बुधवार, 21 मार्च 2012

डेढ़ फीसदी की दर से कम हुई गरीबी


डेढ़ फीसदी की दर से कम हुई गरीबी

(ब्यूरो)

नई दिल्ली। योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह आहलुवालिया ने कहा है कि २००४-०५ और २००९-१० के बीच पांच वर्षों में गरीबी में कमी की दर करीब डेढ़ प्रतिशत वार्षिक रही। नई दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने यह जानकारी दी। गरीबी के बारे में जो कुछ भी हुआ है उसकी हमे जानकारी है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में गरीबी में और कमी आएगी, और वास्तव में इस अवधि में हर साल गरीबी की दर में लगभग डेढ़ प्रतिशत की कमी आई है।
श्री आहलुवालिया ने कहा कि योजना आयोग से गरीबी रेखा का निर्धारण फिर से करने को कहा गया था। श्री आहलुवालिया ने कहा कि गरीबी के स्तर को ताजा उपभोक्ता सर्वेक्षण के अनुसार कम किया गया है। श्री आहलुवालिया ने कहा कि मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओड़ीशा, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तराखंड, हिमाचलप्रदेश और सिक्किम में गरीबी में कमी का स्तर औसत से ज्यादा रहा है।
योजना आयोग ने कल गरीबी के स्तर के अनुमान जारी किए थे, जिनमें कहा गया है कि देश में गरीबी के स्तर में सात दशमलव तीन प्रतिशत की कमी हुई है। यह २००४-०५ के ३७ दशमलव दो प्रतिशत से घटकर २००९-१० में २९ दशमलव आठ प्रतिशत रह गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में २००९-१० में गरीब लोगों की कुल संख्या ३४ करोड़ ४७ लाख होने का अनुमान है, जबकि २००४-०५ में यह संख्या चालीस करोड़ ७२ लाख थी।

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