गुरुवार, 19 मई 2011

कांग्रेस ने असंगठित मजदूरों पर डालने आरंभ किए डोरे


दिल्ली में कामवाली बाई लेगी साप्ताहिक अवकाश!

केरल महाराष्ट्र की तर्ज पर कानून का मसौदा तैयार

नई दिल्ली (ब्यूरो)। महाराष्ट्र और केरल की तर्ज पर अब कांग्रेस की दिल्ली राज्य की सरकार द्वारा काम वाली बाईयों को राहत देने के लिए घरेलू कामगार एक्ट बनाने जा रही है, जिसके तहत काम वाली बाई को साप्ताहिक अवकाश के साथ ही साथ अन्य सुविधाएं लेने की पात्रता होगी। एसा नहीं करने पर कानूनी कार्यवाही का प्रावधान भी किया गया है।

दिल्ली सरकार के श्रम विभाग के सूत्रों का कहना है कि विभाग द्वारा काम वाली बाईयों के हितों को ध्यान मंे रखते हुए सप्ताहिक अवकाश, न्यूनतम वेतन और अन्य सुविधाओं का खाका तैयार किया है। इस सबका फायदा वे ही उठा पाएंगी जो इसमें अपना पंजीयन करवाएंगी।

सरकार द्वारा इनके बच्चों की शिक्षा दीक्षा को भी ध्यान मंे रखते हुए बच्चों को पढ़ाने के विकल्प पर विचार कर रही है। गौरतलब होगा जबसे भारतीय जनता पार्टी द्वारा असंगठित मजदूरों को केंद्रित कर एक अलग शाखा का गठन कर प्रहलाद सिंह पटेल को इसका अध्यक्ष बनाया है तबसे कांग्रेस की नजर असंगठित मजदूरों पर ज्यादा ही इनायत हो रही है।

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