मंगलवार, 27 दिसंबर 2011

जमीन के मामले में भी गफलत है पावर प्लांट के


0 घंसौर को झुलसाने की तैयारी पूरी . . . 40

जमीन के मामले में भी गफलत है पावर प्लांट के

पहले छः सौ अब 812 एकड़ की हो गई दरकार!



(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। मशहूर उद्योगपति गौतम थापर के स्वामित्व वाले अवंथा समूह के सहयोगी प्रतिष्ठान मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड द्वारा केंद्र सरकार की छटवीं अनुसूची में शामिल मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के आदिवासी बाहुल्य विकासखण्ड घंसौर के ग्राम बरेला में डाले जा रहे कोल आधारित पावर प्लांट के लिए कितनी जमीन चाहिए यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। कभी संयंत्र प्रबंधन इसके लिए छः सौ एकड़ भूमि की आवश्यक्ता दर्शाता है तो कभी भूमि की दरकार बढ़कर लगभग सवा आठ सौ एकड़ हो जाती है।
मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड द्वारा पहले चरण के 600 मेगावाट के पावर प्लांट को डालने के लिए जो कार्यकारी सारांश जमा करवाया गया था उसके चौथे सफे पर साफ उल्लेखित था कि जेपीएल द्वारा प्रस्थापित परियोजना के लिए 36.7 फीसदी यानी 220 एकड़ सरकारी जमीन, 60 फीसदी यानी 360 एकड़ बंजर यानी खेती न होने वाली जमीन और 3.3 फीसदी यानी 20 एकड़ खेती वाली जमीन जहां नहर नहीं है की आवश्यक्ता है। इस तरह प्रथम चरण के दौरान जेपीएल ने कुल छः सौ एकड़ भूमि की आवश्यक्ता दर्शाई गई थी।
इस परियोजना के द्वितीय चरण की लोकसुनवाई तक जमीन की दरकार छः सौ एकड़ ही थी। 22 नवंबर 2011 को हुई लोकसुनवाई के बाद अचानक ही मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मण्डल की मिली भगत से बदले गए कार्यकारी सारांश में जमीन की दरकार एकाएक बढ़ जाना आश्चर्यजनक ही है।
नए कार्यकारी सारांश में प्रथम चरण के लिए 406 एकड़ एवं द्वितीय चरण के लिए 406.5 एकड़ इस तरह दोनों चरणों के लिए 812.5 एकड़ भूमि की आवश्यक्ता दर्शाई गई है। बताया जाता है कि 22 नवंबर 2011 को हुई लोकसुनवाई में संयंत्र के जीएम श्री मिश्रा ने कहा था कि संयंत्र के लिए आठ सौ एकड़ भूमि खरीदी जा चुकी है और अभी सवा सौ एकड़ भूमि और खरीदा जाना शेष है।
केंद्र सरकार का वन एवं पर्यावरण मंत्रालय, मध्य प्रदेश सरकार, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मण्डल, जिला प्रशासन सिवनी सहित भाजपा के सांसद के.डी.देशमुख विधायक श्रीमति नीता पटेरिया, कमल मस्कोले, एवं क्षेत्रीय विधायक जो स्वयं भी आदिवासी समुदाय से हैं श्रीमति शशि ठाकुर, कांग्रेस के क्षेत्रीय सांसद बसोरी सिंह मसराम एवं सिवनी जिले के हितचिंतक माने जाने वाले केवलारी विधायक एवं विधानसभा उपाध्यक्ष हरवंश सिंह ठाकुर भी गौतम थापर या संयंत्र प्रबध्ंान से यह पूछने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं कि आखिर संयंत्र प्रबंधन को कितने भूभाग की इस संयंत्र के लिए दरकार है।

(क्रमशः जारी)

गठबंधन धर्म भी तरीके से नहीं निभाया मनमोहन ने


बजट तक शायद चलें मनमोहन . . . 62

गठबंधन धर्म भी तरीके से नहीं निभाया मनमोहन ने

सहयोगी दलों को भी करना पड़ा कोर्ट कचहरी का सामना



(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। मनमोहन सिंह भले ही गठबंधन धर्म को राष्ट्रधर्म के उपर मानकर सर्वोपरि समझा जा रहा हो, पर सत्यता तो यह है कि वजीरेआजम डॉ.मनमोहन सिंह द्वारा ठीक तरीके से गठबंधन धर्म का पालन भी नहीं किया जा सका है। सत्ता में शामिल दलों के नेताओं को भी जनता के सामने अपमान का घूंट पीकर अंततः जेल जाने पर मजबूर होना पड़ा है, जिससे सहयोगी दलों को भी मनमोहन सिंह फूटी आंख नहीं सुहा रहे हैं।
गौरतलब है कि वर्ष 2011 में कांग्रेसनीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के सहयोगी दलों के वरिष्ठ सदस्यों को साल भर लानत मलानत झेलनी पड़ी। साल भर आलम यह रहा कि कांग्रेस और सरकार में शामिल अन्य सहयोगी दलों के वरिष्ठ नेता या तो जेल जाते रहे या अपनी बारी का इंतजार करते दिखे।
मनमोहन सिंह के नेतृत्व में 2009 में दूसरी बार बनी सरकार के बाद सामने आए भ्रष्टाचार, घपले, घोटालों के बाद न केवल कांग्रेस वरन् उसके सहयोगी दल भी असहज ही महसूस कर रहे हैं। लोगों को डर है कि पता नहीं कब किसकी लाटरी लग जाए और उसे जेल जाना पड़े। कहा जा रहा है कि सहयोगी दल भी अब लामबंद होने लगे हैं कि किसी तरह मनमोहन सिंह को वजीरे आजम की कुर्सी से उतार दिया जाए।

(क्रमशः जारी)

केंद्रीय स्तर के आधा दर्जन नेता चाहें तो कल बन जाएगा महाकौशल


0 महाकौशल प्रांत का सपना . . . 19

केंद्रीय स्तर के आधा दर्जन नेता चाहें तो कल बन जाएगा महाकौशल

कांग्रेस भाजपा के पास हैं तीन तीन ताकतवर क्षत्रप



(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। देश के असली हृदय प्रदेश का रूतबा रखने वाले महाकौशल प्रांत को प्रथक बनाने के लिए संघर्ष करने के लिए केंद्रीय स्तर के आधा दर्जन नेताओं की फौज ही पर्याप्त मानी जा सकती है, जो मध्य प्रदेश विधानसभा से इसका प्रस्ताव पारित करवाकर केंद्र को भेज सकती है और अपने प्रभाव का उपयोग कर केंद्र से भी इसे पारित करवाने का माद्दा रखते हैं।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के केंद्रीय मंत्री कमल नाथ, मध्य प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष हरवंश सिंह ठाकुर के साथ ही साथ अखिल भारतीय कांग्रेस सेवादल के पूर्व अध्यक्ष और मध्य प्रदेश बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष रामेश्वर नीखरा, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, फग्गन ंिसह कुलस्ते के अलावा मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष ईश्वर दास रोहाणी के साथ ही साथ जनता दल यूनाईटेड के संयोजक शरद यादव अगर मन में ईमानदारी से संकल्प पारित करवा दें तो महाकौशल प्रांत बनने में समय नहीं लगने वाला।
कांग्रेस और भाजपा की मध्य प्रदेश में भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है। कांग्रेस और भाजपा के कद्दावर नेता अगर अपने अपने समर्थक विधायकों को पाबंद कर दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा में प्रथक महाकौशल के लिए प्रस्ताव पारित करवाना है तो महाकौशल के समस्त विधायक मिलकर इस काम को अंजाम दे सकते हैं। इन विधायकों में विधानसभा अध्यक्ष ईश्वर दास रोहाणी और उपाध्यक्ष हरवंश सिंह ठाकुर खुद महाकौशल क्षेत्र को कर्मभूमि बनाए हुए हैं अतः यह काम ज्यादा मुश्किल प्रतीत नहीं होता है।
अगर प्रथक महाकौशल का प्रस्ताव मध्य प्रदेश विधानसभा से पारित हो जाता है तब केंद्र सरकार से इसे पारित करवाने में केंद्रीय मंत्री कमल नाथ, कांग्रेस के क्षत्रप रामेश्वर नीखरा, भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते तथा जनता दल यूनाईटेड के संयोजक शरद यादव अपने अपने प्रभावों का बेहतर उपयोग कर इसे अंजाम तक पहुंचा सकते हैं।
इस प्रांत ने पंडित द्वारका प्रसाद मिश्र जैसी राजनैतिक सूझबूझ वाली हस्ती को दिया जो प्रदेश के भाल पर महाकौशल का प्रतीक पुरूष साबित हुआ। महाकौशल ने प्रदेश को स्व.द्वारका प्रसाद मिश्र जैसा सबल, सुलझा और शक्तिशाली मुख्यमंत्री दिया। इसके अलावा केंद्र में गार्गीशंकर मिश्र जैसे कद्दावर मंत्री दिए, जिनकी कर्मभूमि छिंदवाड़ा और सिवनी रही। राजनैतिक तौर पर बलात ही हाशिए में ढकेल दी गई प्रदेश और देश की तेज तर्रार मंत्री सुश्री विमला वर्मा की कर्मभूमि सिवनी ही रही है। सुश्री वर्मा के बनाए लोगों ने ही उन्हें पार्श्व में ढकेला, वरना आज वे किसी प्रांत की महामहिम राज्यपाल या देश की महामहिम राष्ट्रपति बनने की काबिलियत रखती हैं। केंद्रीय परिदृश्य में अगर देखा जाए तो कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय महासचिव और अनेक विभागों के मंत्री रहे कमल नाथ का केंद्रीय राजनीति में अपना अलग ही महत्व है। इसके अलावा प्रदेश में राजनैतिक धुरी बन चुके हरवंश सिंह ठाकुर की जन्म भूमि छिंदवाड़ा तो कर्मभूमि सिवनी है। वे आज मध्य प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष पद पर विराज मान हैं। हिमाचल प्रदेश की राज्यपाल उर्मिला सिंह भी सिवनी जिले से ही हैं। इसके अतिरिक्त दो दशकों तक स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष रहे रामेश्वर नीखरा, पूर्व मंत्री सत्येंद्र पाठक, दीपक सक्सेना, प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष विश्वनाथ दुबे, प्रवक्ता कल्याणी पांडे, श्रीमति नेहा सिंह, रेखा बिसेन, पुष्पा बिसेन, दयाल सिंह तुमराची और न जाने कितने जनसेवक हैं जो प्रदेश और केंद्रीय राजनीति में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं।
भाजपा भी महाकौशल प्रांत में जबर्दस्त तरीके से सक्षम ही प्रतीत होती है। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल वर्तमान में केंद्रीय राजनीति में सक्रिय हैं। वे भाजपा के असंगठित मोर्चे के अध्यक्ष हैं। फग्गन सिंह कुलस्ते भी केंद्रीय राजनीति में हैं और वे भी भाजपा के एक अनुसूचित जनजाति मोर्चे के नेशनल प्रेजीडेंट हैं। मंत्रियों में गौरी शंकर बिसेन, अजय बिश्नोई, देवी सिंह सैयाम, नाना माहोड़े तो पूर्व मंत्रियों में डॉ.ढाल सिंह बिसेन, चौधरी चंद्रभान सिंह आदि का शुमार है। महाकौशल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष नरेश दिवाकर भी दो बार विधायक रहे हैं। मध्य प्रदेश महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष श्रीमति नीता पटेरिया सिवनी से विधायक भी हैं। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष अनुसुईया उईके, विनोद गोटिया, राकेश सिंह और न जाने कितनी विभूतियां भाजपा की झोली में हैं। इतना ही नहीं एनडीए के सबसे ताकतवर स्तंभ शरद यादव की राजनीति भी महाकौशल की संभावित राजधानी जबलपुर से ही आरंभ हुई।

(क्रमशः जारी)

प्रदीप भाटिया संभालेंगे एमपी आईओ की कमान!


प्रदीप भाटिया संभालेंगे एमपी आईओ की कमान!



(अमेय)

नई दिल्ली (साई)। मध्य प्रदेश सूचना केंद्र की कमान जनसंपर्क के वरिष्ठ अधिकारी प्रदीप भाटिया ने संभाल ली है। देश की राजनैतिक राजधानी में मध्य प्रदेश सरकार की छवि बनाने की गरज से एमपी गर्वमेंट द्वारा दिल्ली के मंहगे व्यवसायिक इलाके कनाट प्लेस में बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर स्थित मध्य प्रदेश सूचना केंद्र पिछले कुछ दिनों से चर्चाओं में है, जिसे पटरी पर लाने प्रदीप भाटिया को खासी कवायद करनी पड़ सकती है। सूचना केंद्र के वर्तमान प्रभारी सुरेंद्र द्विवेदी अगले माह सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
आरोपित है कि मध्य प्रदेश सूचना केंद्र द्वारा पिछले कुछ माहों से पत्रकारों को सूचना उपलब्ध करावाने के बजाए भाजपा के सांसद विधायकों की सेवा टहल में अपना विशेष ध्यान केंद्रित किया हुआ था। मध्य प्रदेश कव्हर करने वाले मीडिया पर्सन्स को सुविधाएं उपलब्ध कराने के स्थान पर सूचना केंद्र के सरकारी वाहन विधायक और सांसदों के लिए पाबंद होने के आरोप भी सार्वजनिक तौर पर लगते रहे हैं।
इतना ही नहीं मध्य प्रदेश सरकार के इस कार्यालय से भारतीय जनता पार्टी और उसके अनुषांगिक संगठनों के प्रोग्राम्स के प्रेस नोट भी सरेआम वितरित किए जाने की शिकायतें आती रहीं हैं। चर्चा है कि चूंकि कांग्रेस इस मामले में नरम रवैया अपनाए हुए है, वरना सरकारी धन के इस अपव्यय पर मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार को कब का घेरा जा सकता था।

नही थमा शीतलहर का कहर


नही थमा शीतलहर का कहर



(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। देश की राजनैतिक राजधानी दिल्ली सहित देश भर में शीत लहर अपने शबाब पर है। चारों ओर खून जमाने वाली ठण्ड से लोगों घरों में दुबके हुए हैं। राहत की बात है कि इस समय शालाओं में क्रिसमस के चलते शीतकालीन अवकाश चल रहे हैं, जिससे छोटे बच्चों में राहत महसूस की जा रही है। अधिकांश प्रदेशों में शालाएं दो जनवरी से खुलने वाली हैं, तब ठंड की मारक क्षमता काफी ज्यादा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
लखनउ से दीपांकर श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य के पूर्वी जिलों में पिछले तीन-चार दिनों से धूप जिलों में पिछले तीन-चार दिनों से धूप निकलने के बावज निकलने के बावजूद कड़ाके की ठंड पड़ रही है। गोरखपुर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। गोरखपुर और और इसके आसपास के क्षेत्रों में अच्छी धूप निकलने के बावजूद सुबह-शाम गलनभरी ठंड पड़ रही है। अन्य पूर्वी जिलों में भी रात के तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गयी है।
उधर पश्चिमी जिलों में ठंड औ उधर पश्चिमी जिलों में ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी है। मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटों में कुछ स्थानों पर तापमान में और गिरावट होने का अनुमान व्यक्त किया है। इस बीच प्रदेश के कुछ हिस्सों में घने कोहरे का प्रकोप बना हुआ है जिससे सड़क तथा रेल यातायात प्रभावित है। लम्बी दूरी  तथा रेल यातायात प्रभावित है। रेलगाड़ियां काफी विलम्ब से चल रहीं है।
जयपुर से स्वाति मीणा ने खबर दी है कि प्रदेशभर में इस समय कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। शेखावाटी अंचल में कई स्थानों पर तापमान जमाव बिन्दु से नीचे बना हुआ है। सीकर और चूरु के लोग कंपकपाती सर्दी की चपेट में है। शीतलहर का जनजीवन पर भी असर पड़ा है। घने कोहरे के कारण रेल और सड़क यातायात भी प्रभावित हुआ है। कई रेलगाड़ियां देरी से चल रही है, जिसकी वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बेघर और फुटपाथ पर रहने वालें लोगों को सर्दी से बचाने के लिए सरकार की ओर से रैन बसेरे बनाए गए है। मैदानी इलाकों में चूरु पिछले कुछ दिनों से जबरदस्त शीतलहर की गिरफ्त में है। वहां आज पारा शून्य से सात दशमलव डिग्री नीचे दर्ज किय गया।
मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार गंगानगर और पिलानी में एक, भरतपुर में चार दशमलव नौ, बीकानेर में पांच, जैसलमेर में साढे पांच, वनस्थली में पांच दशमलव सात, रावतभाटा में 6 दशमलव चार, जयपुर में सात दशमलव एक, बूंदी में आठ दशमलव चार और डबोक में आठ दशमलव सात डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। उधर राज्य के एक मात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में भी कड़ाके की सर्दी का असर बना हुआ है। इसके बावजूद वहां पहुंचने वाले सैलानियों का उत्साह बना हुआ है और वे वहां के विभिन्न दर्शनीय स्थलों पर देखे जा सकते है।
गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि कडाके की सर्दी को देखते हुए राजस्थान से लगती अन्तरराष्ट्रीय सीमा पर सतर्कता बढा दी गई है। सीमा सुरक्षा बल के सूत्रों के अनुसार धुंध और कोहरे की वजह से घुसपैठ की आंशका को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। उन्होंने बताया कि सीमा पर तैनात बल के जवानों के साथ ही मुख्यालय से अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजा गया है। कमांडेट स्तर के अधिकारी भी मुख्यालय के बजाय सीमा पर रह कर निगरानी रखेंगे।  

पंडित की दक्षिणा पर विधायक का डाका!


पंडित की दक्षिणा पर विधायक का डाका!



(वेद बघेल)

सिवनी (साई)। माना कि मध्य प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष और सिवनी की विधायक श्रीमति नीता पटेरिया जात की ब्राम्हण हैं किन्तु उनकी मेजबानी में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में उन्होने जो हरकत की है वह भाजपा के लिए शर्मसार करने को पर्याप्त मानी जा सकती है। प्रभारी मंत्री द्वारा पूजन अर्चन के उपरांत पूजा की थाली में पंडित जी की दक्षिण के रखे गए पैसे विधायक श्रीमति नीता पटैरिया द्वारा उठा लिए गए। वहां उपस्थित पंडित क्षेत्रीय विधायक के उक्त कृत्य को देखकर अचरज में पड़ गया। मीडिया कर्मियों ने इस दृश्य को अपने कैमरे में कैद भी कर लिया।
सियासी दलों द्वारा पहले सुशासन लाने की बात कही जाती थी, फिर सख्त लोकपाल के द्वारा राम राज्य लाने के दिवा स्वप्न दिखाए जा रहे हैं। कौन नहीं चाहता है कि उसके उपर माता लक्ष्मी की कृपा न रहे। सांसद विधायकों को जनता से एकत्र किए गए करों से संचित राजस्व के खजाने खोल दिए जाते हैं। अटल बिहारी बाजपेयी के जन्म दिवस पर मध्य प्रदेश में सिवनी जिले में आयोजित एक प्रोग्राम का नजारा जब कैमरे में कैद किया गया तो न जाने कितने लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली कि एसे कैसे सांसद विधायक मिलकर मजबूत लोकपाल लेकर आएंगे।
हुआ दरअसल यह कि परिसीमन में समाप्त हुई सिवनी लोकसभा सीट की अंतिम सांसद और जिला मुख्यालय सिवनी को अपने आप में समाहित करने वाली सिवनी विधानसभा की विधायक श्रीमति नीता पटेरिया ने 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के जन्म दिवस पर अपनी विधानसभा में दो दर्जन से ज्यादा टेंकर्स बांटने का प्रोग्राम रखा। इन टेंकर्स की कीमत सवा लाख से ज्यादा बताई जा रही है जो इनके वास्तविक मूल्य से दोगने से ज्यादा है।
योजना समिति के सूत्रों का कहना है कि इसके लिए 25 टेंकर्स हेतु विधायक निधि से तीस लाख तीस हजार दो सौ रूपए जारी कर दिए गए हैं। टेंकर्स का खेल समूचे मध्य प्रदेश में सरेआम चल रहा है। बताया जाता है कि उक्त टेंकर्स मध्य प्रदेश सरकार के एक उपक्रम एमपी एग्रो के माध्यम से खरीदे गए हैं। उक्त टैंकर्स के लिए एमपी एग्रो ने कोई निविदा भी नहीं बुलाई गई है। एमपी एग्रो के सूत्रों का कहना है कि यह उसके विभाग का रजिस्टर्ड आईटम नहीं है इसलिए इसका कोई रेट फिक्स नहीं है।
सिवनी निवासी पत्रकार काबिज खान ने एक क्लिपिंग और कुछ फोटोग्राफ भेजे है जिसमें साफ दिख रहा है कि स्थानीय मिशन उच्चतर माध्यमिक शाला प्रांगड़ में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश सरकार के स्कूल शिक्षा मंत्री नाना माहोड थे। मां सरस्वती वंदना के उपरांत प्रभारी मंत्री मोहोड़ ने पूजन की थाली में कुछ रूपए (संभवतः दो सौ रूपए) डाले गए। इसके पीछे खड़ीं प्रोग्राम की मेजबान विधायक श्रीमति नीता पटेरिया द्वारा वे पैसे उठाकर अपनी जेब में रख लिए गए।
इन परिस्थितियों में देश के सांसद विधायकों से कैसे उम्मीद की जा सकती है कि वे देश को मजबूत और सक्षम लोकपाल दे पाएंगे। निश्चित तौर पर विधायक श्रीमति पटेरिया का यह कृत्य मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा को शर्मसार करने के लिए पर्याप्त कहा जा सकता है।
उल्लेखनीय होगा कि इसके पहले श्रीमति पटेरिया भाजपा की जिम्मेदार सांसद रहीं हैं। सांसद रहते हुए उन पर कमीशन के ढेरों आरोप सार्वजनिक तौर पर लग चुके हैं। वर्तमान में श्रीमति पटेरिया मध्य प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष भी हैं।

चुनाव आयोग का दल 30 जनवरी को आएगा


चुनाव आयोग का दल 30 जनवरी को आएगा



(विक्की आनंद)

चंडीगढ़ (साई)। मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी के नेतृत्व में चुनाव आयोग का एक दल ३० जनवरी से हो रहे चुनावों के प्रबंधों का जायजा लेने के लिए आज से दो दिन की यात्रा पर पंजाब जा रहा है। राज्य चुनाव आयुक्त के एक प्रवक्ता ने चंडीगढ़ में बताया कि श्री कुरैशी के साथ चुनाव आयुक्त वी एस सम्पत और एच एस ब्रहमा भी जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह दल बुधवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेगा।  यह दल चुनाव पं्रबधों का जायजा लेने के लिए राज्य के मुख्य सचिव, प्रधान गृह सचिव, डीजीपी, डीसी, एसएसपी, आईजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से भी चर्चा करेगा।

नए चिकित्सक भर्ती किए सरकार ने


नए चिकित्सक भर्ती किए सरकार ने

(कुसुम नंदा)

जयपुर (साई)। राजस्थान में राज्य सरकार ने मरीजों की देखभाल के लिए साढ़े सात सौ नए डॉक्टर भर्ती किए हैं, जिससे सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं की स्थिति आज सुधरने की संभावना है। राज्य में सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल का आज सातवां दिन है। राज्य सरकार ने राजस्थान आवश्यक सेवा अधिनियम के तहत करीब चार सौ पच्चीस डॉक्टरों को गिरतार किया है, और ५७ को निलंबित किया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने हड़ताली डॉक्टरों से अपील की है कि वे मरीजों के हित में हड़ताल खत्म कर दें।
डॉक्टरों के हॉस्पिटल न जाने से हजारों की जाने खतरे में हो सकती हैं। इस लिए मैं अपील करता हूं। उनकों दूसरे एनसोसियनस की तरह हड़ताल नहीं करनी चाहिए। जिसकी वजह से किसी की जान चली जाए। कहा जा रहा है कि हड़ताली डॉक्टर मांग कर रहे हैं कि वे काम पर लौटने को तैयार हैं, इसलिए सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई वापस ले और बातचीत शुरू कर दें।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल उदयपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पहले हड़ताली डॉक्टरों को काम पर लौटना चाहिए। उसके बाद ही सरकार उनसे कोई बातचीत करेगी। उधर आंदोलन कर रहे डॉक्टर वार्ता से पहले बर्खास्तगी और डवलपमेंट के आदेश वापस लेने और गिरतार डॉक्टरों की रिहा करने की मांग कर रहे हैं। इस गतिरोध को तोड़ने की कोशिश के तहत सरकार ने बीस सूत्री कार्यक्रम की अनवेंश समिति के अध्यक्ष डॉक्टर करण सिंह यादव को हड़ताली डॉक्टरों से बातचीत के लिए अधिकृत किया है। सरकारी अस्पतालों में सेवाओं को सामान्य बनाए रखने के लिए ७५० नये डॉक्टरों की भर्ती के साथ ही ३७७ का तबादला किया गया है।

समान शुल्क की वकालत की दूरसंचार ने


समान शुल्क की वकालत की दूरसंचार ने

(शिवी)

नई दिल्ली (साई)। दूरसंचार आयोग ने सेवा और सर्किल पर आधारित मौजूदा लाईसेंस शुल्क ६ से १० प्रतिशत की जगह पर सभी के लिए एक समान आठ प्रतिशत लाईसेंस शुल्क करने की सिफारिश की है। टेलीकॉम आयोग की पांच घंटे तक चली बैठक के बाद टेलीकॉम सचिव आर चंद्रशेखर ने नई दिल्ली में कहा कि दो साल की अवधि में पूरा लाईसेंस शुल्क दो किस्तों में चुकाया जायेगा। टेलीकॉम आयोग टेलीकॉम मंत्रालय की निर्णय लेने वाली सर्वाेच्च संस्था है।  इसके अलावा आयोग ने ट्राई की विलय और अधिग्रहण संबंधी ट्राई की सिफारिश को भी स्वीकारा है।

राहुल का सघन जनसंपर्क जारी


राहुल का सघन जनसंपर्क जारी

(रश्मि सिन्हा)

लखनउ (साई)। कॉग्रेस महासचिव राहुल गांधी का उत्तर प्रदेश में जनसम्पर्क अभियान जारी है। उन्होंने तीस दवसीय जनसम्पर्क अभियान की शुरूआत आज सीतापुर जिले के सिधौली से की। वहां आयोजित एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केन्द्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार ने देशवासियों को शिक्षा, सूचना और रोजगार का अधिकार दिया है तथा शिक्षा, सूचना और रोजगार का अधिकार दिया है अब खाद्य सुरक्षा की गारंटी देने जा रही है। इसके तहत गरीबों को काफी कम कीमत पर अनाज मिलेगा। उन्होंने कहा कि पिछले बाईस वर्षाें में गैर कॉग्रेसी सरकारों ने राज्य को काफी पीछे धकेल दिया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रदेश के सम्यक विकास पर जोर देते हुए मायावती सरकार पर इसकी उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। सीतापुर के सिधौली में आज एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बसपा सरकार जन कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में विफल रही है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर श्री गांधी ने अपने तीसरे चरण के प्रचार अभियान के पहले दिन प्रदेश की गैर कांग्रेसी सरकारों पर तीखे हमले किये।
उन्होंने कहा कि गैर कांग्रेसी सरकारों ने आम लोगों की उपेक्षा की है, जिससे उत्तर प्रदेश प्रगति के दौर में लगातार पिछड़ता चला गया। उन्होंने कहा कि युवाओं और बच्चों की उपेक्षा समाज के भविष्य की उपेक्षा है और गैर कांग्रेसी सरकारें भविष्य के साथ खिलावाड़ करती रही है।

स्वास्थ्य कार्यशाला का आयोजन


स्वास्थ्य कार्यशाला का आयोजन

(अमित नेगी)

शिमला (साई)। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत शिमला स्थित स्वास्थ्य व परिवार कल्याण केन्द्र, परिमहल में किशोरावस्था में प्रजनन एवं यौन स्वास्थ्य संबंधी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मशोबरा खंड के विभिन्न स्कूलों के लगभग एक सौ छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
कार्यशाला की समन्वयक अंजली चौहान ने बताया कि इसका मकसद 13 से 19 वर्ष के बीच के किशोर-किशोरियांे को प्रजनन तथा यौन शिक्षा की जानकारी देना है ताकि वे ग़लत रास्ते पर न जाएं। मिशन के निदेशक राकेश कंवर ने प्रतिभागियांे से कहा कि प्रजनन व यौन शिक्षा को लेकर हमें अपनी सोच को बदलना होगा और पूर्वाग्रहों से बाहर निकलना होगा।उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग आगामी वर्ष के लिए इस संबंध में एक ठोस योजना बना रहा है। कार्यशाला के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि किशोरावस्था में किशोरों के मन में विभिन्न कुंठाओं का समाधान न होने पर उनका नशे की ओर पलायन हो जाता है, जिसे रोकने के लिए अभिभावकों, अध्यापकों और किशोर-किशोरियांे को अपनी सोच में बदलाव लाने की आवश्यकता है।

नए जिलों के गठन की प्रक्रिया तेज


नए जिलों के गठन की प्रक्रिया तेज

(श्रुति शांडिल्य)

रायपुर (साई)। प्रदेश में नए घोषित जिलों के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई हैं और ये जिले अगले वर्ष से अस्तित्व में आ जायेंगे। दुर्ग जिले से भी दो नए जिले बनाए जा रहे हैं इनमें बालोद और बेमेतरा शामिल हैं। आज इस सिलसिले में दुर्ग जिले के प्रभारी मंत्री रामविचार नेताम और प्रभारी सचिव एन बैजेन्द्र कुमार ने नए जिलों के गठन की तैयारियों के संबंध में समीक्षा की। इस अवसर पर श्री नेताम ने बताया कि बालोद जिला नौ जनवरी से और बेमेतरा जिला तेरह जनवरी से अस्तित्व में आ जायेगा। बैठक में जलसंसाधन मंत्री हेमचंद यादव भी मौजूद थे। 

मत्स्य महोत्सव 27 से


मत्स्य महोत्सव 27 से

(एन.के.श्रीवास्तव)

रायपुर (साई)। छत्तीसगढ़ में मत्स्य विकास की आपार संभावनाएं हैं। इसके मद्देनजर राजधानी रायपुर में आगामी सत्ताईस जनवरी से तीन दिवसीय मत्स्य-महोत्सव का आयोजन किया जायेगा। केन्द्रीय कृषि और खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री डॉक्टर चरणदास महंत ने अपने रायपुर प्रवास के दौरान इस महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा की।
डॉक्टर मंहत ने बताया कि इस मत्स्य-महोत्सव का उद्देश्य किसानों कों मत्स्य उद्योग की नवीनतम् तकनीकों से परिचय कराना और उन्हें मछली पालन के लिए प्रोत्साहित करना है। उनतीस जनवरी तक चलने वाले इस महोत्सव का आयोजन भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है। महोत्सव के दौरान विभिन्न राज्यों के मछली पालन विभाग द्वारा स्टॉल भी लगाए जायेंगे।

मत्स्य महोत्सव 27 से


मत्स्य महोत्सव 27 से

(एन.के.श्रीवास्तव)

रायपुर (साई)। छत्तीसगढ़ में मत्स्य विकास की आपार संभावनाएं हैं। इसके मद्देनजर राजधानी रायपुर में आगामी सत्ताईस जनवरी से तीन दिवसीय मत्स्य-महोत्सव का आयोजन किया जायेगा। केन्द्रीय कृषि और खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री डॉक्टर चरणदास महंत ने अपने रायपुर प्रवास के दौरान इस महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा की।
डॉक्टर मंहत ने बताया कि इस मत्स्य-महोत्सव का उद्देश्य किसानों कों मत्स्य उद्योग की नवीनतम् तकनीकों से परिचय कराना और उन्हें मछली पालन के लिए प्रोत्साहित करना है। उनतीस जनवरी तक चलने वाले इस महोत्सव का आयोजन भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है। महोत्सव के दौरान विभिन्न राज्यों के मछली पालन विभाग द्वारा स्टॉल भी लगाए जायेंगे। 

कालचक्र की तैयारियां पूरी


कालचक्र की तैयारियां पूरी

(मंजू सिंह)

पटना (साई)। भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली बोधगया में बत्तीसवें कालचक्र पूजा की तैयारी जोरांे पर चल रही है। अठाईस दिसम्बर से शुरू होने वाले इस भव्य पूजा में भाग लेने के लिए बौद्धधर्म गुरू दलाईलामा बो धगया आ रहे हैं। पूजा में भाग लेने के लिए बौद्ध धर्मावलम्बियों का आना प्रारं भ हो गया है। लगभग पचास हजार से अधिक लामा भिक्षु बोधगया आ चुके हैं। कालचक्र मैदान में तिब्बती कला के अनुरूप लगभग एक लाख वर्गफीट के भव्य पंडाल का निर्माण कराया गया है। पूजा में शामिल होने के लिए कई स्थानों पर पंजीयन और पहचान पत्र निर्गत किया जा रहे हैं। इस पूजा में आगत अतिथियों की व्यवस्था में साफ-सफाई, पेयजल और सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये हैं।