गुरुवार, 2 फ़रवरी 2012

फिर तैयार रहिए तेज सुर्खा के लिए


फिर तैयार रहिए तेज सुर्खा के लिए

शीतलहर की वापसी की उम्मीद!



(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। सूर्य नारायण के तेज को देखकर यह मत सोचिए कि आने वाले दिनों में आपको सर्दी और गर्म कपड़ों से निजात मिलने वाली है। आने वाले कुछ दिन के लिए ही सही, शीतलहर एक बार फिर पलटने की राह पर है। बुधवार को उत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में न्यूनतम तापमान में खासी गिरावट दर्ज की गई। पर्वतांचल में गुरुवार से लेकर मंगलवार के बीच बारिश के साथ बर्फबारी हो सकती है। इस दरम्यान मैदानी इलाकों में भी कहीं-कहीं बारिश होगी और शीतलहर की गिरफ्त सख्त होगी।
राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान में तकरीबन दो डिग्री की बढ़ोतरी होने के कारण बुधवार सुबह दिल्ली वालों के लिए ठिठुरन वाली ठंड से कुछ राहत रही। मौसम विभाग का कहना है कि गुरुवार को सुबह में शहर पर धुंध की हल्की चादर रहेगी। पहाड़ी राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी धूप खिली रही, लेकिन शीतलहर के साथ।
हिमाचल प्रदेश में फिर बर्फबारी के आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग पहले ही भविष्यवाणी कर चुका है कि दो फरवरी के इर्द-गिर्द हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है। बुधवार को राजधानी शिमला सहित सूबे के अन्य हिस्सों में दोपहर तक धूप खिली रही। लेकिन शाम के आने से पहले बादलों ने डेरा जमा लिया। लोग इसे मौसम का मिजाज बदलने का संकेत बता रहे थे। वादी कश्मीर भी एक बार फिर शीतलहर की चपेट में आने लगी है। न्यूनतम तापमान बुधवार को जमाव बिंदु से चार डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। तापमान में बढ़ोतरी के कारण मंगलवार को कश्मीर घाटी और लद्दाख के लोगों को शीतलहर से कुछ राहत मिली थी। लेकिन 24 घंटे बाद न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट के कारण राहत काफूर हो गई। मौसम विभाग ने तीन से सात फरवरी के बीच भारी हिमपात का अनुमान जताया है।
विदेशों में भी सर्दी कहर ढा रही है। यूरोप में भीषण सर्दी से जन-जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। सर्दी से मरने वालों की संख्या ८३ हो गयी है। यूक्रेन में ठंडे मौसम ने बेघर लोगों के सामने समस्यायें उत्पन्न कर दी हैं। कुछ क्षेत्रों में कार्यालय और शिक्षण संस्थायें बंद कर दी गयी हैं तथा जल-भंडार भी जम गये हैं। इटली के कई शहरों में २७ वर्षों में सबसे भीषण सर्दी पड़ रही है जिससे लोग घरों में रहने को विवश हो गये हैं। कई सप्ताह के हिमपात से परिवहन सुविधाओं पर असर पड़ा है तथा शीत लहर से हजारों लोग बीमार पड़ गये हैं।
जम्मू से साई संवाददाता विनोद नेगी ने बताया कि भारी बर्फबारी के कारण तीन सौ किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अस्त-व्यस्त हुई यातायात सेवाएं अब पटरी पर लौट रही है। एक महीने के बाद हाईवे पर वीरवार को दोतरफा ट्रैफिक बहाल हो जाएगी। हालांकि, ताजा बर्फबारी व हिमस्खलन की संभावना के बीच ट्रैफिक विभाग ने चार व पांच फरवरी को हाईवे पूरी तरह से बंद रखने का फैसला किया है।
बर्फबारी के कारण छह जनवरी को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पहली बार बंद हुआ था। इसके बाद कभी रास्ते खुले तो कभी बंद। दोनों तरफ फंसे यात्रियों को निकालने व खाद्य सप्लाई जारी रखने के उद्देश्य से इस हाईवे पर बीच-बीच में एक तरफा ट्रैफिक बहाल की गई। अब वीरवार से जम्मू-श्रीनगर हाईवे को दो तरफा ट्रैफिक के लिए खोला जा रहा है। हालांकि इस दौरान जम्मू से भारी वाहनों को श्रीनगर जाने की अनुमति नहीं होगी। अलबत्ता, खाद्य सामग्री लेकर जाने वाले सामान्य वाहनों के अलावा हर प्रकार के यात्री वाहनों व निजी वाहनों को दोनों तरफ से सफर करने की अनुमति होगी। डोडा व साथ लगते इलाकों के लिए भी गुरूवार को यहीं व्यवस्था रहेगी।
इस बीच मौसम विभाग ने तीन से सात फरवरी के बीच ताजा पश्चिम विक्षोभ के चलते बर्फबारी की संभावना जताई है। ऐसे में जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर भी ताजा बर्फबारी व हिमस्खलन की आशंका व्यक्त की जा रही है। इसके चलते ट्रैफिक विभाग ने चार व पांच फरवरी को हाईवे बंद रखने का फैसला किया है।
उधर, श्रीनगर से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया की ब्यूरो दीपाली सिन्हा ने खबर दी है कि शीतलहर का प्रकोप फिर वादी को अपनी चपेट में लेने लगा है। अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री ऊपर 8.5 तक पहुंच गया है। अधिकतम तापमान में बढ़त भी शीतलहर के प्रकोप को कम करने में नाकाम हो रही है। उधर, न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे बना हुआ है। मौसम विभाग की मानें तो अगले चौबीस घंटों में वादी में मौसम आमतौर शुष्क रहेगा।
बुधवार को वादी में मौसम शुष्क रहा। अधिकतम तापमान 8.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। दिन में हल्की धूप भी निकली, लेकिन ठंड से लोगों को खास राहत नहीं मिली। वहीं, न्यूनतम तापमान में कोई खास सुधार न आने के चलते रातें सर्द बनी हुई है। गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान -7.0, पहलगाम में -9.2, काजीगुंड में -5.0, कोकरनाग में -2.4, कुपवाड़ा में -3.1, जबकि श्रीनगर में न्यूनतम तापमान -4.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। लद्दाख में ठंड का कहर जारी है। कारगिल का न्यूनतम तापमान -20.0, जबकि लेह में -19.4 डिग्री दर्ज किया गया।
मध्य प्रदेश साई ब्यूरो नंद किशोर ने बताया कि पिछले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश के जबलपुर और होशंगाबाद संभागों में कहीं-कहीं वर्षा हुई। शेष संभागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा। पचमढ़ी में दो सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान रीवा, सागर, होशंगाबाद, भोपाल, उज्जैन और ग्वालियर संभागों में सामान्य से कम रहे। सबसे कम न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दतिया में दर्ज किया गया। मौसम केंद्र भोपाल ने अगले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है। उसका कहना है कि न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट आ सकती है। मंडला जिले मंे पिछले एक हफ्ते से हो रही बारिश के चलते ठंड बढ़ गई है। लेकिन, आज सुबह से तेज धूप निकलने से लोगों को कुछ राहत मिली।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में निरन्तर हो रही बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान होने की खबर है। मौसम विभाग द्वारा जिले में आगामी पॉंच फरवरी तक बारिश होने की संभावना बताने से किसानों की चिंता और बढ़ गई है। बीती शाम भी जिले के कई क्षेत्रों में बारिश होने के साथ पांढुर्ना और सौंसर में ओलावृष्टि से आधा दर्जन से ज्यादा गॉंवों में दलहनी, तिलहनी और सब्जियों की फसलें खराब होने के सामचार मिले हैं।
शिमला से साई ब्यूरो स्वाति सिंह ने बताया कि बीते लगभग एक सप्ताह से प्रदेश में धूप खिलने के बादे मौसम ने आज एक बार फिर करवट ले ली है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में सुबह से ही बादल छाए हुए हैं और ठंडी हवाएं चल रही है। राज्य के जनजातीय जिला लाहौल स्पिति और किन्नौर तथा चम्बा जिला के पांगी और भरमौर में अभी भी भारी शीतलहर का प्रकोप जारी है और जनजीवन प्रभावित है। पांगी और भरमौर में आज सुबह हल्का हिमपात होने का भी समाचार है। मौसम विभाग के अनुसार कल तीन जनवरी से प्रदेश में ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है जिसके प्रभाव से राज्य के अधिकांश स्थानों पर व्यापक रूप से वर्षा और बर्फबारी की सम्भावना है। विभाग ने आज भी राज्य के मध्यम और अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर वर्षा तथा बर्फबारी की सम्भावना जताई है।
उत्तराखण्ड साई ब्यूरो अर्जुन कुमार ने कहा कि चकराता-त्यूणी पर मार्ग पर उसमाड़ से लोखंडी तक तीन किमी सड़क के दोनों ओर बर्फ पर पाला जमने से फिसलन बढ़ गई है। तीन से चार फुट जमी बर्फ के चलते यहां हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ज्ञातव्य है कि कुछ दिनों पूर्व जौनसार-बावर के ऊंचे इलाकों में हुई भारी बर्फबारी के चलते क्षेत्र का मुख्य मार्ग त्यूणी-चकराता कई दिनों तक अवरुद्ध रहा था। विधानसभा चुनाव को देखते हुए लोनिवि चकराता ने जेसीबी से बर्फ सड़क किनारे कर दी थी, जिससे वाहनों के आवाजाही को मार्ग खोला जा सका था। गत मंगलवार को इस मार्ग से देहरादून जा रही त्यूणी जोन की पोलिंग पार्टियां तीन घंटें तक लोखंडी के पास बर्फ में फंसी गई थी। सूचना पर प्रशासन ने मार्ग को खोलकर पोलिंग पार्टियों को रवाना किया था। त्यूणी-चकराता मार्ग पर उसमाड़ से लोखंडी तक तीन किमी सड़क पर दोनों किनारे जमी तीन से चार फुट बर्फ पर पाला गिरने से काफी फिसलन हो गई है। बर्फ पर पाला गिरने से बढ़ी फिसलने से यहां मोड़ों पर वाहनों के रपटने का खतरा है। इस मार्ग पर दोपहर बारह बजे तक सफर करना खतरा से खाली नहीं।
नैनीताल से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया ब्यूरो नितीश अर्गल ने समाचार दिया है कि सरोवर नगरी नैनीताल में दोपहर में बादल छा जाने से ठंड बढ़ गई। जीआईसी मौसम केंद्र के मुताबिक न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। सुबह के समय चटक धूप खिली हुई थी। आसमान साफ था। ठंड बढ़ने के कोई आसार नहीं थे, परन्तु दोपहर में घने बादलों ने आसमान में डेरा डाल लिया। साथ ही कोहरे ने नगर को आगोश में ले लिया। इसके चलते ठंड में इजाफा हो गया। तापमान गिर गया और दिन में ही लोग हीटर और अंगीठी का सहारा लेने के लिए मजबूर हो गए। शाम को बाजार जल्द सुनसान हो गए। इस बीच गर्म ऊनी कपड़ों का कारोबार करने वालों की चांदी रही। इधर पंतनगर कृषि विवि के मौसम विभाग के मुताबिक इस सप्ताह तापमान में गिरावट जारी रहेगी। हवा का वेग सामान्य रहेगा। बादलों की हल्की व मध्यम बनी रहेगी। जीआइसी मौसम केंद्र के अनुसार अधिकतम तापमान 13 व न्यूनतम 2.5 डिग्री सेल्सियस रहा। आर्द्रता अधिकतम 38 व न्यूनतम 32 प्रतिशत दर्ज की गई।

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