बुधवार, 12 अक्तूबर 2011

एमपी में सीनियर सिटीजन्स को हेलीकाप्टर सुविधा!


एमपी में सीनियर सिटीजन्स को हेलीकाप्टर सुविधा!

सूबे की सड़कें नहीं बची चलने के काबिल

केंद्र और राज्य की रस्साकशी में पिस रहे हृदय प्रदेश के यात्री

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। जर्जर सड़कों वाले देश के हृदय प्रदेश में आने वाले दिनों में अस्सी साल की उमर पार करने वाले यात्रियों को मध्य प्रदेश की भाजपा शायद उड़न खटोले की सुविधा निशुल्क देने जा रही है। इस सुविधा का भोगमान कौन भोगेगा इस बारे में भी कुहासा जल्द ही साफ होने की उम्मीद है। इस तरह की चर्चाएं इन दिनों देश की राजनैतिक राजधानी दिल्ली की सियासी फिजां में तैर रही हैं।

दरअसल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के पीएम इन वेटिंग पद से अपने आप को प्रथक करने वाले लाल कृष्ण आड़वाणी की जन चेतना यात्रा मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक आड़वाणी पहले होशंगाबाद जाएंगे फिर रात्रि विश्राम के लिए भोपाल आकर अगले दिन होशंगाबाद होते हुए ही छिंदवाड़ा जाना था। एमपी की राजधानी भोपाल से छिंदवाड़ा का मार्ग इतना जर्जर हो चुका है कि इस पर अगर आड़वाणी सफर करते तो वे शिवराज सिंह चौहान को एक मिनिट बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं रहते।

गौरतलब है कि आड़वाणी की जनचेतना यात्रा का मूल मंतव्य जनता से फीडबेक लेना है। मध्य प्रदेश में हालात इतने खराब हैं कि यहां के सियासी प्रबंधकों ने उन्हें हवा हवाई बनाकर यहां से बिदा दिलाना उचित समझा है। आड़वाणी की प्रस्तावित यात्रा को देखकर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आनन फानन करोड़ों रूपए खर्च कर सड़कें दुरूस्त करवाई जा रही है, जिसकी प्रतिक्रिया बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती है। लोगों का कहना है कि आड़वाणी की महज एक दिन की यात्रा के लिए सड़कों को सुधारने में करोड़ों रूपए खर्च किए जा रहे हैं वहीं जिस जनता से ये वसूले जा रहे हैं उसकी सुविधा की जब बात आती है तो शिवराज सिंह चौहान द्वारा गेंद केंद्र के पाले में फेंक दी जाती है। यह कहां का न्याय है? इस मामले में विपक्ष में बैठी कांग्रेस के मौन से भाजपा और कांग्रेस की नूरा कुश्ती की संभावनाओं को ही बल मिलता है।

आड़वाणी के लिए भोपाल से छिंदवाड़ा तक हेलीकाप्टर का भोगमान किसी मंत्री या मुख्यमंत्री को इसमें बिठाकर सरकार भोगेगी या फिर संगठन इसका किराया भरेगा यह बात तो भविष्य के गर्भ में ही है, किन्तु दिल्ली के सियासी गलियारों में अब इस मामले में चुटकियां लेना आरंभ हो गया है। लोगों का कहना है कि आड़वाणी उमर दरज हैं, वे 84 के पेटे में हैं। इस लिहाज से अब राज्य में अस्सी पार कर चुके लोगों की सुविधाओं का ख्याल रखते हुए भाजपा या मध्य प्रदेश सरकार उनकी यात्रा के लिए हेलीकाप्टर मुहैया करवाने की नीति लाने वाली है। लोगों का तर्क भी सही है जब आड़वाणी को इसका लाभ मिल सकता है तो बाकी बुजुर्गवार इससे क्यों वंचित रहें।

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