सोमवार, 28 नवंबर 2011

जुंआ नहीं, कौशल का खेल है रमी!


जुंआ नहीं, कौशल का खेल है रमी!

रमी में लुट रहे कुलीन परिवार के लोग

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। देश की राजनैतिक राजधानी में कुलीनों के एकत्र होकर मनोरंजन करने के एक स्थान (क्लब) में धोखा धड़ी और लूट आम बात हो गई है। राजधानी के एक क्लब में पिछले काफी अरसे से रमी में लूटने की शिकायतें मिलने पर क्लब प्रबंधन ने काफी समय से नोटिस बोर्ड पर एक सूचना चस्पा कर रखी है जिसमें रमी कार्ड खेलने वालों के लिए चेतावनी साफ तौर पर अंकित है।

राजधानी के ख्यातिलब्ध जिमखाना क्लब जिसमें प्रधानमंत्री, मंत्री, महामहिम राज्यपाल, वरिष्ठ नौकरशाह, सांसद, विधायक, उद्योगपति, पूंजीपति सदस्य हैं के नोटिस बोर्ड पर ताश का खेल रमी खेलने वालों के लिए बाकायदा चेतावनी का नोटिस चस्पा होना आश्चर्यजनक ही है।

क्लब के एक सदस्य ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि क्लब प्रबंधन को शिकायतें मिल रही थीं कि रमी के खेल को गलत तरीके से प्रभावित करने के लिए जीतने पर ज्यादा प्वाईंट और हारने पर कलात्मक तरीके से कम अंक दर्शाए जाते हैं। इससे प्रति प्वाईंट लेन देन प्रभावित होता है।
उन्होंने कहा कि क्लब प्रबंधन ने बार बार खिलाडि़यों को चेताया पर खिलाड़ी नहीं माने तब मजबूरी में प्रबंधन को अपने नोटिस बोर्ड पर ही चेतावनी चस्पा कर दी। यह एक एसा प्रतिष्ठित क्लब है जहां सदस्य बनने के लिए तीन दशक अर्थात तीस साल तक इंतजार करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि एक पुरानी अदालत ने यह व्यवस्था दी थी कि रमी को जुंआ नहीं वरन् कौशल के एक खेल के रूप में देखा जाता है।

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