गुरुवार, 6 दिसंबर 2012

गुजरात महासमर ने उड़ाई अहमद की नींद!


गुजरात महासमर ने उड़ाई अहमद की नींद!

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। कांग्रेस में एक के बाद एक करके सबके शनी भारी होते दिख रहे हैं। कांग्रेस में पर्दे के पीछे सर्वशक्तिमान समझे जाने वाले कांग्रेस अध्यक्ष के राजनैतिक सचिव अहमद पटेल की सियासी सांसों की डोर बंधी हुई है। अगर गुजरात में मोदी ने एक बार फिर करिश्मा कर दिया तो निश्चित तौर पर अहमद पटेल को सियासी हाशिए में ढकेल ही दिया जाएगा। राहुल गांधी के मुख्य भूमिका में शामिल होते ही अब सियासी धुरी में परिवर्तन होता दिखने लगा है।
कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10 जनपथ के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को संकेत दिए कि कांग्रेस में अघोषित नंबर दो की स्थिति वाले अहमद पटेल पर संकट के बादल मंडराते दिख रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गंाधी को यह कहा गया है कि पहले तो ताकतवर महासचिव दिग्विजय सिंह के प्रभाव वाले एमपी में फिर उनके और राहुल के प्रभाव वाले उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की भद्द पिटी और अगर अब सोनिया के राजनैतिक सचिव अहमद पटेल के प्रभाव वाले गुजरात में कांग्रेस औंधे मुंह गिरी तो आने वाले समय में कांग्रेस का नामलेवा भी नहीं बचेगा।
दरअसल, कांग्रेस के अंदर सत्ता संघर्ष चरम और सड़कों पर आ चुका है। अहमद पटेल के घुर विरोधी सी.पी.जोशी की अगुआई वाली कमेटी ने गुजरात में टिकिट वितरण में अहमद पटेल की सरेराह उपेक्षा कर साबित कर दिया है कि अब सत्ता के केंद्र का हस्तांतरण तेज हो गया है। माना जा रहा है कि अब अहमद पटेल की चलाचली की बेला आ चुकी है।
उधर, 12 तुगलक लेन (बतौर सांसद राहुल गांधी को आवंटित सरकारी आवास) के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि राहुल ने अपनी माता जी को साफ साफ कह दिया है कि अगर गुजरात में अहमद पटेल कुछ नहीं कर पाए तो उन्हें घर बिठा दिया जाए। जमीन से जुड़े राहुल गांधी का साफ कहना है कि बिना रीढ़ यानी चुनाव न जीतने वालों के भरोसे राजनीति करना अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है।
टीम राहुल के एक सदस्य ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि राहुल गंाधी ने सोनिया गांधी से स्पष्ट कह दिया है कि गुजरात चुनाव के उपरांत ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में फेरबदल या विस्तार किया जाए। राहुल के इस अल्टीमेटम से साफ हो रहा है कि अहमद पटेल का भविष्य अब गुजरात चुनावों के परिणामों पर ही पूरी तरह निर्भर कर रहा है।
अगर गुजरात में कांग्रेस औंधे मुंह गिरी तो अहमद पटेल के खिलाफ पज रही तलवारों का रूख सीधे उनकी ओर हो जाएगा। वैसे भी अब सोनिया गांधी से ज्यादा चार्म राहुल गांधी का हो गया है। यही कारण है कि राहुल की नजदीकी पाने हर कांग्रेसी बेताब ही नजर आ रहा है। सूत्रों का मानना है कि राहुल गांधी को अहमद पटेल के बाहुपाश से बचाना बेहद आवश्यक है और इसके लिए बिसात बिछ भी चुकी है।

जनसंपर्क पिटवा रहा मंत्री की भद्द!


लाजपत ने लूट लिया जनसंपर्क ------------------ 20

जनसंपर्क पिटवा रहा मंत्री की भद्द!

(डेविड विनय)

भोपाल (साई)। मध्य प्रदेश के इतिहास में पहली बार मीडिया ने सूबे के जनसंपर्क विभाग के खिलाफ आवाज बुलंद की है। दस दिसंबर को भोपाल में पत्रकारों ने जनसंपर्क मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के खिलाफ प्रदर्शन का निर्णय मजबूरन लेना पड़ा है। इस दिन जनसंपर्क मंत्री लक्ष्मी कांत शर्मा की प्रतीकात्मक शवयात्रा भी निकाली जाएगी। विधानसभा के चलते मध्य प्रदेश भर से आए पत्रकारों द्वारा किया जाने वाला यह अनूठा प्रदर्शन देश भर में मीडिया के आकर्षण का केंद्र बन सकता है।
ज्ञातव्य है कि मध्य प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने के लिए पाबंद मध्य प्रदेश का जनसंपर्क विभाग पिछले एक साल से चर्चाओं में है। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग की कमान विभाग के एक आला अधिकारी के हाथों में परोक्ष तौर पर दे दी गई है। आरोपित है कि उक्त अधिकारी के दरबार में जाकर उनकी चौखट से माथा रगड़ने पर ही विज्ञापन का प्रसाद मिल पा रहा है।
पत्रकारों में जनसंपर्क विभाग की अघोषित रंगदारी और पालिसी को लेकर रोष और असंतोष व्याप्त है। वास्तविक पत्रकारों को दरकिनार कर जनसंपर्क विभाग द्वारा दलाल रूपी पत्रकारों को ज्यादा तवज्जो दिए जाने से प्रदेश में मीडिया का गला घोंटने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है।
बताया जाता है कि जनसंपर्क संचालनालय में बैठे कथित मठाधीशों की कारस्तानियों के कारण पत्रकारों को सड़क पर उतरने मजबूर होना पड़ रहा है। कहा जा रहा है कि जनसंपर्क कार्यालय में बैठे कथित मठाधीश जनसंपर्क विभाग के नियम कायदों को ताक पर रखकर मनमर्जी चला दलालों को लाभ पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
जनसंपर्क विभाग की कारस्तानी के चलते जनसंपर्क मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा की पकड़ विभाग पर कमजोर पड़ती जा रही है। जनसंपर्क संचालनालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि मंत्री के द्वारा विज्ञापन के लिए अनुसंशित कागजों को ये मठाधीश कागज की टोकरी में डाल देते हैं। वहीं अपने प्रभाव का उपयोग कर किसी को पंद्रह लाख का विज्ञापन एक ही दिन में जारी कर देते हैं।
सूत्रों ने कहा कि जनसंपर्क विभाग में लक्ष्मी कांत शर्मा से अधिक सहकारिता मंत्री गौरी शंकर बिसेन की तूती बोलती है। इतना ही नहीं संघ के वरद हस्त प्राप्त चुनिंदा वेब साईट्स को विज्ञापन देने की बात भी एक विस्फोट डॉट काम द्वारा पूर्व में प्रकाशित की गई थी। कुल मिलाकर जनसंपर्क संचालनालय द्वारा अपनी कारस्तानी के चलते अपने ही मंत्री की भद्द पिटवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।

भारतीय रेल पर ममता का वर्चस्व कायम!


भारतीय रेल पर ममता का वर्चस्व कायम!

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और भारत गणराज्य की पूर्व रेल मंत्री ममता बनर्जी ने भले ही अपने स्थान पर अपने गणों को रेल महकमा सौंपा हो, फिर केंद्र सरकार से अलग होकर अपने गणों को केंद्र सरकार से हटा लिया हो पर आज भी हकीकत यही है कि ममता बनर्जी के बिठाए गए कारिंदे ही भारतीय रेल को हांक रहे हैं।
भारतीय रेल्वे बोर्ड के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इक्कीसवीं सदी के स्वयंभू प्रबंधन गुरू एवं तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने रेल मंत्रालय का कामकाज संभालते ही रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्षों की तत्काल प्रभाव से छुट्टी कर अपनी पसंद के रेल्वे बोर्ड के अध्यक्ष देश भर में नियुक्त कर दिए थे।
इसके बाद जैसे ही यह कमान लालू यादव के पास से त्रणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के पास आई उन्होंने भी यही कदम उठाया और लालू प्रसाद यादव के बिठाए गए सारे रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्षों को बाहर का रास्ता दिखा दिया और अपनी पसंद के लोगों को इस पर काबिज करवा दिया गया। सूत्रों ने यह भी बताया कि देश भर में 20 रेल्वे बोर्ड काम कर रहे हैं, एवं इनका कार्यकाल तीन साल का होता है।
ममता बनर्जी के रेल्वे से हटने के उपरांत दिनेश त्रिवेदी, फिर श्री राय और फिर सी।पी।जोशी के उपरांत रेल विभाग अब पवन बंसल के पास आ गया है। ममता के उपरांत त्रणमूल द्वारा इन रेल्वे बोर्ड के अध्यक्षों को नहीं बदलना तो समझ में आता है पर जब यह मंत्रालय कांगेस के जोशी ओर फिर बंसल के पास आ गया है तब इन अध्यक्षों को ना बदलना यही साबित कर रहा है कि आज भी रेल मंत्रालय में ममता बनर्जी ही ही तूती बोल रही है।
गौरतलब है कि अहमदाबाद के रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष डी।एन।गुप्ता, अजमेर के वी।डीएस।केवासन, इलाहाबाद के एस।के।माथुर, बिलासपुर के नितिन ढिमोले, बंग्लुरू के पी।यू।के।रेड्डी, भुवनेश्वर के जी।एम।त्रिपाठी, भोपाल में डी।सी।पंत, कोलकता में आरत्र राजगोपाल, चंडीगढ़ रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राजीव सोनी एवं चेन्नई के एस।रामसुब्बू हैं।
इसी तरह गोरखपुर के राजीव किशोर, गुवहाटी के टी।के।मण्डल, जम्मू में सुरेंद्र कुमार, मादला में डी।के।मण्डल, मुंबई में बी।के।दादाबोय, मुजफ्फरपुर में वी।पी।एन।तिवारी, पटना रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष डॉ।श्रीप्रकाश, रांची में दिनेश कुमार, सिकन्दराबाद में वी।वी।रेड्डी, त्रिवेंद्रम रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष सुश्री नीनू इथीरह एवं सिलिगुडी में एम।एल।खान को अध्यक्ष नियुक्त किया गया था ममता बनर्जी द्वारा।
ये सारे ममता बनर्जी की नियुक्ति वाले रेल्वे भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष आज भी बदस्तूर ही काम कर रहे हैं। यहां यह उल्लेखनीय होगा कि रेल्वे भर्ती बोर्ड पर सदा ही परीक्षा और भर्ती के दौरान गफलत एवं भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। ना तो इस ओर पूर्व मंत्री सीपीजोशी और ना ही रेल्वे के वर्तमान निजाम पवन बंसल की निगाहें इस ओर इनायत हो सकी हैं।

मादक पदार्थों की तस्करी रोकने भारत पाक में समझौता


मादक पदार्थों की तस्करी रोकने भारत पाक में समझौता

(रश्मि सिन्हा)

नई दिल्ली (साई)। भारत और पाकिस्तान ने अपनी सीमाओं के जरिए होने वाली मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम के लिए खुफिया सूचनाओं का आदान-प्रदान करने ंका फैसला किया है। इस मुद्दे पर बातचीत के लिये पाकिस्तान के मादक पदार्थ विरोधी बल का एक प्रतिनिधिमंडल मेजर जनरल मलिक जफर इकबाल के नेतृत्व में भारत आया हुआ है।
स्तावेजों पर हस्ताक्षर होने के बाद जारी बयान में कहा गया है कि मादक पदार्थों की तस्करी से चिंतित दोनों देशों ने इससे निपटने के लिए आपसी तालमेल की रणनीति तैयार करने का फैसला किया है। साथ ही मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़ी सूचनाओं के आदान-प्रदान की रूप-रेखा भी तैयार कर ली है।

राहुल का दो दिवसीय अमेठी दौरा कल से


राहुल का दो दिवसीय अमेठी दौरा कल से

(दीपांकर श्रीवास्तव)

लखनऊ (साई)। उत्तर प्रदेश के अमेठी के सांसद और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी अमेठी अपने संसदीय क्षेत्र की सात दिसंबर से दो दिवसीय यात्रा करेंगे। प्रदेश कांग्रेस के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि संगठनात्मक मुद्दों का जायजा लेने के लिए पार्टी पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस सांसद की बैठक का कार्यक्रम है।
सूत्रों के अनुसार सांसद निधि कोष योजना के तहत आवंटित कोष से क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में जारी विकास कार्य का भी राहुल द्वारा औचक निरीक्षण किये जाने की संभावना है। सूत्रों ने आगे बताया कि राहुल का आठ दिसंबर को शाम के वक्त नयी दिल्ली रवाना होने का कार्यक्रम है।

हर माह पता लगेगा पीपीएफ का


हर माह पता लगेगा पीपीएफ का

(सोनल सूर्यवंशी)

भोपाल (साई)। भविष्य निधि खाताधारकों को अब हर माह पता लग जाएगा कि उनके खाते में कंपनी ने पैसा जमा किया या नहीं। यदि पैसा जमा भी किया है तो कितना। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफ) ने अपने खाताधारकों की जानकारी बुधवार से ऑनलाइन कर दी है। कंपनी का कोड और नाम ईपीएफ की वेबसाइट पर डालते ही सारी जानकारी सामने होगी। वेबसाइट डब्लू डब्लू डब्लू डॉट ईपीएफइंडिया डॉट काम यह भी बताएगी कि पीएफ कट भी रहा है या नहीं।
इसके अलावा ई-पास बुक की भी व्यवस्था की गई है, जिसका लाभ खाताधारक ले सकते हैं। यह सुविधा लेने के बाद खाताधारक ऑनलाइन अपनी पासबुक देख सकेगा। ई-पास बुक का फायदा यह होगा कि कर्मचारी का मास्टर डाटा बेस तैयार हो जाएगा। इसके बाद यदि कर्मचारी एक संस्थान छोड़कर दूसरे संस्थान में जाता है और पहले संस्थान का खाता बंद करवाकर दूसरा खुलवाता है तो इसकी जानकारी ईपीएफ को मिल जाएगी। यह भी पता लगा जाएगा कि मूल रूप से कर्मचारी किस कंपनी का है।

गरीब बालाओं को शादी के लिए 15 हजार


गरीब बालाओं को शादी के लिए 15 हजार

(अभय नायक)

रायपुर (साई)। महिला वोटों के लिए शुरू की गई महिला उत्थान यात्रा के पहले दिन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बड़ी घोषणा कर अपने इरादे साफ कर दिए हैं। इसके तहत गरीब लड़कियों की शादी के लिए सरकार अब 15 हजार रुपए देगी। निर्धन कन्यादान योजना के तहत अभी 10 हजार रुपए दिए जा रहे हैं।
राजनांदगांव जिले के सुकुल दैहान गांव से महिला एवं बाल विकास मंत्री लता उसेंडी ने इस यात्रा की शुरुआत की। 12 किमी की दूरी तय करने के बाद महिलाओं की रैली राजनांदगांव के स्टेट स्कूल प्रांगण में पहुंची। भीड़ के साथ उसेंडी और सांसद मधुसूदन यादव भी थे। मुख्यमंत्री ने वहां कन्यादान योजना के लिए सरकारी खर्च की राशि में इजाफा करने का ऐलान कर दिया। इस दौरान पद्मश्री फुलबासन यादव, शमशाद बेगम सहित समूह से जुड़ी 20 हजार से ज्यादा महिलाएं मौजूद रहीं। 

तीर्थ दर्शन योजना से जुड़ा सिवनी


तीर्थ दर्शन योजना से जुड़ा सिवनी

(शिवेश नामदवे)

सिवनी (साई)। बार बार मीडिया की चीख पुकार के उपरांत अंततः मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना से सिवनी जिला जुड़ ही गया। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत सिवनी जिले के तीर्थ यात्रियों को लेकर पहली ट्रेन ७ दिसंबर को रात्रि ११ बजे छिन्दवाडा रेल्वे स्टेशन से श्री जगन्नाथपुरी के लिये रवाना होगी। इसमें सिवनी जिले के कुल २७० तीर्थयात्री श्री जगन्नाथपुरी दर्शन के लिये जायेंगे। जिसमें चार शासकीय अधिकारी भी अनुरक्षक के रूप में होंगे। यह तीर्थ दर्शन ट्रेन ७ दिसंबर को छिन्दवाडा से प्रस्थान कर आमला-पांढुर्ना होते हुए श्री जगन्नाथपुरी पहुंचेगी और तीर्थ दर्शन के बाद इसी रास्ते से १२ दिसंबर को वापस छिन्दवाडा पहुंचेगी।
इसी प्रकार दूसरी तीर्थ दर्शन ट्रेन १५ दिसंबर को छिन्दवाडा रेल्वे स्टेशन से ही श्री रामेश्वरम् के लिये रवाना होगी। इसमें सिवनी जिले के कुल ३९० तीर्थ यात्री श्री रामेश्वरम् दर्शन के लिये जायेंगे। जिसमें छह शासकीय अधिकारी भी होंगे। यह ट्रेन १५ दिसंबर को छिन्दवाडा से प्रस्थान कर परासिया-पांढुर्ना होते हुए रामेश्वरम् पहुंचेगी और तीर्थ दर्शन पश्चात इसी रास्ते से २० दिसंबर को वापस छिन्दवाडा पहुंचेगी। तीर्थ दर्शन के लिये इश्छुक अपने आवेदन निकटतम तहसील या उपतहसील कार्यालय, नगरपालिका या नगरपरिषद कार्यालय में जमा कर सकते है। पन्द्रह दिसंबर को श्री रामेश्वरम की ओर जाने वाली ट्रेन में सम्मिलित होने के लिये आवेदन करने की अंतिम तिथि १० दिसंबर है।
इस योजना के तीसरे चरण में ४ जनवरी को २४३ यात्रियों को द्वारिका के लिये छिन्दवाडा से रवाना किया जायेगा। यह ट्रेन ८ जनवरी को वापस आयेगी। चौथे चरण में २० जनवरी को २७० यात्रियों को तिरूपति बालाजी के लिये छिन्दवाडा रेल्वे स्टेशन से ही रवाना किया जायेगा। यह ट्रेन २५ जनवरी को वापस आयेगी।
यह तीर्थ दर्शन यात्रा पूरी तरह निरूशुल्क रहेगी, जिसमें तीर्थ यात्रियों के चाय-नाश्ते से लेकर भोजन, आवास, परिवहन तथा गाइड आदि की व्यवस्था भी पूर्णतरू निरूशुल्क होगी। इन तीर्थ यात्राओं के लिये जिला प्रशासन सिवनी की ओर से आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये हैं।
तीर्थ यात्रा के दूसरे चरण में श्री रामेश्वरम् की यात्रा के लिये आवेदन १० दिसंबर तक किये जा सकते है। यात्रा के तीसरे चरण में श्री द्वारकापुरी की यात्रा के लिये आवेदन २१ दिसंबर तक दिये जा सकते है। चौथे चरण में तिरूपति बालाजी की यात्रा के लिये आवेदन ३१ दिसंबर तक किये जा सकेंगे।
योजना का लाभ लेने के लिये पात्र वरिष्ठ नागरिक अपने आवेदन शासन द्वारा निर्धारित प्रारूप में (दो सेट में) संबंधित निवास तहसील/नगरपालिका/नगरपरिषद कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हैं। इस संबंध में योजना एवं फार्म आदि की जानकारी संबंधित एस।डी।एम।/तहसीलदार/मुख्य नगरपालिका अधिकारी के कार्यालयों से प्राप्त कर आवेदन इन्ही कार्यालयों में जमा भी किये जा सकते है।
0 पात्रता एवं प्रावधान
इस योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश के ६० वर्ष या इससे अधिक आयु के ऐसे व्यक्तियों, जो आयकरदाता नहीं है को प्रदेश के बाहर स्थित विभिन्न अधिसूचित तीर्थ स्थानों यथा श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री अमरनाथ, श्री जगन्नाथ पुरी, श्री द्वारकापुरी, श्री रामेश्वरम, माता वैष्णोंदेवी, अजमेर शरीफ दरबार, काशी, अमृतसर साहिब दरबार, हरिद्वार, तिरूपति बालाजी, शिर्डी, गया, सम्मेद शिखर, श्रवणबेलगोला एवं बेलांगणी चर्च, नागपट्टनम (तमिलनाडु) में से किसी एक स्थान की तीर्थ यात्रा सुलभ कराने का प्रावधान है। इस योजना के अंतर्गत कोई भी उपरोक्तानुसार पात्र व्यक्ति अपने जीवनकाल में केवल एक बार ही तीर्थ यात्रा कर सकेगा।
इसके लिए ऐसे नागरिक जिन्होंने ६० वर्ष या इससे अधिक आयु के ऐसे नागरिक, जिन्होंने पूर्व में तीर्थ दर्शन योजना का लाभ न लिया हो। वे मध्यप्रदेश के मूल निवासी हो लेकिन आयकर दाता न हो। साथ ही साथ शारीरिक एवं मानसिक रूप से पूर्णतरू स्वस्थ हो। इतना ही नहीं ६५ वर्ष से अधिक उम्र के तीर्थ यात्रियों को अटेन्डेंट (सहायक) ले जाने की सुविधा भी होगी। एवं इस योजना का लाभ उठाने के लिये बुजुर्गवार अपने आवेदन (दो सेट में) संबंधित तहसील/उपतहसील कार्यालय के अलावा संबंधित नगरपालिका/नगरपरिषद कार्यालय में भी जमा करा सकते है।

उच्च शिक्षा ऋण हेतु शिविर 27 को


उच्च शिक्षा ऋण हेतु शिविर 27 को

(एस.के.खरे)

सिवनी (साई)। प्रदेश में बैंकों द्वारा उश्च शिक्षा ऋण प्रकरणों को स्वीकृत/वितरण समस्त जिला मुख्यालयों में  २७ दिसंबर को शिक्षा ऋण शिविर का आयोजन किया जायेगा। इस शिविर के आयोजन की पूरी जिम्मेदारी लीड बैंक मेनेजर (अग्रणी जिला प्रबन्धक) की होगी। शिक्षा ऋण शिविर के आयोजन के लिये अग्रणी जिला प्रबन्धक द्वारा जिला मुख्यालय पर कार्यरत सभी बैंकों में बैंक शाखा के मुख्य द्वार के समीप बैनर भी लगाये जायेंगे। लीड बैंक मेनेजर इस शिविर में अधिक से अधिक संख्या में विद्याघ्थयों की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।
यह साफ किया गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशानुसार शिक्षा ऋण प्रकरणों में बैंक शाखा के लिये निर्धारित सघ्वस एरिया एप्रोच के प्रावधान लागू नहीं है, इसलिये किसी भी विद्यार्थी का प्रकरण इस आधार पर अमान्य नहीं किया जायेगा। अग्रणी जिला प्रबंधक का यह भी दायित्व होगा कि वे शिविर सम्पन्न होने के पश्चात विद्याघ्थयों द्वारा प्रस्तुत आवेदनों की स्वीकृति एवं वितरण की साप्ताहिक समीक्षा करेंगे तथा प्रगति से संस्थागत वित्त संचालनालय के विन्ध्याचल भवन, भोपाल स्थित कार्यालय को प्रति सप्ताह अवगत करायेंगे। वे जिला प्रशासन से सहयोग एवं सक्रिय सहभागिता से इस उश्च शिक्षा ऋण मंजूरी/प्रदायगी शिविर का सफल आयोजन सुनिश्चित करेंगे।
शासन के इन निर्देशों के परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर श्री अजीत कुमार द्वारा जिले के अग्रणी बैंक सेन्ट्रल बैंक के जिला प्रबंधक को निर्देशित किया गया है कि वे २७ दिसंबर को जिले में उश्च शिक्षा ऋण प्रदायगी शिविर आयोजित करने के लिये इस शिविर का व्यापक प्रचार-प्रसार कराये तथा अधिक से अधिक विद्याघ्थयों को इसका लाभ दिलायें।

नाईटराइडर्स साइनिंग स्टार डायमंड ने मैच जीते


नाईटराइडर्स साइनिंग स्टार डायमंड ने मैच जीते

(काबिज खान)

सिवनी (साई)। आयोजन समिति के मुख्य आयोजक अब्दुल काबिज खाने ने जानकारी दी कि प्रतियोगिता के 19वे दिन तीसरे चरण के मैच खेले गए, जिसमें नाईटराइडर्स सिवनी, साईनिंग स्टार सिवनी एवं डायमंड क्लब ने अपने-अपने मैच जीतकर अगले चरण में प्रवेश किया। 19वे दिन प्रतियोगिता का पहला मैच नाईटराइडर्स विरूद्ध मैच खेला गया। नाईटराइडर्स के संदीप ने 63 रन बनाकर फास्टर क्लब को 157 रन का लक्ष्य दिया। जवाबी पारी खेलने उतरी फास्टर इलेवन 76 रन पर ऑलआउट हो गई। दूसरा मैच साइनिंग स्टार और कान्हीवाड़ के मध्य खेला गया। कान्हीवाड़ा डायमंड के खिलाड़ियों ने बेहतर गेंदबाजी करते हुए 135 रन पर साइनिंग स्टार के खिलाड़ियों को ऑल आउट कर दिया, वहीं जवाबी पारी खेलने उतरी कान्हीवाड़ टीम 73 रन में सिमट गई। साईनिंग स्टार की ओर से बंटी सराठे ने 61 रन का योगदान दिया और मैन ऑफ द मैच घोषित किया। तीसरा मैच डायमंड और फायरवाल्स के बीच खेला गया। पहली पारी खेलने उतरी डायमंड के खिलाड़ी कुछ बेहतर नही कर पाए, वहीं अंतिम पंक्तियों में खेलने आए बल्लेबाजों ने जोरदार ताबातोड़ बल्लेबाजी करते हुए सुनील 34 रन की मदद से 176 रन पर लक्ष्य फायरवाल्स टीम के सामने रखा जो एक बड़ी चुनौती थी। दूसरी पारी खेलने उतरी फायरवाल्स टीम के सभी खिलाड़ी 108 रन में ढेर हो गए। फायरवाल्स की ओर से मल्ला ने 43 रन का योगदान दिया। आज मैदान में उतरी टीमों में से साईनिंग स्टार ने अंतिम 8 में जगह बनाई जिसका मुकाबला आमंत्रित महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की नामी गिरामी टीमों से होगा।
6 दिसंबर को तीन मैच जाएंगे जिसमें पहला मैच यूनिक क्लब और आजाद क्लब के मध्य खेला जाएगा, जो सुबह 9 बजे होगा। वहीं दूसरा मैच पेप्सी क्लब छिंदवाड़ा और सावनेर के मध्य खेला जाएगा। वहीं तीसरा मुकाबला पूल ए के अंतिम 8 में पहुंचने वाली पहली टीम साइनिंग स्टार एवं दूसरे मैच के विजेता के मध्य खेला जाएगा जो काफी रोमांचकारी मैच होने की संभावना है। दर्शकों एवं सिवनी की जनता से आयोजन समिति का निवेदन है कि 6 दिसंबर को होने वाले सभी मैच हाई वोल्टेज मुकाबले होंगे जिसे देखने भारी मात्रा में मिशन स्कूल ग्राउंड पहंुचे।