शुक्रवार, 11 अप्रैल 2014

नौ संसदीय क्षेत्र में मतदान के प्रति मतदाताओं में रहा उत्साह


नौ संसदीय क्षेत्र में मतदान के प्रति मतदाताओं में रहा उत्साह
बहिष्कार की कुछ घटनाओं को छोड़ शांतिपूर्वक हुआ मतदान
(सोनल सूर्यवंशी)
भोपाल (साई)। मध्यप्रदेश में 16वीं लोकसभा निर्वाचन के पहले चरण में आज 9 संसदीय क्षेत्र सतनारीवासीधीशहडोलजबलपुरमण्डलाबालाघाटछिन्दवाड़ा और होशंगाबाद में मॉकपोल के बाद सुबह 7 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई।
शाम 6 बजे तक 9 संसदीय क्षेत्र के 70 विधानसभा क्षेत्र में हुए मतदान में मतदाताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर वोट डाले। इन 9 संसदीय क्षेत्र में 17 जिले शामिल थे। सुबह 7 बजे के बाद पूर्वान्ह 11 बजे तक तथा अपरान्ह में 3 बजे के बाद मतदान केन्द्रों में मतदाताओं की लम्बी कतारें भी देखने को मिली। मतदान में महिलाओं और युवाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी 16 हजार 592 मतदान केन्द्र में मतदाताओं के लिए अनेक सुविधाओं का इंतजाम किया गया था।
इन 9 संसदीय क्षेत्र में 118 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैंइनमें सबसे अधिक 16 उम्मीदवार बालाघाट में तथा सबसे कम 8 होशंगाबाद में चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा सतनारीवासीधीशहडोल में 14-14जबलपुर में 15छिन्दवाड़ा में 13 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें 9 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं।
पहले चरण का सबसे बड़ा संसदीय क्षेत्र मण्डला है जहाँ 2334 मतदान केन्द्र तथा मतदाताओं की संख्या 18.24 लाख है। सबसे छोटे निर्वाचन क्षेत्र छिन्दवाड़ा में 1576 मतदान केन्द्र हैं जहाँ वोटर की संख्या 14 लाख है। होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र के होशंगाबाद जिले के 139-पिपरिया विधानसभा क्षेत्र के बरगोंदी स्थित मतदान केन्द्र क्रमांक-154 में सबसे कम 34 मतदाता है। सबसे अधिक 1925 मतदाता जबलपुर संसदीय क्षेत्र में जबलपुर जिले के विधान क्षेत्र जबलपुर-पश्चिम में 57 त्रिपुरी वार्ड स्थित मतदान केन्द्र क्रमांक-148 में है। इस चुनाव में कुल 26.578 बीयू और 20204 सीयू उपयोग हो रही हैं।
निर्वाचन वाले 9 संसदीय क्षेत्र के सभी जिलों में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था रही। जिलों एवं राज्य को जोड़ने वाली सीमाओं पर पहले से ही नाकेबंदी कर सघन तलाशी का अभियान चलाया गया थाजिसके परिणामस्वरूप कहीं कोई गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त नहीं हुई। इन क्षेत्रों में 210 एफएसटी210 एसएसटी और 470 क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) के द्वारा लगातार गश्त कर कार्यवाही की गयी। सीमावर्ती राज्यों के जिलों के साथ बार्डर मीटिंग कर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिये बेहतर तालमेल एवं समन्वय के साथ कार्य करने के निर्णय का भी अच्छा असर देखने को मिला। निर्वाचन वाले संसदीय क्षेत्रों को अन्य राज्यों से जोड़ने वाली सीमा पर 97 अंतर्राज्यीय नाके भी स्थापित किये गये थे। तीन तरह के प्रेक्षक है इनमें 10 सामान्य प्रेक्षक9 निर्वाचन व्यय प्रेक्षक एवं 2 पुलिस प्रेक्षक शामिल हैंजो संसदीय क्षेत्रों में मतदान की स्थिति में नजर रखे हुए हैं। इसके अलावा 983 वीडियो कैमरा135 स्टिल कैमरा और 266 वेब कैमरे द्वारा वेब कास्टिंग की जा रही है।
निर्वाचन को शुचितापूर्ण सम्पन्न करवाने के लिये पिछले 48 घण्टे के दौरान 15,325 लीटर अवैध शराब जप्त की गयीजिसकी कीमत 24,50,000 रुपये है। इसी तरह 21.30 लाख की विभिन्न सामग्री एवं केश की जब्ती की गयीइसमें 8 लाख रुपये नगद भी शामिल है। इस प्रकार 5 मार्च से अब तक 13 करोड़ रुपये से अधिक की नगदीशराबजेवरातड्रग्स आदि जब्त की जा चुकी है। पिछले 24 घंटे के दौरान आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन संबंधी छिन्दवाड़ा संसदीय क्षेत्र में 2 शिकायत प्राप्त हुई हैंइन पर क्रमशरू जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्रवाई की जा रही है। मतदान के दौरान कुछ स्थानों पर तकनीकी खराबी के कारण ईव्हीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) को बदलकर मतदान करवाया गया।
बहिष्कार में समझाईश
कुछ स्थानों पर लोगों द्वारा मतदान के बहिष्कार की जानकारी मिलने पर उन्हें स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा समझाईश देकर मतदान के लिये प्रेरित किया गया। जहाँ से बहिष्कार की जानकारी मिली उनमें सीधी संसदीय क्षेत्र के चुरहट और पटेरासिंगरौली जिले के चकरिया गाँव शामिल है। यह भी जानकारी प्रकाश में आई थी कि छिन्दवाड़ा जिले के तामिया चावलपानी गाँव में मतदान बंद हो गया हैजो बाद में गलत पाई गईवहाँ मतदान चालू था। छिन्दवाड़ा के धाउ गाँव में बहिष्कार की जानकारी मिलने पर सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं सहायक रिटर्निंग ऑफिसर मौके पर पहुँचे तथा समझाईश देकर मतदान प्रारंभ करवाया। जबलपुर के केन्ट इलाके में भी कुछ लोगों को समझाईश देकर मतदान चालू करवाया गया। इसी तरह मण्डला जिले के निधार गाँव में भी समझाईश देकर वोट डालने के लिये प्रेरित किया गया। मण्डला के बिछिया में एक मतदान केन्द्र में मतदान के बहिष्कार की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन द्वारा लोगों को समझाईश दी गईजिसके फलस्वरूप बहिष्कार समाप्त करवाकर मतदान करवाया गया।

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