सोमवार, 6 जून 2011

न्यायालय ने लिया स्वतः संज्ञान

0 काला धन अभियान
 
न्यायालय ने लिया स्वतः संज्ञान
 
(लिमटी खरे)
 
नई दिल्ली। काले धन के खिलाफ जेहाद छेड़ने वाले बाबा रामदेव और उनके समर्थकों के आंदोलन को बर्बरता के साथ कुचलने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले में स्वतः ही संज्ञान लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है। उधर केंद्रीय गृह मंत्रालय भी इस मामले में हरकत में आ गया है। गृह मंत्रालय में इस मामले को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक चल रही है।
 
इस मामले को लेकर याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता अजय अग्रवाल ने बताया कि उनकी पिटीशन एनरोल नहीं हो पाने के बारे मंे जब उन्होंने कोर्ट को आवगत कराया तो कोर्ट ने इस मामले में स्वतः ही संज्ञान लिया और अखबार की कतरनों तथा वीजुअल्स देखने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय, दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त दिल्ली को नोटिस जारी कर दो सप्ताह में जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई जुलाई के दूसरे सप्ताह में होने की उम्मीद है। कोर्ट की कार्यवाही पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और खुद बाबा रामदेव ने न्यायालय के प्रति आभार जतया है।
 
गृह मंत्री पलनिअप्पम चिदंबरम के करीबी सूत्रों का कहना है कि न्यायालय की कार्यवाही के बाद अब गृह मंत्रालय पूरी तरह चोकन्ना हो गया है। सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय की एक उच्च स्तरीय बैठक इन पंक्तियों के लिखे जाने तक जारी है, जिसमें बाबा रामदेव को हर मोर्चे पर घेरने की तैयारियां और अब तक की पुलिस और प्रशासन की कार्यवाही को न्यायसंगत ठहराने के लिए कानून के जानकारों की मदद ली जा रही है।
 
उधर कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10, जनपथ से छन छन कर बाहर आ रही खबरों के अनुसार सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों ही इस मामले में कांग्रेस और सरकार की विफलता से बहुत ज्यादा नाराज दिख रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी इस समय सबसे ज्यादा किसी से खफा हैं तो उस फेहरिस्त में पी.चिदम्बरम, कपिल सिब्बल और पवन बंसल शामिल हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी नजरों में दिग्विजय सिंह की बयानबाजी बहुत ही कारगर साबित हो रही है।
 
बाबा रामदेव ने कहा कि मशहूर वक्ता जाकिर नायक के नाम से एक फर्जी ईमेल पुलिस ने ही बनाकर दिल्ली में मीडिया को भेजा था। बाबा का कहना था कि अनशन स्थल के पास ही एक मस्जिद है सरकार की इच्छा थी कि अनशन स्थल पर कुछ गड़बड़ कर दी जाए और इसे सांप्रदायिक स्वरूप दे दिया जाए पर सरकार विफल हो गई।
 
भाजपा ने इस मामले को अपने हाथों में लेने का प्रयास आरंभ कर दिया है। बाबा रामदेव के संघर्ष जारी रहने के फैसले के उपरांत भाजपा ने राजघाट पर एक दिवसीय धरना दे दिया है। भाजपा के धरने में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्रीमति सुषमा स्वराज ने ठुमके भी लगाए। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक भाजपा ने महामहिम राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल से मिलने का समय मांगा है। अपरान्ह बारह बजे भाजपा श्रीमति पाटिल से मिलकर उनसे विशेषाधिकार का प्रयोग कर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग करेगी। बाबा रामदेव ने अंत तक प्रधानमंत्री से त्यागपत्र की मांग नहीं की है।

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