बुधवार, 7 दिसंबर 2011

ग्रामीण अंचलों में बोल जाता है इंटरनेट


एक आईडिया जो बदल दे आपकी दुनिया . . .  33

ग्रामीण अंचलों में बोल जाता है इंटरनेट

सुबह पांच से छः करना होता है नेट सर्फिंग


(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। आदित्य बिरला के स्वामित्व वाली आईडिया सेल्युलर बिजनिस में सारे रिकार्ड ध्वस्त करती जा रही है। आईडिया के उपभोक्ताओं में विस्फोटक बढोत्तरी दर्ज की जा रही है। वस्तुतः आईडिया का टारगेट पूरा करने के लिए जिलों में तैनात टीम लीडर्स द्वारा या तो फर्जी तोर पर सिम की फर्मलिटी पूरी की जा रही है या फिर उपभोक्ताओं को भरमाकर कनेक्शन प्रदाय किए जा रहे हैं।

मध्य प्रदेश से आए एक उपभोक्ता ने बताया कि उन्होंने एक नेट सेटर खरीदा था। पहले माह प्रमोशन स्कीम में तो उनके नेट सेटर ने जबर्दस्त स्पीड दिखाई। उस स्पीड को देखकर उन्होंने अपने मित्रों परिचितों को भी अभिषेक बच्चन की अपील पर आईडिया अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि उनके अभिषेक बच्चन उनके पसंदीदा अभिनेता हैं एवं चूंकि अभिषेक ही आईडिया के ब्रांड एम्बसेडर हैं इसलिए उन्होंने आईडिया को चुना।

एक माह के उपरांत जब उन्होंने सरकारी खर्चे पर 599 रूपए का बाउचर डलवाया तबसे वे बेहद परेशान हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें सर्वर नॉट फाउन्ड का ही मैसेज सदा मिलता है। आईडिया के लोगों से बात करने पर उन्हें बताया गया कि उनका रीचार्ज खत्म हो गया है इसलिए उन्हें वह मैसेज मिल रहा है। जब उन्होंने सरकारी खर्चे पर 599 रूपए का रिचार्ज की रसीद दिखाई तब आईडिया के कारिंदे बगलें झांकते नजर आए।

उन्होंने कहा कि वे ग्रामीण अंचल में निवास करते हैं। आईडिया से इंटरनेट जोड़ने के लिए उन्हे बेहद मशक्कत करनी होती है। इसके लिए उन्हें अलह सुब्बह चार बजे उठना होता है। नित्यकर्मों से निवृत होने के उपरांत वे पांच बजे इंटरनेट जोड़ते हैं जो उनका साथ मध्यम गति से छः बजे तक देता है। इसके बाद इंटरनेट अपने प्राण त्याग देता है, जो दुबारा अगले दिन सुबह ही जीवित हो पाता है।

(क्रमशः जारी)

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