रविवार, 23 अक्तूबर 2011

भूटान नरेश ने शादी में नहीं बुलाया सोनिया को


भूटान नरेश ने शादी में नहीं बुलाया सोनिया को

युवा तुर्क राहुल और दुष्यंत को किया निजी तौर पर आमंत्रित

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। भूटान नरेश ने अपनी शादी में भारत की सत्ता और शक्ति की केंद्र श्रीमति सोनिया गांधी को आमंत्रित नहीं किया जिसके मायने राजनैतिक वीथिकाओं में खोजे जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को निजी तौर पर विवाह का निमंत्रण भेजा गया था। वजीरे आजम डॉ.मनमोहन सिंह भी विवाह का न्योता नहीं पा सके।

विदेश के मामलों में जानकारी रखने की इच्छा रखने वाले लोग इन दिनों इस नए समीकरण के निहितार्थ खोज रहे हैं कि देश के प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह और कांग्रेस सुप्रीमो श्रीमति सोनिया गांधी की अनदेखी कर सोनिया पुत्र राहुल और वसुंधरा पुत्र दुष्यंत को आमंत्रित करने के पीछे कया वजह हो सकती है। देखा जाए तो भारत और चीन से सटे भूटान के राजघराने के विवाह में पीएम और सोनिया को विवाह का न्योता अवश्य ही मिलना चाहिए था।

चीन के करीब होने के कारण इस देश में दुनिया के चौधरी अमेरिका की खासी दिलचस्पी है। जानकारों की मानें तो अमेरिका भूटान में अपना एक बेस तैयार करना चाह रहा है जहां से वह चीन पर नियंत्रण का ताना बाना बुन सके। वैसे भी भूटान राजघराने के नार्वे, डेनमार्क और ग्रेट ब्रिटेन के राजघरानों से अच्छे ताल्लुकात किसी से छिपे नहीं हैं। अमेरिका को अगर भूटान से सीधी दखल नहीं मिल पाई तो वह इन राजघरानों के माध्यम से वहां प्रवेश करने की कोशिश कर सकता है।

भारत इस समय उहापोह की स्थिति में है। अगर भारत इस मामले में लचीला रूख अपनाता है और अमेरिका भूटान में घुसकर चीन को नियंत्रित करने का प्रयास करता है तो इसके दुष्प्रभाव भारत को ही भोगने होंगे क्योंकि उन परिस्थितियों में चीन भारत पर दबाव बनाना आरंभ कर देगा। अगर भूटान अमेरिका की सेना का बेस बनता है तो फिर भारत को चीन और अमेरिका दोनों ही से जूझना पड़ सकता है।

कोई टिप्पणी नहीं: