शुक्रवार, 10 जून 2011

गेंहूं पर भण्डारण का खतरा: एक साल का अग्रिम अनाज मांगा शिवराज ने

गेंहूं पर भण्डारण का खतरा: एक साल का अग्रिम अनाज मांगा शिवराज ने
नई दिल्ली (ब्यूरो) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने मध्य प्रदेश में गेंहूं के रिकार्ड उत्पादन का जिक्र करते हुएप्रधानमंत्री से कहा है कि गेंहूं का उचित भण्डारण अगर नहीं किया गया तो बारिश में गेंहू सड़ सकता है, इसलिएएक साल का अग्रिम अनाज एमपी को दे दिया जाए जिससे गरीबों में इसे बांटा जा सके। एक तरफ तो शिवराजगेंहूं के भण्डारण की समस्या बता रहे हैं, दूसरी तरफ एक साल का अग्रिम गेंहूं कहां रखेंगे, उसका भण्डारण कैसेहोगा, यह शोध का ही विषय माना जा रहा है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह से मुलाकात कर प्रदेश में गेहूंके भण्डारण के लिए पर्याप्त जगह होने के कारण हो रही समस्या को रेखांकित किया। श्री चैहान ने प्रधानमंत्रीको बताया कि इस वर्ष गेहूं की प्रदेश में रिकार्ड फसल हुई है और 49.4 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन कियागया है, लेकिन पर्याप्त गोदाम होने के कारण ज्यादातर गेहूं खुले में पड़ा है जिससे उसके खराब होने कीसंभावना है। अगर वर्षा से पहले इसका सही भण्डारण नहीं किया गया तो यह गेहूं खराब हो जाएगा।
श्री चैहान ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि केन्द्र सरकार गेहूं का प्रदेश को एक साल का अग्रिम आवंटन कर देजिससे कि भण्डारण की समस्या हल भी हो जायेगी और राज्य सरकार गरीबी की रेखा के नीचे रहने वालेपरिवारों को तीन रुपये किलो की दर से अनाज उनमें बांट देगी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का हवालादेते हुए कहा कि अनाज को किसी भी हालात में सड़ने अथवा बेकार नहीं होने दिया जाय। इससे अनाज का भीसही उपयोग हो पायेगा और साथ ही जरूरतमंदों को भी सस्ते दाम पर अनाज मिल पायेगा। उन्होंने कहा किगेहूं को भारतीय खाद्य निगम भण्डारण कर ले।
श्री चैहान ने प्रधानमंत्री को बताया कि केन्द्र के मापदंडों के अनुसार मध्यप्रदेश में 41 लाख गरीबी रेखा के नीचेपरिवार हैं। सुरेश तेंडुलकर की रिपोर्ट के अनुसार भी प्रदेश में 48 प्रतिशत परिवार गरीबी रेखा के नीचेजीवन-यापन कर रहे हैं। श्री चैहान ने कहा कि राज्य सरकार के अनुसार 67 लाख परिवार इस समय गरीबीरेखा के नीचे  हैं।
श्री चैहान ने अनुरोध किया कि केन्द्र सरकार शीघ्रतिशीघ्र निर्णय लेकर अगले वर्ष का अग्रिम अनाज का कोटाआवंटित करें जिससे अनाज के भण्डारण की भी समस्या का निवारण होगा और साथ ही गरीबी रेखा के नीचेरहने वाले परिवारों को सस्ते दाम पर राज्य सरकार गेहूं वितरित कर पायेगी।
प्रधानमंत्री डाॅ मनमोहन सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और इस संबंधमें हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।

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