गुरुवार, 26 अगस्त 2010

फोरलेन विवाद का सच ------------------- 16

उखडने लगी हैं सद्भाव द्वारा बनाई गई नई बनी सडकें

गोपालगंज के आसपास चल रहा है मेंटिनेंस

बरसात के बाद खोला जा सकता है बायपास

दीवाली के आसपास हो सकती है टोल टेक्स वसूली आरंभ

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली 26 अगस्त। सिवनी जिले में एनएचएआई द्वारा हाल ही में युद्ध स्तर पर सद्भाव कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा बनाई गई सड़कों के धपड़े उखड़ने लगे हैं। सिवनी से खवासा के बीच मोहगांव के बाद विवादित सड़क के पहले बनी सड़क पर बारिश की पहली फुहार का असर साफ तौर पर दिखाई पड़ने लगा है। सड़क बनी नहीं कि उसके रखरखाव का काम आरंभ करवा दिया गया है। अगर शुरूआती साल में ही यही आलम है तो आने वाले समय में इस सड़क के हाल ठीक उसी तरह हो जाएं जिस तरह के पूर्व के जिला मुख्यालय में एस.के.बनर्जी द्वारा निर्मित बायपास के हुए थे, तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।

गौरतलब होगा कि मध्य प्रदेश गृह निर्माण मण्डल द्वारा जबलपुर से मण्डला, बरघाट और कटंगी रोड़ को जोड़ते हुए नागपुर रोड़ तक बायपास का निर्माण करवाया गया था। इस बायपास पर टोल टेक्स की वसूली आज भी जारी है। आरोपित है कि टोल टेक्स की वसूली करने के उपरांत भी भारी वाहनों को शहरी सीमा के अंदर से होकर लगातार गुजारे जाने से अनेकों बार विवाद की स्थिति भी बनी। इस मामले में अनेकों बार पुलिस को भी हस्ताक्षेप करना पड़ा था।

उत्तर दक्षिण गलियारे में सिवनी जिले में निर्माणाधीन सड़कों का लगभग नब्बे फीसदी हिस्सा आवागमन के लिए खोल दिया गया है। इस मार्ग में मोहगांव से खवासा तक और बंजारी माता से गणेशगंज तक के मार्ग का काम आज भी रूका हुआ है। इस मार्ग में जिला मुख्यालय से दक्षिणी दिशा में महाराष्ट्र सीमा तक के हिस्से में सिवनी से दवसें किलोमीटर से गोपालगंज बायपास तक के मार्ग को सिवनी से नागपुर जाने और नागपुर से सिवनी आने की दिशा में आने जाने वाले वाहनों के लिए गोपालगंज से सिवनी वाले भाग को खोला गया है। सिवनी से गोपालगंज की दिशा में जाने वाले मार्ग पर सड़क के उड़े चिथड़ों को भरने का काम सद्भाव कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया जा रहा है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि जब आरंभिक सालों में सड़क का आलम यह है तो फिर आने वाले समय में इस सड़क के धुर्रे उड़ने से कोई नहीं रोक सकता है।

जानकारों का कहना है कि समय सीमा और समय सीमा के उपरांत भारी भरकम जुर्माने के भय से ठेकेदारों द्वारा आनन फानन सड़क निर्माण का काम कराया जा रहा है। उक्त काम गुणत्ता विहीन होने की खबरें भी आम हो गई हैं। कहा जा रहा है कि समूचा काम आईएसओ सर्टिफाईड होना चाहिए किन्तु सिवनी जिले में न तो सद्भाव और न ही मीनाक्षी कंस्ट्रक्श कंपनी ने आईएसओ के नार्मस का पालन किया है।

एनएचएआई के सूत्रों का कहना है कि वैसे तो सिवनी के पश्चिमी दिशा में निर्माणाधीन बायपास का काम तय सीमा से बहुत विलंब से चल रहा है, इसका कारण संभवतः एस.के.बनर्जी द्वारा बनाए गए बायपास की वसूली से जोड़कर भी देखा जा रहा है। इसके साथ ही साथ अगर इस बायपास को बारिश में आरंभ करवा दिया गया होता तो यातायात के दबाव में बायपास में गड्ढे ठीक उसी तरह उभरकर सामने आ जाते जिस तरह पूर्व में जबलुपर से मण्डला, बरघाट, कटंगी रोड़ होकर नागपुर मार्ग्र को जोड़ने वाले बायपस के में निकले थे।

एनएचएआई के उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि लखनादौन के करीब बने टोल प्लाजा को दीपावली के आसपास आरंभ कराया जा सकता है। इसके लिए विभाग में अंदर ही अंदर तैयारियां जारी हैं। आधे अधूरे मार्ग पर से गुजरने वाले वाहन चालकों को इस टोल प्लाजा में भारी मात्रा में टोल टेक्स चुकाकर गुजरने का प्रमाण पत्र लेना होगा। सूत्रों के अनुसार इस टोल टेक्स से सिवनी जिले के स्थानीय व्यवसायिक वाहन चालकों को भी कोई छूट या राहत नहीं मिलेगी, क्योंकि यह मामला केंद्र सरकार का है, और वह इसमें छूट या राहत देने के पक्ष में कतई नहीं दिख रही है।

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