शनिवार, 17 नवंबर 2012

सत्र के पहले मनमोहन ने आरंभ की फील्डिंग


सत्र के पहले मनमोहन ने आरंभ की फील्डिंग

(महेश रावलानी)

नई दिल्ली (साई)। संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार की रणनीति तैयार करने के वास्ते प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कल यूपीए सहयोगियों को अपने आवास पर रात्रि भोज में आमंत्रित किया। संसद का शीतकालीन सत्र इस महीने की २२ तारीख से शुरू हो रहा है।
लोकसभा के नेता और केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने विविध नियमों के तहत विभिन्न दलों द्वारा दिए गए नोटिस के बारे में सहयोगियों को जानकारी दी। रात्रि भोज में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, र$क्षामंत्री ए के एंटनी और वित्तमंत्री पी चिदंबरम के अलावा डीएमके पार्टी के नेता टी आर बालू, नेशनल कान्फ्रेंस के फारुक अब्दुल्ला, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल, राष्ट्रीय लोकदल के अजित सिंह और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के ई अहमद ने हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली को आज रात्रिभोज पर आमंत्रित किया है। पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती से अलग-अलग मिले थे। ये दोनों पार्टियां यूपीए सरकार को बाहर से समर्थन दे रही हैं।
यूपीए सरकार को उम्मीद है कि संसद का शीतकालीन सत्र उपयोगी रहेगा और इस दौरान आम जनता के लाभ के लिए कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित हो सकेंगे। कल नई दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि जनता के कल्याण से संबंधित बहुत से महत्त्वपूर्ण मामले संसद में लंबित हैं। उन्होंने कहा कि सरकार आर्थिक वृद्धि को पटरी पर लाने के लिए भी कई कदम उठा रही है और अंतिम दो तिमाहियों के दौरान वृद्धि दर तेज होने की संभावना है। सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार सदन के सभी पक्षों से अनुरोध करना चाहती है कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए एक रचनात्मक बहस के लिए यह बहुत जरूरी है कि सदन का काम-काज चले। वामपंथी मल्टी ब्रांड खुदरा में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति देने के सरकार के फैसले के विरोध में नोटिस देंगे।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ने कल कहा कि वामपंथी इस मसले पर संसद में चर्चा करना चाहते हैं। उन्होंने सरकार के इस तर्क को कोरी कल्पना करार दिया कि एफडीआई से किसानों को लाभ होगा। उन्होंने अन्य विपक्षी दलों से सरकार के इस फैसले के विरोध में वामदलों का साथ देने की अपील की। इस बीच, लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने २१ नवंबर को नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई है।

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