वजह से रुचिका ने आत्महत्या की।

प्रवासी जल्द कर सकेंगे मतदानः वायलार रवि

प्रवासी जल्द कर सकेंगे मतदानः वायलार रवि

लिमटी खरे

नई दिल्ली। प्रवासी भारतीयों को जल्द ही भारत गणराज्य में मतदान का अधिकार प्राप्त हो सकेगा। केंद्रीय प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री वायलर रवि ने इस तरह के संकेत देते हुए कहा कि चुनाव आयोग से इस विषय में बातचीत चल रही है, और जल्द ही इसका समाधान निकलने की उम्मीद है।

अगामी 7 से 9 जनवरी तक नई दिल्ली में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस समारोह की जानकारी देते हुए प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री वायलार रवि ने संवाददाताओं से कहा कि भारत का पासपोर्ट रखने वाले प्रवासी भारतीयों को देश में मतदान का अधिकार प्रदान करने के लिए संसद में विधेयक पास कर दिया गया है। इसपर अमल करने के लिए चुनाव आयोग से दो दौर की बातचीत भी हुई है।

उन्होंने कहा कि अब विदेश मंत्रालय के साथ उनके मंत्रालय की बैठक होगी जिसमें चुनाव आयोग के सुकी पृष्ठभूमि में इसकी रूपरेखा तय होनी है क्योंकि इसका काफी काम दूतावासों और उच्चायोग के माध्यम से होना है। यह पूछे जाने पर कि चुनाव आयोग की क्या आपŸिा है? मंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग की कोई आपŸिा नहीं है बल्कि उसका रूख सकारात्मक है। आयोग केवल मतदाता सूची में प्रवासी भारतीय नागरिकों के पंजीकरण पर कुछ स्पष्टीकरण चाहती है और इसका जल्द हल निकाल लिया जाएगा।

रवि ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सबसे पहले प्रवासी भारतीय नागरिकों को मतदान का अधिकार देने का प्रस्ताव किया था और अब चुनाव आयोग के साथ चर्चा के बाद जल्द इसे लागू किया जा सकेगा।

रिश्वत बिना पुलिस में नहीं होती भती: पिल्लई

रिश्वत बिना पुलिस में नहीं होती भती: पिल्लई

लिमटी खरे

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह सचिव गोपाल कृष्ण पिल्लई ने पुलिस भर्ती में भ्रष्टाचार की बात को स्वीकार करते हुए कहा है कि देश के लगभग हर राज्य में ऐसा हो रहा है। कोई भी व्यक्ति बिना रिश्वत दिए पुलिस में सिपाही या दरोगा नहीं बन सकता। गृह सचिव पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआरडी) के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे।

पिल्लई ने इस संबंध में उŸार प्रदेश की पीठ थपथपाते हुए कहा कि उŸार प्रदेश में 39 हजार सिपाही भर्ती किए गए हैं। उनकी भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और योग्यता पर आधारित थी। उन्होंने देशभर में पुलिस की दुर्दशा पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि मुझे इसमें कोई संदेश नहीं है कि देश में इस समय जो भी पुलिस बल है, उसका बहुत ही दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण भी स्तरीय नहीं है।

गृह सचिव ने कहा कि कानून-व्यवस्था का दायित्व संभालने वाले सभी संगठनों को नई चुनौतियों का सामना करने के लिए खुद को तैयार करना चाहिए। आने वाले वर्षों र्में र्देश में कानून व्यवस्था की स्थिति काफी बदलेगी। हालात काफी उग्र होंगे। जिस तरह देश में बड़े पैमाने पर विकास हो रहा हैए उसे देखते हुए ऐसा लग रहा है कि आने वाले कुछ दशकों में भी कानून-व्यवस्था की संतोषजनक स्थिति नहीं होगी। अगर हमें स्थिति को व्यवस्थित रखना है, तो फिर हमें नई रणनीतियां तैयार करनी होंगी।
भारत पहुंचे रूस के राष्ट्रपति दमित्रि मेदवेदेव

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति दमित्रि मेदवेदेव भारत की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर देर रात नई दिल्ली पहुंच गए। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच असैन्य परमाणु सहयोग के विस्तार सहित एक दर्जन से अधिक समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और मेदवेदेव के बीच द्विपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत होगीए जिसमें असैन्य परमाणु सहयोग के विस्तार सहित द्विपक्षीय आर्थिक मुद्दे भी शामिल होंगे। इसके अलावा वैश्विक आतंकवाद और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संकट पर भी दोनों नेताओं के बीच चर्चा होगी।

दोनों देशों के बीच 15 से अधिक समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। इन समझौतों में प्रमुख तौर पर पांचवी पीढ़ी के जेट लड़ाकू विमानों का संयुक्त रूप से निर्माण भी शामिल है। मॉस्को की योजना भारत में और परमाणु रिएक्टर लगाने की है। मेदवेदेव बुधवार को आगरा और मुंबई जाएंगे। मुंबई में वह ताज महल पैलेस और टावर होटल में रुकेंगे और 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देंगे। मेदवेदेव मुंबई फिल्म सिटी का भी दौरा करेंगे जहां वह बॉलिवुड की नामचीन हस्तियों से मुलाकात करेंगे।

सोनिया देंगी युवाओं को मौका

युवाओं को मिल सकता है कांग्रेस में मोका