गुरुवार, 20 सितंबर 2012

बनर्जी ने मनमोहन पर नहीं दिखाई ममता


बनर्जी ने मनमोहन पर नहीं दिखाई ममता

(रश्मि सिन्हा)

नई दिल्ली (साई)। त्रणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच रार अभी जस की तस ही बनी हुई है। कांग्रेस और त्रणमूल कांग्रेस के नेता एक दूसरे पर उपेक्षा और संवादहीनता के आरोप मढते जा रहे हैं। जुम्मे की नमाज के उपरांत त्रणमूल के मंत्री अपना त्यागपत्र प्रधानमंत्री को सौंप देंगे।
केन्द्रीय वाणिज्य और कपड़ा मंत्री आनन्द शर्मा ने तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी से कहा है कि वे संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन, यूपीए से अपना समर्थन वापस लेने के फैसले पर फिर से विचार करें। कल अहमदाबाद में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने सुश्री बनर्जी से अनुरोध किया कि यूपीए सरकार से समर्थन वापस लेने के फैसले पर उन्हें पुनर्विचार करना चाहिए।
कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि तृणमूल कांग्रेस उसकी महत्वपूर्ण सहयोगी है और उसकी मांगों पर पार्टी के वरिष्ठ नेता विचार करेंगे। कल तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा था कि यूपीए के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस लेने का उनकी पार्टी का फैसला बदला नहीं जाएगा। सुश्री बनर्जी ने खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी और रियायती दर पर रसोई गैस सिलेंडर की संख्या सीमित करने के फैसले वापस लेने की मांग दोहराई।
इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि पार्टी संसदीय बोर्ड की आज नई दिल्ली में बैठक होगी जिसमें सरकार को समर्थन के बारे में फैसला किया जाएगा। उधर, बहुजन समाज पार्टी ने संकेत दिया है कि वह सरकार को समर्थन दे सकती है। साथ उसने यह भी कहा है कि वह अगले महीने की नौ तारीख को इस बारे में फैसला करेगी। डीएमके पार्टी ने कहा है कि वो सरकार में बनी रहेगी। भारतीय जनता पार्टी ने भी डीजल कीमतों में बढ़ोत्तरी, सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की आपूर्ति की संख्या सीमित करने और खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के फैसले वापस लेने की मांग दोहराई है।

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