बुधवार, 11 जनवरी 2012

बिस्किट के लिए आदिवासियों को नचाया: बवाल


बिस्किट के लिए आदिवासियों को नचाया: बवाल



(सुनीता अर्गल)

पोर्ट ब्लेयर (साई)। निश्छल, भोले और मासूम आदिवासियों को रूपए और बिस्किट के लालच में नचाने का एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। अंडमान द्वीप में बिस्किटों और चंद सिक्कों के लिए जरावा आदिवासियों को विदेशी पर्यटकों के सामने नचाने का मामला सामने आया है।
टूरिस्टों के आगे नाचते जरावा आदिवासियों के इस विडियो पर बवाल हो गया है। हैरत की बात यह है कि यह मामला यहां से सैर करके लौटे ब्रिटेन के एक पत्रकार ने खोला है। ब्रिटेन के अखबार ऑब्जर्वर ने यह रिपोर्ट और विडियो जारी किया है। ब्रिटिश मीडिया में जारी इस विडियो में दिखाया गया है कि पर्यटकों को जरावा आदिवासियों के क्षेत्र में ले जाकर उन्हें जनजाति का नाच दिखाया जाता है।
विडियो में आदिवासियों की सुरक्षा के लिए तैनात एक पुलिसवाला आदिवासी महिलाओं से कह रहा है कि अगर वे विदेशी टूरिस्टों के सामने नाचेंगी, तो वह खाना देंगे। रिपोर्ट में बताया गया है कि आदिवासी इलाके में घूमने के लिए जाने वाले टूरिस्ट वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की तरह आदिवासियों के लिए सड़क के किनारे केले और बिस्किट फेंकते हैं।
जरावा आदिवासी भारत में अंडमान द्वीप पर ही पाए जाते हैं। अब इनकी संख्या 403 के आसपास ही बची है। सुप्रीम कोर्ट ने इनके संरक्षण को लेकर पहले ही कई कदम उठाने के आदेश दे रखे हैं। जरावा आदिवासियों के संरक्षण के लिए कोर्ट का साफ निर्देश है कि उनके रिहायशी इलाके तक जाने वाली सड़क पर आम लोगों को न जाने दिया जाए।

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