मंगलवार, 28 मई 2013

बारह माह ही हो रही है आंशिक जलापूर्ति

बारह माह ही हो रही है आंशिक जलापूर्ति

(महेश रावलानी)

सिवनी (साई)। महीने में कई बार आंशिक जलापूर्ति के समाचार सुर्खियां बन रहे हैं, किन्तु देखा जाए तो बारहों माह जिला मुख्यालय में आंशिक जलापूर्ति ही हो रही है। कम दबाव के चलते पानी की टंकियां भर नहीं पा रही हैं और लोगों को पानी की समस्या से रोजाना ही दो चार होना पड़ रहा है।
शहर का शायद ही कोई ऐसा वार्ड हो जहां पानी की समस्या से नागरिक रूबरू ना हो रहे हों। जबसे सुआखेड़ा स्थित भीमगढ़ जलावर्धन योजना आरंभ हुई है, तबसे सिवनी में लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसके पहले बबरिया और लखनवाड़ा से शहर में पानी की सप्लाई की जाती रही है।
बड़े बुजुर्ग बताते हैं कि भीमगढ़ जलावर्धन योजना के आगाज के पहले सुबह और शाम दोनों समय लगभग एक से डेढ़ घंटा जलापूर्ति की जाती रही है। इसके उपरांत जबसे भीमगढ़ जलावर्धन योजना आरंभ हुई तबसे यह सिवनी के लोगों के लिए वरदान के बजाए अभिषाप बनकर रह गई है।
शहर भर में नलों से सीधे टुल्लू पंप लगाकर पानी खींचा जा रहा है। इतना ही नहीं नगर पालिका के जलकार्य से जुड़े जनसेवकों और कर्मचारियों से जब टुल्लू पंप लगाने की शिकायत की जाती है तो वे भी नागरिकों को टुल्लू पंप लगाकर पानी खींचने की सलाह ही देते नजर आते हैं।
शहर भर में टुल्लू पंप का जमकर जोर चल रहा है, जिससे अनेक सरकारी और निजी नलों से तो एक बूंद पानी भी नहीं टपक पाता है। कहा तो यहां तक भी जा रहा है कि टुल्लू पंप को अघोषित संरक्षण देकर नगर पालिका परिषद द्वारा पानी का बेहतरीन खेल खेला जा रहा है।
कहा जा रहा है कि पानी की किल्लत से जूझते लोगों के लिए नगर पालिका परिषद में विधायक श्रीमति नीता पटेरिया द्वारा प्रदाय किए गए गुणवत्ता विहीन टेंकर्स या निजी तौर पर पानी सप्लाई करने वालों की इसके चलते चांदी है। चर्चा है कि पानी के टेंकर्स इन दिनों उंची दरों पर बिक रहे हैं।

इस सबके चलते मरण उन लोगों की है जो ईमानदारी से नलों से बिना टुल्लू पंप के पानी भरते हैं। इन लोगों के घरों में गंदा बदबूदार पानी महज पांच से पंद्रह मिनिट तक ही आ पाता है। पालिका में भाजपा का राज है, नगर में भाजपा की पालिका परिषद अगर लोगों को पानी के लिए तरसा रही है तो निश्चित तौर पर इसके प्रतिकूल परिणाम आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा को भोगने पड़ सकते हैं।

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