बुधवार, 29 फ़रवरी 2012

रहस्यमय बीमारी का चेकप कराने सोनिया विदेश में!


रहस्यमय बीमारी का चेकप कराने सोनिया विदेश में!

बीमारी के बारे में कांग्रेस का मौन संदिग्ध!

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। हर क्षेत्र में आरक्षण की प्रबल समर्थक अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में जब भी कोई बड़ा नेता बीमार पड़ता है तो वह स्वदेशी चिकित्सकों पर ज़रा भी एतबार नहीं जताता है। इसी तर्ज पर कांग्रेस की राजमाता श्रीमति सोनिया गांधी भी अपनी रहस्यमय बीमारी की शल्य चिकित्सा के छः माहों बाद एक बार फिर विदेश रवाना हुई हैं। कांग्रेस इसे रूटीन चेकप का नाम दे रही है।
विदेश में सर्जरी कराने के तकरीबन 6 महीने बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी रूटीन चेकअप के लिए विदेश गई हैं। कांग्रेस महासचिव जर्नादन द्विवेदी ने मंगलवार को कहा, कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने इलाज के 6 महीने बाद सामान्य जांच के लिए देश से बाहर गई हैं।
उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी 4-5 दिनों में वापस आएंगी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी सोमवार रात विदेश रवाना हुई हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी अनुपस्थिति में पार्टी का काम देखने के लिए कोई टीम बनाई गई है, सूत्रों ने कहा कि चूंकि यह बहुत ही छोटी विदेश यात्रा है इसलिए इस तरह की व्यवस्था की जरूरत नहीं है।
गौरतलब है कि 65 वर्षीय सोनिया गांधी पिछले साल अगस्त में अपनी बीमारी के इलाज के लिए विदेश गई थीं। उनकी बीमारी के बारे में खुलासा नहीं किया गया था। यक्ष प्रश्न अब भी वही खड़ा हुआ है कि सामान्य चेकप के लिए जहां 121 करोड़ देशवासी हिन्दुस्तान के चिकित्सकों पर निर्भर हैं तो फिर कांग्रेस की राजमाता लाखों करोड़ों रूपए खर्च कर विदेश जाकर अपना इलाज कराकर देशवासियों को क्या संदेश देना चाह रही हैं?
इसके पहले उनकी बीमारी के मामले में कांग्रेस और कांग्रेसनीत केंद्र सरकार मौन ही रही है। पूर्व में जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रम्हाण्यम स्वामी ने सोनिया गांधी पर अमेरिका में हुई सर्जरी में हुए खर्च पर सवाल उठाया था। बताया जाता है कि सर्जरी के बाद टीम सोनिया जिस अपार्टमेंट में रूकी थी उसका किराया अठ्ठारह लाख रूपए रोजना था।
वैसे तो सोनिया गांधी की बीमारी उनका निजी मामला है, किन्तु व्हीव्हीआईपी पर्सन्स के हर कदम को जानने के लिए रियाया उत्सुक रहती है। सोनिया की बीमारी पर कांग्रेस की चुप्पी ने लोगों की उत्सुकता बढ़ा दी है। कांग्रेस मुख्यालय के अंदरखाने से छन छन कर बाहर आ रही खबरों पर अगर यकीन किया जाए तो इस साल जून में वे अपनी बीमार मां का हाल जानने नहीं अपना ही इलाज करवाने विदेश गईं थीं।
कांग्रेस की सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10 जनपथ (सोनिया का सरकारी आवास) के सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी का आपरेशन न्यूयार्क स्थित मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर में हुआ है। उनका आपरेशन साधारण नहीं था और उनकी सर्जरी लगभग सात घंटे से अधिक समय तक चली। अपुष्ट समाचारों के अनुसार सोनिया को पेंक्रियाज में कैंसर था। इस तरह का कैंसर असामान्य ही माना जाता है क्योंकि यह लाखों लोगों में एक को होता है।
बहरहाल, सूत्रों के अनुसार आपरेशन के बाद सोनिया गांधी अपने लाव लश्कर के साथ वे न्यूयार्क के प्लस मैनहट्टन अपार्टमेंट में दो मंजिला आवास में रूकी थीं। सूत्रों ने यह भी बताया कि सोनिया गांधी के द्वारा किराए पर लिए इस आवास का किराया 40 हजार अमरीकि डालर अर्थात लगभग 18 लाख रूपए प्रतिदिन था।
गौरतलब है कि अभी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं जबकि कांग्रेस की राजमाता श्रीमति सोनिया गांधी और युवराज राहुल गांधी द्वारा कांग्रेसियों को सादगी बरतने की नसीहत दी गई थी। सोनिया गांधी ने इसे अपनाते हुए दिल्ली से मुंबई तक की हवाई यात्रा इकानामी क्लास में बीस सीट खाली कराकर (सुरक्षा का हवाला देकर) और राहुल गांधी ने दिल्ली से चंडीगढ़ तक शताब्दी रेल में एक पूरी की पूरी बोगी बुक कराकर (सुरक्षा कारणों के चलते) सादगी का अद्भुत परिचय दिया था।
कहा जा रहा है कि सोनिया के इस लंबे चौड़े खर्च का भोगमान सोनिया के पीहर की ही एक फर्म ने भोगा है। अब देखना महज इतना है कि इस मसले पर विपक्ष क्या रूख अपनाता है? विपक्ष को यह एक बेहतरीन मुद्दा मिला है जिस पर वह कांग्रेस और सरकार को बुरी तरह घेर सकती है।

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