सोमवार, 10 सितंबर 2012

मीनार ए पाकिस्तान के दीदार किए कृष्णा ने


मीनार ए पाकिस्तान के दीदार किए कृष्णा ने

(ब्यूरो कार्यालय)

इस्लामाबाद (साई)। भारत के विदेश मंत्री अपनी पाकिस्तान यात्रा के दौरान कल मीनार ए पाकिस्तान देखने गए और वहां अतिथि पुस्तिका में लिखा कि भारत चाहता है कि पाकिस्तान में स्थिरता और संपन्नता रहे। विदेश मंत्री श्री कृष्णा ने लिखा कि भारत और पाकिस्तान अच्छे पड़ौसियों की तरह सम्मान और शांति से रह सकते हैं और ऐसा जरूरी भी है। इसके लिए भारत- पाकिस्तान के साथ भरोसे के संबंध बनाने और एक दूसरे के लाभ के लिए सभी क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए वचनबद्ध है।
इससे पहले श्री कृष्णा दाता गंज बक्श की दरगाह और महाराजा रणजीत सिंह की समाधि पर भी गए। अल्लामा इकबाल हवाई अड्डे पर उन्होंने पाकिस्तानी पत्रकारों के साथ बातचीत में अपनी यात्रा को उपयोगी बताया। विदेश मंत्री तीन दिन की पाकिस्तान यात्रा के बाद नई दिल्ली लौट आए हैं।
भारत ने पाकिस्तान से फिर कहा है कि वह २६ नवम्बर २००८ को मुम्बई में हुए आतंकवादी हमलों की साजिश रचने वाले हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई करे। विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने कल लाहौर में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ के साथ बातचीत में यह मुद्दा उठाया। दो घंटे से भी अधिक समय तक चली इस मुलाकात के दौरान श्री शरीफ ने कहा कि आतंकवाद तो आतंकवाद है, उसमें कुछ अच्छा या बुरा नहीं होता।
उन्होंने श्री कृष्णा से अनुरोध किया कि हाफिज सईद के खिलाफ पाकिस्तान सरकार को और सबूत दें।विदेश मंत्री के साथ पाकिस्तान यात्रा पर गए हमारे संवददाता ने खबर दी है कि इस मुलाकात के दौरान बड़ी संख्या में कारोबार जगत के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। श्री कृष्णा पंजाब के गवर्नर से भी मिले।
भारत के विदेशमंत्री की पाकिस्तान यात्रा का समापन लाहौर में पंजाब के मुख्यमंत्री और गर्वनर के साथ मुलाकातों के साथ हुआ। मुख्यमंत्री शरीफ पाकिस्तान की मुस्लिम लीग नवाज के प्रतिनिधि है जबकि गर्वनर लतीफ खोसा पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नुमाइदे हैं। पाकिस्तान सरकार के तीन मुख्य सहयोगी दलों के साथ श्री कृष्णा की मुलाकातें पहले ही हो चुकी हैं।
इसका मतलब ये है कि पाकिस्तान के सभी राजनैतिक दल भारत के साथ रिश्ते सुधारना चाहते हैं। वहां के व्यापारियों ने भी भारत के साथ व्यापार में खासी दिलचस्पी दिखाई है। नये वीजा समझौते के बाद दोनों देशों के लोगों के बीच मेलजोल और आसान हो जाएगा। उम्मीद की जा सकती है कि आपसी विश्वास पुर्नजन्म लेगा और इस बार हमेशा के लिए रहेगा।

असम में जारी है कर्फ्यू


असम में जारी है कर्फ्यू

(पुरबालिका हजारिका)

गुवहाटी (साई)। असम में धुबरी जिले के धुबरी और बिलासीपाड़ा सब डिवीजनों में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू जारी है। सेना, त्वरित कार्यबल और केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल कड़ी चौकसी बरत रहे हैं। सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि छुरेबाजी की घटनाओं के सिलसिले में अब तक चौदह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
ज्ञातव्य है कि इन घटनाओं में एक व्यक्ति मारा गया था और दो घायल हुए थे। इससे पहले असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें जिनका गुवाहाटी और धुबरी की हिंसक घटनाओं में हाथ है। श्री गोगोई ने कल गुवाहाटी के पलटन बाजार क्षेत्र में हुए विस्फोट के स्थान का दौरा किया।
श्री गोगोई ने कल गुवाहाटी मेडिकल कालेज और अस्पतालों में घायलों से मुलाकात की और उन्हें आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि शनिवार गुवाहाटी के पलटन बाजार इलाके में हथगोला विस्फोट में सीआरपीएफ का एक जवान मारा गया और १२ लोग घायल हो गए। घटना के बाद ही पूरे गुवाहाटी में गश्त बढ़ा दी गई है और इस सिलसिले में ५२ लोगों को पकड़ा गया है। प्रतिबंधित संगठन उल्फा ने विस्फोट की जिम्मेदारी ली है।

विस्फोट में 100 से ज्यादा मरे


विस्फोट में 100 से ज्यादा मरे

(ब्यूरो)

बगदाद (साई)। इराक में कल हुए कार बम विस्फोटों, आत्मघाती बम हमलों, सड़क किनारे हुए धमाकों और गोलीबारी की घटनाओं में १०० से ज्यादा लोग मारे गए हैं और ३५० से ज्यादा घायल हुए। दुजैल, किरकुक, समारा, बसरा, नसीरिया, बलाद, तुज$ खुरमातो और बगदाद सहित तेरह शहरों के शिया बहुल इलाकों में हुए इन हमलों में २५ विस्फोट भी शामिल हैं।
इराक के गृह मंत्रालय ने अल-कायदा से जुडे संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक को इन हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया है। बगदाद में जारी एक बयान में कहा गया है कि बाजारों और मस्जिदों में हुए हमलों के जरिए जातीय और राजनीतिक तनाव पैदा करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन इराक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगा।
अभी तक किसी भी संगठन ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन जिस तरीके से ये हमले किए गए उससे लगता है कि इसमें अल-कायदा के आतंकवादियों का हाथ है। अभी दो दिन पहले ही इराक में अलकायदा से जुड़े संगठन ने रमजान के महीने के दौरान हुई आतंकवाद की १३१ घटनाओं की जिम्मेदारी ली थी।
उधर, इराक में प्रधानमंत्री नूरी अल मलिकी के कटु आलोचक उपराष्ट्रपति तारिक अल हाशमी को हत्या का दोषी पाया गया है और फांसी की सजा सुनाई। हाशमी, को भगौड़ा घोषित किया जा चुका है और उनकी अनुपस्थिति में यह मुकदमा चलाया गया था। उन्होंने इन सारे आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया। बगदाद की अदालत ने हाशमी के सचिव और दामाद अहमद कतान पर भी उनकी अनुपस्थिति में मुकदमे की सुनवाई की और कल मौत की सजा सुनाई।

सड़क मार्ग को तवज्जो दे रहा कश्मीर


सड़क मार्ग को तवज्जो दे रहा कश्मीर

(विनोद नेगी)

जम्मू (साई)। जम्मू-कश्मीर सरकार, राज्य में सड़कों की सुविधा सुधारने को सबसे अधिक प्राथमिकता दे रही है। शहरों और कस्बों में वाहनों की भीड़-भाड़ को कम करने तथा दूर-दराज के गांवों को मुख्य राजमार्गों से जोड़ने के लिए पुलों के निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया है कि राज्य में कई पुल यातायात के लिए खोले जा चुके हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले साढ़े तीन वर्षों के दौरान राज्य में पांच सौ पचास सड़कों का निर्माण किया गया और दस हजार किलोमीटर कच्ची सड़कों को पक्का बनाकर यातायात के काबिल बनाया गया। केंद्रीय रोड फंड के अंतर्गत राज्य में १५ बड़ी परियोजनाओं और नबार्ड के अंतर्गत पांच सौ सड़क परियोजनाओं को पूरा किया गया जबकि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत ३ सौ सड़क योजनाओं पर काम चल रहा है। जम्मू शहर में १४७ करोड़ रुपए की लागत से तबी दरिया पर चौथे पुल का निर्माण कार्य जारी है और ये इस वर्ष दिसंबर तक यातायात के लिए चालू किया जाएगा।

पेरालिम्पिक्स का समापन


पेरालिम्पिक्स का समापन

(अभिलाषा जैन)

लंदन (साई)। लंदन-२०१२ पैरालिम्पिक्स रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच संपन्न हो गए हैं। समापन समारोह में ब्रिटेन की प्राचीन परम्पराओं और उत्सवों की झलक देखने को मिली। ग्यारह दिन के इस आयोजन के दौरान अनेक खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। दो हजार १६ में इन खेलों का आयोजन ब्राजील के रियो द जिनेरो में होना है।
रजत पदक विजेता गिरिशा होस्नागारा नागराजे गौड़ा सहित ३३ सदस्यों की भारतीय पैरालिम्पिक टीम कल सवेरे स्वदेश लोटेगी। गिरिशा ने पुरूषों की ऊंची कूद एफ-४२ स्पर्धा में दूसरा स्थान हासिल किया था। टीम में वह पदक जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। भारत की पैरालिम्पिक समिति हवाई अड्डे पर सभी खिलाड़ियों का भव्य स्वागत करेगी।

रातों रात आग लग गई नेताओं की संपत्ति में


रातों रात आग लग गई नेताओं की संपत्ति में

(प्रियंका)

नई दिल्ली (साई)। यह चमत्कार संभवतः भारत गणराज्य में ही होता है कि जनता की सेवा करने वाले नेताओं की संपत्ति में दिन दूनी रात चौगनी बढ़ोत्तरी होती है। इस गरीब देश में जहां दो तिहाई से ज्यादा आबादी को दो वक्त की रोटी नसीब नहीं है वहीं जनता की सेवा करने वाले नेताओं के पास अकूत दौतल है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह रुतबे में भले ही अपने कैबिनेट मंत्रियों से बड़े हैं, लेकिन बात जब पैसे की हो तो कई मंत्री उनसे काफी आगे हैं। पीएम की संपत्ति जहां 10.73 करोड़ है वहीं प्रफुल्ल पटेल 52 करोड़ के साथ उनसे काफी आगे हैं। हालांकि, मनमोहन सिंह की संपत्ति पिछले साल के मुकाबले बढ़कर दोगुनी हो गई है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की वेबसाइट पर अपडेट की गई जानकारी के मुताबिक, प्रफुल्ल पटेल जहां धनवान कैबिनेट मंत्रियों की लिस्ट में शुमार हैं वहीं रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी के पास सबसे कम पैसा है। उनकी संपत्ति 55 लाख रुपये है। केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार के पास 22 करोड़ की संपत्ति है।
मनमोहन सिंह ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक उनके पास कुछ आवासीय संपत्तियां, बैंक डिपॉजिट और एक मारुति 800 कार है। चंडीगढ़ और दिल्ली में उनके दो फ्लैट्स हैं जिनकी कीमत 7.27 करोड़ है। पीएम की संपत्ति पिछले साल के मुकाबले दोगुनी हो गई है। पिछले साल उनके पास 5.11 करोड़ की संपत्ति थी। पीएमओ सूत्रों का कहना है कि पीएम के पास जो चीजें थीं वह उतनी ही हैं, हालांकि उनकी कीमत बढ़ गई है।

आखिर झुके शिव आंदोलन कारियों के सामने


आखिर झुके शिव आंदोलन कारियों के सामने

(नंद किशोर)

भोपाल (साई)। मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खंडवा और हरदा जिले में जल सत्याग्रह कर रहे किसानों को जमीन के जमीन देने का प्रस्ताव दिया है। सीएम ने इस बाबत एक कमिटी बनाने का भी ऐलान किया है, जो अगले 3 महीने में रिपोर्ट देगी। सीएम के इस ऑफर के बाद नर्मदा डूब से प्रभावित लोग जल सत्याग्रह वापस ले सकते हैं।
सोमवार को मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जल सत्याग्रह कर रहे किसानों को जमीन के बदले जमीन का प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि जो किसान मुआवजे की राशि का 50 फीसदी लौटाएंगे, उन्हें जमीन के जमीन दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस बाबत 5 सदस्यों की एक कमिटी भी बनाई जाएगी, जो इस मामले पर पर अगले 3 महीने में रिपोर्ट देगी। यही नहीं ओंकारेश्वर बांध की ऊंचाई भी 189 मीटर से अधिक नहीं होगी।
गौरतलब है कि खंडवा जिले के घोघलगांव, बड़खलिया और हरदा जिले के खरदाना में नर्मदा के डूब प्रभावितों द्वारा जल सत्याग्रह किया जा रहा है। शुक्रवार को सीएम ने राज्य सरकार के दो मंत्रियों को सत्याग्रह स्थल पर जाकर आंदोलनकारियों से बातचीत के निर्देश दिए थे। शनिवार को उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और कुंवर विजय शाह सत्याग्रह स्थल पर पहुंचे और आंदोलनकारियों से बातचीत की। उसके बाद ही सरकार ने यह कदम उठाया है।
बेमियादी जल सत्याग्रह पर डटे डूब प्रभावितों को उफनती नर्मदा की बाढ़ का खतरा भी नहीं डिगा पाया। उनका आंदोलन शुक्रवार को 17वें दिन भी जारी है। घोघलगांव में आंदोलनरत 51 सत्याग्रहियों के पैरों की चमडी गलने लगी है। प्रदूषित और कच्चे जल के कारण खुजली रोग पनपने लगा है। इस मामले में विस्थपितों के साथ जिला प्रशासन और नर्मदा विकास प्राधिकरण के साथ हुई बातचीत में कोई नतीजा नहीं निकल सका है।

लाईसेंस के बिना नहीं होंगे गाने डाउनलोड


लाईसेंस के बिना नहीं होंगे गाने डाउनलोड

(दीपक अग्रवाल)

मुंबई (साई)। पायरेसी से आजिज आ चुके वालीवुड के संगीतकारों के लिए यह खुशखबरी है कि अब इंटरनेट से निशुल्क गाने डाउनलोड करने का समय लद गया है। अब सरकार ने म्यूजिक मोबाइल एक्सचेंज लाइसेंस (एमएमएक्स) को अनिवार्य कर दिया है। साथ ही लाइसेंस के बिना गाना डाउनलोड करने पर हो सकती है तीन साल तक की सजा।
अब इंटरनेट से मुफ्त में गाने डाउनलोड नहीं होंगे। इसके लिए अब लाइसेंस लेना होगा। पायरेसी की शिकार म्यूजिक इंड्रस्ट्री को बचाने के लिए सरकार ने म्यूजिक मोबाइल एक्सचेंज लाइसेंस (एमएमएक्स) को अनिवार्य कर दिया है। गाने डाउनलोड करने के लिए मोबाइल शॉप मालिकों को आइएमआइ कंपनी से लाइसेंस लेना होगा। इस लाइसेंस के बिना यदि कोई दुकानदार इंटरनेट से गाना डाउन लोड करता है तो उसे तीन साल तक की सजा भी हो सकती है।
इस पॉलिसी की शुरुआत आंध्रप्रदेश में हुई, जिसे पंजाब ने भी लागू कर दिया है। देर-सवेर इसे झारखंड में लागू करने की योजना है। ऐसा हो जाने पर किसी भी मोबाइल शॉप से आप अपने मोबाइल फोन में गाने डाउनलोड नहीं करवा सकेंगे। झारखंड में इस नियम को लागू करने से पहले आइएमआइ कंपनी के सेक्रेटरी जनरल सेवियो डिसूजा इसकी पूरी जानकारी देंगे। अगले कुछ माह में यह नियम हरियाणा, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में भी लागू होने वाला है।

मुसलमान ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं: तरुण गोगोई


मुसलमान ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं: तरुण गोगोई

(अतुल खरे)

मुंबई (साई)। असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के एक बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने असम में मुस्लिम आबादी बढ़ने के पीछे बांग्लादेशी घुसपैठ के आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि राज्य में मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर हिंदुओं की तुलना में अधिक है, क्योंकि मुस्लिम अधिक बच्चे पैदा करते हैं। हालांकि, इसका कारण उन्होंने मुस्लिमों के बीच फैली अशिक्षा को बताया।
जाने-माने पत्रकार करण थापर के टॉक शो में तरुण गोगोई ने कहा कि राज्य में अशिक्षा के कारण मुस्लिम ज्यादा बच्चे पैदा कर रहे हैं। मुस्लिम परिवारों में 10-10 तक बच्चे हैं। बार-बार पूछे जाने पर गोगोई ने कहा कि मेरा 100 फीसदी मानना है, यह सब अशिक्षा के कारण ही होता है। उन्होंने कहा, यदि आप 2001 की जनगणना को देखें तो असम में मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर देश के औसत से कम थी। 2011 की जनगणना में भी असम में आबादी की वृद्धि दर देश के औसत से कम थी। यह संकेत है कि घुसपैठ में गिरावट आई है।
टॉक शो में करण थापर ने जब आंकड़ों सहारा लेकर पूछा कि आप बताएं, कोकराझार में 19 फीसदी मुस्लिम आबादी बढ़ी है, जबकि हिंदू आबादी 5 पर्सेंट। कुछ ऐसा ही धुबरी में भी है वहां 29 फीसदी मुस्लिम आबादी बढ़ी है, जबकि हिंदू आबादी 5 फीसदी। बोंगईगांव में 31 पर्सेंट मुस्लिम आबादी और हिंदू आबादी 2 फीसदी की दर से बढ़ी है। क्या यह साबित नहीं करता है कि राज्य में घुसपैठ बढ़ी है?

गुजरात में बनेगा मॉडल सोलर साल्ट फार्म


गुजरात में बनेगा मॉडल सोलर साल्ट फार्म

(जलपन पटेल)

अहमदाबाद (साई)। निर्यात करने योग्य शुद्धता वाला नमक बनाने के लिए गुजरात में एक मॉडल सोलर साल्ट फार्म स्थापित किया जाएगा। यह फार्म सेंट्रल साल्ट मरीन एंड कैमिकल रिसर्च इन्स्टीट्यूट’ (सीएसएमसीआरआई) की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेटेंट प्रौद्योगिकी पर आधारित होगा।
सीएसएमसीआरआई के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया ‘‘गुजरात सरकार के सहयोग से दस से बीस एकड भूमि पर एक मॉडल फार्म स्थापित किया जाएगा। इसके विज्ञान आधारित डिजाइन तथा अन्य पहलुओं पर काम चल रहा है।’’ उन्होंने कहा ‘‘99 फीसदी से अधिक शुद्ध सोडियम क्लोराइड यानी नमक बनाने के लिए इस फार्म में हमारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेटेंट की गई प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाएगा।’’
सूत्रों ने बताया कि यह किफायती फार्म मॉडल छोटे नमक उत्पादकों के लिए लाभकारी हो सकता है क्योंकि ऐसे उत्पादक अनुसंधान का बडा खर्च वहन नहीं कर सकते। इससे पता चलेगा कि पर्यावरण को क्षति पहुंचाए बिना अत्यधिक शुद्ध नमक कैसे तैयार किया जा सकता है।

कांग्रेस में छोटा होते जा रहा है सोनिया का कद !


कांग्रेस में छोटा होते जा रहा है सोनिया का कद !

मेडम से दो कदम आगे नाथ

(हिमांशु कौशल)

सिवनी (साई)। केन्द्र में सŸाारूढ़ कांग्रेस विकास के नाम पर सारा पैसा छिंदवाड़ा में झोंक रही है जबकि छिंदवाड़ा लोकसभा सीट कांग्रेस 80 से जीतती आ रही है अगर एक उप चुनाव को छोड़ दे तो। वहीं सिवनी, मंडला लोकसभा सीट जहाँ कांग्रेस लंबे समय से हार रही है वहाँ की ओर कांग्रेस बिल्कुल ध्यान ही नहीं दे रही है जबकि ये आदिवासी जिले हैं और आदिवासी कांग्रेस का वोट बैंक माने जाते हैं। यहाँ तक की सोनिया गांधी की घोषणा के बाद भी मंडला फोर्ट बड़ी रेल लाइन का काम शुरू नहीं हुआ जबकि कमलनाथ के क्षेत्र में सारे काम लगातार होते जा रहे हैं इससे तो यही प्रतीत होता है कि कांग्रेस में सोनिया गांधी का कद छोटा हो गया है और कमलनाथ जैसे मंत्रियों का बड़ा।
ज्ञातव्य है कि छिंदवाड़ा में कांग्रेस 80 से लगातार जीतती आ रही है केवल एक उपचुनाव में भाजपा के सुंदर लाल पटवा की जीत हुई थी। वहीं सिवनी लोकसभा सीट और मंडला लोकसभा सीट भाजपा का गढ़ बनते जा रही है और कांग्रेस के परंपरागत आदिवासी वोट गोंडवाना और भाजपा की ओर जाते जा रहे हैं जिसका एकमात्र कारण यह है कि कांग्रेस सिवनी और मंडला लोकसभा सीट की ओर ध्यान ही नहीं दे रही है यहाँ तक की कांग्रेस के मंत्री अपनी राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री की घोषणा तक को नजर अंदाज करके चल रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि सिवनी में बड़ी रेल लाइन की मांग वर्षों पुरानी है फिर चाहे रामटेक-गोटेगाँव रेल लाइन की मांग हो या फिर छिंदवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ट की। इन दोनों ही रेल लाइन के लिये घोषणाए भी की जा चुकी है। रामटेक-गोटेगाँव के लिये स्वयं प्रधानमंत्री नरसिंह राव ने सुश्री विमला वर्मा की मांग पर घोषणा की थी तो मंडला फोर्ट के लिये स्वयं सोनिया गांधी ने घोषणा की थी उसके बाद भी अगर युद्ध गति से किसी रेल लाइन का काम चल रहा है तो वो छिंदवाड़ा नागपुर का।
विदित हो कि 06 जनवरी 1996 में झोतेश्वर में तत्कालीन प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिंह राव ने केन्द्रीय मंत्री सुश्री विमला वर्मा की मांग पर जगतगुरू स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज की उपस्थिति में रामटेक-गोटेगाँव रेल लाइन की घोषणा की थी और ये भी कहा था कि ये आदिवासी बेल्ट है अतः रेल बोर्ड को यहाँ फायदा नुकसान न देखकर क्षेत्र के विकास की दृष्टी से नयी रेल लाइन डालना चाहिये। उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा को यह आश्वासन भी दिया था कि इस महत्वपूर्ण रेल लाइन के विस्तार संबंधी निर्णय जल्द लिया जायेगा।
इसी प्रकार गत लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मंडला आयी हुई थी जहाँ लोगों ने उनसे बड़ी रेल लाइन की मांग की। लोगों की मांग सुन सोनिया गांधी ने मंच से यह कहा था कि उन्हे आज तक पता नहीं था कि मंडला में बड़ी रेल लाईन नहीं है जबकि यहाँ से बहुत बड़े बड़े नेता हुए हैं और उन्होंने घोषणा की कि अगर आप यहाँ से कांग्रेस को जिताते हैं और कांग्रेस की केन्द्र में सरकार बनती है तो मंडला में बड़ी रेल लाइन अवश्य आयेगी। श्रीमती सोनिया गांधी की इस घोषणा के बाद मंडला लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बसोरी सिंह मसराम की जीत हुई और केन्द्र में भी कांग्रेस की सरकार बनी जबकि इसके पहले लंबे समय तक मंडला सीट से भाजपा के फग्गन सिंह कुलस्ते जीतते आ रहे थे। सोनिया गांधी द्वारा खुले मंच से की गयी घोषणा के  बाद लोगों ने कांग्रेस प्रत्याशी को जिताया उसके बाद भी मंडला फोर्ट रेल लाइन का कुछ नहीं हो रहा।
यहाँ यह बात भी विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरसिंह राव ने यह नीतिगत फैसला लिया था कि 10 वर्ष में देश की जितनी भी नैरोगेज हैं उन्हें ब्राडगेज कर देना चाहिये। वर्ष 1996 के बाद 2004 तक केन्द्र में कांग्रेस की सरकार नहीं रही जिसके कारण इस नीतिगत फैसले पर काम नहीं हो सका उसके बाद रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने देश की जो रेल लाइन नैरोगेज से ब्राड गेज में कन्वर्ट नहीं हो पायी थी उनके नामों का उल्लेख कर घोषणा की थी कि जो रेल लाइन गेज कन्वर्सन के लिये शेष रह गयी है उन्हें कांग्रेस पूरा करेगी। लालू यादव ने जिन रेल लाइनों के गेज कन्वर्सन की बात कही थी उनमें छिंदवाड़ा नैनपुर भी थी किन्तु उसके बाद भी छिंदवाड़ा नैनपुर रेल लाइन का काम शुरू नहीं हो सका जबकि इस ट्रेक में कोई परेशानी ही नहीं है।

संस्कृत में छपें निमंत्रण: उपाध्याय


संस्कृत में छपें निमंत्रण: उपाध्याय

(राहुल अग्रवाल)

बीकानेर (साई)। बीकानेर, विप्र फाउण्डेशन की बीकानेर जिला कार्यकारिणी द्वारा विप्र फाउण्डेशन की देव भाषा प्रतिष्ठा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पण्डित किसन उपाध्याय के बीकानेर आगमन पर स्थानीय लक्ष्मी हैरीटेज में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए पण्डित किसन उपाध्याय ने कहा कि संस्कृत देवों की भाषा है और इसी भाषा में सनातन धर्म के वेद आदि लिखे गए हैं। अतः समस्त विश्व की गुरू भाषा होने का गौरव संस्कृत को प्राप्त होना चाहिए। उन्होंने ब्राह्मणों को संबोधित करते हुए कहा कि समस्त ब्राह्मण अपने विभिन्न आयोजनों में जब निमंत्रण पत्र छपाते है तो वो संस्कृत भाषा में छपवाए और अपने बालकों को संस्कृत भाषा का अध्ययन करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि संस्कृत के ज्ञान से ही विकास संभव है। साथ ही उन्होंने संस्कृत के विद्वानों आचार्यों शास्त्रियों को समाज में समुचित आदर प्रदान करने की अपील भी की। इस अवसर पर विप्र फाउण्डेशन के जिला अध्यक्ष गणेश बोहरा ने कहा कि समस्त ब्राह्मण अपने अपने हितों की रक्षा के लिए संकल्पित हो और ब्राह्मणों के पुरातन गौरव को प्राप्त करें। इसके लिए जरूरी है कि हमें अपनी जाति का मान हो और हम गौरव के साथ अपनेे आप को ब्राह्मण कहें। इस अवसर पर जिला कोषाध्यक्ष रमेेश पारीक ने विप्र फाउण्डेशन की जिला शाखा द्वारा किए जा रहे  कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर पुष्करणा ब्राह्मण समाज के छात्रावास के लिए जनार्दन कल्ला और रामकिसन आचार्य द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की गई और उनके इस प्रयास के लिए विप्र फाउण्डेशन द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया। इस मौके पर विप्र फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय श्रोती का भी धन्यवाद ज्ञापित किया गया कि उन्होने पण्डित किसन उपाध्याय को देव भाषा प्रतिष्ठा समिति का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है।
इससे पूर्व एडवोकेट मदन गोपाल पुरोेहित, मनोज व्यास, मुकेश पुरोहित, रवि पुरोहित सहित ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधियों ने पण्डित किसन उपाध्याय का इकलई व मालाए अर्पित कर स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में जिला सचिव श्रीधर शर्मा ने सभी आगुन्तको का आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन श्याम नारायण रंगा ने किया।

कच्ची कली कचनार की


हर्बल खजाना ----------------- 18

कच्ची कली कचनार की

(डॉ दीपक आचार्य)

अहमदाबाद (साई)। हल्के गुलाबी लाल और सफ़ेद रंग लिये फ़ूलों वाले इस पेड को अक्सर घरों, उद्यानों और सडकों के किनारे सुंदरता के लिये लगाया जाता है। कचनार का वानस्पतिक नाम बाउहीनिया वेरीगेटा है। मध्यप्रदेश के ग्रामीण अँचलों में दशहरे के दौरान इसकी पत्तियाँ आदान-प्रदान कर एक दूसरे को बधाईयाँ दी जाती है।
इसे सोना-चाँदी की पत्तियाँ भी कहा जाता है। रक्तपित्त की दशा में कचनार के फ़ूलों की सब्जी तैयार कर रोगी को दिया जाता है। डाँग- गुजरात के आदिवासी सर्पदंश में कचनार की जडों को पानी में कुचलकर रस तैयार करते है और इसे हर आधे घंटे में घायल व्यक्ति को दिया जाता है।
ऐसा माना जाता है कि यह जहर के दुष्प्रभाव को कम करता है। मुँह में छाले, घाव, या जीभ के कट जाने पर कचनार की छाल का काढा बनाकर मुँह में कुल्ला करने से जल्द ही आराम मिलता है। पातालकोट के आदिवासी हर्बल जानकार जोडों के दर्द और सूजन में आराम के लिये इसकी जडों को पानी में कुचलते है और फ़िर इसे उबालते है। इस पानी को दर्द और सूजन वाले भागों पर बाहर से लेपित करने से काफ़ी आराम मिलता है।
मधुमेह की शिकायत होने पर रोगी को प्रतिदिन सुबह खाली पेट इसकी कच्ची कलियों का सेवन करना चाहिए। ये कलियाँ अत्यधिक अम्लता या एसीडिटी होने पर भी काफ़ी फ़ायदा करती है। लगातार दस्त या डायरिया की शिकायत में कचनार की फ़ल्लियों का चूर्ण (लगभग ३-५ ग्राम) रोगी को दिया जाए तो आराम मिलता है। (साई फीचर्स)

(लेखक हर्बल मामलों के जाने माने विशेषज्ञ हैं)

आरटीओ को जेब में रखने का ‘आईडिया‘


एक आईडिया जो बदल दे आपकी दुनिया . . .  18

आरटीओ को जेब में रखने का आईडिया

नंबर प्लेट पर पंजीयन के बजाए आईडिया के चिपके हैं स्टीकर

(नन्द किशोर)

भोपाल (साई) मशहूर उद्योगपति आदित्य बिरला के स्वामित्व वाली निजी क्षेत्र की मोबाईल सेवा प्रदाता कंपनी आईडिया सेल्यूलर के कारिंदों ने परिवहन और यातायात पुलिस को जेब में रखने का नया आईडिया निकाला है। देश भर में अनेक जिलों में आईडिया के सेल प्रमोशन के चलते दो पहिया वाहनों पर आईडिया के कर्मचारी नंबर प्लेट पर आईडिया के स्टीकर लगाकर यातायात नियमों का सरेआम माखौल उड़ाते नजर आ रहे हैं।
मनमानी और उपभोक्ताओं के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करने के लिए मशहूर आईडिया सेल्युलर के जिलों में पदस्थ टीम मैनेजर्स पर कंपनी ने सिम बेचने का भारी भरकम टारगेट फिक्स किया हुआ है। आरोपित है कि टीम मैनेजर्स द्वारा ग्राहकों को लुभाने के लिए आकर्षक मनगढंत स्कीम के माध्यम से ग्राहकों को लुभाकर अपने जाल में फंसाया जाता है। बाद में जब ग्राहक स्कीम के तहत सेवाएं चाहता है तब आईडिया के कारिंदे उसे इधर उधर झूला ही झुलाते नजर आते हैं।
आईडिया के जिलों में तैनात कर्मचारियों ने परिवहन विभाग और यातायाप पुलिस की आंखों में भी धूल झोंकने का काम किया जा रहा है। आईडिया के अधिकांश कर्मचारियों की निजी दो पहिया वाहनों पर भी नंबर प्लेट पर आईडिया का ही स्टीकर चस्पा मिलता है। एक सुधि पाठक ने मध्य प्रदेश से एक तस्वीर भेजी है जिसमें नंबर प्लेट के स्थान पर आईडिया का स्टीकर साफ दिखाई पड़ रहा है।

(क्रमशः जारी)

आइये जाने की सूर्य नमस्कार से अलौकिक ज्ञान केसे प्राप्त करें..???


आइये जाने की सूर्य नमस्कार से अलौकिक ज्ञान केसे प्राप्त करें..???

(पंडित दयानन्द शास्त्री)

नई दिल्ली (साई)। शांति  या सुख का अनुभव करना या बोध करना अलौकिक ज्ञान प्राप्त करने जैसा है, यह तभी संभव है, जब आप पूर्णतः स्वस्थ हों. अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त करने के यंू को कई तरीके हैं, उनमें से ही एक आसान तरीका है सूर्य नमस्कार करना.
सूर्य नमस्कार योगासनों में सर्वश्रेष्ठ प्रक्रिया है. यह अकेला अभ्यास ही साधक को सम्पूर्ण योग व्यायाम का लाभ पहुंचाने में समर्थ है. इसके अभ्यास से साधक का शरीर निरोग और स्वस्थ होकर तेजस्वी हो जाता है. सूर्य नमस्कार स्त्री , पुरूष , बाल , युवा तथा वृद्धों के लिए भी उपयोगी बताया गया है. सूर्य नमस्कार का अभ्यास बारह स्थितियों में किया जाता है, जो निम्नलिखित है-
--- दोनों हाथों को जोड़कर सीधे खड़े हों. नेत्र बंद करें. ध्यान आज्ञा चक्र पर केंद्रित करके सूर्य भगवान का आव्हान मित्राय नमः मंत्र के द्वारा करें.
---- श्वास भरते हुए दोनों हाथों को कानों से सटाते हुए उपर की ओर तानें तथा भुजाओं और गर्दन को पीछे की ओर झुकाएं. ध्यान को गर्दन के पीछे विशुद्धि चक्र पर केंद्रित करें.
---  तीसरी  स्थिति  श्वास को धीरे-धीरे बाहर निकालते हुए आगे की ओर झुकाएं. हाथ गर्दन के साथ, कानों से सटे हुए नीचे जाकर पैरों के दाएं-बाएं पृथ्वी  का स्पर्श करें.   घुटने सीधे रहें माथा घुटनों का स्पर्श करता हुआ ध्यान नाभि के पीछे मणिपूरक चक्र पर केंद्रित करते हुए कुछ क्षण इसी स्थिति में रूकें कमर एवं रीढ़ के दोष वाले साधक न करें.
---- इसी  स्थिति   में श्वास को भरते हुए बाएं पैर को पीछे की ओर ले जाएं. छाती को खींचकर आगे  की ओर तानें. गर्दन को अधिक पीछे की ओर झुकाएं. टांग तनी हुई सीधी पीछे की ओर खिंचाव और पैर का पंजा खड़ा हुआ. इस स्थिति में कुछ समय रूकें. ध्यान को स्वाधिष्ठान अथवा विशुद्धि चक्र पर ले जाएं मुखाकृति सामान्य रखें.
-----श्वास को धीरे-धीरे बाहर निष्कासित करते हुए दाएं पैर को भी पीछे ले जाएं. दोनांे पैरों की एड़ियां परस्पर मिली  हुई हों. पीछे की ओर शरीर को खिंचाव दें और एड़ियों को पृथ्वी पर मिलाने का प्रयास करें. नितम्बों को अधिक से अधिक उपर उठाएं. गर्दन को नीचे झुकाकर ठोड़ी को कण्ठकूप में लगाएं. ध्यान सहस्रार चक्र पर केंद्रित करने का अभ्यास करें.
----श्वास भरते हुए शरीर को पृथ्वी के समानांतर, सीधा साष्टांग दण्डवत करें और पहले घुटने, छाती और माथा पृथ्वी पर लगा दें. नितम्बों को थोड़ा उपर उठा दें. श्वास छोड़ दें. ध्यानको अनान्हत चक्र पर टिका दें. श्वास की गति सामान्य करें.
----इस स्थिति में धीरें -धीरें श्वास को भरते हुए छाती को आगे की ओर खींचते हुए हाथें को सीधे कर दें गर्दन को पीछे की ओर ले जाएं । घुटने पृथ्वी का स्पर्श करते हुए तथा पैरों के पंजे खड़े रहें। मूलाधार को खींचकर वहीं ध्यान को टिका दें।
----यह स्थिति - पांचवीं स्थिति के समान
----यह स्थिति - चौथी स्थिति के समान
-----यह स्थिति - तीसरी स्थिति के समान
------यह स्थिति - दूसरी स्थिति के समान
-----यह स्थिति - पहली स्थिति की भांति रहेगीं.

सूर्य नमस्कार की उपरोक्त बारह स्थितियॉ हमारे शरीर को संपूर्ण अंगों की विकृतियों को दूर करके निरोग बना देती हैं. यह पूरी प्रक्रिया अत्यधिक लाभकारी है. इसके अभ्यासी के हाथों-पैरों के दर्द दूर होकर उनमें सबलता आ जाती है. गर्दन, फेफड़े तथा पसलियों की मांसपेशियां सशक्त हो जाती हैं, शरीर की फालतू चर्बी कम होकर शरीर हल्का-फुल्का हो जाता है. सूर्य नमस्कार के द्वारा त्वचा रोग समाप्त हो जाते हैं अथवा इनके होने की संभावना समाप्त हो जाती है. इस अभ्यास से कब्ज आदि उदर रोग समाप्त हो जाते हैं और पाचनतंत्र की क्रियाशीलता में वृद्धि हो जाती है. इस अभ्यास के द्वारा हमारे शरीर की छोटी-बड़ी सभी नस-नाड़ियां क्रियाशील हो जाती हैं, इसलिए आलस्य, अतिनिद्रा आदि विकार दूर हो जाते हैं. सूर्य नमस्कार की तीसरी व पांचवीं स्थितियां सर्वाइकल एवं स्लिप डिस्क वालें रोगियों के लिए वर्जित हैं.

इन उपायों द्वारा इस जन्माष्टमी पर लायें अपने जीवन में खुशहाली----

1- इस उपाय से आप बनेंगे धनवान रू- भगवान श्रीकृष्ण को सफेद मिठाई या खीर का भोग लगाएं। इसमें तुलसी के पत्ते अवश्य डालें।

2- मालामाल होना रू- इस दिन दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करें।

3- केसे हो सुख - शांति रू- श्रीकृष्ण मंदिर में जाकर तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र की 11 माला जप करें। इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण को पीला वस्त्र व तुलसी के पत्ते अर्पित करें. मंत्र - {ष्क्लीं कृष्णाय वासुदेवाय हरिरू परमात्मने प्रणतरू क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमरूष्}

4- केसे हो मां लक्ष्मी की कृपा रू- श्रीकृष्ण को पीतांबरधारी भी कहते हैं, जिसका अर्थ है पीले रंग के कपड़े पहनने वाला। इस दिन पीले रंग के कपड़े, पीले फल व पीला अनाज दान करने से प्राप्त होती है।

5- केसे हो तिजोरी में पैसा रू- जन्माष्टमी की करीब 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें तो जीवन में कभी धन की कमी नहीं आती।

6- जेब खाली नहीं होगी रू- इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करते समय कुछ रुपए इनके पास रख दें। पूजन के बाद ये रूपए अपने पर्स में रख लें।

7- घर के वातावरण के लिए रू- जन्माष्टमी को शाम के समय तुलसी को गाय के घी का दीपक लगाएं और ष्ऊँ वासुदेवाय नमरूष् मंत्र बोलते हुए तुलसी की 11 परिक्रमा करें।

8- केसे हो आमदनी या नौकरी रू- सात कन्याओं को खीर या सफेद मीठी वस्तु खिलानी चाहिए। फिर पांच शुक्रवार सात कन्याओं को खीर बांटें।

9- कार्य बनाने के लिए रू- जन्माष्टमी से शुरू कर, सत्ताइस दिन नारियल, बादाम लगातार मंदिर में चढ़ाये।

10- कर्ज रू- श्मशान के कुएं का जल लाकर किसी पीपल वृक्ष पर अर्पित करे। यह उपाय जन्माष्टमी से शुरू करे, फिर नियमित रूप से छह शनिवार यह उपाय करे।

11- केसे हो अचानक धन लाभ रू- शाम के समय पीपल के पास तेल का पंचमुखी दीपक जलाना चाहिए।

12- शत्रु रू- शाम को पीपल के पत्ते पर अनार की कलम से गोरोचन द्वारा शत्रु का नाम लिखकर जमीन में दबा दें। शत्रु शांत होंगे, मित्रवत व्यवहार करेंगे व कभी भी हानि नहीं पहुंचाएंगे।

13- धन की कमी के लिए रू- जन्माष्टमी की रात 12 बजे बाद यह प्रयोग करें। एकांत स्थान पर लाल वस्त्र पहन कर बैठें। सामने दस लक्ष्मीकारक कौडिय़ां रखकर एक बड़ा तेल का दीपक जला लें और प्रत्येक कौड़ी को सिंदूर से रंग लें तथा हकीक की माला से इस मंत्र की पांच माला जप करें। इन कौडिय़ों पर धन स्थान अर्थात जहां आप पैसे रखते हों वहां रखें।
मंत्र रू- {ष्ऊँ ह्रीं श्रीं श्रियै फट्ष्}

14- केसे हो सुंदर संतान रू- जन्माष्टमी के दिन सुबह या शाम के समय कुश के आसन पर बैठकर इस मंत्र का जप करें। सामने बालगोपाल की मूर्ति या चित्र अवश्य रखें और मन में बालगोपाल का स्मरण करें।
कम से कम 5 माला जप अवश्य करें। मंत्र - {ष्देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते। देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणंगता।।ष्} (साई फीचर्स)

महिला निजाम के राज में महिलाएं पस्त


महिला निजाम के राज में महिलाएं पस्त

(महेंद्र देशमुख)

नई दिल्ली (साई)। देश की राजनैतिक राजधानी दिल्ली की निजाम श्रीमति शीला दीक्षित के राज में भी महिलाओं की बुरी स्थिति देखी जा रही है। महिलाओं की सुरक्षा के मामलों में दिल्ली पुलिस पूरी तरह से पस्त दिखायी दे रही है। पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद महिलाओं के खिलाफ होने वाले यौन अपराधों में कोई कमी नही आ रही है। अब अपनों से भी महिलाओं को ज्यादा खतरा होने लगा है।
महिलाओं के लिए लड़ाई लड़ने वाले एक सामाजिक संगठन की रिपोर्ट की मानें तो देश में हर घंटे करीब 18 महिलाएं किसी न किसी तरह के यौन अपराधों की शिकार होती हैं। महिलाओं के लिए काम करने वाली सेंटर फॉर सोशल रिसर्च नामक एक सामाजिक संस्था ने हाल ही में महिलाओं के खिलाफ होने वाले यौन अपराधों पर एक अध्ययन कराया है। इस अध्ययन में दिल्ली के दक्षिण और पश्चिम जिलों को शामिल किया गया था। इस अध्ययन के नतीजे चौंकाने वाले हैं।
संस्था की निदेशक और जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता डॉ रंजना कुमारी के मुताबिक पूरे देश में हर घंटे 18 महिलाओं के साथ यौन अपराध होने के मामले सामने आ रहे हैं। 0 से 10 साल तक की लड़कियों के साथ यौन अपराध के 13 मामले सामने आये हैं। यौन अपराध के 18 मामले स्कूल और कॉलेज की लड़कियों के साथ देखने को मिले।
यौन अपराध में शामिल रहे आरोपियों की उम्र 18 से 50 साल के बीच थी। 22 मामलों में अभियुक्त पीड़िता के पड़ोसी थे। पांच मामलों में रिश्तेदार थे। 10 मामलों में अभियुक्त पीड़िता के दोस्त निकले। कई मामलों में पिता, पति, भाई शिक्षक, प्रेमी ने इस घिनौने कार्य को अंजाम दिया। दक्षिणी जिले में बलात्कार के 21 मामलों की रिपोर्ट दर्ज की गयी। इनमें 9 मामले पीड़िता के घर में, 3 कार के अंदर, बाकी अन्य स्थानों पर हुए। 58 मामलों में से 27 में पीड़िता ने घटना वाले दिन ही पुलिस में शिकायत दर्ज करायी। 18 ने एक दिन के बाद और 12 मामलों में पीड़िता कई दिनों के बाद पुलिस तक पहुंची। 58 में से 35 मामलों में खुद पीड़िता ने शिकायत दर्ज करायी है। 20 मामलों में पीड़िता के अभिभावकों की ओर से शिकायत दर्ज हुई।
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में रहने वाली लड़कियों और महिलाओं के साथ दिन के उजाले में भी बड़ी संख्या में यौन अपराध के मामले सामने आये हैं। सुबह 6 से 12 के दौरान सात मामले घटित हुए। 17 मामले दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे के बीच, जबकि 14 के साथ 6 बजे से रात 12 बजे के बीच मामले हुए हैं। इस रिसर्च ने सभ्य और सुरक्षा के बीच रहने वाले समाज और सरकार की पोल खोल कर रख दी है।
वहीं दूसरी ओर, देश के गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे महिलाओं और बच्चों के प्रति बढ़ रहे अपराधों से खासे चिंतित हैं। वह चाहते हैं इन अपराधों पर लगाम कसने के लिए फौरन सख्त कदम उठाए जाएं। इसके अलावा वह पुलिस में महिलाओं की संख्या बढ़ाए जाने के भी पक्ष में हैं।
विभिन्न राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के सम्मेलन में शिंदे ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराधों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे अपराधों को रोकने की खातिर हमें गुनहगारों के लिए ऐसी सख्त सजा की व्यवस्था करनी होगी जिससे दूसरे सबक लें और ऐसा करने के बारे में सोचें भी नहीं। हर साल बड़ी तादाद में गायब हो रहे बच्चों को लेकर भी गृहमंत्री ने चिंता जताई।
उन्होंने कहा कि सिर्फ 2011 में ही 60 हजार बच्चे गायब हुए। इस पर हर स्तर से ध्यान दिए जाने की जरूरत है। शिंदे ने बताया कि राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआईसी) ने लापता बच्चों का पता लगाने के लिए एक पोर्टल बिल विकसित किया है। पुलिस बलों में महिलाओं की संख्या को लेकर भी उन्होंने अपनी बात रखी। शिंदे ने कहा कि 1 जनवरी 2012 तक कार्यरत महिला पुलिसकर्मियों की संख्या सिर्फ 83829 थी। इसे बढ़ाए जाने की जरूरत है।
वैसे एक डरावनी हकीकत है कि दुनिया में हर 40 सेकंड में एक शख्स खुदकुशी कर लेता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकडों के मुताबिक, दुनिया भर में हर साल तकरीबन 10 लाख लोगों की जान खुदकुशी की वजह से जाती है। हर साल 10 सितंबर को आयोजित किए जाने वाले विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवसके लिए जारी अपने संदेश में वॉशिंगटन स्थित अंतरराष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम संघ (आईएएसपी) के अध्यक्ष लैनी बर्मन बताते हैं, ‘‘विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकडों के मुताबिक, दुनिया भर में हर साल तकरीबन 10 लाख लोगों की जान खुदकुशी की वजह से जाती है।’’

गांधी उपनाम देने वाले को ही भूलीं सोनिया!


गांधी उपनाम देने वाले को ही भूलीं सोनिया!

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। सवा सौ साल पुरानी और आधी सदी से ज्यादा देश पर राज करने वाली कांग्रेस ने आजादी के उपरांत नेहरू गांधी के उपनाम का जमकर दोहन किया है। विडम्बना यह है कि पंडित जवाहर लाल नेहरू की पुत्री इंदिरा नेहरू को जिस फिरोज गांधी से विवाह करने के चलते उपनाम गांधी मिला उसी फिरोज गांधी को नेहरू गांधी परिवार की वर्तमान पीढ़ी ने भुला दिया है।
फिरोज गांधी से विवाह करने के बाद ही इंदिरा नेहरू का नाम बदलकर इंदिरा गांधी हुआ था। उस वक्त गांधी उपनाम की अहमियत इसलिए भी बेहद ज्यादा हुआ करती थी क्योंकि देश को आजाद कराने में आधी लंगोटी वाले महात्मा गांधी ने महती भूमिका निभाई थी।
विडम्बना ही कही जाएगी कि नेहरू गांधी परिवार की वर्तमान पीढ़ी ने गांधी उपनाम (सरनेम) देने वाले फिरोज गांधी को ही भूले बिसरे गीत की तरह बजाना भी उचित नहीं समझा। 12 सितम्बर 1912 को जन्मे फिरोज गांधी का अवसान 8 सितम्बर 1960 को हुआ था। वैसे तो कांग्रेस के नेता देश के महान नेताओं और विशेषकर कांग्रेस के नेताओं की पुण्य तिथि आदि पर जोर शोर से प्रपोगंडा करती है, किन्तु फिरोज गांधी का जब भी मामला आता है तो कांग्रेस के पाले में खामोशी पसर जाती है।
शनिवार को फिरोज गांधी की पुण्य तिथि पर कांग्रेस ने कोई कार्यक्रम नहीं रखकर जतला दिया है कि उसे पूर्व प्रधानमंत्री प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी के ससुर की कितनी चिंता है। वैसे भी पिछले दिनों अपने पिता को श्रृद्धांजली देने राहुल गांधी भी राजघाट नहीं पहुंचे थे।