शुक्रवार, 18 मई 2012

वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जेल में!


वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जेल में!

सांसद देशमुख दे रहे असामाजिक तत्वों को प्रश्रय

जरायमपेशा लोगों का हित साध रहे शिवराज 

(प्रदीप माथुर)

छिंदवाड़ा (साई)। बालाघाट सिवनी के सांसद केशव दयाल देशमुख के अज़ीज, उर्दू स्कूल सिवनी के सांसद प्रतिनिधि एवं जिला वक्फ बोर्ड सिवनी के अध्यक्ष शोऐब राजा गैर जमानती वारंट में धरे गए और इन दिनों छिंदवाड़ा जेल की हवा खा रहे हैं। शोऐब लंबे समय से फरार घोषित थे, इसी फरारी की अवधि में मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने सांसद देशमुख के करीबी शोऐब को जिला वक्फ बोर्ड जैसी प्रतिष्ठित संस्था के अध्यक्ष का महत्वपूर्ण दायित्व भी सौंप दिया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शोऐब पिता रिय्ााज खान को जुलाई 2001 को कातलबोडी के पास चौरई पुलिस ने गिरफ्तार किय्ाा। बताय्ाा जाता है कि इसके बाद शोऐब का केस प्रथम श्रेणी न्य्ााय्ाालय्ा में चल रहा था परंतु बार बार वारंट आने के बाद पेशी में ना जाने के कारण शोऐब को 31 मई 2008 को तत्कालीन न्य्ााय्ािक मजिस्टेड चौरई ओ. पी. रजक ने कायर््ावाही करते हुए धारा 299 के तहत फरारी घोषित कर दिय्ाा और उनके विरूद्ध स्थाई वारंट जारी किय्ो।
बताया जाता है कि तब से लेकर अब तक शोऐब फरार ही रहे। इसी बीच उन्होने सांसद के. डी. देशमुख से अपनी नजदीकिय्ाा बढांई और उनके माध्य्ाम से उर्दू स्कूल के विधाय्ाक प्रतिनिधि का पद प्राप्त कर लिय्ाा।। बताया जाता है कि सांसद के.डी.देशमुख की कृपा के चलते ही उन्हें वक्फ बोर्ड जैसी प्रतिष्ठित संस्था का जिलाध्यक्ष पद भी नसीब हुआ है।
वक्फ बोर्ड के सूत्रों का कहना है कि अध्यक्ष बनने के पहले आवेदक को एक शपथ पत्र देना होता है जिसमें उसे पाक साफ होने के साथ ही साथ किसी तरह के आपराधिक मामलों में लिप्त नहीं होना बताना होता है। इसमें प्रकरण विचाराधीन ना होना भी एक प्रमुख शर्त बताई जाती है।
सूत्रों की मानें तो शोऐब राजा ने वक्फ अध्य्ाक्ष बनने के लिए य्ाह शपथ पत्र्ा म.प्र. वक्फ बोर्ड में जमा किय्ाा तथा गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होन मान. उच्च न्य्ााय्ाालय में अग्रिम जमानत के लिय्ो आवेदन लगाय्ाा जिसके तहत 14469/2011 के तहत मान. न्य्ााय्ााधीश एन. के. गुप्ता ने शोऐब राजा की जमानत खारिज कर दी। तब शोऐब गत दिवस छिंदवाडा न्य्ााय्ाालय्ा में पहुंचे और आत्मसमर्पण करना चाहा, परंतु शोऐब पिता रिय्ााज उद््दीन के नाम जेल वारंट जारी कर दिय्ाा जिसके चलते शोऐब को छिंदवाडा की जेल पहंुचा गय्ाा।
समाचार लिखे जाने तक शोऐब को जमानत नही मिल पाई थी, अब जबकि वक्फ बोर्ड जैसी प्रतिष्ठित संस्था के अध्य्ाक्ष बनने के लिए शोऐब राजा जैसे व्य्ाक्ति के द्वरा झ्ाूठा शपथ पत्र्ा देना और बाद मंे उन्हे पुराने मामले को लेकर जेल हो जाना म.प्र. वक्फ बोर्ड कमेटी के लिय्ो दुर्भाग्य्ा की बात है।

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