मंगलवार, 20 सितंबर 2011

बड़े बाबुओं की कमाई पर अंकुश की तैयारी


बड़े बाबुओं की कमाई पर अंकुश की तैयारी

मोटी कमाई वाले टीसी अब झांकेंगे बगलें

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। बड़े बाबू एकाध की गुंजाईश हो तो देख लो, अरे बाबू साहब लेडीज़ साथ में है, जाना अर्जेंट है, जैसे जुमलों के साथ रेल में बिना आरक्षण सफर करने वाले यात्रियों से मोटी कमाई करने वाले टीटीई पर भारतीय रेल लगाम कसने की तैयारी पूरी कर चुकी है। आने वाले दिनों में रेलगाड़ी में टिकिटों की कालाबजारी पर काफी हद तक अंकुश लगने की उम्मीद जाताई जा रही है।

गौरतलब है कि चलती ट्रेन में टीटीई जिसे लोग प्यार से बड़े बाबू पुकारते हैं बादशाह होता है। आरएसी टिकिटों के बाद बची खाली बर्थ एवं रास्ते से होने वाली बोर्डिंग को वह पैसा लेकर बर्थ दे देता है। भारतीय रेल के आला अधिकारियों को इस तरह की अनेकों शिकायतें मिलती रहीं हैं। रेल के आला अधिकारियों में चल रही खुसुर पुसर के अनुसार टीटीई की मोटी कमाई का हिस्सा उस जोन के बाहर नहीं आ पाता है। इन आला अधिकारियों को हिस्सा न मिल पाने से इन्होंने टीटीई पर अंकुश लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित कर दी है।

उल्लेखनीय होगा कि वर्तमान में चलित रेल गाड़ी में उद्घोषणा की व्यवस्था की गई है जिसमें खाली बर्थ के बारे में जानकारी दी जाती थी। यह योजना पूरी तरह विफल ही साबित होने लगी तब रेल्वे बोर्ड के आला अधिकारियों ने नई व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए बर्थ की खाली स्थिति को डिस्पले स्क्रीन पर प्रदर्शित किया जाना प्रस्तावित है। माडल के तौर पर इस योजना के लिए कुछ जोन चुने गए हैं। अगर यह योजना सफल रही तो इसे पूरे देश में लागू किया जा सकता है।

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