गुरुवार, 14 जून 2012

गर्मी में जानवर हो रहे हलाकान


गर्मी में जानवर हो रहे हलाकान

(दीपांकर श्रीवास्तव)

लखनऊ (साई)। उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी और उस पर पानी की समस्या। यह इंसान को ही नहीं बल्कि जानवरों को भी बेहाल कर रही है। लोगों के आकर्षण का केन्द्र बने वन्य जीव विहार में इस समय पानी के आभाव में पशु-पक्षी व्याकुल हैं। यूपी के कैमूर वन्य जीव विहार के जानवर कुछ ज्यादा ही दिक्कत में हैं। यहां पानी की जबरदस्त किल्लत है।
पानी के अभाव में दुर्लभ प्रजाति के काले मृग संकट में हैं पानी की कमी और आग की लपटों से कैमूर वन्य जीव अ यारण्य उजडऩे की कगार पर है। अ यारण्य के दुर्लभ काले मृगों सहित अन्य जानवर सांभर व चित्तल आदि के अस्तित्व का संकट पैदा हो गया है। वन्य जीवों को पेयजल संकट से उबारने के वन विभाग के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। कैमूर सेन्चुरी में जीवों के लिए टैकरों से पानी की सप्लाई की जा रही है।
प्रकृति के प्रकोप व अनदेखी व कुछ लोगों की लालच ने मिर्जापुर व सोनभद्र जिले के 501 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले कैमूर वन्य जीव विहार को उजडऩे के कगार पर पहुंचा दिया है। तेन्दुआ पहले ही सेन्चुरी से गायब हो चुका है। अब यहां बचे दुर्लभ काले मृगों पर भी शामत आ गयी है। पानी के लिए गांव की ओर रुख करने पर शिकारियों द्वारा मारे जाने का भय, सेन्चुरी में रहे तो बेपानी मौत। दोनों ही ओर से जानवरों पर संकट मंडरा रहा है।
इन दिनों कैमूर वन्य जीव विहार के मिर्जापुर रेंज में पानी का घोर संकट है। पहाड़ी नदियां सूख गयी हैं। वन विभाग द्वारा बनवाये गये चौक डैमों में दरार दिखाई पड़ रही है। झरनों में पानी नहीं निकल रहा है। वहीं स बन्धित अधिकारियों का कहना है कि मिर्जापुर जिले में वर्षा अभी तक नहीं हुई है। ऐसी स्थिति सोनभद्र की भी है। अ यारण्य में पानी पंहुचाना वास्तव में कठिन है। इस भीषण गर्मी में जंगली जानवरों को बचाना एक चुनौती है। बहरहाल पानी के संकट से जूझ रहे जानवरों को कहीं राहत नहीं मिल पा रही है।

कोई टिप्पणी नहीं: