मंगलवार, 29 जनवरी 2013

निकली साई की पालकी


निकली साई की पालकी

(एस.के.सिन्हा)

बांदा (साई)। साई बाबा तुम्हारी गली में लोग मेला लगाए हुए हैं जैसे गीतों की स्वर लहरी व ढोल-ताशों की गूंज के बीच साई भगवान की फूलों से सजी पालकी शहर के प्रमुख मार्गाे में घुमाई गई। जयकारों के साथ ठुमके लगाते हुए भक्त आगे-आगे चल रहे थे पीछे भक्तों का सैलाब। छतों से फूलों की वर्षा कर भक्तों ने भगवान साई को नमन करते हुए आस्था जताई। कैलाशपुरी स्थित शिव शक्ति साई धाम से फूलों से सजी साई पालकी पूजा-अर्चना के साथ निकाली गई। पालकी के साथ शोभा यात्रा शहर के बलखंडी नाका से महेश्वरी देवी, छोटी बाजार से होते हुए झंडा चौराहा से बांम्बेश्वर मंदिर पहुंची। भगवान शिव से साई पालकी का मिलाप कराने के बाद शोभा यात्रा मंदिर में पहुंची यहां पर भक्तों ने साई बाबा की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद मागा। युवा, बच्चे व बूढ़े सभी साई पालकी के शामिल होकर आस्था व विश्वास में झूमते दिखे। सभी यही कह रहे थे कि कलयुग में साई ही सहारा हैं। तन-मन-धन से जो साई में समर्पित होता हैं साई उसकी मदद में खड़े हो जाते हैं। साई संध्या में विठूर साई दरबार से आई टोली ने भक्ति गीतों की शमां बांधकर हर किसी को साई मय कर दिया। इस मौके पर लक्ष्मी त्रिपाठी, बब्बू भइया, सुभाष अग्रवाल, आर के त्रिपाठी, विभूति कुमार आदि लोग रहे।

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