सोमवार, 10 मार्च 2014

शोभा की सुपारी बना आबकारी महकमा

शोभा की सुपारी बना आबकारी महकमा 

नियंत्रण कक्ष पर लटकता है ताला, नहीं की लहान या शराब जप्त!
(पीयूष भार्गव)
सिवनी (साई)। जिले में आबकारी विभाग अब पूरी तरह से निष्क्रिय ही प्रतीत हो रहा है। आबकारी महकमे की सेवाओं में अवैध शराब को पकड़ने की महती जिम्मेदारी आहूत होने के बाद भी आबकारी विभाग के स्थान पर पुलिस विभाग द्वारा अवैध शराब पकडने का कार्य किया जा रहा है।
आबकारी विभाग के सूत्रों का कहना है कि आबकारी विभाग अपनी मूल जिम्मेवारियों से पूरी तरह भटक चुका है। आबकारी विभाग के उड़न दस्ते, कुछ साल पहले तक गांव गांव जाकर अवैध शराब की पकड़ा धकड़ी किया करते थे। जिला जनसंपर्क विभाग के माध्यम से मीडिया को भी आबकारी विभाग के द्वारा पकड़ी गई अवैध शराब और लहान की जप्ती की खबरें मिलती थीं।
ज्ञातव्य है कि कुछ सालों से आबकारी विभाग की ओर से मीडिया को भी इस बात की इत्तला नहीं दी गई है कि कितनी शराब या लहान उसके द्वारा जप्त की गई है। वहीं दूसरी ओर पुलिस द्वारा अवैध शराब पकड़ने की खबरें अवश्य ही मीडिया की सुर्खियां बनी रहती हैं।
सूत्रों का कहना है कि आबकारी विभाग के नियंत्रण कक्ष में भी कोई कर्मचारी बैठना नहीं चाहता है, यही कारण है कि आबकारी विभाग के नियंत्रण कक्ष में भी सदा ही ताला लटका रहता है। सूत्रों की मानें तो आबकारी विभाग का मौन यही साबित कर रहा है कि सिवनी में अवैध शराब का धंधा बंद हो चुका है। सूत्रों ने प्रश्नवाचक चिन्ह लगाते हुए कहा कि अगर अवैध शराब सिवनी में नहीं बिक रही है तो फिर पुलिस जो शराब पकड़ रही है वह वैध है क्या? अगर नहीं तो आबकारी विभाग के आला अधिकारियों को चाहिए कि इस पर संज्ञान लेकर अपने मातहत कर्मचारियों की मश्कें कसें।

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