सोमवार, 2 जनवरी 2012

ठाणे ने मचाई देश में दशहत


ठाणे ने मचाई देश में दशहत

बारिश, ओले से बढ़ी ठंड

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। समुद्री चक्रवात ठाणे ने देश भर में हलचल मचाकर रख दी है। इसके चलते देश के अनेक स्थानों में बारिश, ओले मवाठे गिरने की खबर है। दिल्ली में मौसम में उथल पुथल साफ दिख रही है। देश भर में अनेक स्थानों पर हुई बारिश ने नए साल के प्रोग्राम में रंग में भंग डाल दी है।
नए साल के आगज के पहले ही दिन रात में बारिश के बाद दिल्लीवासी सोमवार सुबह जब उठे तो आसमान में बादल छाए हुए थे लेकिन उन्हें ठंड से थोड़ी राहत महसूस हुई क्योंकि न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है। मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार का न्यूनतम तापमान रविवार के 8.4 डिग्री सेल्सियस से तीन डिग्री अधिक था। अधिकतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रात के समय 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई।
सुबह के समय हल्का कोहरा था लेकिन इसका इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमानों के परिचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार की सुबह तापमान कुछ गिरावट के साथ सात डिग्री सेल्सियस हो सकता है। जबकि दिन के समय अधिकतम तापमान बढ़कर 20 डिग्री सेल्सियस हो सकता है। गत महीने क्रिसमस के दिन सुबह में न्यूनतम तापमान गिरकर 2.9 डिग्री सेल्सियस हो गया था जो कि इस मौसम का सबसे कम तापमान है।
जयपुर साई ब्यूरो से शैलेन्द्र ने बताया कि प्रदेश में कई स्थानों पर मावठ की बारिष और ओले गिरने के समाचार है। बारिष होने से ठंड का प्रकोप बढ गया है। कोहरे और बादलो के कारण धूप नही निकलने से सर्दी से राहत नही मिल रही है। ठण्ड से बचने के लिए लोग दिन में भी अलाव जलाकर तापते दिखाई दे रहे है। सर्द हवाओे ने ठण्ड का असर और बढा दिया है। उससे सडकों और फुटपाथों पर जीवनयापन करने वाले लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है।
राजस्थान में रेल और सडक यातायात पर भी फर्क पडा है। बीती रात माउंट आबू में पारा शून्य  से दो डिग्री नीचे पहुंच गया। उधर, श्रीगंगानगर में कडाके की ठण्ड और कोहरे को देखते हुए जिला कलेक्टर ने प्राथमिक विघालयों में 7 जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया है। जहां एक ओर सवाईमाधोपुर, भरतपुर, करौली, धौलपुर और कोटा जिले में मावठ होने से फसलो को फायदा पहुॅचा है। अलवर के गोंविदगढ बडोदा कान और कठुमर के एक दर्जन गांव में कल ओले गिरे। ओले गिरने से किसान चिंतित नजर आ रहे है। सवाईमाधोपुर जिले के कुछ गॉवों में बरसात के साथ ओले गिरने से फसलो को नुकसान भी पहुॅचा है।
रायपुर साई ब्यूरो से एन.के.श्रीवास्तव ने बताया कि चक्रवात के असर से  प्रदेश के कई स्थानों पर कल रात से झमाझम बारिश हो रही है। राजधानी रायपुर में आज सुबह से ही बूंदाबांदी शुरू हो गई और देर शाम झड़ी लग गई। बीते चौबीस घण्टों के दौरान रायपुर, माना और राजनांदगांव में सबसे अधिक तीन सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।
 बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात आंध्रप्रदेश और उड़ीसा से होते हुए प्रदेश के उपर सक्रिय है। मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार हालांकि यह चक्रवात कमजोर पड़ गया है लेकिन इसका असर आगामी दो दिनों तक बना रहेगा। बारिश होने से  प्रदेश में सभी संभागों में तापमान सामान्य से अधिक हो गया है। मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार अगले चौबीस घण्टों के दौरान प्रदेश में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज-चमक के साथ बौछारे पड़ने की संभावना है।  बारिश होने से प्रदेश में धान खरीदी के साथ ही फसलें भी प्रभावित हुई हैं। जिन धान खरीदी केन्द्रों में धान का परिवहन नहीं हो पाया था, वहां धान के भिगने की खबर मिली है। वहीं सोसायटियों को भी धान को सुरक्षित बचाए रखने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
शिमला से साई ब्यूरो जाग्रति ने बताया है कि उत्तर पश्चिमी हिमालय के ऊपर फिर से सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के चलते एक बार फिर हिमाचल में वर्षा और बर्फबारी की आस बंधी है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान अनुसार अगले 48 घण्टों के भीतर प्रदेश के निचले इलाकों में गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं जबकि मध्यम व अत्याधिक उंचाई वाले क्षेत्रों में वर्षा केअलावा कहीं-कहीं बर्फबारी भी हो सकती है। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के अधिक शक्तिशाली न होने के कारण राजधानी शिमला का हिमपात को लेकर इंतज़ार लम्बा खिंच सकता है। 
पहाड़ी क्षेत्रों में इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है। देहरादून साई ब्यूरो से संजय कुमार ने खबर दी है कि प्रदेष के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी के साथ ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में बादल छाए रहने से दिन के तापमान में कमी आई है। मौसम विभाग के सूत्रों ने बताया है कि अगले चौबीस घंटों में राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में मामूली बर्फबारी के साथ ही मैदानी इलकों में कहीं-कहीं बूंदा-बांदी की सम्भावना है।
देहरादून में नए साल के पहले दिन मौसम में बदलाव के साथ ही दिन के तापमान में कमी आ गई है। उधर, चमोली जिले में बदरीनाथ, हेमकुण्ड साहिब, फूलांे की घाटी, रूपकुण्ड, तुंगनाथ व रुद्रनाथ सहित ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात हुआ। बादल छाए रहने व बर्फबारी के कारण समूचा जिला कड़ाके की ठण्ड में चपेट में आ गया है।
ठण्ड को देखते हुए जिला प्रषासन ने बस स्टेषन व चौराहों पर यात्रियों के लिए अलाव की व्यवस्था की है। रुद्रप्रयाग जिले की ऊंचाई वाले चोटियों में भी बर्फबारी की सूचना है। इस बीच, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और चम्पावत में बारिष से किसानों में खुषी की लहर दौड़ गई है। साथ ही सूखी ठण्ड से भी लोगों को राहत मिली है।
उत्तर प्रदेश में भी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुए बिना नहीं है। लखनउ साई ब्यूरो से मणिका सोनल ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न भागों में कल से ही हल्की वर्षा हाहो रही है। कई पश्चिमी जिलों में कल औसत वर्षा हुे रही है। कई पश्चिमी जिलों में कल औसत वर्षा हुयीयी जबकि पूर्वी जिलों में कल  जबकि पूर्वी जिलों में कल सुबह से ही रूक-रूक कर वर्षा हो रही है। लगभग सम्पूर्ण प्रदेश में बूंदा-बांदी तथा वर्षा होने के कारण तापमान में गिरावट आ गयी है।

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