रविवार, 22 जुलाई 2012

काका के जाते ही विरासत की जंग शुरू


काका के जाते ही विरासत की जंग शुरू

(दीपक अग्रवाला)

मुंबई (साई)। अपने जमाने के सुपर स्टार राजेश खन्ना के निधन के साथ ही उनकी विरासत को लेकर जंग छिड़ गई है। काका की देखरेख करने वाली आड़वाणी का कहना है कि पिछले दस सालों से काका का परिवार कहां था, जब वे उनकी सेवा कर रही थीं। बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना के निधन के साथ ही उनकी करोड़ों की जायदाद को लेकर शुरू हुई जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। राजेश खन्ना की लिव-इन पार्टनर होने का दावा करने वाली अनीता आडवाणी ने पूछा है कि 10 साल से उनका परिवार कहां था।
मुंबई के बांद्रा इलाके में कार्टर रोड पर राजेश खन्ना का बंगला आशीर्वाद है। राजेश खन्ना की दिली ख्वाहिश थी कि उनके मरने के बाद आशीर्वाद को म्यूजियम में तब्दील कर दिया जाए। लेकिन आशीर्वाद से निकाले जाने पर अनिता आडवाणी ने कानूनी नोटिस भेजा है। यह नोटिस मंगलवार को राजेश खन्ना के निधन से एक दिन पहले भेजा गया था जिसमें कहा गया है कि उन्हें राजेश खन्ना के बंगले से बाहर न निकाला जाए। नोटिस में घरेलू हिंसा का आरोप भी लगाया गया है।
एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में आडवाणी ने कहा कि उनका कानूनी नोटिस राजेश खन्ना के लिए है, उनकी फैमिली के लिए नहीं। उन्होंने कहा, राजेश खन्ना ने अपने आखिरी दिनों में मुझे छोड़ दिया था। मैंने 10 सालों तक उनके लिए बहुत कुछ किया।

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