शनिवार, 16 नवंबर 2013

चुनाव आते ही बढ़ी युवा बेवड़ों की तादाद!

चुनाव आते ही बढ़ी युवा बेवड़ों की तादाद!

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। शासन प्रशासन भले ही इस बात का दावा करे कि चुनाव के दौरान अवैध शराब के विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, पर चुनाव की रणभेरी बजते ही शराब के आधिक्य में सेवन करने वालों की तादाद तेजी से बढ़ गई है। यौवन की दहलीज पर कदम रखने वाले युवाओं के शराब के नशे में चूर होने की खबरें चुनाव की घोषणा के साथ ही तेजी से बढ़ी हैं।
पिछले कुछ समय से जिला चिकित्सालय सहित अनेक चिकित्सकों या निजी चिकित्सालयों में शराब के आधिक्य में सेवन के कारण बीमार होकर भर्ती होने वालों की खासी तादाद सामने आई है। इनमें से अधिकांश युवाओं की आयु सोलह से पच्चीस तीस साल के बीच की है।
आबकारी विभाग के सूत्रों का कहना है कि चुनाव के मद्देनजर प्रशासन ने वेयर हाउस, शराब दुकानों आदि में सीसीटीवी कैमरे लगावा दिए हैं। वहीं, कहा जा रहा है कि गांव गांव बिकने वाली अवैध शराब या मतदाताओं को प्रलोभन के बतौर वितरित की जाने वाली शराब पर आबकारी विभाग द्वारा कोई लगाम नहीं लगाई जा सकी है।
ज्ञातव्य है कि आचार संहिता लगते ही संवेदनशील जिला कलेक्टर भरत यादव के निर्देश पर आबकारी विभाग और पुलिस विभाग के सहयोग से चलाए गए अभियान में कुछ जगहों पर अवैध शराब के परिवहन के प्रकरण अवश्य ही दर्ज किए गए, किन्तु पिछले एक पखवाड़े में अवैध शराब पकड़ने की खबरें न तो आबकारी विभाग, न पुलिस और न ही जनसंपर्क विभाग द्वारा बताई गई हैं।
यक्ष प्रश्न तो यह खड़ा हुआ है कि अगर इन विभागों द्वारा किसी तरह की अवैध शराब नहीं पकड़ी गई तो फिर शराब के आधिक्य में सेवन के प्रकरण अस्पतालों में कैसे पहुंच रहे हैं। दस नवंबर की रात बरघाट रोड निवासी 32 वर्षीय विजय को, इसके अगले दिन कान्हीवाड़ा क्षेत्र के मटियाटोला निवासी 30 वर्षीय मनोज, 12 नवंबर को छिंदवाड़ा निवासी 28 वर्षीय मनोज, 13 नवंबर को लखनवाड़ा क्षेत्र के 25 वर्षीय प्रदीप आदि को शराब का अधिक सेवन करने पर बेहोशी की हालत में चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था।

संवेदनशील जिला कलेक्टर भरत यादव से जनापेक्षा है कि चुनावों को मद्देनजर रखते हुए कम से मतदान तक आबकारी एवं पुलिस विभाग को ताकीद किया जाए कि जिले भर में अवैध रूप से शराब के विक्रय पर नजर रखकर पकड़ा धकड़ी की जाए, एवं पकड़े गए लोगों से यह अवश्य ही पूछा जाए कि उन्होंने भारी मात्रा में शराब कहां से ली है। साथ ही साथ हॉटल ढाबों में सघन चेकिंग अभियान चलाया जाकर वहां परोसी जा रही शराब पर प्रतिबंध भी लगाया जाए।

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