मंगलवार, 29 मई 2012

गड़करी का अमर प्रेम!


गड़करी का अमर प्रेम!

जयाप्रदा भी हैं भाजपा प्रवेश की कतार में!

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। भाजपा में दूसरा टर्म पाने वाले अध्यक्ष नितिन गड़करी अब नई जमावट में लग चुके हैं। मिशन 2014 के तहत संध की हिदायतों को ध्यान में रख गड़करी अपनी नई टीम और सूबाई राजनीति के समीकरणों को टटोलने में लगे हुए हैं। मुलायम सिंह यादव से प्रथक हुए कांग्रेस से दुत्कारे अमर सिंह पर गड़करी की नजरें इनायत हो सकती हैं। जया प्रदा और अमर सिंह को भाजपा में सशर्त प्रवेश मिलने के संकेत मिले हैं।

समाजवादी पार्टी की प्राणवायू समझे जाने वाले अमर सिंह को नेताजी यानी मुलायम सिंह यादव ने छिटकाकर सपा से दूर कर दिया था। मुलायम के भाईयों के भारी विरोध के बाद मुलायम सिंह को अमर प्रेम छोड़ना पड़ा। मजबूरी में अमर सिंह ने उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी का गठन किया पर कोई खास प्रदर्शन नहीं कर पाए।

ज्ञातव्य है कि कांग्रेस सुप्रीमो श्रीमति सोनिया गांधी पर व्यक्तिगत आरोप लगाने वाले अमर सिंह की सपा और कांग्रेस से पर्याप्त दूरी बच चुकी है। कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10 जनपथ के सूत्रों का कहना है कि अमर सिंह ने पुरजोश कोशिश की कि वे कांग्रेस में प्रवेश पा जाएं, पर सोनिया के करीबी एक गुजराती क्षत्रप के चलते यह योजना परवान नहीं चढ़ पाई।

उधर, गड़करी के करीबी सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश चुनावों के चलते जब सपा और कांग्रेस के दरवाजे अमर सिंह के लिए बंद हो गए तब उन्होंने भाजपाध्यक्ष नितिन गड़करी को सिद्ध करना आरंभ किया। सूत्रों की मानें तो अमर सिंह ने गड़करी को ना जाने क्या पट्टी पढ़ाई कि भाजपा ने अमर सिंह की पार्टी को सपा के खिलाफ उम्मीदवार चयन में ना केवल मदद की वरन् चुनाव में आर्थिक इमदाद भी उपलब्ध कराई। अमर सिंह और गड़करी का यह अघोषित गठजोड़ भी उत्तर प्रदेश में करिश्मा नहीं दिखा सका। उत्तर प्रदेश के सूबाई नेता विशेषकर उमा भारती अमर सिंह को पचा नहीं पा रही हैं।

सूत्रों ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश चुनावों में औंधे मुंह गिरने के बाद अपनी ताजपोशी तक गड़करी ने अमर सिंह को खामोश रहने को कहा। कहा जा रहा है कि अब जबकि गड़करी की दूसरी पारी पर मुहर लग गई है तब किसी भी समय गड़करी अमर सिंह और जयाप्रदा को भाजपा में प्रवेश दे सकते हैं। इसके लिए शर्त रखी गई है कि अमर सिंह अपनी पार्टी का भाजपा में विलय करें।

गड़करी के करीबी सूत्रों का कहना है कि अमर सिंह और जयाप्रदा के भाजपा में प्रवेश पर मुख्तार अब्बस नकवी का भारी विरोध सामने आ रहा है। एक तरफ तो गड़करी ने अमर सिंह को आश्वासन दिया है कि जया प्रदा को अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा की टिकिट पर रामपुर से ही चुनाव लड़वाया जाएगा, वहीं दूसरी ओर गड़करी अब नकवी को मनाने में जुट गए हैं।

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