मंगलवार, 19 अप्रैल 2011

सराहा गया किसान बिकास शिल्प केंद्र


सराहा गया किसान बिकास शिल्प केंद्र

नई दिल्ली (ब्यूरो) सामाजिक संस्था किसान बिकास शिल्प केंद्र गरीबी हटाओ कार्यक्रम के तहत गरीबों के उत्थान के लिए पिछले 32 सालों से काम कर रही है। संस्था अच्छे और जनकल्याणकारी काम के मद्देनजर तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व.श्रीमति इंदिरा गांधी ने संस्था का समर्थन किया और अब केंद्र सरकार द्वारा भी संस्था को इमदाद देने का आश्वासन दिया है।

संस्था के प्रबंध निदेशक प्रसन्न जीत बोस एवचं राष्ट्रीय कार्यकारी निदेशक अनंदिता भट्टाचार्य ने बताया कि किसान बिकास शिल्प शिल्प केंद्र की स्थापना 1979 में की गई थी। इसका उद्देश्य गरीब गुरबों की मदद कर देश से गरीबी को समूल नष्ट करना था। उन्होंने कहा कि बीस सूत्रीय कार्यक्रम के तहत उनकी संस्था समय समय पर रक्तदान शिविर, नेत्र स्वास्थ्य परीक्षिण शिविर, बाल कल्याण, ग्रामीण विकास, बस्ती सुधार, शुद्ध जल एवं पिछड़े क्षेत्र का विकास कराने सहित अनेक तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करती आई है।

संस्था की राष्ट्रीय कार्यकारी निदेशक अनंदिता भट्टाचार्य ने बताया कि अब दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र में संस्था का कार्यालय खोल दिया गया है। उन्होंने बताया कि संस्था के इस कार्यालय का उद्घाटन दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमति शीला दीक्षित सरकार के संसदीय सचिव तरविन्दर सिंह मारवाह के द्वारा किया गया।
उद्यघाटन के मौके पर श्री मारवाह ने संस्था द्वारा समय समय पर किए जाने वाले सामाजिक कामों की सराहना की तथा संस्था को आर्थिक तौर पर मदद करने का आश्वासन भी दिया।

अलका सिरोही हैं कैबनेट सचिव की दावेदार


पहली महिला कैबनेट सचिव बन सकती हैं अलका सिरोही!

दावेदार 20 आईएएस में एमपी काडर की हैं सिरोही

केरल लाबी ने आरंभ की जोड़तोड़

कैबनेट सचिव के लिए इकलौती महिला दावेदार हैं सिरोही

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। देश के सर्वशक्तिमान प्रशासनिक पद कैबनेट सचिव के लिए मध्य प्रदेश काडर की भारतीय प्रशासनिक सेवा की महिला अधिकारी अलका सिरोही का नाम सबसे आगे चल रहा है। यद्यपि आईएएस में हावी केरल लाबी ने अपने किसी अधिकारी को इस पर पर बिठाने के लिए चैसर बिछा दी है किन्तु कांग्रेस के सबसे ताकतवर महासचिव राजा दिग्विजय सिंह की विशेष कृपा पात्र समझी जाने वाली अलका सिरोही का इस पद पर काबिज होना तय माना जा रहा है।

गौरतबल होगा कि 1970 बैच के केरल काडर के भारतीय प्रशासिनक सेवा के अधिकारी के.एम.चंद्रशेखर वर्तमान में कैबनेट सचिव हैं और वे 14 जून को सेवानिवृत हो रहे हैं। आचार्य के स्थान पर नया कैबनेट सचिव कौन होगा इसके लिए जोड़तोड़ आरंभ हो गई है। परांपरानुसार कैबनेट सचिव का नाम तय करने के बाद उसकी घोषणा के पहले केंद्र सरकार द्वारा उसे कैबनेट सचिवालय में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी बनाकर पदस्थ किया जाता है।

पीएमओ के उच्च पदस्थ सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि इस पद के लिए 1970 बैच के आईएएस अफसरान सक्रिय हो गए हैं। इसके लिए बीस नामों की चर्चाएं हैं। इन नामों में मध्य प्रदेश काडर की आईएएस अलका सिरोही का नाम सबसे आगे चल रहा है। अलका सिरोही के पक्ष में अनेक योग्यताएं सामने आ रही हैं।

माना जा रहा है कि महामहिम राष्ट्रपति के पद पर प्रतिभा देवी सिंह पाटिल और लोकसभाध्यक्ष पद पर मीरा कुमार जैसी महिलाओं के आसीन होने के बाद अब कांग्रेस का प्रयास होगा कि देश के सबसे ताकतवर प्रशासनिक पद पर अलका सिरोही की नियुक्ति कर दी जाए। अगर एसा होता है तो आजादी के बाद यह पहला मौका होगा जब कैबनेट सचिव के पद पर किसी महिला को पदस्थ किया जाएगा।

उल्लेखनीय होगा कि दिग्विजय सिंह के मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रीत्व वाले कार्यकाल में राघवेंद्र सिंह सिरोही और अलका सिरोही दोनों ही उनकी आंखों के तारे रहे हैं। यही कारण है कि कैबनेट सचिव के लिए अलका सिरोही का समर्थन दिग्विजय सिंह द्वारा पुरजोर तरीके से किया जा सकता है। साथ ही साथ केंद्रीय मंत्री कमल नाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांतिलाल भूरिया और अरूण यादव भी उनके नाम पर वीटो का इस्तेमाल कर उनके मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।

वैसे इस पद के लिए वरिष्ठता सूची में सिरोही के अलावा मध्य प्रदेश काडर से के.एम.आचार्य, सुधीर नाथ, राघवेंद्र सिंह सिरोही, राकेश बंसल, रंजना चैधरी के नाम भी फिजां में तैर रहे हैं।