मंगलवार, 20 जुलाई 2010

सिवनी वासी आज भी हैं मुगालते में

नरसिंहपुर छिंदवाडा नागपुर फोरलेन निर्माण प्रक्रिया आरंभ

पुर्नस्थापन और अपग्रेडेशन के लिए टेंडर नोटिस जारी

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली 20 जुलाई। कम यातायात दवाब के बावजूद भी नरसिंहपुर से बरास्ता छिंदवाडा, नागपुर के फोरलेन मार्ग के निर्माण की कार्यवाही आरंभ कर दी गई है। एनएचएआई के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि इस हेतु विभाग द्वारा रीहेबिलिटेशन और अपग्रेडेशन के लिए छिंदवाडा शहर में बायपास और शहर को जोडने वाले मार्ग के लिए सुपरवीजन कंसलटेंट के प्रस्ताव 3 अगस्त एवं 29 जुलाई तक आमंत्रित किए गए हैं।

भूतल परिवहन मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों का दावा है कि केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री कमल नाथ के भारी दवाब के चलते मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कम यातायात दबाव वाले नरसिंहपुर, छिंदवाडा, सौंसर होकर नागपुर जाने वाले एकल मार्ग को फोरलेन में तब्दील कर इसे नेशनल हाईवे घोषित करवाने के प्रस्ताव को हरी झंडी देकर केंद्र के पास भिजवा दिया था। सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार ने इस मार्ग को नेशनल हाईवे घोषित कर दिया है।

उधर योजना आयोग के सूत्रों का कहना है कि इस मार्ग में फिजिबिलटी न मिलने के कारण योजना आयोग को संदेह है कि इस मार्ग के निर्माण में व्यय होने वाली राशि को वापस कैसे वसूला जाएगा? इस मार्ग से होकर गुजरने वाला यातायात बहुत ही कम है, और उस यातायात के दवाब से इस मार्ग की लागत निकलना बहुत ही मुश्किल है।

एनएचएआई के सूत्रों का कहना है कि भूतल परिवहन मंत्री के दबाव के चलते मंत्रालय ने इस मार्ग के निर्माण की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। सूत्रों के अनुसार करंट टेंडर रिलेटेड नोटिस 63 की कंडिका 27 में इस मार्ग के टेंडर का उल्लेख किया गया है। इसमंे सुपरवीजन कंसलटेंट को नियुक्त करने हेतु प्रस्ताव मांगे गए हैं।

इस नोटिस में राष्ट्रीय राजमार्ग 69 ए, जो कि मुलताई से सिवनी बरास्ता छिंदवाडा है एवं रारा 26 बी जो नरसिंहपुर से नागपुर बरास्ता अमरवाडा, छिंदवाडा, सौंसर है के लिए कंसलटेंट के प्रस्ताव चाहे गए हैं। इन प्रस्तावों को जमा करने की अंतिम तिथि 29 जुलाई रखी गई है। इसकी कंडिका 34 मंे इन्हीं मार्ग के लिए जिला मुख्यालय छिंदवाडा में रिंग रोड तथा रिंग रोड को छिंदवाडा शहर से जोडने वाली सडकों के निर्माण का उल्लेख किया गया है, इस कार्य के लिए अंतिम तिथि 3 अगस्त रखी गई है।

यहां यह उल्लेखनीय है कि एक ओर तो सर्वोच्च न्यायलय में सरकार द्वारा अनेक विकल्प बताकर सिवनी से होकर गुजरने वाले उत्तर दक्षिण गलियारे के प्रकरण में सिवनी के प्रति सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कम यातायात दबाव वाले नरसिंहपुर छिंदवाडा नागपुर मार्ग को नेशलन हाईवे में तब्दील कर भूतल परिवहन मंत्री कमल नाथ द्वारा अटल बिहारी बाजपेयी के काल की स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के अभिन्न अंग रहे उत्तर दक्षिण फोरलेन गलियारे को सिवनी जिले से छीनकर अपने संसदीय क्षेत्र जिला छिंदवाडा से होकर ले जाने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। मजे की बात तो यह है कि बात बात पर टर्राने वाले राजनैतिक दलों के सियासी मेंढक सब कुछ देखने सुनने के बाद भी मौन धारण किए हुए हैं।