मंगलवार, 13 सितंबर 2011

हरवंश के प्रयासों में पलीता लगाते बसोरी!

हरवंश के प्रयासों में पलीता लगाते बसोरी!


सड़क सुधार के लिए बमुश्किल राशि जुटाई थी हरवंश ने


बसोरी मसराम जारी नहीं करवा सके सड़क सुधार की राशि


(लिमटी खरे)


नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के हितों के संवर्धन के लिए कटिबद्ध कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष हरवंश सिंह ठाकुर के प्रयासों पर मण्डला सिवनी संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस के ही विधायक बसोरी सिंह मसराम पानी फेरते नजर आ रहे हैं। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय से जुलाई 2010 में सिवनी जिले की सड़क सुधार के लिए हरवंश सिंह ठाकुर द्वारा स्वीकृत कराई गई राशि को कांग्रेस के सांसद बसोरी सिंह मसराम जारी भी नहीं करवा पाए हैं।


गौरतलब है कि केंद्र सरकार के काम कराने के लिए जनता सांसद को चुनती है। परिसीमन में सिवनी संसदीय क्षेत्र का नाटकीय तरीके से अवसान हो गया था। इसके बाद पांच में से चार बची विधानसभाओं में से लखनादौन (श्रीमति शशि ठाकुर भाजपा) एवं केवलारी (हरवंश सिंह ठाकुर कांग्रेस) को मण्डला संसदीय क्षेत्र तो बरघाट (कमल मस्कोले भाजपा) एवं सिवनी (श्रीमति नीता पटेरिया भाजपा) को बालाघाट संसदीय क्षेत्र में शामिल कर दिया गया था।


अटल बिहारी बाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल में गढ़ी गई स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क परियोजना का अंग उत्तर दक्षिण गलियारा नेताओं के न चाहने के बाद भी सिवनी जिले से होकर ही गुजरा, क्योंकि सड़क का एलाईमेंट बदलना नेताओं के लिए दुष्कर कार्य था। इसके बाद इस सड़क में अंड़गों की बौछारे आरंभ हो गईं। तत्कालीन जिलाधिकारी पिरकीपण्डला नरहरि के 18 दिसंबर 2008 के आदेश क्रमांक 3266/फो.ले./2008 जिसे 19 दिसंबर को पृष्ठांकित किया गया था के द्वारा राज्य सरकार से आदेश मिलने की प्रत्याशा में पूर्व कलेक्टर द्वारा सिवनी जिले में मोहगांव से खवासा तक के भाग में सड़क चौड़ीकरण हेतु जारी वन एवं गैर वन क्षेत्रों की वनों की कटाई पर रोक लगा दी थी।


इसके उपरांत सड़क की राजनीति के गर्म तवे पर न जाने कितने ही शैफ (मुख्य रसोईए) आए और अपनी अपनी रोटियां सैंकते चले गए। न्यायालयीन प्रक्रियाओं के चलते इस सड़क पर हाथ लगाने से हर कोई घबरा रहा था। इसी बीच सिवनी के हितों का संवर्धन करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक हरवंश सिंह ठाकुर ने तत्कालीन केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री कमल नाथ से मिलकर इस सड़क के उस भाग को जो आबादी के अंदर से होकर गुजरता है (जिला मुख्यालय सिवनी, छपारा, बंडोल, गोपालगंज, कुरई एवं खवासा) के रखरखाव के लिए राशि आवंटित करवा दी।


ज्ञातव्य है कि पिछले साल सितम्बर माह में हरवंश ंिसह ठाकुर ने जिला मुख्यालय सिवनी में एतिहासिक दलसागर तालाब के किनारे इस मार्ग जीर्णोद्वार के काम का बाकायदा भूमिपूजन कर यह जानकारी दी थी कि यह राशि दो माह पूर्व अर्थात जुलाई में ही स्वीकृत करा ली गई थी। बारिश के उपरांत आबादी के अंदर सड़कों का काम तेजी से आरंभ हो जाएगा। हरवंश सिंह की इस पहल से नागरिकों में हर्ष व्याप्त था कि कम से कम शहरों के अंदर की सड़कों का हाल तो सुधर जाएगा।


पूरा साल बीत गया किन्तु शहरों की सड़कें सुधरना तो दूर अब तो उनके धुर्रे ही उड़ चुके हैं। आलम यह है कि पिछले दिनों कुरई के ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष ने सड़क पर भरे गड्ढ़े के पानी से बाकायदा स्नान किया और इसका वीडियो यूट्यूब पर सुपर डुपर हिट बना हुआ है। वर्तमान भूतल परिवहन मंत्री सी.पी.जोशी के करीबी सूत्रों का कहना है कि चूंकि मामला केंद्र का है, अतः इस मामले में क्षेत्रीय सांसद अगर पहल करते तो राशि तो कभी की जारी हो चुकी होती। सूत्रों के अनुसार बालाघाट सिवनी संसदीय क्षेत्र के सांसद के.डी.देशमुख चूंकि भाजपा के हैं अतः उनकी बातों को भले ही कांग्रेसनीत संप्रग सरकार के मंत्री तवज्जो दें किन्तु अगर इस मामले में अगर मण्डला सिवनी संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस के सांसद बसोरी सिंह मसराम पहल करते तो निश्चित तौर पर बात पिछले साल ही बन जाती। इस संबंध में जब बसोरी सिंह मसराम से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाईल फोन सदा की ही भांति बंद ही पाया गया।

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