शनिवार, 17 सितंबर 2011

कांग्रेस के बाद भाजपा के निजाम की सर्जरी

कांग्रेस के बाद भाजपा के निजाम की सर्जरी

सोनिया की बीमारी रहस्यमय किन्तु गड़करी की अमाशय की हुई सर्जरी

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। कांग्रेस की राजमाता श्रीमति सोनिया गांधी द्वारा भारत गणराज्य के चिकित्सकों पर भरोसा न जताकर दुनिया के चौधरी अमरिका के दर पर जाकर अपनी शल्य क्रिया करवाई गई। वे किस बीमारी से ग्रसित हैं यह बात आज भी किसी को नहीं पता है। हाल ही में भाजपाध्यक्ष नितिन गड़करी ने देश के चिकित्सकों पर भरोसा जताया और अपनी अमाशय की सर्जरी देश की व्यवसायिक राजधानी मंबई में करवाई है।

देश के शासन की पकड़ परोक्ष तौर पर अपने हाथों में रखने वालीं कांग्रेस की सबसे ताकतवर महिला श्रीमति सोनिया गांधी अपनी सर्जरी करवाकर एक माह तक विश्राम के उपरांत स्वदेश वापस आ गईं हैं। उनकी बीमारी के बारे में अभी भी तरह तरह के कयास ही लगाए जा रहे हैं। वैसे उनका इलाज जिस अस्पताल में हुआ वह अस्पताल केंसर के इलाज के लिए मशहूर है। सोनिया की सेहत सियासी हल्कों में रहस्य बनकर रह गई है।

कांग्रेस सोनिया गांधी के स्वास्थ्य को लेकर चुप्पी साधे हुए है। कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के केंद्र 10, जनपथ के सूत्रों का कहना है कि चिकित्सकों ने उन्हें आईसोलेटेड रहने का मशविरा दिया है। संभवतः यही कारण है कि महामहिम राष्ट्रपति श्रीमति प्रतिभादेवी पाटिल और प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह को भी सोनिया से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। कांग्रेस के ताकतवर महासचिव और सोनिया के राजनैतिक सलाहकार अहमद पटेल वो खुशनसीब हैं जो सोनिया से चंद मिनिटों के लिए मिल पाए हैं।

उधर प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नितिन गड़करी को कुछ दिनों से मधुमेह की शिकायत थी। गड़करी के करीबी सूत्रों का कहना है कि गड़करी के ब्लड में शक्कर की मात्रा अनियंत्रित तरीके से बढ़ने की शिकायत थी। गड़करी को मुंबई के सैफी अस्पताल में दाखिल करवाया गया था, जहां उनके अमाशय की सर्जरी की गई। गड़करी की हालत अब बेहतर है और उन्हें एक सप्ताह के लिए आराम की सलाह दी गई है।

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