शुक्रवार, 4 नवंबर 2011

मनमोहन और शिवराज में समानता!


मनमोहन और शिवराज में समानता!

सियासी हल्कों में दोनों को भ्रष्टाचार का ईमानदार संरक्षण किया जा रहा निरूपति

भ्रष्टाचार की गंगा के भागीरथी बने सिंहद्वय

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। देश के अर्थशास्त्री और ईमानदार छवि के वजीरे आजम कांग्रेस के राज्य सभा सांसद डॉक्टर मनमोहन सिंह और हृदय प्रदेश के निजाम किसान पुत्र भाजपा के विधायक शिवराज सिंह चौहान के बीच असमानताएं तो सैकड़ों हैं किन्तु अब सियासी गलियारों में उनमें समानताएं खोजी जा रही हैं। एक समानता जो प्रमुखता के साथ सामने आई है वह है दोनों ही भ्रष्टाचार के ईमानदार संरक्षक के बतौर।

मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल में जितने भ्रष्ट लोगों को संरक्षण दिया वह किसी से छिपा नहीं है। मनमोहन सिंह की ईमानदार छवि का लाभ उठाकर उनके सहायोगियों चाहे वे कांग्रेस के रहे हों या फिर सहयोगी दलों के, सभी ने तबियत से भ्रष्टाचार की गंगा बहाई। इस गंगा में सभी ने नहाया। इस गंगा को भ्रष्टाचार की धरती पर लाने वाले भागीरथी और कोई नहीं वरन् खुद वजीरे आजम डॉक्टर मनमोहन सिंह ही साबित हुए हैं।

उधर डम्पर कांड में अपनी साख पर बट्टा लगवा चुके शिवराज सिंह चौहान के सहयोगियों ने भी मध्य प्रदेश को खगल (जानवर जिस तरह हड्डी को चबा चबा कर खाता है) के खाया है। भ्रष्टाचार के सारे कीर्तिमान मध्य प्रदेश में टूटे हैं। लोकतंत्र के लुटेरे के बतौर आईएएस जोशी दंपत्ति ने शिवराज सिंह चौहान का सर नीचा करने में कोई कसर नहीं रख छोड़ी। कांग्रेस की कथित तौर पर रहस्यमयी चुप्पी (कांग्रेस भाजपा की नूरा कुश्ती) के चलते भ्रष्टाचार के न जाने कितने मामले दफन हो गए।

मध्य प्रदेश राज्य स्थापना दिवस 1 नवंबर पर प्रदेश भर में लगवाए गए होर्डिंग्स में निलंबित टीनू जोशी के चित्र चस्पा कर शिवराज सिंह सरकार ने साबित कर दिया है कि वह भ्रष्टाचार की ईमानदार संरक्षक है। गौरतलब है कि टीनू जोशी और उनके आईएएस पति अरविंद जोशी के पास अनुपात हीन आकूत दौलत मिली है। इसी भ्रष्ट जोशी दंपत्ति में टीनू जोशी को प्रदेश की गौरवशाली बेटी बताने की हिमाकत की है, शिवराज सिंह चौहान ने।

मुख्यमंत्री निवास के करीब अतिव्यस्ततम चौराहे पर लगे सरकारी होर्डिंग में महान कवियत्रि सुभद्रा कुमारी चौहान, कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री स्व.जमुना देवी, भाजपा की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, के साथ ही साथ टीनू जोशी को भी प्रदेश की गौरवशाली पुत्री का दर्जा दिया गया है। इससे साफ जाहिर है कि शिवराज सिंह चौहान द्वारा भ्रष्टों की सरगना टीनू जोशी को रोल माडल बनाकर अधिकारियों को भ्रष्टाचार करने की नसीहत दी जा रही है।

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