रविवार, 22 मई 2011

उच्च शिक्षा में हजारों शिक्षकों के पद रिक्त



सागर विश्विद्यालय में हैं 171 पद रिक्त

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। कांग्रेसनीत संप्रग सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल द्वारा शिक्षा के सुधार के नाम पर तमाम तरह के दावे अवश्य किए जा रहे हों किन्तु यह सच है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के पांच हजार से अधिक पद रिक्त है। मध्य प्रदेश के डाॅ.हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 171 पद रिक्त हैं।
शिक्षकों की कमी के मामले में सबसे अधिक बुरी स्थिति में दिल्ली विश्वविद्यालय है जहां 910, तो बनारस हिन्दु विश्विद्यालय में 905 पद रिक्त हैं। इलाहाबाद विवि में 451, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में 269, जवाहरलाल नेहरू में 238, सागर विश्वविद्यालय में 171, जामिया मिलिया में 112 तो एचएन बहुगुणा में 58 पद रिक्त हैं।
इस समय देश में 26 केंद्रीय विद्यालय अस्तित्व में हैं जिनमें समय समय पर रिक्तियां भरने की कवायद की जाती है किन्तु लिखित परीक्षा के उपरांत साक्षात्कार की प्रक्रिया राजनैतिक भंवर मंे ही उलझकर रह जाती है। यही कारण है कि शिक्षकों की सेवानिवृत्ति या नौकरी छोड़ने के उपरांत इन संस्थानों मंे पदों की रिक्तियां नहीं भर पाती हैं।

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