शनिवार, 17 नवंबर 2012

टूजी मामले में सीएजी का अनुमान गलत: सिब्बल


टूजी मामले में सीएजी का अनुमान गलत: सिब्बल

(महेंद्र देशमुख)

नई दिल्ली (साई)। कांग्रेस नीत केंद्र सरकार ने कहा कि टू जी-स्पैक्ट्रम नीलामी से मिले परिणाम को सफलता या असफलता के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, क्योंकि नीलामी से प्रक्रिया वर्तमान स्थिति में स्पैक्ट्रम की बाजार आधारित कीमत दिखाई देती है।
नई दिल्ली में कल मीडिया संबंधी मंत्री-समूह की बैठक के बाद संचार मंत्री कपिल सिब्बल ने पत्रकारों से कहा कि नीलामी से स्पष्ट होता है कि टू जी-स्पैक्ट्रम आवंटन में करीब एक लाख ७६ हजार करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान पूरी तरह मनगढंत है। उन्होंने कहा कि बाजार का रूख अकसर बदलता रहता है और नीतिगत मामलों में फैसला सरकार पर छोड़ना बेहतर है।
उन्होंने कहा कि नीतिगत मामले सरकार पर छोड़ना सबसे सही है। अगर इसे लागू करने में कोई गलती होती है तो निश्चित तौर पर न्यायालय इसमें दखल दे सकता है। लेकिन अगर आप सरकार को किसी निश्चित मापदण्ड पर चलने को कहेंगे तो हो सकता है कि परिणाम नकारात्मक हों। याद रखें कि बाजार का रूख तेजी से बदलता रहता है।
श्री सिब्बल ने कहा कि सरकार जिन सर्कल में कोई बोली नहीं लगी उनकी नीलामी मार्च तक कराने की योजना बना रही है। साथ ही सीडीएमए स्पेक्ट्रम की नीलामी भी होगी। इस मौके पर वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम ने कहा कि सरकार नीलामी की असफलता का जश्न नहीं मना रही है और इस दिशा में आगे कार्य करती रहेगी। उन्होंने कहा कि जल्दी ही मंत्री समूह की बैठक में अगला कदम तय होगा।

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