शनिवार, 2 फ़रवरी 2013

शिव राज में भी सुरक्षित नहीं अबलाएं!


शिव राज में भी सुरक्षित नहीं अबलाएं!

(लिमटी खरे)

देश के हृदय प्रदेश में महिलाओ के लिए ना जाने कितनी योजनाओं का आगाज किया है मुख्यमंत्री शिवराज ंिसंह चौहान ने। महिलाओं की बेहतरी के लिए शिवराज सदा ही तत्पर दिख रहे हैं। बावजूद इसके शिव के गण उन्हीं की मंशाओं पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। मध्य प्रदेश में महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों की तादाद खासी बढ़ चुकी है। हाल ही में मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ में एक रिसोर्ट में कोरिया से आई युवती के साथ बलात्कार फिर पीडिता की फरियाद ना सुने जाने का मामला प्रकाश में आया है। कहा जा रहा है कि उक्त महिला जब बाद में महाराष्ट्र के औरंगाबाद पहुंची तब उसने अपने साथ हुए दुष्कर्म की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस इसके बाद युवती को लेकर पड़ताल के लिए बांधवगढ़ पहुंची है। इस मामले में एक पखवाड़े के बाद हुई पुलिस कंपलेंट भी शक के दायरे में ही मानी जाएगी।

भारत गणराज्य में अतिथि देवो भव का नारा बहुत बुलंदी पर है। हमारे देश में खाने को ना हो पीने को ना हो पर विदेशी सैलानियों की सेवा के लिए हम सदा ही तत्पर रहते हैं। भारत का नागरिक अगर अमरीका जाता है तो उसे वहां के नियम कायदों का पूरी तरह पालन करना ही पड़ता है। इससे उलट हम उदावादी, सहिष्णु भारतीयों के देश में जब गोरी चमड़ी वाले सैलानी आते हैं तो हम पलक पांवड़े बिछाकर उनका स्वागत करते हैं। भारतीय रेल में अगर कोई हिन्दुस्तानी सिगरेट या बिड़ी का कश लगा ले तो जीआरपी वाले कालर पकड़कर सौ पचास धर लेते हैं पर गोरी चमड़ी वाले सरेआम रेलगाड़ी में सिगरेट के छल्ले उड़ाते हैं और हमारी पुलिस शांति के साथ सिगरेट की बास को इत्र की खुशबू समझकर सूंघती रह जाती है।
बहरहाल, अतिथि देवो भव की ही एक मिसाल देश के हृदय प्रदेश में देखने को मिली। देश के बांधवगढ़ नेशनल पार्क में कोरिया से आई एक युवती के साथ दुराचार किए जाने की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई गई है। बताते हैं कि उत्तर कोरिया की 23 वर्षीय छात्रा को बीयर में नशे की दवा मिलाकर उसके साथ दुराचार किया गया है। मामला बांधवगढ़ के ताला क्षेत्र के जंगल इन रिसोर्ट की बताई जा रही है। इस पूरे मामले में जो बातें सामने आ रही हैं वे वाकई दिलचस्प कही जा सकती हैं।
कहा जा रहा है कि जब उक्त पीडिता ने पुलिस में सुनवाई ना होने की शिकायत पुलिस अधीक्षक उमरिया से की तो वहां भी उसे निराशा ही हाथ लगी। इसके पीछे यह कारण बताया जा रहा है कि उक्त रिसोर्ट भाजपा के गुढ क्षेत्र के विधायक नागेंद्र सिंह के पुत्र बब्बी का है। एक अखबार के अनुसार पिछले दिनों एक शेरनी भी जिप्सी से टकराकर मर गई थी, इस मामले में भी भाजपा नेता के पुत्र का हाथ होना बताया जा रहा है।
बताते हैं कि यह युवती बांधवगढ़ से कूच कर बोधगया, नालंदा, सारनाथ, भुवनेश्वर, हैदराबाद के बाद औरंगाबाद पहुंची जहां होटल में उसे कुछ और कोरिया के नागरिक मिले। स्वदेशी लोगों से मिलकर वह युवती कुछ आश्वस्त हुई और उसने फिर सलाह मशविरे के उपरांत पुलिस में अपराध पंजीबद्ध करवाया दिया। जब महाराष्ट्र पुलिस उस युवती को लेकर बांधवगढ़ पहुंची तब जाकर उमरिया पुलिस हरकत में आई और उसने होटल जंगल इन के प्रबंधक दीपक विश्वकर्मा को हिरासत में ले लिया।
एक समाचार पत्र के अनुसार इस मामले में उमरिया पुलिस ने तबियत से लीपापोती की है। उक्त मामले में ताला चौकी के प्रभारी एपीएस परिहार को रातों रात आश्चर्यजनक तरीके से बिना किसी ठोस कारण के हटाकर उसके स्थान पर सहायक उप निरीक्षक रामदत्त प्रजापति को वहां तैनात कर दिया। इस संबंध में यह भी बताया जाता है कि 14 जनवरी को होटल के प्रबंधक की गतिविश्धियां पूरी तरह संदिग्ध थीं।
लगता है कोरियन छात्रा को देकर भाजपा विधायक नागेंद्र सिंह के पुत्र बब्बी के स्वामित्व वाले होटल जंगल इन के प्रबंधक दीपक विश्वकर्मा के मन का पिशाच जाग गया होगा। उसने छात्रा की बियर में कुछ मिला दिया होगा, फिर उसके बाद जो हुआ वह वाकई दहला देने वाला ही माना जा सकता है। पूछताछ के उपरांत मीडिया के सामने रिसोर्ट के नौकरों के ने बताया कि उक्त प्रबंधक उस छात्रा के कक्ष में लगातार तेरह घंटे तक रहा। ना केवल वह आधे दिन से ज्यादा उस छात्रा के साथ दुराचार करता रहा होगा, वरन् उसने इस दर्मयान छः बोतल बीयर भी पी।
दीपक विश्वकर्मा पर लगे आरोपों में कितनी सच्चाई है यह बात तो जांच के उपरांत ही सामने आ सकती है पर कोई भी महिला वह भी विदेशी महिला बिना किसी बड़े लाभ, प्रलोभन या कारण के खुद को अपमानित भला क्यों करवाना चाहेगी! वह छात्रा भाजपा विधायक पुत्र के रिसोर्ट में रूकी थी अथवा नहीं यह बात भी जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। उक्त छात्रा ने अपने साथ दुराचार होने के उपरांत लगातार कई शहरों की यात्रा को भी निर्बाध रूप से पूरा किया यह बात उसने औरंगाबाद पुलिस को बताई है।
आखिर क्या वजह थी कि वह छात्रा बांधवगढ़ के बाद अपने अगले पड़ाव पर पहुंचते ही इस मामले की शिकायत लेकर पुलिस के पास नहीं गई। अगर वाकई उक्त विदेशी छात्रा के साथ उमरिया में विधायक पुत्र के रिसोर्ट में इस तरह की पैशाचिक घटना घटी है तो यह निश्चित तौर पर महिलाओं के प्रति संवेदनशील सूबे के निजाम शिवराज सिंह चौहान के लिए शर्म की बात है। उससे ज्यादा शर्मनाक तो यह है कि पुलिस ने पीडिता की मौके पर कोई मदद नहीं की। पुलिस चौकी से लेकर पुलिस अधीक्षक तक मूक दर्शक बने रहे।
मध्य प्रदेश सरकार को चाहिए कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दूध का दूध पानी का पानी करे, अन्यथा अतिथि देवो भव का नारा भारत गणराज्य के लिए स्वांग ही साबित होगा। इस मामले को कोरिया की युवती वापस जाकर अगर इंटरनेशनल लेबल पर उठाती है तो निश्चित तौर पर इससे भारत की साख पर भारी धक्का लग सकता है। (साई फीचर्स)

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