बुधवार, 16 जनवरी 2013

किसान पुत्र ने दिलाया कृषि को सम्मान


किसान पुत्र ने दिलाया कृषि को सम्मान

(लिमटी खरे)

देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ वास्तव में किसान ही है। भारत गणराज्य गांवों में ही बसता है। किसानों की क्रय शक्ति बढ़ी है, जैसे मुहावरे अब सिर्फ भाषणों तक ही सीमित रह गए हैं। नेताओं ने देश की जनता को भ्रमित करने और सत्ता की मलाई चखने के लिए इन मुहावरों और किसानों को लुभाने वाले अस्त्रों का बखूबी इस्तेमाल किया है। मध्य प्रदेश में किसान पुत्र शिवराज सिंह चौहान ने भले ही खेती किसानी का प्रचार प्रसार ज्यादा ना किया हो पर कृषि के मामले में उन्होंने राष्ट्रीय कृषि कर्मण अवार्ड मध्य प्रदेश को दिलवाकर साबित कर दिया है कि किसान पुत्र के हाथों अगर सूबे की कमान है तो किसानों के हितों का संवर्धन सुनिश्चित है।

मध्यप्रदेश को कृषि कर्मण अवार्ड 2011-12 सबसे अधिक खाद्यान्न उत्पादन के लिए श्रेणी-1 के तहत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए नवाजा गया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से राष्ट्रपति भवन में केन्द्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम अवार्ड ग्रहण किया। पुरस्कार में दो करोड़ रूपये की राशि के साथ ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये। मुख्यमंत्री चौहान के साथ प्रदेश के कृषि मंत्री डॉ0 रामकृष्ण कुसमरिया और राज्य सरकार के कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
यहां उल्लेखनीय तथ्य यह है कि केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पंवार महाराष्ट्र सूबे से हैं जहां उनके सहयोग से राज्य में कांग्रेस काबिज है, बावजूद इसके उनके सूबे के स्थान पर देश के हृदय प्रदेश को यह सम्मान मिला है। मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, मणिपुर और नागालैंड को कुल अनाज उत्पादन के मामले में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए अवॉर्ड दिया गया। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार और झारखंड को क्रमशः मोटे अनाज, गेहूं, धान और दालों का अधिक उत्पादन करने के लिए सम्मानित किया गया। इसके अलावा 10 राज्यों को सांत्वना पुरस्कार भी दिया गया।  यह पुरस्कार दो श्रेणियों में दिया जाता है। पहला, कुल अनाज उत्पादन और दूसरा किसी खास फसल का सबसे ज्यादा उत्पादन। इन दोनों श्रेणियों में प्रशस्ति पत्र के साथ ही क्रमशः दो और एक करोड़ रुपये का नकद ईनाम राज्य को दिया जाता है। इस अवॉर्ड की शुरुआत 2010-11 में की गई थी।
कृषि कर्मण अवार्ड के चयन को दो श्रेणियों में बांटा गया है जिसके तहत 80 प्रतिशत खाद्यान्न उत्पादन में पिछले पांच सालों में अधिकतम उत्पादन, पिछले पांच सालों में उत्पादकता मंे सर्वोत्तम बढ़ोत्तरी, 2011-12 में उपार्जन में बढ़ोत्तरी के लिए तथा शेष 20 प्रतिशत वेबसाइट पर डाटा अद्यतन, प्रयोग/पहल, कृषि उत्पादन अभिलेखीकरण बढ़ाने के लिए किये गये नवाचार/पहल, मुख्य विभाग के साथ अंतर विभागीय समन्वय और भागीदारी और पूर्वानुमान की गुणवत्ता शामिल है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2011-12 के दौरान कुल 216.08 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हासिल किया जो कि अभूतपूर्व कीर्तिमान है। इससे पूर्व 2010-11 में खाद्यान्न फसलों का अधिकतम उत्पादन 166.41 लाख मीट्रिक टन था। गेहूं के उत्पादन में भी वर्ष 2011-12 में 127.53 लाख मीट्रिक टन उत्पादन किया गया। वहीं गेहूं की प्रति हेक्टयर अधिकतम उत्पादकता वर्ष 2010-11 में 2065 किलोग्राम थी जो वर्ष 2011-12 में 2609 किलोग्राम तक पहुंच गयी है।
इसके अलावा प्रदेश मंे कृषि विकास योजनाओं के तहत 95.87 प्रतिशत राशि का उपयोग किया गया है। राज्य में कृषि एवं संबंधित क्षेत्रों की चुनौतियों के समाधान के लिए कृषि केबिनेट का गठन किया गया। कृषि केबिनेट एवं कृषि बजट में कृषि, बागवानी, पशुपालन और डेयरी, मत्स्य, सहकारिता, जल संसाधन, नर्मदा घाटी विकास, ऊर्जा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग तथा वन विभाग को शामिल किया गया।
किसान पुत्र शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के किसानों के हितों का संवर्धन करते हुए, किसानों को दिये जाने वाले सहकारी ऋणों पर ब्याज दर को घटाकर शून्य प्रतिशत किया गया है। किसानों को गेहूं के उपार्जन पर 100 रूपये प्रति क्विंटल तथा धान के उपार्जन पर 50 रूपये प्रति क्विंटल बोनस दिया गया है। अनुदान राशि सीधे कृषकों के खातों में जमा कराना, अग्रिम उर्वरक भण्डारण योजना, जल क्षमता विस्तार के लिए बलराम ताल योजना, कृषि यंत्रों पर 25 प्रतिशत टॉपअप अनुदान तथा राज्य सरकार की ओर से 30 प्रतिशत टॉपअप अनुदान, यंत्रीकरण में वृद्धि के लिए कस्टम हाइरिंग केन्द्रों का विकास, तकनीक को प्रोत्साहित करना, किसान दीदी-किसान मित्र योजना का प्रभावी क्रियान्वयन आदि प्रदेश सरकार की ओर से उठाये गये अभिनव कदम हैं।
मध्य प्रदेश के निजाम शिवराज सिंह चौहान ने साबित कर दिया है कि वे किसान पुत्र हैं और उन्हें किसानों की चिंता है, उनके मन में किसानों के प्रति संवेदनाएं हैं। मध्य प्रदेश को मिले इस पुरूस्कार से निश्चित तौर पर किसानों के बीच शिवराज सिंह चौहान और भाजपा की छवि बेहद अच्छी जाने की उम्मीद है। किसानों को महज एक फीसदी ब्याज पर ऋण दिलवाकर किसानों के हाथ शिवराज सिंह चौहान ने मजबूत ही किए हैं। (साई फीचर्स)

गणतंत्र पर नहीं होगी एमपी की झांकी


लाजपत ने लूट लिया जनसंपर्क ------------------ 37

गणतंत्र पर नहीं होगी एमपी की झांकी

(आकाश कुमार)

नई दिल्ली (साई)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिन रात एक करके सूबे में तरक्की के मार्ग भले ही प्रशस्त कर रहे हों किन्तु उनके मातहत सफेद हाथी बने सरकारी नुमाईंदे ही शिवराज सिंह चौहान की मंशा में पलीता लगाते दिख रहे हैं। गणतंत्र दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश में झांकी तैयार करने का कम मध्य प्रदेश जनसंपर्क के फील्ड पब्लिसिटी विभाग का है जो इसमें पिछले दो सालों से रूचि लेता ही नजर नहीं आ रहा है।

केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि वर्ष 2012 में गणतंत्र दिवस पर मध्य प्रदेश की झांकी राजपथ पर नहीं दिखाई दी थी। इस साल भी गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर सभी प्रदेशों की झांकियां होंगी किन्तु मध्य प्रदेश की झांकी देखने लोग तरस जाएंगे।
केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के डीसेरेमोनियल विभाग के एक उच्च अधिकारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पिछले साल मध्य प्रदेश की ओर से तीन प्रस्ताव विभाग को मिले थे, किन्तु ये प्रस्ताव इस कदर प्रभावहीन थे कि पहली ही नजर में इन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में बाबूशाही और अफसरशाही के बेलगाम घेड़े इस कदर दौड़ रहे हैं कि इस साल तो मध्य प्रदेश की ओर से प्रस्ताव भेजने तक की जहमत नहीं उठाई गई।
उधर, मध्य प्रदेश सरकार के आवासीय आयुक्त कार्यालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया, को बताया कि इस साल मध्य प्रदेश की ओर से प्रस्ताव ही प्राप्त नहीं हुआ इसलिए इसे रक्षा मंत्रालय को नहीं भेजा जा सका है। कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव कार्यालय और जनसंपर्क विभाग की अकर्मण्यता ही कही जाएगी कि लगातार दूसरे साल भी देश दुनिया के सामने मध्य प्रदेश की झांकी प्रस्तुत नहीं हो सकेगी।
(क्रमशः जारी)

फिर कंपकपाया बर्फीली हवाओं ने


फिर कंपकपाया बर्फीली हवाओं ने

(शरद)

नई दिल्ली (साई)। एक दो दिन मौसम में गर्मी के बाद फिर ठण्डी हवाओं ने अपना असर दिखाना आरंभ कर दिया है। पूर्वोत्तर और उत्तर भारत में तापमान में कमी के चलते जनजीवन प्रभावित हुए बिना नहीं है। मैदानी इलाकों में ठण्ड के तेवर तल्ख नहीं हैं पर पहाड़ी राज्यों में ठण्ड का असर देखने को मिल रहा है। देश भर से साई संवाददाताओं ने खबर दी है कि कहीं ठिठुरन तो कहीं कुछ राहत महसूस की जा रही है।
जम्मू से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से विनोद नेगी ने बताया कि कश्मीर घाटी में बर्फीली हवाओं ने फिर से लोगों को ठिठुरने के लिए मजबूर कर दिया है। रात का तापमान जमाव बिंदु पर पहुंच गया। मौसम विभाग ने कल हिमपात की संभावना जतायी है।
मौसम विभाग के मुताबिक, न्यूनतम तापमान में पिछले कुछ दिनों से इजाफा हो रहा था। ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में तापमान शून्य से चार डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि इससे एक दिन पहले रात में तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस था। शनिवार को हिमपात के बाद जबरदस्त ठंड से लोगों को राहत मिली थी। दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। इससे एक दिन पहले तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
उत्तरी कश्मीर के कुपवाडा में न्यूनतम तापमान शून्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया। इससे एक दिन पहले तापमान तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। गुलमर्ग में तापमान में थोडा इजाफा हुआ। यहां न्यूनतम तापमान शून्य से सात डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। लद्दाख में न्यूनतम तापमान शून्य से 11.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने कल हिमपात की उम्मीद जाहिर की है, जिसके 19 जनवरी तक जारी रहने की उम्मीद है।
उधर चंडीगढ़ से साई संवाददाता विक्की आनंद ने बताया कि इन दिनों पंजाब और हरियाणा में ठंड का असर बरकरार है। दोनों राज्यों में अमृतसर सबसे ठंडा स्थान बना हुआ है। मंगलवार को अमृतसर का न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  मौसम विभाग ने बताया कि मैदानी इलाके में अमृतसर अभी भी ठंडा स्थान बना हुआ है। सोमवार के मुकाबले मंगलवार को यहां के न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई।
लुधियाना में सोमवार की रात का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो रविवार के मुकाबले लगभग 5 डिग्री सेल्सियस कम है। पटियाला में भी ठंड का असर जारी है। यहां मंगलवार को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 2 डिग्री कम है। हरियाणा में करनाल सबसे ठंडा स्थान बना हुआ है। मंगलवार को यहां का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस कम है। हिसार का न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री सेल्सियस औप अंबाला का 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भिवानी और नारनौल का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चंडीगढ़ का न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
उधर, दिल्ली से समाचार एजंसी ऑफ इंडिया के केंद्रीय कक्ष से मणिका सोनल ने बताया कि भारतीय मौसम विभाग ने तापमान के साथ ही अगले चार दिनों के मौसम का अनुमान आपके सेल फोन पर मुहैया कराने का इंतजाम किया है। विभाग के 138वें स्थापना दिवस पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जयपाल रेड्डी ने मंगलवार को इस सेवा की शुरुआत की। रेड्डी ने उम्मीद जताई कि यह सेवा लोगों को मौसम के बारे में पुख्ता जानकारी देने में कामयाब रहेगी। मोबाइल फोन पर ऐसी सेवा भारत में पहली बार लॉन्च की गई है।
यह सेवा अभी एंड्रॉयड बेस्ड फोन पर उपलब्ध होगी। बाद में इसे ब्लैकबेरी और दूसरे फोन पर भी मुहैया कराया जाएगा। इस सर्विस को डिवेलप करने वाले मौसम विभाग के साइंटिस्ट राहुल सक्सेना बताते हैं कि अभी इसके तहत तापमान और ह्यूमिडिटी की जानकारी देने के अलावा अगले चार दिनों के मौसम का पूर्वानुमान जारी किया जाएगा। बाद में इसका विस्तार करके तूफान, मॉनसून, फॉग आदि के बारे में अलर्ट जारी करने के साथ ही अडवाजरी भी जारी की जाएगी। यह सेवा फ्री होगी।
राहुल बताते हैं कि इस सेवा को गूगल के जरिए ऑपरेट किया जाएगा। इसे गूगल के प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा। अभी यह देश के चार महानगरों- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नै के लिए उपलब्ध होगी। बाद में पूरे देश में इसका विस्तार किया जाएगा।
विभाग के स्थापना दिवस के मौके पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जयपाल रेड्डी ने इसकी उपलब्धियों की तारीफ करते हुए कहा कि भारत सरकार ने मौसम विज्ञान के क्षेत्र में देश को मजबूत बनाने के लिए 12वीं योजना में काफी पैसा दिया है। विभाग के महानिदेशक डॉ. एल. एस. राठौर ने कहा कि कई नए क्षेत्रों में काम किया जा रहा है और आने वाले बरसों में देश को इसका फायदा होगा।
देश की व्यवसायिक राजधानी मुंबई से साई ब्यूरो प्रमुख निधि गुप्ता ने बताया कि उत्तर भारत से चलने वाली ठंडी हवाओं से आमची मुंबई का तापमान भी लड़खड़ा गया है। एक दिन में यहां का न्यूनतम तापमान करीब 6 डिग्री तक नीचे लुढ़क गया, जिसने गुलाबी ठंड के आदी मुंबईकरों को कंपकंपा दिया। मौसम विभाग के सूत्रों के मुताबिक विंड का डायरेक्शन बदलने से तापमान में गिरावट आई है। पहले ईस्टर्नली विंड के असर से टेंपरेचर में तब्दीली नहीं थी, लेकिन ठंडी हवा और कोहरे ने सर्दी का अहसास कराया, अब विंड नॉर्दर्नली हो चली है, जिससे तापमान भी नीचे का रुख कर गया।
गुरुवार को सांताक्रुज मौसम विज्ञान केंद्र में अधिकतम तापमान 29.3 डिग्री और न्यूनतम 15.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं आईएमडी कोलाबा में मैक्सिमम टेंपरेचर 28.2 डिग्री और मिनिमम 18.7 डिग्री सेल्सियस रहा। अगले 24 घंटों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस रहने की बात मौसम विभाग ने बताई है। बहरहाल, स्कूल खुल जाने से नौनिहालों को अलसुबह गर्म कपड़ों में भेजा जा रहा है। मॉर्निंग वॉकर्स भी पहन-ओढ़कर ही बाहर निकल रहे हैं।
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस से नॉर्थ में ठंडक बढ़ी है, जिसका असर यहां के वेदर पर भी दिख रहा है। इसके अलावा विंड का डायरेक्शन ईस्टर्नली से नॉर्दर्नली हो गया है, जिससे मिनिमम टेंपरेचर और नीचे चला गया है। फिलहाल, 1-2 दिनों तक हालात ऐसे ही रहेंगे, फिर धीरे-धीरे टेंपरेचर नॉर्मल होने लगेगा। 

हरदा, बैतूल और विदिशा आ सकते हैं राहुल


हरदा, बैतूल और विदिशा आ सकते हैं राहुल

(महेश)

नई दिल्ली (साई)। लंबे अंतराल के बाद कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी मध्य प्रदेश का रूख करने जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार के नौ साल पूरे होने के उपरांत अब कांग्रेस का जवाबी हमला आरंभ होने में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं। राहुल गांधी तीन दिन के एमपी दौरे को अंतिम रूप दिया जा रहा है। वे हरदा, बैतूल और विदिशा की ओर रूख कर सकते हैं।
राहुल गांधी के सरकारी आवास 12 तुगलक लेन, के सूत्रों ने समाचार, एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि राहुल गांधी इन तीन जिलों में आयोजित युवक कांग्रेस के सम्मेलनों में शिरकत करेंगे। सूत्रों ने आगे बताया कि  राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश के तीन जिलों में अपने प्रस्तावित दौरा कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है। यह दौरा जनवरी माह में ही होगा और मध्यप्रदेश के हरदा, बैतूल एवं विदिशा में रहेगा।
ज्ञातव्य है कि विदिशा वह जिला है जहां से लोकसभा में भाजपा की ओर से नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज सांसद हैं, बैतूल आदिवासी जिला है एवं मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा आदिवासी अत्याचार के मामले बैतूल में ही दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा इस सूची में हरदा भी शामिल किया गया है जो बैतूल लोकसभा का हिस्सा है। 

बार बार पाक की नापक हरकतें जारी


बार बार पाक की नापक हरकतें जारी

(महेंद्र देशमुख)

नई दिल्ली (साई)। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिये सोमवार को चकां-दा-बाग में दोनो देशों के शीर्ष सेनाधिकारियों की बैठक के एक दिन बाद ही पाकिस्तानी सेना ने पांच बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों नेे बताया है कि दोनो देशों के कमांडरों की फ्घ्लैग बैठक के तुरंत बाद पाकिस्तानी सेना ने उड़ी में चरांदा इलाके में और पुंछ में मेंढर में भी छोटे हथियारों से गोलीबारी की और बालनोई इलाके में मोर्टार से हमले किये।
रक्षा प्रवक्ता कर्नल आर के पलटा के अनुसार पाकिस्तानी सेना ने कल शाम पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर कृष्णा घाटी सेक्टर में पार्थी अग्रिम चौकी पर जबर्दस्त गोलाबारी की। भारतीय सेना ने संयम दिखाया और गोलीबारी का जवाब नहीं दिया। इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने शाम पांच बजकर ४५ मिनट पर मेंढर इलाके में कुछ गोले दागे थे। आठ जनवरी को पाकिस्तानी सेना की तरफ से भारतीय सेना के दो जवानों की हत्या के बाद पाकिस्तानी सेना की तरफ से बार-बार अकारण गोलीबारी की जा रही है।
उधर, प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारतीय सैनिकों की हत्या और उनके शवों को क्षत-विक्षत करने के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर ऐसी बर्बर कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के साथ संबध सामान्य नहीं रह सकते । एक निजी टीवी चौनल को दिए साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच शांति प्रक्रिया का भविष्य अब इस पर निर्भर है कि पाकिस्तान क्या उचित कदम उठाता है । पाकिस्तान को लेकर सरकार के पास उपलब्ध विकल्पों के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं की जा सकती। प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि सरकार इस बारे में बयान देगी। नियंत्रण रेखा पर तनाव के बारे में प्रधानमंत्री ने पहली बार टिप्पणी की है। डॉक्टर सिंह ने कल शाम नई दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। राष्ट्रपति भवन के सूत्रों ने बताया कि यह बैठक एक घंटे चली। एक अन्य घटनाक्रम में लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर हुई घटना के बारे में प्रधानमंत्री का जवाब भारतीय जनता पार्टी की सोच और देश की मनःस्थिति को दर्शाता है। इससे पहले कल दिन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली को नियंत्रण रेखा पर हालात की जानकारी दी।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है नियत्रंण रेखा पर दो भारतीय सैनिकों की हत्या के मामलें में पाकिस्तान जिस अडियल तरीके से इंकार कर रहा है और दोषी लोगों पर कोई उचित कार्रवाई नहीं हो रही है उसे नज$रअंदाज नहीं किया जाएगा। कल नई दिल्ली में जारी बयान में उन्होंने कहा कि भारत को उकसाने के अलावा पाकिस्तान की इस कार्रवाई से अंतर्राष्ट्रीय आचार संहिता का भी उल्लघन किया गया है। खुर्शीद ने कहा कि अब भारत को खुद ही किसी निष्कर्ष पर पहुचना होगा कि दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य बनाने में पाकिस्तान कितना गंभीर है ।

ओवैसी से पूछताछ जारी


ओवैसी से पूछताछ जारी

(जाकिया जरीन)

हैदराबाद (साई)। नफरत फैलाने वाले भाषण देने को लेकर गिरफ्तार मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) पार्टी के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी से पुलिस ने लगातार चौथे दिन मंगलवार को पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान अकबरुद्दीन ने विडियो के असली होने पर ही सवाल उठा दिए और कहा कि उन्होंने कोई भड़काऊ भाषण नहीं दिया था। यू ट्यूब पर अपलोड विडियो में उनकी आवाज नहीं है।
अकबरुद्दीन ओवैसी को देशद्रोह और आपराधिक साजिश के आरोप में 8 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था और 12 जनवरी को उन्हें 5 दिनों की पुलिस कस्टडी में सौंप दिया गया था। पूछताछ में अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर अकबरुद्दीन ने कहा कि 22 दिसंबर को दिए उनके भाषण का जो विडियो यू ट्यूब पर अपलोड किया गया है वह छेड़छाड़ करके तैयार किया गया है। अकबरुद्दीन ने भड़काऊ भाषण देने की बात से साफ इनकार कर दिया और कहा कि कोई गलत इरादे से उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहा है।
हालांकि, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने अकबरुद्दीन के दावे के बारे में पूछे जाने पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। करीमनगर रेंज के डीआईजी भीमा नाइक ने बताया कि हम उस मामले पर राय नहीं देना चाहते जिन्हें एमआईएम विधायक के वकील कोर्ट के आगे रख सकते हैं। नाइक ने कहा कि जांच की प्रक्रिया को मीडिया में बताना भी उचित नहीं। खास कैदी का दर्जा दिए जाने संबंधी अकबरुद्दीन की याचिका पर बुधवार को ही सुनवाई होगी। ओवैसी को हैदराबाद से करीब 80 किलोमीटर दूर निर्मल अदालत में 17 जनवरी को पेश किया जाएगा।

बस ट्रक से टकराई 11 मरे 10 घायल


बस ट्रक से टकराई 11 मरे 10 घायल

(नन्द किशोर)

भोपाल (साई)। मध्य प्रदेश के धार जिले में जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूर बदनावर के निकट पंचकवासा गांव में एक प्राइवेट बस के खडे़ ट्रक से टकरा जाने से 11 लोगों की मौत हो गई तथा 10 अन्य घायल हो गए। समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के संवाददाता ने एसपी सुशांत सक्सेना ने बताया कि बुधवार की सुबह गुजरात से इंदौर जा रही प्राइवेट बस पंचकवासा गांव के पास खड़े ट्रक से जा टकराई।
इस घटना में 3 पुरुषों, 3 महिलाओं, 3 बालिकाओं और 2 बालकों की मौत हो गई तथा 10 अन्य घायल हो गए। घायलों को बदनावर अस्पताल ले जाया गया जहां से 2 को गंभीर अवस्था में इंदौर भेज दिया गया। प्रभारी मंत्री महेंद्र हार्डिया ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपए और घायलों का निरूशुल्क इलाज कराने के निर्देश दिए हैं।