सोमवार, 30 मई 2011

मंत्रीमण्डल फेरबदल पहले पखवाड़े में


मंत्रीमण्डल फेरबदल पहले पखवाड़े में

पीएम और सोनिया के बीच जारी है शीत युद्ध

एचआडी जाएगा सिब्बल के हाथ से

परफार्मेंस के आधार पर होगा नया बटवारा

भूरिया से ली जा सकती है लाल बत्ती

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में कैबनेट फेरबदल जून के पहले पखवाड़े में होने की संभावना है, जिसमें अनेक चेहरों को जून की बरसाती आंधी उड़ाकर ले जा सकती है। इस बार की जमावट उत्तर प्रदेश, पंजाब आदि राज्यों के चुनावों के मद्देनजर की जाएगी। कपिल सिब्बल, पवन बंसल, वीरप्पा मोईली, कांतिलाल भूरिया आदि इससे प्रभावित हो सकते हैं।

कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10 जनपथ (श्रीमति सोनिया गांधी का सरकारी आवास) के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री डाॅ.मनमोहन सिंह के बीच चल रही अघोषित रार का असर इस फेरबदल में साफ तौर पर दिखाई दे सकता है। घपलों और घोटालों से आहत मनमोहन सिंह अपने आप को मजबूर मानते हैं, उधर भ्रष्टाचार के खिलाफ जेहाद छेड़ने वाले अन्ना हजारे ने मनमोहन को साफ सुथरा तो सोनिया पर परोक्ष वार कर सारे फसाद की जड़ उन्हें ही बताकर मनमोहन के मुंह की बात छीन ली है।

सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी को बताया गया है कि ‘‘इज़ीली मैनेजेबल‘‘ अन्ना हजारे इन दिनांे मनमोहन की गोद में खेल रहे हैं, और सोनिया पर परोक्ष तौर पर वार भी मनमोहन के इशारे पर ही हुआ है। इस फेरबदल में मनमोहन सिंह अपनी पूरी ताकत झोंककर अपने मन माफिक प्यादे बिठाने का प्रयास करेंगे ताकि भ्रष्टाचार से दागदार हुई उनकी छवि को पुनः निखारा जा सके। उधर सोनिया के सलाहकार अपनी पसंद के लोगों को लाल बत्ती से नवाजने पर आतुर दिखाई पड़ रहे हैं।

सूत्रों ने संकेत दिए कि मध्य जून तक होने वाले इस फेरबदल में संचार और मानव संसाधन मंत्रालय का भार उठाने वाले कपिल सिब्बल से एचआरडी मिनिस्ट्री लेकर वीरप्पा मोईली को दी जा सकती है। उधर रेल मंत्री रहीं पश्चिम बंगाल की निजाम ममता बनर्जी चाहती हैं कि रेल मंत्रालय की कमान उन्हीं के पास रहे और मुकुल राय उनके स्थान पर रेल मंत्रालय संभालें, किन्तु कांगे्रस ने उन्हें रेल के बदले में दो कबीना मंत्री का आफर दे दिया है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कांति लाल भूरिया पर एक व्यक्ति एक पदकी तलवार गिर सकती है। उनके बदले पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचैरी को वापस लाल बत्ती से नवाजा जा सकता है, किन्तु पचैरी की राह में कमल नाथ, दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और अरूण यादव शूल बनकर खड़े दिख रहे हैं। उधर विदेश मंत्री एस.एम.कृष्णा के पुअर परफार्मेंस के चलते उन्हें वापस कर्नाटक भेजा जा सकता है। एम.एस.गिल की बर्थ इस बार वेटिंग में ही रहने की उम्मीद है।

कानून मंत्री के पद हेतु तीन नाम पुरजोर तरीके से चल रहे हैं जो हंसराज भारद्वाज, पवन बंसल और सलमान खुर्शीद हैं। इसके अलावा पुअर परफार्मेंस के चलते अनेक मंत्रियों के पर काटे जा सकते हैं या उनका विभाग बदला जा सकता है। गौरतलब होगा कि जनवरी में हुए मंत्री मण्डल फेरबदल के दौरान वजीरे आजम डाॅक्टर मन मोहन सिंह ने कहा था कि अगला विस्तार जल्द ही किया जाएगा।

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