मंगलवार, 15 नवंबर 2011

राहुल के मन बनेंगे दिग्विजय!


बजट तक शायद चलें मनमोहन . . . 27

राहुल के मन बनेंगे दिग्विजय!

सधे कदम से 7 रेसकोर्स का रास्ता तय कर रहे दिग्गी

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में दस साल तक लगातार शासन करने वाले राजा दिग्विजय सिंह अब प्रधानमंत्री पद के काफी करीब पहुंच चुके हैं। मनमोहन की संभावित बिदाई के बाद अगर किसी की किस्मत खुलेगी तो वे होंगे राजा दिग्विजय सिंह। राहुल भले ही प्रधानमंत्री बनने के लिए आतुर न दिख रहे हों पर दिग्गी राजा जल्दी में ही दिख रहे हैं। वे राहुल गांधी पर दबाव बना रहे हैं कि अब समय आ चुका है राहुल को पद संभाल लेना चाहिए।

दरअसल, इसके पीछे दिग्विजय सिंह की कुछ और रणनीति काम कर रही है। दिग्गी के करीबी सूत्रों का कहना है कि सोनिया अपनी बीमारी के दरम्यान जब विदेश गईं तो कांग्रेस की संचालन समिति में स्थान न पाने के कारण दिग्विजय सिंह बुरी तरह आहत थे। उधर सोनिया के लोटने के बाद यह चार सदस्यी समिति अस्तित्व में तो है पर ज्यादा प्रभावी नहीं है। सोनिया की तबियत वैसे भी नासाज ही है। वे पार्टी के कामकाज में ज्यादा ध्यान नहीं दे पा रहीं हैं।

सूत्रों ने यह भी कहा कि दिग्गी राजा ने राहुल गांधी के आसपास एसे लोगों की फौज जमा दी है जो दिग्गी की कठपुतली बने हुए हैं। वे राहुल को उसी रंग का चश्मा लगाकर दुनिया दिखा रहे हैं जिस रंग की दुनिया दिग्विजय सिंह दिखाना चाहते हैं। नादान राहुल चुपचाप इस काकस में जकड़े हुए हैं। राहुल को मशविरा देने के लिए कोई आगे आता है तो यह चण्डाल चौकड़ी उसकी विश्वसनीयता पर ही प्रश्न चिन्ह लगाकर राहुल को भरमा देते हैं।

राहुल गांधी के कदम तालों को देखकर अब यह बात हवा में फैला दी गई है कि राहुल को अब पार्टी अध्यक्ष का काम संभाल लेना चाहिए। चूंकि सोनिया भी अस्वस्थ्य हैं इसलिए राहुल के लिए पार्टी अध्यक्ष बनने का यह मुफीद समय है। एक तीर से दिग्विजय सिंह ने कई निशाने साध लिए हैं। अव्वल तो राहुल पार्टी की कमान संभालेंगे फिर मनमोहन को बाहर का रास्ता दिखाएंगे। सोनिया ने मनमोहन को प्रधानमंत्री चुना अब राहुल के मन बन सकते हैं महासचिव दिग्विजय सिंह।

(क्रमशः जारी)

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