शनिवार, 3 दिसंबर 2011

दो दो रूपए में बिक रहे आधार फार्म


दो दो रूपए में बिक रहे आधार फार्म

आवेदन पत्र की कालाबजारी चरम पर


(अखिलेश दुबे)

सिवनी। यूनिक आईडेंटी फिकेशन नबर वाले आधार कार्ड बनवाने के लिए सिवनी शहर में रहवासियों को यत्र तत्र भटकने पर मजबूर होना पड़ रहा है। आधार के लिए निर्धारित स्थानों पर आवेदकों के साथ बुरा सलूक किया जा रहा है। आधार बनवाने के लिए निर्धारित एजेंसियों के पेटी कांटेक्टर्स द्वारा आधार आवेदन उपलब्ध न करवाए जाने से लोगों को यह आवेदन दो दो रूपए में खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा आधार कार्ड बनाए जाने के लिए निर्धारित एजेंसी को बड़ी मात्रा में राशि भी प्रदाय की जा रही है।

बताया जाता है कि बारापत्थर में कचहरी चौक के समीप आधार कार्ड बनवाने की एक एजेंसी है। इस एजेंसी के कार्यालय में आधार कार्ड बनवाने के लिए लोगों की जबर्दस्त भीड़ लगी रहती है। इस कार्यालय के बाहर सकरे गलियारे में आवेदकों को घंटों लंबी लाईन लगाकर इंतजार करना पड़ रहा है। वहां तैनात कर्मचारी भी आवेदकों के साथ अच्छा सलूक नहीं कर रहे हैं। बताया जाता है कि कर्मचारियों द्वारा आवेदकों के साथ जब तब नोकझोंक की जाती है।

सबसे अधिक आश्चर्यजनक पहलू तो यह उभरकर सामने आया है कि आधार कार्ड बनवाने के लिए निर्धारित फार्म का होटल नटराज के बाजू में प्रथम तल पर स्थित आधार कार्ड बनवाने की इस एजेंसी में उपलब्ध ही नहीं हैं। कुछ प्रभावशाली लोगों को यहां तैनात कर्मचारियों द्वारा महज एक ही फार्म दिया जाकर कहा जाता है कि वे इसकी फोटोकापी करवा लें। गौरतलब है कि सिवनी शहर में फोटोकापी की दर दो रूपए प्रति कापी है।

चर्चाएं तो यहां तक भी हैं कि बारापत्थर के कुछ कतिपय फोटो कापी वालों को लाभ पहुंचाने की गरज से आधार कार्ड बनवाने की निर्धारित एजेंसी के पेटी कांटेक्टर द्वारा फार्म उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं। मजबूरी में आधार बनवाने वाले आवेदकों को फोटो कापी करवाने पर विवश होना पड़ता है। कुछ स्थानों पर आधार के निशुल्क उपलब्ध होने वाले फार्म दो दो रूपए में बिकने की खबरें भी हैं। इन खबरों में कितनी सच्चाई है यह तो संचालक ही जाने पर यह सच है कि कार्यालय में आधार के फार्म ही उपलब्ध नहीं हैं।

इस बारे में जब इस कार्यालय के वरिष्ठ लोगों से शिकायत की जाती है तो वे भी टका सा जवाब दे देते हैं कि आधार के फार्म ही उपलब्ध नहीं हैं। एक तरफ तो सरकार द्वारा अधार कार्ड निशुल्क बनवाने का दावा किया जाता है वहीं दूसरी ओर आधार के फार्म की आवेदकों को खुद ही फोटो कापी करवाने की बात गले नहीं उतर रही है। कहा जा रहा है कि आधार कार्ड बनवाने के लिए निर्धारित एजेंसी द्वारा पेटी कांटेक्ट पर सिवनी में कुछ स्थानों पर आधार कार्ड बनवाना आरंभ कर दिया है।

केंद्र सरकार की इस महात्वाकांक्षी योजना में इस तरह की गफलत होने के बाद भी सरकारी नुमाईंदे मौन ही साधे बैठे हैं। अनेक भुक्त भोगियों ने बताया कि तीन माह बीत जाने के बाद भी उनका आधार  कार्ड अब तक बनकर नहीं आया है। कहा तो यहां तक भी जा रहा है कि अनेक आवेदकों के फार्म ही उपर नहीं भेजे गए हैं जिससे उनका आधार कार्ड अब तक बनकर नहीं आ सका है। आधार कार्ड बनवाने के आवेदन की कालाबजारी आश्चर्य का ही विषय मानी जा रही है। एक तरफ तो इसका ठेका लेने वाली कंपनी द्वारा सरकार से पूरा पूरा पैसा वसूला जा रहा है वहीं दूसरी ओर आवेदन पत्र की आवेदक से ही फोटो कापी करवाकर प्रति परिवार दस से बीस रूपए की चपत भी लगाई जा रही है।

2 टिप्‍पणियां:

Rahul Bajaj ने कहा…

दो दो रुपये फिर भी ठीक है, किंतु शिवदुर्गा विहार (जब दयाल बाग) में स्थिति आधार कार्ड केन्द्र पर इस फार्म के लिये रु 3(तीन) लिय्रे जाते हैं क्योंकि मैने मांगा तो उन्होने मुझ्से इस वास्ते 3(तीन) रुपयों मांगे किंतु जब मैने उनसे यह कहा कि आधार फार्म बिल्कुल मुफ्त मिलता है तो उन्होने कहा, जहां पर मुफ्त मिलता हो वहा से ले लो यहां पर प्रति फार्म रु.3(तीन)ही लगेंगे मर्जी हो तो लो वर्ना जाओ!

Rahul Bajaj ने कहा…

दो दो रुपये फिर भी ठीक है, किंतु शिवदुर्गा विहार (जब दयाल बाग) में स्थिति आधार कार्ड केन्द्र पर इस फार्म के लिये रु 3(तीन) लिय्रे जाते हैं क्योंकि मैने मांगा तो उन्होने मुझ्से इस वास्ते 3(तीन) रुपयों मांगे किंतु जब मैने उनसे यह कहा कि आधार फार्म बिल्कुल मुफ्त मिलता है तो उन्होने कहा, जहां पर मुफ्त मिलता हो वहा से ले लो यहां पर प्रति फार्म रु.3(तीन)ही लगेंगे मर्जी हो तो लो वर्ना जाओ!