गुरुवार, 14 फ़रवरी 2013


लाजपत ने लूट लिया जनसंपर्क ------------------ 54

जले पर नमक छिड़क रहे पीआरओ सिवनी

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। लगता है मानो कांग्रेस और भाजपा के जिला स्तर के प्रवक्ताओं के मानिंद जिला जनसंपर्क अधिकारी कार्यालय ने भी सिवनी जिले को छोड़कर देश दुनिया की चिंता करना आरंभ कर दिया है। जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा जारी प्रेस नोट में अब मध्य प्रदेश के अन्य जिलों के समाचारों का समावेश देखकर लगने लगा है मानो जनसंपर्क विभाग जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहा है।
जिला जनसंपर्क कार्यालय सिवनी द्वारा 12 फरवरी को जारी सरकारी अधिकृत प्रेस नेाट में तीन सिंचाई परियोजना को १,३८७ करोड की स्वीकृति शीर्षक से जारी समाचार में सिवनी डेट लाईन से कहा गया है कि मंत्रि-परिषद् ने छतरपुर जिले की बाँयीं नहर परियोजना के लिये ५४५ करोड ९० लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति और निवेश निकासी की अनुमति दी। परियोजना की रूपांकित सिंचाई क्षमता ४३ हजार ८५० हेक्टेयर है। मंत्रि-परिषद् ने रायसेन जिले की बारना वृहद परियोजना के विस्तार तथा इसे सुदृढ और आधुनिक बनाने के लिये ५८१ करोड रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति तथा निवेश निकासी की  अनुमति दी। इस योजना से वर्ष २०१२-१३ में ७५ हजार ८८ हेक्टेयर में सिंचाई की गयी। मंत्रि-परिषद् ने छतरपुर जिले की सिंहपुर बेराज मध्यम परियोजना के लिये २६० करोड ६३ लाख रुपये की पुनरीक्षित स्वीकृति तथा निवेश निकासी की अनुमति प्रदान की। परियोजना की रूपांकित क्षमता १० हजार २०० हेक्टेयर है।
सिवनी के पत्रकार हैरान हैं कि आखिर जनसंपर्क विभाग को क्या हो गया है जो सिवनी की खबरों को छोड़कर छतरपुर की खबरों को सिवनी में प्रसारित कर रहे हैं। मीडिया में चल रही चर्चाओं पर अगर यकीन किया जाए तो वैसे ही पिछले लगभग दो दशकों से सिवनी जिले को प्रदेश शासन द्वारा कोई उपलब्धि नहीं दी गई है, इसके बाद भी दूसरे जिलों की उपलब्धि का बखान में सिवनी में किया जाना निश्चित तौर पर सिवनी वासियों के जले पर नमक छिड़कने जैसा ही होगा।
मीडिया में अब चटखारे लेकर यह चर्चा तेज हो गई है कि जिस तरह कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ताओं द्वारा जिला स्तर पर एक दूसरे पर कटाक्ष या स्थानीय समस्याओं को उठाने से बचा जाता है उसी तरह जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा पत्रकारों के हितों को 7 फरवरी को लागू कर्फ्यू के दौरान साधा तो नहीं गया पर अब प्रदेश के अन्य जिलों की उपलब्धियों का बखान सिवनी में किया जा रहा है। गौरतलब है कि कर्फ्यू के दौरान कांग्रेस के प्रवक्ता जेपीएस तिवारी पर पुलिस ने लाठियां भांजी और कांग्रेस के दो अन्य प्रवक्ता अब भी मौन ही धारित किए हुए हैं।

त्रिपुरा में मतदान आरंभ, मेघालय में 23 को होगा मतदान


त्रिपुरा में मतदान आरंभ, मेघालय में 23 को होगा मतदान

(शरद)

नई दिल्ली (साई)। देश के दो राज्यों में चुनावी सरगर्मियां चरम पर हैं। त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं। मतदान शाम चार बजे तक चलेगा। स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान के लिए सभी प्रबंध किये गए हैं। पचास हजार से अधिक मतदान कर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि इस चुनाव में २३ लाख पचास हजार मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। वहीं मेघालय में 23 को मतदान होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग के सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो ने बताया कि राज्य में तीन हजार ४१ मतदान केन्द्रों के लिए तीन हजार छह सौ छह इलैक्ट्रोनिक वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल हो रहा है। इस चुनाव में २४९ उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा, जिसमें मुख्यमंत्री माणिक सरकार राज्य के वित्त मंत्री बादल चौधरी, विपक्ष के नेता रत्न लाल नाथ और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष सुदीप रॉय बरमन शामिल हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शांतिपूर्वक हो रहा है और लोगों का मतदान केन्द्रों तक पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है। दिन बीतने के साथ ही मतदान में तेजी आने की उम्मीद है।
वहीं दूसरी ओर मेघालय के समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो ने बताया कि मेघालय में इस महीने की २३ फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की तरफ से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई शीर्ष नेता प्रचार में उतरेंगे। भारतीय जनता पार्टी की ओर से राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली तथा अभिनेत्री से राजनेता बनी स्मृति ईरानी बृहस्पतिवार को राज्य में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगी।

सुब्रत राय भगोड़ा घोषित!


सुब्रत राय भगोड़ा घोषित!

(बी.पी.गौतम)

नई दिल्ली (साई)। निवेशकों को २४ हजार करोड़ रूपये से अधिक की राशि लौटाने के मामले में प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड-सेबी ने सहारा समूह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। सेबी ने सहारा समूह की दो कंपनियों एसआईआरईसीएल और एच एस सी आई एल समेत समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय और कंपनी के बड़े अधिकारियों के बैंक खातों को फ्रीज करने और उनकी सभी संपत्तियों को जब्त करने के आदेश दिए हैं।
जिन सम्पत्तियों को जब्त करने के आदेश दिए गए हैं उनमें एम्बी वैली लिमिटेड की जमीन भी शामिल है। सेबी ने इस कंपनी के शेयरों, म्युचल फंड इकाईयों, बैंक और डी-मेट खातों को जब्त करने के भी आदेश दिए हैं। सेबी ने सभी बैंको से कहा है कि सहारा के खातों में पड़ी राशि सेबी सहारा रिफंड खाते में हस्तांतरित कर दी जाए।
सेबी ने सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय और तीन अन्य निदेशकों वंदना भार्गव, रवि शंकर दूबे और अशोक रॉय चौधरी के सभी बैंक और डी-मैट खाते फ्रीज करने के निर्देश दिये हैं। इन चारों के नाम दर्ज सभी चल-अचल सम्पत्ति तत्काल प्रभाव से जब्त करने के भी आदेश दिए गए हैं। सेबी ने सहारा ग्रुप के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के बारे में भारतीय रिजर्व बैंक और प्रर्वतन निदेशालय को सूचित कर दिया है। न्यायालय ने पिछले हफ्ते कहा था कि अगर सहारा समूह निवेशकों का पैसा वापस नहीं करता तो सेबी इस समूह के बैंक खाते फ्रीज करने और सम्पत्ति जब्त करने के लिए स्वतंत्र है। उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल अगस्त में सहारा समूह को निवेशकों का पैसा १५ प्रतिशत ब्याज के साथ लौटाने का निर्देश दिया था। सहारा समूह ने कहा है कि सेबी की कार्रवाई पुराने तथ्यों पर आधारित है और व्यक्तियों की सम्पत्ति जब्त करना सेबी का उचित कदम नहीं है।
स्वयं-भू सहारा श्री सुब्रत रॉय की मुश्किलें चारों ओर से बढ़ती जा रही हैं। एक ओर सेबी ने कार्रवाई की है, तो दूसरी ओर न्यायालय ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया है, साथ ही उनकी संपत्ति कुर्क करने के आदेश भी दिए गये हैं। सहारा ग्रुप के नेतृत्व में संचालित कंपनी द्वारा पच्चीस साल पहले गोल्डन की एकाउंट नाम की योजना चलाई गयी थी, जिसके तहत देश भर में दस हजार से अधिक लोगों से पच्चीस सौ रुपये प्रति व्यक्ति जमा कराने के बाद ड्रॉ और योजना बंद कर दी गई थी।
गोल्डन की एकाउंट योजना के तहत धन जमा करने वाले लोगों के बीच ड्रा होने के बाद विभिन्न इनामों का बंटवारा होना था, जो नियमानुसार दस सालों तक निरंतर होते रहना चाहिए था, लेकिन वादी का आरोप है कि दो सालों के बाद ड्रा बंद कर दिये गये और धन जमा करने वालों को कोई सूचना भी नहीं दी गई। जानकारी करने पर धन वापस करने के बारे में संतोष जनक उत्तर भी नहीं दिया गया। इस योजना का शिकार जनपद बदायूं में स्थित कस्बा बिसौली के मोहल्ला होली चौक निवासी एडवोकेट धनवीर सक्सेना भी हुए। उन्होंने सहारा ग्रुप के चेयरमैन सुब्रत राय और स्थानीय शाखा प्रबंधक को नोटिस देकर जवाब मांगा, पर उन्होंने संतोषजनक उत्तर नहीं दिया, तो वर्ष 1997 में मुकदमा संख्या 16-15/1997 मुंसिफ मजिस्ट्रेट बिसौली के न्यायालय में पीढ़ित ने वाद दायर कर दिया।
24 मार्च 1999 को मुरादाबाद जनपद के कस्बा चंदौसी स्थित शाखा के प्रबंधक वेदराम सैलानी व सहारा ग्रुप के चेयरमैन सुब्रत राय को तलब किया गया। कई तारीखों के बाद शाखा प्रबंधक तो न्यायालय में हाजिर हो गये, पर चेयरमैन की ओर से वकील ने ही पक्ष रखा, साथ ही बाद में शाखा प्रबंधक ने भी आना बंद कर दिया, जिस पर न्यायालय ने सहारा ग्रुप के चेयरमैन व शाखा प्रबंधक के विरुद्ध वारंट जारी कर दिया, पर वह फिर भी न्यायलय में हाजिर नहीं हुए। इसके बाद अदालत के गैर जमानती वारंट जारी करने पर भी वह नहीं आये। न्यायालय के आदेशों की लगातार अवहेलना होने पर मजिस्ट्रेट ने सुब्रत राय और शाखा प्रबंधक वेदराम सैलानी को भगोड़ा घोषित करते हुए संपत्ति कुर्क करने का भी आदेश दिया है।
उधर दी सेक्यूरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड आफ इंडिया ने आज सहारा समूह की दो कंपनियों के सौ से अधिक बैंक एकाउंट को फ्रीज करते हुए लेन-देन पर भी रोक लगा दी है। सहारा इंडिया रीयल इस्टेट कार्पाेरेशन (एसआईआरईसी) और सहारा हाउसिंग इनवेस्टमेंट कार्पाेरेशन (एसएचआईसी) नाम की दोनों कंपनियों की गैर-नगदी संपत्तियों को भी फ्रीज किया गया है, जिससे पीढ़ित लोग खुश नज़र आ रहे हैं।

दिल्ली में स्वाईन फ्लू के 52 मामले प्रकाश में आए


दिल्ली में स्वाईन फ्लू के 52 मामले प्रकाश में आए

(महेश)

नई दिल्ली (साई)। राजधानी दिल्ली के विभिन्न भागों से कल स्वाइन फ्लू के ५२ नए मामले सामने आए। इसके साथ ही इस साल जनवरी से अब तक स्वाइन फ्लू के २०६ मामले सामने आ चुके हैं। इस बीमारी से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. ए.के. वालिया ने बताया कि अस्पतालों में इस बीमारी के मरीजों के इलाज से जुड़ी सभी तैयारियों पर निरंतर नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि इलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध हैं। इस बीच, गुजरात में इन सर्दियों की शुरुआत से अब तक स्वाइन फ्लू से २३ लोगों की मौत हो गई है और ८२ मरीजों का इलाज चल रहा है।

कुंभ में चौथे स्नान की तैयारियां पूरी


कुंभ में चौथे स्नान की तैयारियां पूरी

(निधि श्रीवास्तव)

इलाहाबाद (साई)। कुंभ मेले में बसंत पंचमी के अवसर पर चौथे महत्वपूर्ण स्नान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रेलवे तीर्थयात्रियों को लाने ले जाने के लिए तीन दिन तक ७० से अधिक विशेष रेलगाड़ियां चलाएगा। प्रशासन के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि शहर के संवेदनशील स्थानों पर सात एंबुलेंस तैनात रहेंगी।
सूत्रों ने साई न्यूज को आगे बताया कि कुंभ मेले में वसंत पंचमी स्नान पर्व के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर निगाह रखने के लिए पुलिस महानिरीक्षक और उप-महानिरीक्षक स्तर के दो अतिरिक्त अधिकारियों को तैनात किया गया है। इनके साथ ही लगभग साठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी लगाए गए हैं।
सूत्रों की मानें तो प्रशासन द्वारा यह कोशिश की जा रही है कि स्नान घाटों पर, रेलवे और बस स्टेशनों पर किसी भी समय भीड़ एकत्रित न हो सके। इलाहाबाद शहर में भारी वाहनों का प्रवेश आज से प्रतिबंधित हो गया है, जो तीन दिनों तक जारी रहेगा। ज्योत्षियों ने स्नान का पूर्णकाल आज से शुरू होना बताया है, लेकिन आमतौर पर लोगों में इसे सूर्याेदय के साथ मनाने की परम्परा रही है। ऐसे में त्यौहार शुक्रवार को ही मनाया जाएगा।

वसंत पंचमी से नहीं होंगी शादियां


वसंत पंचमी से नहीं होंगी शादियां

(मणिका सोनल)

नई दिल्ली (साई)। हिंदी वर्ष 2069 का गुरुवार को अंतिम वैवाहिक लग्न है। शुक्रवार से विवाह समारोह नहीं होंगे। जानकारों ने बताया कि वाराणसी पंचांग के अनुसार 19 फरवरी से शुक्र अस्त हो रहा है। इस कारण वैवाहिक कार्यक्रम नहीं होंगे। इसके उपरांत 21 अप्रैल को पुनः शुक्र के पश्चिम में उदय होने के बाद वैवाहिक लग्न शुरू हो जायेंगे। नये विक्रम संवत 2070 का पहला लग्न 25 अप्रैल से शुरू हो रहा है। इधर, गुरुवार को वैलेटाइन डे के अवसर पर राजधानी में खूब शादियां होंगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है।

कैथल : छात्रों के शून्य बेलेंस वाले खाते इसी माह खुलवाएं


छात्रों के शून्य बेलेंस वाले खाते इसी माह खुलवाएं

(राजकुमार अग्रवाल)

कैथल (साई)। शिक्षा विभाग के जिला में कार्यरत अधिकारियों को सरकारी विद्यालयों में एक से 12वीं कक्षा तक पढ़ रहे सभी बच्चों के बैंक खाते शुन्य बैलेंस पर 28 फरवरी 2013 तक खुलवाने के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त लघु सचिवालय स्थित सभागार में शिक्षा विभाग एवं जिला में स्थित बैंकों के प्रतिनिधियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य के शिक्षा विभाग एवं केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं, छात्रवृतियों एवं पुरस्कार आदि के अंतर्गत नकद धनराशि दी जाती है, जिनका उद्देश्य बच्चों को शिक्षा उन्मूख बनाना तथा प्रतिभावान बच्चों को प्रोत्साहित करना है। राज्य सरकार के निर्देशानुसार इन योजनाओं का सीधा लाभ बच्चों को सुनिश्चित किया जाएगा, जिसके लिए कक्षा एक से 12वीं तक सरकारी विद्यालयों में पढऩे वाले बच्चों के बैंक खाते खुलवाए जाने आवश्यक हैं।
श्री चंद्रशेखर ने कहा कि शिक्षा का अधिकार, 2009की अनुपालना में विभिन्न प्रकार की निरूशुल्क हकदारियां भी बच्चों को दी जाती हैं, जो मौलिक शिक्षा को संपन्न करने हेतू अधिनियम में परिभाषित की गई है। इसमें मुयतरू निरूशुल्क वर्दी, स्टेशनरी, स्कूल बैग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कुछ धनराशियां जो आन टाईम ग्रांट केवल अनुसूचित जाति के बच्चों और गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों से संबंधित बच्चों के लिए है, जो वर्तमान में विभिन्न स्त्रोतों से बच्चों के खातों में स्थानांतरित की जा रही है। वर्तमान में यह राशि सीधे तौर पर विद्यालय प्रबंधन समिति के खातों में जारी की गई है। यह प्रक्रिया अन्य निरूशुल्क हकदारियों के संबंध में भी अपनाई गई है। यह हकदारियां सीधे बच्चो से संबंधित है। अतरू वित्त विभाग के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार अब यह सीधे तौर पर एस।एम।सी के खातों में न भेजकर लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जानी है। इन निर्देशों का पालन करने के लिए यह अति आवश्यक है कि राजकीय विद्यालयों में पढ़ रहे कक्षा 1 से 12 के सभी बच्चों के बैंक खाते खुलवाकर संबंधित कार्य हेतू उपलब्ध करवाएं जाएं। ये सभी बैंक खाते उन्हीं बैंको में खुलवाएं जाएं, जिनमें आईएफएसई कोड उपलब्ध हो, ताकि इलैक्ट्रोनिक ट्रांसफर संभव हो।   उपायुक्त ने सभी अधिकारियों से बच्चों को नैतिक मूल्यों की जानकारी देने के साथ-साथ बच्चों को उच्च उपलब्धियां हासिल करने के लिए प्रेरित करने को कहा। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद समाज की भलाई के लिए अच्छा कार्य करना होना चाहिए। बच्चों में अपने उद्देश्य की प्राप्ति के प्रति एक जज्बा पैदा किया जाना चाहिए। उन्होंने अध्यापकों से स्वयं के प्रति ईमानदार बनने तथा जीवन में आत्म अनुशासन अपनाने को भी कहा, क्योंकि देश की तरक्की तभी संभव है, जब हम साफ नीयत से काम करेंगे तथा अपने जीवन में आत्म अनुशासन को अपनाएंगे। उन्होंने विद्यालयों में अनुशासन की कमी पर चिंता व्यक्त की और कहा कि बच्चों को अनुशासन सीखाने के लिए आत्म अनुशासन से बढ़कर कोई कारगर उपाय नही है। उन्होंने सभी अधिकारियों को खुद की संतुष्टि के लिए ईमानदारी पूर्वक काम करने को कहा। एक अध्यापक को दूरदर्शी होने के साथ-साथ बेहत्तर कार्य करने वाले को रोल माडल के रूप में लेकर उनका अनुसरण भी करना चाहिए।  जिला शिक्षा अधिकारी जसबीर सिंह ने कहा कि सभी बच्चों के खाते बैंकों में खुलवाएं जाएं, इनमें कक्षा 1 से 12 तक के सरकारी विद्यालयों में पढ़ रहे सभी बच्चे शामिल हैं। बैंक खाते खोलने के लिए उन बैंकों का चुनाव किया जाए, जिनमें आईएफएसई कोड हो तथा इलैक्ट्रोनिक ट्रांसफर की सुविधा उपलब्ध हो। जहां तक संभव हो सभी बच्चों के खाते एक ही बैंक में खोले जाएं। उन्होंने कहा कि बैंक खाते खोलने के लिए फोटोग्राफ सुविधा विद्यालय द्वारा उपलब्ध करवाई जाए। इसके लिए खर्च विभाग द्वारा उपलब्ध करवाए गए फंडों में से किया जाए। यह फंड विभाग द्वारा सीधे स्कूलों को उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इसके लिए विभाग द्वारा उपलब्ध प्रपत्र में सूचना कपूटराईजड कर उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि स्कूल मुखिया बैंकों से संपर्क करें तथा खाता खोलने के लिए फार्म लेकर सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ भरकर बैंक अधिकारी को उपलब्ध करवाएं। यदि कोई बैंक जीरो बैलेंस पर खाता खोलने से मना करता है या कोई अन्य बाधा उत्पन्न होती है तो इसकी सूचना तुरंत संबंधित बीईओ, बीईईओ तथा डीईओ को दें। इसके लिए भारतीय रिर्जव बैंक का पत्र आपको उपलब्ध करवाया गया है, जिसके अनुसार सेवा प्रदाता बैंक इस कार्य से मना नही कर सकता। उन्होंने कहा कि खाता खोलने के दौरान बच्चे का नाम, आयु, दाखिला क्रमांक, श्रेणी आदि संबंधित सूचनाएं विद्यालय रिकार्ड के अनुसार अवलोकन कर सही एवं स्पष्ट उपलब्ध करवाएं। यही नही विद्यार्थियों के माता-पिता को भी जागरूक किया जाए। इस अवसर पर लीड बैंक मैनेजर राकेश कुमार, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, उप जिला शिक्षा अधिकारी रफिया राम, खंड शिक्षा अधिकारी एवं खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी, बैंकों के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।

वेलेंटाईन-डे बनाम दो प्रेमियों के प्यार का इजहार करने का दिन


वेलेंटाईन-डे बनाम दो प्रेमियों के प्यार का इजहार करने का दिन

(सचिन धीमान)

मुजफ्फरनगर (साई)। 14 फरवरी वैलेंटाईन-डे यानी दो प्रेमियों के प्यार कर इजहार करने का दिन। दरअसल प्रेम कोई प्रायोजित कार्यक्रम नहीं है, जो चाहे से हो जाए और न चाहने से रूक जाये। प्रेम और स्टॉप वॉच में बहुत फर्क है। गालिब ने सही कहा है कि प्रेम ऐसा आतिशी जजबात है, जो सप्रयास लगता नहीं है और सप्रयास बुझता नहीं है। यह तो बस, होता है ओर होता ही जाता है। नहीं होता है तो नहीं हो पाता है। प्रेम का इतिहास भी इसी बात का गवाह है। रामू की छोरी ने नंद के छोरे को देखा, नंद के छोरे ने रामू की छोरी को देखा और हो गया प्यार, ऐतिहासिक प्यार। राध की जगह तो रूकमणी भी नहीं ले सकी। पंजाब के हीर-रांझा और मरूभूमि के लैला-मजनूं, शीरी-फरहाद ने चौपडिया देखकर शुभ मुहुर्त में प्रेम प्रसंग नहीं किया था। मीरा भी पूर्व नियोजित कार्यक्रमानुसार कृष्णा दीवानी नहीं हुई थी। प्रेम प्रसंग का घटित होना किसी भवन के लिए भूमिपूजन या किसी व्यावसायिक प्रतिष्ठान का शुभारम्भ नहीं है। प्रेम का संबंध अगर दिल से हो, तो वह दुनिया के सारे प्रतिबंधों, सारी वर्जनाओं को ध्वस्त कर देता है। प्रेम ही वह तूफान है जिसमें देश, धर्म, जाति, नस्ल, भाषा, परम्परा और संस्कृति के किनारे टूट जाते है। प्रेम में सिर्फ प्रेम ही प्रेम होता है। जैसे जल प्लावन के पश्चात चहुंदिशी जल ही जल होता है। प्रेम करने वाले सिर्फ मन देखते है। मन की भाषा समझते है मन का भाषा बोलते है प्रेम में केवल मन को देखने की भावना की अभिव्यक्ति इस पंक्ति में कितने सुंदर ढंग से की गई है, , ‘‘उम्र की सीमा हो, न जन्म का हो बंधन, जब प्यार करे कोई, तो देखे केवल मन’’ प्रेम केवल मन देखता है, तभी तो राजरानी रजिया सुलतान गुलाम याकूब को अपना दिलदार बना लेती है। दूसरी ओर अरेंज मैरिज अर्थात प्रायोजित विवाह होते है। जिनमें परम्परावादी माता पिता खुद सामने वालों का घर बार देख लेते है। लेन देन के सौदे हो जाते है। लडके लडकी तो एक  दूसरे को तभी देख पाते है, जब वे सात फेरों के बंधन में बंधकर पति-पत्नि बन जाते है। दरअसल पारंपारिक प्रायोजित विवाह लडके लडकी की कम, समधियों समधानों की अपनी पसंद होती है। यह लडके लडकी का नहीं माता पिता की पंसद का विवाह होता है। लडके लडकियों के लिए तो यह विवाह एक लॉटरी है एक सट्टा है, एक जुआ है, अनुकूल पात्र मिल गया, तो ठीक वरना जिंदगी भर एक दूसरे को तमाम नापसंदगी, ना इतफाकी के साथ कुत्ते बिल्लियों की तरह लडते झगडते किचकिच करते झेलते रहते है। साफतौर पर कहा जाये तो ‘‘प्रेम विवाहों में प्रेम पहले हो जाता है विवाह बाद में, तो विवाह के बाद प्रेम करने की गुंजाइश ही हनीं रहती है’’ प्रेम विवाह में पहले प्रेम होता है विवाहोपरांत प्रेम परवान चढता है। प्रेमी युगल के प्रेम विवाह को माता-पिता की नाक कट जाना समझते है। हमें हमारी संस्कृति पर खतरा नजर आता है समाज व्यवस्था धसकती नजर आती है। इस हाय-तौबा पर कई बार तो ऐसा लगता है कि जो हम नही कर पाते हैं वह दूसरों को करते देखते हैं। तो हमारी ईर्ष्या विरोध बनकर प्रकट होती है, प्रेम विवाह असफल इसलिए होते हैं, क्योंकि समाज उन्हें हेय दृष्टि से देखता है। माता पिता अपनी उस संतान की उपेक्षा करते है, जिसने प्रेम विवाह किया है। पारंपरिक प्रायोजित विवाह इसलिए सफल हो जाते है। क्योंकि उसे सामाजिक मान्यता मिलती है एक परिवार दूसरे परिवार के प्रति उत्तरदायित्व समझता है ओर अलग होने पर लोक निंदा का भय होता है। गरज यह कि प्रेम सहज है, इसे कैसे रोका जा सकता है? ढाई अक्षर प्यार के जहां एक ओर दो प्रेमियों की जिंदगी बनाता है वहीं दो परिवारों को भी एक दूसरे का दुश्मन बना देता है। 

निकली साई पालकी यात्रा


निकली साई पालकी यात्रा

(एस.के.शर्मा)

जमशेदपुर (साई)। छोटा गोविंदपुर स्थित साई मंदिर शंति स्थलम् में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ के पांच दिवसीय कार्यक्रम में बुधवार को साई बाबा की पालकी यात्रा निकाली गई। सर्वप्रथम सुबह सात बजे वाराणसी से आए आचार्य सर्वेश्वर नाथ पांडेय व उनकी टीम ने दैनिक पूजन कर मूर्ति प्रतिष्ठापन शुरू किया। इस दौरान नट्टू झा, अजय सिंह, जिप सदस्य राजकुमार सिंह, विजय खान, लाफार्ज के मुख्य कार्यकारी अतुल, संजीव श्रीवास्तव व परितोष सिंह आदि पूजन में शामिल रहे। इसके बाद साई बाबा की पालकी यात्रा निकाली गई। पालकी यात्रा में शामिल दूर-दूर से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पूरे गोविंदपुर को साई नाम से गुंजायमान कर दिया। देर शाम तक आचार्याे ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सभी अनुष्ठान संपन्न कराए। शहर के अनेक गणमान्य लोग पूजा-अर्चना करने के लिए पूजन स्थल पर दिनभर कतारबद्ध रहे। मंदिर परिसर में आरती, यज्ञ मंडप परिक्रमा, अधिवास आरती, पुष्पांजलि व रात तक भोग वितरण का कार्यक्रम चलता रहा। शाम सात बजे मशहूर भजन गायिका रूपम सिन्हा ने साई बाबा के भजन प्रस्तुत किए। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से सुनील कुमार, एके मिश्रा, चंदन, पंकज झा, पप्पू व अभय ने योगदान किया।