शुक्रवार, 24 अगस्त 2012

बेटी नहीं गीतिका को माशुका मानता था कांडा


बेटी नहीं गीतिका को माशुका मानता था कांडा

(महेश रावलानी)

नई दिल्ली (साई)। गीतिका आत्महत्या मामले में फंसे हरियाणा के पूर्व गृह राज्य मंत्री गोपाल गोयल कांडा की पत्नि के इस खुलासे कि गीतिका को उनका पति कांडा पुत्री के समतुल्य मानता था के दूसरे ही दिन कांडा ने पुलिस को बताया कि वह गीतिका से बेपनाह मोहब्बत करता था।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि गोपाल कांडा ने पुलिस पूछताछ में माना है कि वह गीतिका के प्रेम में पागलों की तरह दीवाना था। महिलाओं से दूर रहने के बारे में तारा बाबा की चेतावनी को नजरअंदाज करने का कांडा को भारी दुख है। पुलिस ने अंकिता की गिरफ्तारी की संभावना से इनकार किया है।
सूत्रों के अनुसार कांडा ने पुलिस को बताया, कि तारा बाबा ने कई साल पहले मुझे चेतावनी दी थी कि मेरा पतन लड़कियों की वजह से ही होगा। उन्होंने लड़कियों से दूर रहने की हिदायत दी थी। लेकिन मैंने उनकी चेतावनी पर अमल नहीं किया, जिसका मुझे अफसोस है। लेकिन गीतिका से प्रेम करने का मुझे जरा भी अफसोस नहीं है। वह अच्छी लड़की थी। मैं उसे खरोंच लगते भी नहीं देख सकता था।
सूत्रों ने आगे बताया कि गोपाल कांडा ने पूछताछ के दौरान गीतिका से गहरी रिलेशनशिप कबूल की है। उसने पुलिस अफसरों को बताया, कि गीतिका से मुझे बहुत ज्यादा प्यार था। मुझे उसकी मौत का दुख उसके घरवालों से ज्यादा है। गीतिका मुझसे शादी करना चाहती थी। मैंने उससे कहा था कि मैं पब्लिक फिगर होने की वजह से उससे सरेआम शादी नहीं कर सकता। उसके जोर देने पर मैंने उससे कहा था कि दोनों बेटियों की शादी करने के बाद मैं उससे शादी कर लूंगा, लेकिन मुझे उसकी आत्महत्या करने की जरा-सी भी आशंका नहीं थी। गीतिका से शादी न करने की एक वजह कांडा का अपनी मां से बेहद लगाव भी था, पहली पत्नी को तलाक देकर दूसरी शादी कर वह मां को नाराज नहीं करना चाहता था।

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