शुक्रवार, 28 दिसंबर 2012

फाँसी या नपुंसक बनाने से कम न हो बलात्कार की सजा-रविन्द्र द्विवेदी


फाँसी या नपुंसक बनाने से कम न हो बलात्कार की सजा-रविन्द्र द्विवेदी

(रचना)

नई दिल्ली (साई)। अखिल भारत हिन्दू महासभा दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष रविन्द्र द्विवेदी ने बलात्कार की सजा पर मौजूदा कानून को बदलकर कठोर कानून बनाने के लिये जस्टिस वर्मा समिति के गठन का स्वागत किया है। नागरिकों से सुझाव आमंत्रित करना भी एक अच्छी पहल है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आयेंगे।
रविन्द्र द्विवेदी ने कहा कि बलात्कार किसी भी नारी के जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी होती है। यह पीड़ा उसे ताउम्र सहनी पड़ती है, जिससे पीड़िता को अपनी ही जिंदगी एक बोझ महसूस होने लगती है। बलात्कारी को कठोर से कठोर सजा देकर ही नारी समाज के लिये नासूर बन चुकी बलात्कार की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है। रविन्द्र द्विवेदी ने जस्टिस वर्मा समिति के पास ईमेल से आज अपने सुझाव भेजे। सुझाव में कहा गया है कि बलात्कारी को फाँसी या नपुंसक बनाने से कम सजा नही होनी चाहिये।  उन्होने कहा कि नपुंसक बनाने से बलात्कार करने वाले अपराधी को सारी जिंदगी अपनी गलती का अहसास होगा।
नपुंसक के रूप में बलात्कारी को देखकर समाज में भय पैदा होगा और बलात्कार के मामलों पर अंकुश लगेगा। रविन्द्र द्विवेदी ने बलात्कारी को नपुंसक बनाने के साथ बीस साल के सश्रम कारावास की सजा दिये जाने का सुझाव भी जस्टिस वर्मा समिति को दिया है।
नाबालिग लड़की से बलात्कार और बालिग लड़की अथवा महिला से सामूहिक बलात्कार के साथ हत्या अथवा हत्या के प्रयास का आरोप होने पर बलात्कारी को फाँसी पर लटकाने का सुझाव भी वर्मा समिति को दिया है। इसके अलावा रेप की एफआईआर दर्ज होने के एक सप्ताह में अदालत में पुलिस द्वारा चार्जशीट पेश करने और फास्ट ट्रैक कोर्ट में प्रतिदिन सुनवाई कर 60 दिन में निर्णय सुनाने का परामर्श भी दिया गया है।
रविन्द्र द्विवेदी ने चलती बस में सामूहिक बलात्कार की पीड़िता दामिनी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुये पुलिस द्वारा निहत्थे आंदोलनकारी छात्र-छात्राओं का दमन करने की तौर-तरीकों की आलोचना की। उन्होने कहा कि पुरूष पुलिसकर्मियों द्वारा आंदोलनकारी छात्राओं से बदसलूकी और लाठीचार्ज दिल्ली पुलिस का भयानक चेहरा उजागर करता है। 
सुभाष तोमर नामक पुलिसकर्मी की मौत का कारण आंदोलनकारियों की पिटाई बताना छात्रओें के साथ बदसलूकी और लाठीचार्ज की घटना से ध्यान हटाने का पुलिस आयुक्त नीरज कुमार का षडयंत्र है। इस प्रकरण में निर्दोष आठ लोगों की गिरफ्तारी कानून की शक्तियों का खुला दुरूपयोग है। अब यह स्पष्ट हो चुका है कि सुभाष तोमर अपने आप गिरा था और उसके शरीर पर कोई चोट का निशान नही था। नीरज कुमार का षडयंत्र सफेद झूठ है जिसे हिन्दू महासभा किसी भी कीमत पर सहन नही करेगी। रविन्द्र द्विवेदी ने पुलिस आयुक्त से इस्तीफे की मांग  करते हुये मांग के समर्थन में पुलिस मुख्यालय पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

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